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सीडी कांड में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष पर बढ़ा दबाव, इनेलो के आरोपों के बाद चार्जशीट पेश

चंडीगढ़ हरियाणा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो गुरुग्राम ने नारनौल अदालत में चार्जशीट दाखिल की है।  टीम ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश हर्षाली चौधरी की अदालत में चार्जशीट दाखिल की है। मामला वर्ष 2014 का है जब राव कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे। उस समय आरोप लगा था कि पलवल क्षेत्र में 30 एकड़ जमीन की सीएलयू (चेंज ऑफ लैंड यूज) मंजूरी के लिए 30 से 50 करोड़ रुपये की डिमांड की गई थी। इस मामले में रुपये की डिमांड का एक स्टिंग ऑपरेशन धर्मेंद्र नामक व्यक्ति ने किया था, जिसकी सीडी बाद में जांच का हिस्सा बनी।  मामले की शिकायत लोकायुक्त हरियाणा को दी गई थी। लोकायुक्त की रिपोर्ट के आधार पर राज्य के तत्कालीन मुख्य सचिव ने मामले को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को सौंप दिया था। इसके बाद 29 जनवरी 2016 को एसीबी गुरुग्राम थाना में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 और 13(1)(डी) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। जांच पूरी होने के बाद अब 23 अक्तूबर 2025 को एसीबी ने अदालत में चार्जशीट दाखिल की है। बता दें कि राव नरेंद्र सिंह को हाल ही में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था। अब जिला के साथ साथ प्रदेश की राजनीति में भी चर्चा शुरू हो गई है।

हुड्डा-राव नरेंद्र के कदम पीछे, कांग्रेस पदयात्रा से अलग होकर दिया पहला संकेत

 चंडीगढ़ हरियाणा कांग्रेस में भूपिंदर सिंह हुड्डा को नेता विपक्ष बनाया गया है। इसके अलावा प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर उनके ही करीबी राव नरेंद्र सिंह को जिम्मेदारी मिली है। इसके बाद भी पार्टी में उनकी पकड़ कमजोर ही दिख रही है। वजह यह है कि पूर्व सांसद और पार्टी नेता बृजेंद्र सिंह ने 'सद्भाव यात्रा' की शुरुआत की है। उन्होंने जींद जिले के दनोडा गांव से यात्रा की शुरुआत की। इसमें राजस्थान से पार्टी सांसद राहुल कस्वां मौजूद थे तो वहीं बृजेंद्र के पिता और पूर्व मंत्री बिजेंद्र सिंह भी थे। इस कार्यक्रम में कई स्थानीय कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी रही तो कैथल से विधायक आदित्य सुरजेवाला भी पहुंचे। दिलचस्प बात यह है कि इस आयोजन में पहुंचने वाले नेताओं से ज्यादा चर्चा दूरी बनाने वालों की रही। इनमें नेता विपक्ष भूपिंदर सिंह हुड्डा शामिल हैं और प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह भी अलग रहे। इसके चलते यह भी कयास लग रहे हैं कि क्या यह भूपिंदर सिंह हुड्डा खेमे को नेता विपक्ष और अध्यक्ष पद पर ताजपेशी के बाद मिली पहली चुनौती है। कांग्रेस के कुछ नेताओं ने तो इस यात्रा को पार्टी से अलग बताया है और कहा कि यह बृजेंद्र सिंह की निजी यात्रा है। ऐसे लोगों में हिसार से सांसद जय प्रकाश भी शामिल हैं। कांग्रेस की विदेश मामलों की समिति के वाइस चेयरमैन बृजेंद्र सिंह का कहना है कि उनकी यात्रा सद्भाव के लिए है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि राज्य में सभी वर्गों के बीच सद्भाव बना रहे। इसीलिए यह यात्रा निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए समाज का बंटवारा किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की विभाजनकारी राजनीति ने हरियाणा में जाति, क्षेत्र और संप्रदाय के विवादों को बढ़ावा दिया है। उन्होंने कहा कि हमारा पहला उद्देश्य यही है कि हरियाणवी समाज में भाईचारे को बढ़ावा दिया जाए। उन्होंने कहा कि 2024 के विधानसभा चुनाव के बाद अद्भुत शांति है। ऐसा इसलिए क्योंकि नतीजे चौंकाने वाले थे। लेकिन हमने यह यात्रा इसलिए प्लान की है ताकि अप्रत्याशित चुप्पी तोड़ी जा सके। कार्यकर्ताओं को नाउम्मीदी के दौर से निकाला जाए। पूर्व सांसद ने कहा कि हम राज्य के ज्यादातर हिस्सों और समाज के वर्गों को इस यात्रा के जरिए कवर करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमेशा बांटो और राज करो की नीति अपनाई है। हुड्डा समेत कई नेताओं के यात्रा की लॉन्चिंग पर ना पहुंचने को लेकर बृजेंद्र सिंह ने कहा कि हाईकमान के आशीर्वाद से यह यात्रा शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि अन्य नेता भी आगे चलकर इस यात्रा का हिस्सा बनेंगे।