samacharsecretary.com

मेट्रो में सफर अब महंगा! जानें नए किराए और बढ़ोतरी का पूरा हाल

इंदौर
शहरवासी पिछले साढ़े तीन माह से सुपर कारिडोर पर मेट्रो (Indore Metro) में सफर का आनंद ले रहे है। अब मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या भी कम हो गई है। शुक्रवार को मेट्रो में महज 144 यात्रियों ने सफर किया है। हालात यह है कि सामान्य दिनों में जहां 150 से 400 यात्री मेट्रो में सफर कर रहे है। वही वीकेंड पर यात्रियों की संख्या 700 तक सीमित रह रही है।

मेट्रो के संचालन के समय में बदलाव
यात्रियों की कम संख्या और देखते हुए मेट्रो प्रबंधन द्वारा 22 सितंबर से मेट्रो के संचालन के समय में बदलाव किया गया है। अभी सुपर कारिडोर पर जहां दोपरह एक से शाम सात बजे तक प्रत्येक घंटे में यात्री मेट्रो में सफर कर पाते थे। वही अब दोपहर तीन से शाम सात बजे के बीच भी यात्री मेट्रो में सफर कर पाएंगे। जानकारों के मुताबिक मेट्रो प्रबंधन द्वारा गांधी नगर स्टेशन से एमआर-10 व आगामी दिनों में रेडिसन चौराहे तक मेट्रो का ट्रायल रन किया जाना है। इस वजह से भी मेट्रो के टाइम टेबल में बदलाव किया गया है ताकि मेट्रो के ट्रायल रन के लिए रूट खाली मिल सके।

किराए में मिल रही छूट खत्म
31 मई को सुपर कारिडोर पर मेट्रो में यात्रियों के सफर की शुरुआत हुई थी। मेट्रो प्रबंधन द्वारा शुरुआती पहले सप्ताह तक यात्रियों को निशुल्क यात्रा मौका दिया गया था। इसके बाद किराए में दूसरे सप्ताह 75 फीसदी, तीसरे सप्ताह 50 फीसदी और चौथे सप्ताह से 21 सितंबर तक 25 फीसद छूट दी जा रही है। 22 सितंबर में मेट्रो द्वारा किराए में दी रही छूट खत्म हो जाएगी।

22 सितंबर से मेट्रो का यह रहेगा समय व किराया
दोपहर 3 से शाम 7 बजे तक सोमवार से शनिवार : हर एक घंटे में एक ट्रेन रविवार : हर आधे घंटे में एक ट्रेन

किराए में यह रहेगा बदलाव
1 से 2 स्टेशन : अभी 15 रुपये : अब देना होंगे 20 रुपये
3 से 5 स्टेशन : पहले 23 रुपये : अब देना होंगे 30 रुपये

साढ़े तीन माह में 2 लाख 45 हजार यात्रियों ने किया सफर
जून : 2,09,335 यात्री
जुलाई : 21009 यात्री
अगस्त : 12021 यात्री
1 से 19 सितंबर तक : 3568 यात्री
कुल : 2,45,933 यात्री

Leave a Comment

हम भारत के लोग
"हम भारत के लोग" यह वाक्यांश भारत के संविधान की प्रस्तावना का पहला वाक्य है, जो यह दर्शाता है कि संविधान भारत के लोगों द्वारा बनाया गया है और उनकी शक्ति का स्रोत है. यह वाक्यांश भारत की संप्रभुता, लोकतंत्र और लोगों की भूमिका को उजागर करता है.
Click Here
जिम्मेदार कौन
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 3 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here