samacharsecretary.com

दिल्ली की छठ पूजा में पहली बार प्रधानमंत्री, PM मोदी करेंगे वासुदेव घाट पर श्रद्धा-सम्मान

नई दिल्ली
दिल्ली में इस बार छठ महापर्व का आयोजन पहले से कहीं अधिक भव्य और सुव्यवस्थित होने जा रहा है। राजधानी के यमुना किनारे स्थित घाटों पर दिल्ली सरकार ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए विशेष इंतजाम किए हैं। जहां पिछले वर्षों में भीड़ और अव्यवस्था के कारण भक्तों को पूजा-अर्चना में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था, वहीं इस बार सरकार ने घाटों की संख्या के साथ-साथ उनकी चौड़ाई भी बढ़ा दी है, ताकि श्रद्धालुओं को सुगमता और सुरक्षा दोनों मिल सके।

पिछले साल तक जहां सुरक्षा व प्रतिबंध के चलते यमुना नदी के पास बांस-बल्ली लगाकर श्रद्धालुओं की पहुंच सीमित कर दी जाती थी, वहीं इस बार दिल्ली सरकार ने नदी के दोनों किनारों पर अलग-अलग घाट बनवाए हैं। इन घाटों पर प्रकाश व्यवस्था, साफ-सफाई, सुरक्षा और जल स्तर की निगरानी के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। एनडीआरएफ की टीमें भी तैनात रहेंगी ताकि किसी आपात स्थिति में तुरंत राहत मिल सके। विशेष बात यह है कि इस बार यमुना का पानी भी अपेक्षाकृत साफ दिखाई दे रहा है, जिससे श्रद्धालुओं में खास उत्साह देखा जा रहा है।

वासुदेव घाट पूजा करने जाएंगे पीएम मोदी
छठ पर्व को लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी हलचल तेज है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 अक्टूबर को वासुदेव घाट पर पहुंचकर पूजा-अर्चना करेंगे। यह दिल्ली में पहला मौका होगा जब कोई प्रधानमंत्री छठ पूजा में शामिल होंगे। जिसे लेकर दिल्ली पुलिस, जिला प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने कमर कस ली है। प्रधानमंत्री के आगमन से पहले घाट की सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली नगर निगम की टीमों ने घाट के आसपास से आवारा कुत्तों को हटाने का कार्य भी पूरा कर लिया है, ताकि किसी भी तरह की असुविधा न हो।

तीन घंटे तक वासुदेव घाट पर सीएम रेखा गुप्ता ने लिया जायजा
इस बीच, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को वासुदेव घाट का दौरा किया और करीब तीन घंटे तक सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने एमसीडी, पीडब्ल्यूडी, दिल्ली पुलिस और जिला प्रशासन के अधिकारियों को सर्वोत्तम सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने घाट पर उपस्थित श्रद्धालुओं और महिलाओं से बातचीत कर उनकी आवश्यकताओं को समझा और कहा कि छठ पर्व आस्था और स्वच्छता का प्रतीक है, सरकार चाहती है कि हर भक्त श्रद्धा और सुरक्षा के साथ पूजा कर सके। छठ महापर्व को लेकर दिल्ली सरकार ने राजधानी के विभिन्न घाटों पर तैयारियां तेज कर दी हैं। लोक निर्माण, जल एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश वर्मा ने रविवार को मटीयाला, नजफगढ़, विकासपुरी, नांगलोई, नरेला और पल्ला घाट सहित कई स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने नौका से यमुना तट के घाटों का भी जायजा लिया और अधिकारियों को निर्देश दिया कि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

मंत्री ने सफाई, प्रकाश, जल गुणवत्ता और सुरक्षा की व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि छठ केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि आस्था, अनुशासन और प्रकृति का संगम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार स्वच्छ और सुरक्षित पर्व सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने दिल्लीवासियों को छठ की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व हर घर में पवित्रता, समृद्धि और खुशहाली लाए।

 

Leave a Comment

हम भारत के लोग
"हम भारत के लोग" यह वाक्यांश भारत के संविधान की प्रस्तावना का पहला वाक्य है, जो यह दर्शाता है कि संविधान भारत के लोगों द्वारा बनाया गया है और उनकी शक्ति का स्रोत है. यह वाक्यांश भारत की संप्रभुता, लोकतंत्र और लोगों की भूमिका को उजागर करता है.
Click Here
जिम्मेदार कौन
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 3 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here