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त्योहारों की चमक से गुलजार जयपुर, खरीदारी के लिए ये हैं सबसे शुभ समय

जयपुर इस बार धनतेरस पर 2 दिन तक खरीदारी करने का मौका है। पंचांग के अनुसार, इस साल धनतेरस कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को पड़ रही है। त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर शनिवार को दोपहर 12:18 बजे से शुरू होकर 19 अक्टूबर रविवार को दोपहर 01:51 बजे तक रहेगी। हालांकि, प्रदोष काल जो सूर्यास्त के बाद शुरू होता है, 19 अक्टूबर को त्रयोदशी तिथि में नहीं आता। इसी कारण माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा 19 अक्टूबर की शाम को ही की जाती है। जयपुर में धनतेरस की शाम खास होती है। इस दिन माता लक्ष्मी और कुबेर पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 07:16 बजे से लेकर रात 08:20 बजे तक है। इस समय में जयपुर के प्रमुख बाजारों में खरीदारी की रौनक देखने को मिलती है। बाजारों में दीपों की रोशनी, सजावट और ग्राहकों की भीड़ त्योहार की खुशियाँ बढ़ा देती है। धनतेरस पर सोना-चांदी, घरेलू सामान और इलेक्ट्रॉनिक्स की खरीदारी के लिए अलग-अलग बाजार तय हैं। सभी बाजारों में त्योहार की तैयारियां जोरों से की जा रही है। खरीदारों की जबरदस्त भीड़ नजर आ रही है। इसे देखते हुए शहर में अगले 5 दिन तक के लिए ट्रैफिक डायवर्जन और अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं। जयपुर सराफा बाजार में धनतेरस के असर पर शगुन के तौर पर सोने और चांदी की खरीद की जाती है। इसमें सराफा कमेटी की तरफ से चांदी के सिक्के और नोट जारी किए जाते हैं। हालांकि इस बार सोने और चांदी की आसमान छूती कीमतों के चलते बाजार पर असर देखने को मिल रहा है। सराफा कारोबारियों का कहना है कि इस बार सोने और चांदी की बढ़ी कीमतों के चलते खरीदारी कम देखने को मिल रही है। आने वाले समय में शादियों का सीजन है इसलिए जिसे जरूरत है वहीं बाजार में खरीदारी के लिए आ रहे हैं।

धनतेरस 2025: सोना-चांदी के अलावा कौन-कौन सी चीज़ें लाती हैं खुशहाली?

दिवाली के महापर्व की शुरुआत धनतेरस से होती है. इस दिन खरीदारी का विशेष महत्व है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे. यही कारण है कि इस दिन बर्तन और धातु की चीजें खरीदना बेहद शुभ माना जाता है. आमतौर पर लोग इस दिन सोना और चांदी खरीदना शुभ मानते हैं, लेकिन अगर आप सोना-चांदी नहीं खरीद पा रहे हैं, तो घबराएं नहीं. ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ अन्य वस्तुएं भी हैं, जिन्हें धनतेरस के दिन खरीदना बहुत मंगलकारी होता है और यह आपके घर में सुख-समृद्धि लाती हैं. साल 2025 में कब है धनतेरस? द्रिक पंचांग के अनुसार, इस बार त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 18 अक्टूबर, शनिवार को दोपहर 12 बजकर 18 मिनट पर होगी और इसका समापन 19 अक्टूबर, रविवार को दोपहर 1 बजकर 51 मिनट पर होगा. हिंदू धर्म में उदयातिथि को विशेष महत्व दिया जाता है, इसलिए,धनतेरस का पर्व शनिवार, 18 अक्टूबर 2025 को मनाया जाएगा. सोना-चांदी के अलावा, धनतेरस पर ये चीज़ें खरीदना भी है शुभ! धनतेरस पर नए बर्तन खरीदना सबसे पुरानी और महत्वपूर्ण परंपरा है. यह दिन भगवान धन्वंतरि के अमृत कलश के साथ प्रकट होने का प्रतीक है, इसलिए बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है. पीतल: पीतल को भगवान धन्वंतरि की धातु माना जाता है. मान्यता है कि पीतल के बर्तन खरीदने से घर में आरोग्य, सौभाग्य और 13 गुना धन लाभ होता है. तांबा या कांसा: इन धातुओं के बर्तन खरीदना भी शुभ फलदायी होता है. झाड़ू धनतेरस के दिन झाड़ू खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. झाड़ू को मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. मान्यता है कि नया झाड़ू घर से दरिद्रता को दूर करता है और घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. इस झाड़ू को घर लाकर उसका उपयोग करने से पहले उसकी पूजा अवश्य करें. धनिया के बीज धनतेरस पर धनिया खरीदना और उसे मां लक्ष्मी को अर्पित करना शुभ माना जाता है. धनिया को धन का प्रतीक भी कहा जाता है. पूजा के बाद इन बीजों को अपनी तिजोरी या धन के स्थान पर रखने से बरकत आती है. लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति दिवाली की पूजा के लिए मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की नई मूर्ति धनतेरस के दिन खरीदना बेहद शुभ होता है. इन मूर्तियों को धनतेरस पर घर लाकर दिवाली के दिन विधि-विधान से पूजा करने पर धन-वैभव की प्राप्ति होती है और सभी बाधाएं दूर होती हैं. श्री यंत्र और कुबेर यंत्र अगर आप सोना-चांदी नहीं खरीद पा रहे हैं तो इस दिन श्रीयंत्र या कुबेर यंत्र खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. इन यंत्रों को घर या दुकान की तिजोरी में स्थापित करने से धन की देवी लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की कृपा बनी रहती है. गोमती चक्र गोमती चक्र को बहुत पवित्र और चमत्कारी माना जाता है. धनतेरस के दिन 11 गोमती चक्र खरीदकर उन्हें लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखने से धन की कमी दूर होती है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. कौड़ी पीली कौड़ी को मां लक्ष्मी से जुड़ा माना जाता है. धनतेरस के दिन कौड़ी खरीदकर लाएं और उन्हें हल्दी में रंग कर (अगर पहले से रंगी हुई न हो तो) दिवाली की रात पूजा करने के बाद अपनी तिजोरी में रखें. इससे घर में धन का प्रवाह बना रहता है. खरीदते समय इन बातों का रखें ध्यान     काले रंग की वस्तुएं: धनतेरस के दिन काले रंग की कोई भी वस्तु या वस्त्र खरीदने से बचें. इसे अशुभ माना जाता है.     लोहा: इस दिन लोहे से बनी नुकीली चीजें, जैसे कैंची या चाकू, खरीदने से बचना चाहिए.