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तारामंडल में लगेगा विज्ञान का मेला

–    जल्द बनेगा सोविनियर शॉप –    वीआर थियेटर में मिलेगा रोमांचक अनुभव पटना,  विज्ञान को समझना अब सिर्फ किताबों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि नई तकनीक और रोमांचक साधनों के जरिए लोग विज्ञान की को और बेहतर तथा व्यवहारिक तरीके से अनुभव कर सकेंगे। इसके लिए पटना के इंदिरा गांधी प्लेनेटेरियम, तारामंडल परिसर में सोविनियर शॉप और वीआर थियेटर तैयार किए जा रहे हैं। इसके जरिए अब विज्ञान प्रेमियों और विद्यार्थियों को एक अनोखा अनुभव प्रदान किया जाएगा। तारामंडल में बन रही सोविनियर शॉप का टेंडर फाइनल हो गया है और इसका निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह जल्द पूरा कर लिया जाएगा। इस दुकान में विज्ञान से जुड़े उपकरण, विभिन्न विषयों की किताबें, स्पेस सूट, ड्रोन, साइंटिफिक मॉडल और बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक खिलौने उपलब्ध रहेंगे। इसका उद्देश्य बच्चों और युवाओं में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा जगाना है। यह एक विज्ञान के मेले के जैसा दिखेगा जहां हर तरफ सिर्फ विज्ञान से जुड़ी चीजें ही दिखेंगी। वहीं दूसरी ओर, परिसर में 25 सीटों वाला वीआर थियेटर भी तैयार हो रहा है। मिली जानकारी के अनुसार, इसका उद्घाटन इसी माह के अंत तक होने की संभावना है। इस थियेटर में दर्शकों को 3डी और 4डी का अनुभव मिलेगा। खास सिम्युलेटर कुर्सियों और वीआर हेडसेट की मदद से लोग रोलर कोस्टर राइड, पानी के भीतर जाने का अहसास और कंपन जैसी गतिविधियों को प्रत्यक्ष अनुभव की तरह महसूस कर पाएंगे। बता दें कि तारामंडल में एक दिन में आठ शो चलाए जाते हैं और हर रोज यहां 2000 की संख्या में लोग आते हैं। इसके साथ ही लोग तारामंडल परिसर में ‘बिहार से’ नाम से रेस्टोरेंट की भी शुरूआत की गई है जहां पत्तल में खाना और कुल्हड़ की गिलास में पानी दिया जाता है। यहां का माहौल भी बिहार थीम पर आधारित है। दीवारों का रंग मिट्टी जैसा है जिस पर मिथिला पेंटिंग बनाई हुई है। यहां बिहार के हर जिले के व्यंजन  मिलते हैं जिसमें मालपुआ, प्याजी, बचका, मुर्गा झोर, तली हुई मछली, लिट्टी चोखा, खुरमा आदि हैं। यहां का मेनू भी देसी अंदाज में लिखा गया है, ताकि हर व्यक्ति  आसानी से समझ सकें।

स्कूलों में रोजाना उपस्थिति और अन्य गतिविधियों की फोटो खिंच हो रही मॉनीटरिंग

–    सुदूर क्षेत्र के स्कूलों पर शैक्षणिक गतिविधियों की फोटोग्राफी से की जा रही है ऑनलाइन निगरानी –    पहली तीन घंटियों में गणित, विज्ञान और हिंदी या अंग्रेजी की रीडिंग को मिली प्राथमिकता –    20, 21 एवं 22 अगस्त को राज्य के सभी 38 जिलों के तीन-तीन स्कूलों की कराई गई रैंडम फोटोग्राफी      पटना, शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में अनुशासन के साथ शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी कर रखे हैं। इनका सही से अनुपालन हो रहा है या नहीं, इसे रोजाना परखा भी जा रहा है। सभी स्कूलों में सुबह लगने वाली एसेंबली एवं प्रार्थना का फोटोग्राफ मांगवाया जाता है। किस स्कूल में क्या गतिविधि हो रही है, इसका फोटोयुक्त प्रमाण चुनिंदा स्कूलों से मंगवाया जाता है। स्कूलों का चयन रैंडम तरीके से किया जाता है। इससे किसी स्कूल को यह जानकारी नहीं होती है कि उससे कब फोटो की मांग होगी। किसी स्कूल का नंबर कभी भी आ सकता है। इस कारण सभी स्कूल अलर्ट मुद्रा में रहते हैं और रोजाना पूरी शिदद्त से रूटीन पालन करते हैं। इससे सभी स्कूलों की जमीनी सच्चाई सामने आ जाती है।   शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ के स्तर से स्कूलों की चुस्त मॉनीटरिंग के लिए यह पूरी व्यवस्था विकसित की गई है। स्कूलों में चलने वाली शैक्षणिक एवं अन्य गतिविधियों की निगरानी के लिए औचक फोटोग्राफ मंगवाना शुरू किया है। इन फोटो में संबंधित स्थान का आक्षांस एवं देशांश के अलावा समय समेत अन्य सभी जरूरी बातें अंकित होती हैं। इससे यह सुनिश्चित हो सके कि सभी स्कूलों में विभाग के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जा रहा है या नहीं। विभाग ने विगत 20, 21 और 22 अगस्त को राज्य के सभी 38 जिलों के तीन-तीन स्कूलों का रैंडम तरीके से चयन कर इनमें होने वाली गतिविधियों से सम्बंधित तस्वीरें मंगवा कर समुचित समीक्षा की गई। इसमें पाया गया कि इन स्कूलों में विभाग के दिशा-निर्देश के अनुसार गतिविधियों का संचालन किया जा रहा था। अगर किसी स्कूल में सुबह निर्धारित समय की गतिविधि नहीं दिखती है, तो उसका कारण उस विद्यालय के प्रमुख को लिखित में बताना पड़ता है। किसी तरह की लापरवाही सामने आने पर उचित कार्रवाई भी की जाती है। डॉ. एस सिद्धार्थ के इन प्रयासों से सूबे के स्कूलों की पूरी सूरत ही बदल गई है।        सरकारी स्कूलों में छात्रों के आने का समय सुबह 9:30 बजे निर्धारित किया गया है। इसी समय शिक्षक को उपस्थित होकर बच्चों के साथ चेतना सत्र की पूरी अवधि में सक्रिय रहना अनिवार्य है। विद्यालय में पढ़ाई के दौरान शिक्षक और बच्चे दोनों का फोटोग्राफ लेकर सुरक्षित रखा जा रहा है। विभागीय पदाधिकारियों के स्तर से फोटो मांगे जाने पर उसे उपलब्ध कराया जाना अनिवार्य है। बता दें कि इसे लेकर शिक्षा विभाग ने इसी वर्ष 4 अगस्त को एक अहम निर्देश जारी किया था, जिसका उद्देश्य राज्य के सरकारी स्कूलों में अनुशासन को सुदृढ़ बनाना और शिक्षकों की जिम्मेदारियों को स्पष्ट करना है।        यह आदेश शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने जारी किया गया है, जिसमें उन्होंने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों, जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों, अन्य संबंधित कार्यक्रम पदाधिकारियों और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिखकर कई तरह के दिशा-निर्देश दिए हैं। इस पत्र के माध्यम से सभी अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि विद्यालयों में बच्चों और शिक्षकों की उपस्थिति समय पर हो और स्कूल में अनुशासन का माहौल बना रहे। इस अनुशासन के जरिए शिक्षकों पर पूरी निगरानी रखी जाएगी।         डॉ. एस सिद्धार्थ के इस लिखित आदेश के अनुसार, स्कूलों में लाउडस्पीकर की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। स्कूल शुरू होने से 15 मिनट पहले राष्ट्रगान बजाया जा रहा है। चेतना सत्र शुरू होने से पहले स्कूल का मेन गेट बंद कर दिया जाता है और देर से आने वाले छात्रों को अगले दिन स्कूल में प्रवेश नहीं दिये जाने का नियम बनाया गया है। आधे घंटे के चेतना सत्र में प्रार्थना, बिहार राज्य गीत, राष्ट्रगीत, सामान्य ज्ञान, तर्क ज्ञान, शब्द ज्ञान और प्रेरक कहानियां सुनाने जैसी गतिविधियां शामिल हैं। इस दौरान बच्चों के नाखून, बाल और यूनिफॉर्म की जांच भी की जा रही है। स्कूल की पहली तीन घंटियों में गणित, विज्ञान और हिंदी या अंग्रेजी की रीडिंग को प्राथमिकता दी जानी है, ताकि बच्चों में गणित कौशल, वैज्ञानिक नवाचार और वाक् कौशल विकसित हो सके।

बिहार के गांवों में तराशे जा रहे हैं अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी

–    राज्य के कुल 8053 में से 7467 में खेल क्लबों के गठन के लिए चुनाव सम्पन्न –    154 नगर पंचायतों में से 140 में गठित हो चुके हैं खेल क्लब –    सभी ग्रामीण स्टेडियम में खेल की आधारभूत संरचनाओं के साथ उपलब्ध होंगी स्तरीय खेल प्रशिक्षक की सुविधाएं        पटना, बिहार सरकार राज्य में व्विभिन्न खेलों से जुड़े खिलाड़ियों को तराशने का अभियान शुरू कर दिया है। खिलाड़ियों की क्षमतावर्द्धन और उनकी प्रतिभा को निखारने के लिए राज्य के हर ग्राम पंचायत से लेकर नगर पंचायतों में खेल क्लबों के गठन की प्रक्रिया लगभग हो चुकी है। इसके साथ ही, प्रखंडस्तर पर आउटडोर स्टेडियम का निर्माणकार्य भी तेजी से चल रहा है। इन स्टेडियमों में एथलेटिक्स, फुटबॉल, कबड्डी, वॉलीबॉल, हॉकी समेत कई अन्य खेलों के न केवल आयोजन की बल्कि इन खेलों से जुड़े खिलाड़ियों को निखारने की सभी सुविधाएं शामिल हैं। इन क्लबों और स्टेडियमों में होने वाली खेल गतिविधियों में 14 से 45 वर्ष आयुवर्ग के खिलाड़ियों को शामिल किया जा रहा है। इन सभी ग्रामीण स्टेडियमों में विभिन्न खेलों के लिए न सिर्फ बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होंगी बल्कि विभिन्न खेलों से जुड़े प्रशिक्षकों को बी यहाँ तैनात किया जा रहा है। ताकि खिलाड़ियों की प्रतिभा को तराशा जा सके। खेल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार राज्य के सभी 38 जिलों के कुल 8053 ग्राम पंचायतों में से 7467 ग्राम पंचायतों में खेल क्लबों के गठन के लिए चुनाव सम्पन्न करा लिए गए हैं। जबकि शेष 586 ग्राम पंचायतों में क्लब के गठन के लिए चुनाव प्रक्रिया शीघ्र ही सम्पन्न कर ली जाएगी। इसी तरह, राज्य के कुल 154 नगर पंचायतों में से 140 नगर पंचायतों में भी क्लबों के गठन के लिए चुनाव सम्पन्न हो चुका है। शेष 14 नगर पंचायतों में भी यह अपने अंतिम चरण में है। विगत बुधवार को खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव बी राजेंदर ने विभाग की समीक्षा बैठक में अपने विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि शेष बचे सभी ग्राम व नगर पंचायतों के खेल क्लब के पदधारकों के चुनाव व चयन का कार्य पूर्ण कर उन पंचायतों को चिन्हित किया जाए, जहां क्लबों के पदाधिरियों के पद  रिक्त हैं। उन्होंने इसकी सूची विभाग को अविलंब उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इस बैठक में खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री राजेंदर ने राज्य के सभी 534 प्रखंडों में बन रहे आउटडोर स्टेडियम के निर्माण की भी समीक्षा की। जिसमें पाया गया कि राज्य के 534 में से 257 प्रखंडों में स्टेडियम का निर्माणकार्य पूर्ण कर लिया गया है।    जबकि 46 प्रखंडों में स्टेडियम का निर्माण कार्य प्रगति पर है। उन्होंने समीक्षा बैठक में पाया कि २९ प्रखंडों में स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जा सका है। जबकि दस प्रखंड स्तरीय स्टेडियम का निर्माण कार्य फिलहाल अपूर्ण है। उन्होंने ऐसे अधूरे व अनिर्मित स्टेडियम का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने के लिए बिहार राज्य भवन निर्माण निगम और संबंधित जिलों के जिलाधिकारियों निर्माण कार्य शीघ्र शुरू करने का निर्देश दिया है।

अब दूसरे राज्यों में भी नहीं बच पाएंगे बिहार के गुनेहगार! STF ने दबोचे 64 कुख्यात

अब किसी कोने में नहीं छिप पाएंगे अपराधी, बिहार पुलिस का ऑपरेशन जारी पटना,  बिहार में अपराध करके दूसरे राज्यों में छिपने वाले अपराधियों के दिन अब लद गए हैं। इस साल जनवरी से अब तक पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने देशभर के कई राज्यों से 64 कुख्यात और इनामी अपराधियों को दबोचा है। सबसे ज्यादा 14 अपराधी दिल्ली से पकड़े गए, जबकि पश्चिम बंगाल से 9 की गिरफ्तारी हुई है। यहां से दबोचे गए 64 कुख्‍यात एडीजी (अभियान एवं मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने बताया कि भगोड़े अपराधियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। संगठित आपराधिक गिरोहों का सफाया STF की प्राथमिकता है। उन्होंने खुलासा किया कि दिल्ली और पश्चिम बंगाल के बाद उत्तर प्रदेश और गुजरात 7-7 अपराधी, झारखंड से 6, हरियाणा से 5, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश से 4-4, हिमाचल और पंजाब से 2-2 समेत राजस्थान, गोवा, उड़ीसा, उत्तराखंड, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर और मणिपुर से भी अपराधियों को पकड़ा गया है। नक्‍सल पड़े कमजोर, अपराधियों पर फोकस एडीजी मुख्‍यालय कुंदन कृष्णन ने बताया कि बिहार में नक्सली हिंसा अब कमजोर पड़ चुकी है। जिसके बाद STF का फोकस अपराधी गिरोहों और उनकी सप्लाई चेन तोड़ने पर है। यही वजह है कि इस साल अब तक 857 अपराधी गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 752 था। बताते चलें 2024 में 44 नक्सली गिरफ्तारी हुई। ज‍बकि इस साल अब तक 101 नक्सली पकड़े जा चुके हैं। इनामी बदमाशों की गिरफ्तारियां STF ने कई बड़े इनामी अपराधियों को दबोचा है। एडीजी मुख्‍यालय और अभियान ने बताया कि इनामी बदमाशों की लिस्‍ट में बुटन चौधरी, 2 लाख का इनामी बदमाश था। जिसे महाराष्ट्र के उदवंतनगर से 18 अगस्त को गिरफ्तार किया गया। दिल्‍ली से सुबोध सिंह को दबोचा गया। यह इंटर-स्टेट सोना लुटेरा था। जिसे 5 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। विकास उर्फ जॉन राइट भी इनामी बदमाश था। इस पर 2 लाख का इनामी घोषित था। जिसे दिल्‍ली से गिरफ्तार किया गया। वहीं, 1 लाख के इनामी नक्सली राजेश यादव को महाराष्ट्र से पकड़ा गया और मनीष नाम के 50 हजारी अपराधी को दिल्ली के पहाड़गंज से दबोचा गया। मनीष सीवान-गोपालगंज का नामी बदमाश था। ऑपरेशन में जवानों को मिली सर्वोच्‍च गति एडीजी कृष्णन ने बताया कि अपराधियों को पकड़ने के ऑपरेशन में STF के कई जवानों ने जान गंवाई है। गुजरात के सूरत में ऑपरेशन के दौरान हुए हादसे में दारोगा मुकुंद मुरारी, जेसी विकास कुमार, जेसी जीवधारी कुमार, दारोगा संतोष कुमार और मिथिलेस पासवान की मौत हो गई थी। जिन्‍होंने पुलिस सेवा के दौरान सर्वोच्‍च गति प्राप्‍त की।

4.25 करोड़ पौधे और 4,500 महिलाएं जुड़ीं रेशम से, गांव की अर्थव्यवस्था को मिला नया आधार

पटना, बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार का ‘जीविका दीदियों’ का ये विजन आज सुपर हिट साबित हो रहा है। वो न केवल बिहार के विकास में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, बल्कि आर्थिक, सामाजिक और वैचारिक विकास की नई कहानी लिख रही है। उनकी भूमिका अब हर क्षेत्र में नजर आ रही है। उन्‍होंने वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन के क्षेत्र में भी महत्‍वपूर्ण रोल अदा किया है। आज जीविका दीदियों की 60,000 से ज्यादा सक्रीय ग्राम संगठन हैं। 4.25 करोड़ लगाए पेड़ जीविका गांव की महिलाओं के लिए केवल आजीविका के नए रास्ते खोल नहीं रही हैं, बल्कि वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग और मनरेगा का भी सहयोग कर रहीं हैं। जिसका नतीजा है कि अब तक 987 पौधशालाएं तैयार की गई हैं। जिसके जरिए 4.25 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं। महिलाओं को मिल रही अलग पहचान यही नहीं, मुख्यमंत्री कोशी मलवरी परियोजना के तहत 4,500 महिलाओं को मलबरी की खेती और रेशम कीट पालन से जोड़ा गया है। इससे हजारों परिवारों को स्थायी आय का नया जरिया मिला है। जो महिलाओं को आत्‍मनिर्भर तो बना ही रहा है, उन्‍हें समाज में अलग पहचान भी दिला रहा है। सोलर लैंप बना रहीं दीदियां जीविका की सक्रीय महिला समूह की महिलाएं आज सोलर लैंप बनाने का भी काम कर रही हैं। जिसे नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के सहयोग से किया जा रहा है। बिहार सरकार के आंकड़ों के मुताबिक इस काम में 372 महिलाएं लगी हुई हैं। जिन्‍हें रोजगार तो मिल ही रहा है, गांव भी रोशन हो रहे हैं। आज इन महिलाओं के पहचान एक उद्यमी के रूप में भी बन रही है। गया जिले की जे-डब्लूआईआरईएस कंपनी भी इस काम को गति दे रही है। 33 जिलों के सामुदायिक पुस्‍तकालयों में दबदबा  इसके अलावा शिक्षा के क्षेत्र में भी पहल हो रही है। बिहार के 33 जिलों के 110 प्रखंडों में सामुदायिक पुस्तकालय सह कैरियर विकास केंद्र स्थापित किए गए हैं। जहां ग्रामीण बच्चों को पढ़ाई और करियर मार्गदर्शन मिल रहा है। आर्थिक आत्मनिर्भरता से लेकर सामाजिक बदलाव तक, जीविका महिलाओं की यह यात्रा बिहार के गांवों को नई पहचान दिला रही है।

नीतीश कुमार ने जताया शोक: पटना हादसे में 8 की मौत, घायलों की हालत नाज़ुक

 पटना पटना के बाहरी इलाके में शनिवार को एक मिनी वैन और ट्रक की आमने-सामने की टक्कर में आठ लोगों की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना जिले के शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के सिगरियामा में ट्रक और ऑटो रिक्शा में हुई टक्कर में आठ लोगों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। 'यह घटना काफी दु:खद' नीतीश कुमार ने कहा कि यह घटना काफी दु:खद है। सभी मृतक नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के मलामा गांव के निवासी थे। मुख्यमंत्री ने इस दुर्घटना में घायल लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों को दु:ख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है। बता दें कि यह दुर्घटना दनियावां- हिलसा सड़क मार्ग पर तब हुई, जब एक ऑटो और हाइवा वाहन की आमने- सामने की टक्कर हो गई। सभी आठ मृतक नालंदा जिले के हिलसा थाना क्षेत्र के रेडी मालामा गांव के निवासी थे। वे फतुहा त्रिवेणी में गंगा स्नान के लिये जा रहे थे। सुबह करीब पौने सात बजे दनियावां पहुंचते ही तेज रफ्तार हाइवा से ऑटो की सीधी भिड़ंत हो गई, जिससे ऑटो में सवार आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना में घायल पांच लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (PMCH) भेजा गया है।  

भारत से भिड़ंत को तैयार मलेशिया की पुरुष हॉकी टीम, कप्तान ने जताई बड़ी चुनौती

राजगीर मलेशिया की पुरुष हॉकी टीम आज सुबह प्रतिष्ठित हीरो एशिया कप 2025 में भाग लेने के लिए बिहार के शहर राजगीर पहुंची। पिछली बार जकार्ता में हुए फाइनल में मलेशिया को कोरिया के हाथों 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार कप्तान ने साफ कहा कि टीम जीतने के इरादे से आई है। "टीम जीतने के इरादे से आई" मलेशिया की पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मरहान जलील ने कहा कि प्रतियोगिता के प्रबल दावेदारों में एक भारत को हराना उनके लिए बड़ी चुनौती है। पिछली बार इस प्रतियोगिता के फाइनल में जकार्ता में अपने गृह मैदान पर मलेशिया को कोरिया के हाथों 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार कप्तान ने साफ कहा कि टीम जीतने के इरादे से आई है। कप्तान जलील ने कहा कि ‘‘राजगीर आकर बेहद उत्साहित हूं। हमारी तैयारी अच्छी रही हैं और एक शानदार टूर्नामेंट की उम्मीद से मैदान में उतर रहे हैं। मेज़बान भारत को हराना आसान नहीं होगा क्योंकि उन्होंने प्रो लीग में कई शीर्ष टीमों के साथ खेला है और उनके पास बेहतरीन अनुभव और अंतरराष्ट्रीय हॉकी का एक्सपोज़र है।'' "हमारी कोशिश पहले सुपर 4 में पहुंचने की होगी" कप्तान जलील ने कहा कि मौजूदा चैंपियन कोरिया भी इस टूर्नामेंट में देखने योग्य टीम होगी। इस साल मलेशिया की टीम उनके खिलाफ खेल चुकी हैं और वे बेहद फिट तथा तेज नज़र आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश पहले सुपर 4 में पहुंचने की होगी। टीम के मुख्य कोच सरजीत कुंदन ने गर्मजोशी भरे स्वागत पर खुशी जताते हुए कहा, “सबसे पहले तो हम इस शानदार स्वागत के लिए आभारी हैं। हमें खुशी है कि हम समय से पहले यहां पहुंचे और कुछ वॉर्म-अप मैच भी खेल पाएंगे। हम एक युवा टीम हैं और हमारा लक्ष्य 2028 ओलंपिक और अगले साल के एशियाई खेलों की तैयारी करना है। हाल ही में हमने ऑस्ट्रेलिया और कोरिया का दौरा किया और अब सुल्तान अजलान शाह टूर्नामेंट भी खेलना है। यहां हमारा मकसद अच्छा खेलना है। हम इस प्रतियोगिता में दूसरी वरीयता प्राप्त टीम हैं और उम्मीद है कि पदक जीतेंगे।” बता दें कि राजगीर में 12वां एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट 29 अगस्त से शुरू हो रहा है। मलेशिया 29 अगस्त को टूर्नामेंट का उद्घाटन मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेलेगी। मलेशिया पूल-बी में कोरिया, बांग्लादेश और चीनी ताइपे के साथ है, जबकि पूल-ए में भारत, जापान, चीन और कज़ाख़स्तान शामिल हैं। मैचों का सीधा प्रसारण सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क पर होगा।  

इंजीनियर या घूसखोर? नोटों की राख ने खोली धनकुबेर की पोल

पटना आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की छापेमारी ने ग्रामीण कार्य विभाग के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर विनोद कुमार राय की संपत्ति के बारे में जानकर हर कोई हैरान है. इनके पास 100 करोड़ की संपत्ति का अनुमान लगाया जा रहा है. खास बात यह कि इन्होंने रातभर नोट जलाने की कोशिश की थी और उनकी पत्नी बबली राय पर भी सबूत नष्ट करने का आरोप है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) अब इस मामले में जांच शुरू करने जा रहा है. जानकारी के अनुसार, छापेमारी के दौरान विनोद राय की पत्नी बबली राय ने नोट जलाकर सबूत नष्ट करने की कोशिश की जिससे घर की नालियां तक जाम हो गईं. बताया रहा है कि बबली राय ने रातभर 2-3 करोड़ रुपये जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की थी. बबली के नाम पर भी कई संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं. अब EOU ने उनके खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और सबूत नष्ट करने का मामला दर्ज किया है. पटना के पुनपुन में आर्थिक अपराध इकाई ने विनोद कुमार राय के आवास पर छापेमारी की तो हैरान करने वाले खुलासे हुए. ईओयू की रेड में 40 लाख नकद, 20 लाख के जले नोट, 10 लाख के जेवर, 6 लाख की लक्जरी घड़ियां और करोड़ों की जमीन के दस्तावेज बरामद हुए. EOU के अनुसार, राय ने रातभर 2-3 करोड़ रुपये जलाकर सबूत मिटाने की कोशिश की गई थी, लेकिन कई दस्तावेज और नकदी बच गए. बता दें कि यह कार्रवाई बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ EOU की बड़ी मुहिम का हिस्सा है. EOU के सूत्रों के मुताबिक, बबली की भूमिका की गहन जांच होगी और ED इस मामले में उनकी संपत्तियों की भी पड़ताल कर सकता है. मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका और ED की एंट्री EOU की कार्रवाई के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में दिलचस्पी दिखाते हुए EOU से संपर्क कर पूरे मामले की जानकारी ली और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू करने की तैयारी कर रहा है. राय के पास 15 बैंक खातों, 18 जमीन के डीड, बीमा पॉलिसी और अन्य निवेश के दस्तावेज मिले हैं जो उनकी आय से कहीं अधिक हैं. प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, उनकी कुल संपत्ति 100 करोड़ रुपये के आसपास हो सकती है. विनोद राय इंजीनियर है या धनकुबेर? विनोद राय, जो मधुबनी और सीतामढ़ी में ग्रामीण कार्य विभाग के प्रभारी हैं और अब वह सवालों के घेरे में हैं. EOU की जांच में सामने आया कि उनकी संपत्ति उनकी सरकारी आय से मेल नहीं खाती. विनोद राय पर भ्रष्टाचार और काले धन को छिपाने के आरोप हैं. इस बीच जले नोटों की जांच के लिए फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की मदद ली जा रही है. इस मामले ने बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरूरत को फिर से बताया है. कौन है घूसखोर धनकुबेर विनोद राय? विनोद कुमार राय एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं. इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल करने के बाद उन्होंने बिहार के ग्रामीण कार्य विभाग में अपनी सेवाएं शुरू कीं. शुरूआती करियर में उनकी मेहनत और तकनीकी दक्षता की तारीफ होती थी. मधुबनी और सीतामढ़ी में सड़क निर्माण और बुनियादी ढांचे के प्रोजेक्ट्स में उनकी भूमिका अहम रही. लेकिन, समय के साथ उनकी जीवनशैली में बदलाव ने सहकर्मियों का ध्यान खींचा. चार मंजिला आलीशान घर और लक्जरी गाड़ियां उनकी आय से मेल नहीं खाती थीं. ईओयू की रेड में बबली राय के नाम पर कई संपत्तियां और बैंक खाते मिले हैं. छापेमारी के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने की बात सामने आई और वे कस्टडी में अस्पताल में भर्ती हैं. मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए ईडी की तैयारी आर्थिक अपराध इकाई की कार्रवाई में मिले 15 बैंक खातों, बीमा पॉलिसियों और निवेश के दस्तावेजों ने मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका को बल दिया है. ED अब राय की संपत्तियों के स्रोत की जांच कर रहा है.बता दें कि यह बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ EOU की तीसरी बड़ी कार्रवाई थी, जिसने सरकारी महकमों में हड़कंप मचा दिया. राय की गिरफ्तारी और FSL की फॉरेंसिक जांच से और खुलासे की उम्मीद है. सिस्टम की खामियां और भ्रष्टाचार की जड़ें विनोद राय का मामला बिहार में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ों को जाहिर कर रहा है. ग्रामीण कार्य विभाग में सड़क और पुल निर्माण के टेंडरों में कमीशनखोरी आम बात है. विनोद राय पर आरोप है कि उन्होंने ठेकेदारों से मोटी रिश्वत लेकर संपत्ति अर्जित की. इनके भ्रष्टाचार की कहानी बिहार के उन अधिकारियों की करतूत को भी जाहिर करती है जो सरकारी सिस्टम का दुरुपयोग कर धनकुबेर बन गए. यह मामला नीतीश सरकार के भ्रष्टाचार विरोधी रुख को भी कठघरे में लाता है.

मौसम विभाग का अलर्ट: झारखंड के इन जिलों में होगी भारी बारिश

रांची झारखंड में मानसून लगातार सक्रिय देखने को मिल रहा है। राज्य में लगातार हो रही भारी बारिश ने कहर बरपाया हुआ है। बारिश ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य के लिए अगले 48 घंटे काफी भारी होने वाले हैं। मौसम विभाग ने रांची, बोकारो, धनबाद, हजारीबाग, गिरिडीह, कोडरमा, चतरा, रामगढ़, जमशेदपुर, सरायकेला-खरसावां, पश्चिम सिंहभूम, लोहरदगा, गुमला और सिमडेगा जिलों में अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के मुताबिक  रांची, बोकारो, धनबाद, हजारीबाग, गिरिडीह, कोडरमा, चतरा, रामगढ़, जमशेदपुर, सरायकेला-खरसावां, पश्चिम सिंहभूम, लोहरदगा, गुमला और सिमडेगा जिलों में तेज गर्जन-तड़क के साथ भारी बारिश हो सकती है। वहीं, मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट को देखते हुए प्रशासन ने लोगों से घरों से बाहर निकलते समय सतर्क रहने, खुले मैदान और पेड़ों के नीचे खड़े न होने की अपील की है ताकि कोई बड़ी अनहोनी से बचा जा सके।  

झमाझम बारिश बनी काल: मकान गिरने से मां-बेटे की गई जान, कई घायल

सरायकेला झारखंड के सरायकेला में एक बड़ा हादसा हो गया है। यहां मिट्टी से बना एक कच्चा मकान अचानक भरभराकर गिर पड़ा जिसमें मां-बेटे की मौत हो गई है जबकि परिवार के 8 लोग घायल हो गए हैं। मामला जिले के राजनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत डांडू गांव का है। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश से कच्चे मकान कमजोर हो गए हैं जिस वजह से घर ढह गया। घर के भीतर मौजूद पूरे परिवार और आए मेहमान सहित 10 लोग मलबे में दब गए। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के साथ मिट्टी हटाकर दबे लोगों को बाहर निकाला। सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया जहां 7 लोगों को बेहतर इलाज के लिए एमजीएम रेफर कर दिया गया। हादसे में मां-बेटे की मौत हो गई है जबकि 8 घायलों का इलाज जारी है। घायलों में संतोष लोहार (35 वर्ष) मकान मालिक, पत्नी भानु लोहार (32 वर्ष), बेटी प्रतिमा लोहार (19 वर्ष), बेटा सपन लोहार (14 वर्ष), बेटी संध्या लोहार (12 वर्ष), छोटा बेटा शिवम लोहार (4 वर्ष) इसके अलावा संतोष की बहन शांति (27 वर्ष), जो राजनगर के खोखरो गांव की निवासी हैं, अपने मायके आई हुई थीं। वह अपनी बेटी पूनम (12 वर्ष) और बेटे प्रवीण (7 वर्ष) के साथ घर में मौजूद थीं। वहीं संतोष का साला लक्ष्मण बिनधनी (27 वर्ष) शामिल है।