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धीरेंद्र शास्त्री ने उठाए सवाल: शराब सस्ती, दवा महंगी – विकास का ये कौन सा मॉडल?

गयाजी
बागेश्वर धाम सरकार पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री शनिवार को गयाजी पहुंचे। वह दिल्ली से विमान द्वारा गया हवाई अड्डे पर उतरे, जहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। एयरपोर्ट से उन्हें सीधे बोधगया स्थित संबोधि रिसॉर्ट ले जाया गया। यहां वे कई दिनों तक प्रवास करेंगे और यहीं से पिंडदान व तर्पण जैसे कर्मकांड संपन्न करेंगे। इससे पहले, गया एयरपोर्ट पर आईएएनएस से बात करते हुए पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि गया नगरी भगवान बुद्ध और भगवान विष्णु दोनों की तपोभूमि है। सनातन धर्म में गयाजी का विशेष महत्व है, खासकर पितृ कर्म के लिए। उन्होंने कहा, 'हर साल की तरह इस साल भी मैं अपने पितरों के श्राद्ध हेतु गया जी आया हूं।'

धीरेंद्र शास्त्री ने भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का संदेश भी दोहराया। उन्होंने कहा कि भारत पहले से ही अघोषित रूप से हिंदू राष्ट्र है और अब इसे घोषित रूप से हिंदू राष्ट्र होना चाहिए। उन्होंने बताया कि 7 नवंबर से 16 नवंबर तक वृंदावन से दिल्ली तक पैदल यात्रा आयोजित की जाएगी, जिसका उद्देश्य इस संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत विश्व गुरु बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इसके लिए देश में शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाएं निशुल्क होनी चाहिए। वर्तमान व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, 'आज इस देश में शराब सस्ती और दवाएं महंगी हैं, इस पर विचार करने की आवश्यकता है।' वहीं नेपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता पर प्रतिक्रिया देते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि पड़ोसी देश में हो रही हिंसा को देखते हुए हमें भी सतर्क रहने की जरूरत है।

दिल्ली से गया की फ्लाइट में भी पंडित धीरेंद्र शास्त्री के अनुयायियों का उत्साह देखने को मिला। एक महिला यात्री राजकुमारी, जो लंदन में कारोबार करती हैं, उसने कहा कि विमान में ही गुरुजी के दर्शन कर लिए। उन्होंने बताया कि लंदन में भी गुरुजी से उनकी मुलाकात हो चुकी है। राजकुमारी ने कहा कि गुरुजी ने हमें बोधगया में रिसॉर्ट पर आने का निमंत्रण दिया है। उनसे मिलकर बहुत अच्छा लगा।

इसी उड़ान में लंदन से आए वरुण ऋषि ने भी कहा कि उन्होंने गुरुजी का दर्शन किया और यह उनके लिए सौभाग्य की बात रही। उन्होंने कहा कि गुरुजी के आशीर्वाद और बालाजी की कृपा से निश्चित रूप से भारत हिंदू राष्ट्र बनेगा।

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