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धनवान बनने के रहस्य: 3 आदतें जो जल्दी बनाती हैं इंसान को अमीर

भारत के इतिहास में कई ऐसे प्रकांड विद्वान हुए जिनका लोहा आज भी माना जाता है। जनमानस के बीच उनकी बातें आज भी उतना महत्व रखती हैं कि लोग जरूरत पड़ने पर उनका ही अनुसरण करते हैं। इन्हीं विद्वानों में से एक थे आचार्य चाणक्य, जिन्हें जीवन के हर एक क्षेत्र के बारे में अद्भुत ज्ञान था। इसी ज्ञान को लोगों से साझा करने के लिए उन्होंने अपनी नीतियां लिखीं, जिनमें जीवन के हर एक पहलू को मानों खोलकर रख दिया। उन्होंने जीवन में सफलता कैसे पाई जाए, इसपर भी बहुत विस्तार में लिखा। आज उन्हीं की नीतियों से हम आपको व्यक्ति की ऐसी तीन आदतों के बारे में बता रहे हैं जो उसे कम उम्र में ही सफलता के उच्च शिखर पर पहुंचाने की ताकत रखती हैं। आचार्य के मुताबिक जिन लोगों में ये आदतें होती हैं, वो कम उम्र में भी धनवान बन जाते हैं। तो चलिए जानते हैं वो आदतें क्या हैं।

जो समझें समय का सही महत्व
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति समय का महत्व समझ जाता है, उसे तरक्की करने से कोई नहीं रोक सकता। हर इंसान को गिनकर चौबीस घंटों का ही समय मिलता है, जहां कोई इन्हें यूं ही बर्बाद कर देता है तो कोई इन चौबीस घंटों में भी बहुत कुछ बड़ा कर जाता है। आचार्य के मुताबिक मानव जीवन का हर एक क्षण बहुत कीमती होता है। जो इसका सही मोल समझ जाए, वो बहुत ही कम समय में कामयाबी का उच्च शिखर हासिल कर लेता है।

मेहनत से ना भागने वाले लोग
आचार्य चाणक्य के अनुसार सफलता पाने का एक ही सूत्र है और वो है कड़ी मेहनत करना। जो व्यक्ति जीवन भर मेहनत से भागता आया है, उसकी सफलता भी उससे उतनी ही कोसों दूर भागती है। अपनी नीति में आचार्य कहते हैं कि मेहनती इंसान से तो माता लक्ष्मी भी प्रसन्न रहती हैं। हालांकि मेहनत का मतलब गधा मजदूरी बिल्कुल भी नहीं है। सही दिशा में किया गया प्रयास ही सफलता की ओर ले जाता है। जिस व्यक्ति में शुरू से ही मेहनत से ना भागने वाला गुण होता है, वो कम समय में ही तरक्की हासिल कर लेता है।

जो जान लें वाणी का सही इस्तेमाल
आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति की वाणी यानी उसकी जुबान भी उसकी सफलता में बड़ी अहम भूमिका निभाती है। जिस व्यक्ति को वाणी का खेल आता हो, वो अपने लिए रास्ता निकाल ही लेता है। आचार्य कहते हैं कि मीठा बोलने वाला तो अपने दुश्मनों को भी दोस्त बना लेता है। किस समय पर क्या बोलना उचित रहेगा यह जाने वाले और अपनी वाणी पर संयम रखने वाले लोग, विपरीत परिस्थितियों को भी अपने अनुकूल मोड़ लेते हैं। ऐसे लोग बाकी लोगों के मुकाबले जीवन में ज्यादा और जल्दी सफल होते हैं।

 

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हम भारत के लोग
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