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‘हमने उसे फिर से जिंदा कर दिया’ – ईरान ने इजरायल को दी खुली चुनौती, डिफेंस सिस्टम को लेकर बड़ा दावा

दुबई 
पिछले महीने 12 दिनों के ईरान-इजरायल संघर्ष के दौरान इजरायली सुरक्षा बलों के हमले में ईरान का एयर डिफेंस सिस्टम बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था। अब ईरान ने इजरायल को ललकारते हुए कहा है कि उसने एक महीने के अंदर अपनी वायु वायु रक्षा प्रणालियों को दुरुस्त कर लिया है। ईरान की डेफा प्रेस समाचार एजेंसी ने रविवार को सेना के नियमित संचालन उप प्रमुख महमूद मौसवी के हवाले से बताया है कि ईरान ने पिछले महीने इजरायल के साथ हुए संघर्ष के दौरान क्षतिग्रस्त हुई वायु रक्षा प्रणालियों को बदल दिया है।

जून में हुए संघर्ष के दौरान, इजरायली वायु सेना ने ईरान के हवाई क्षेत्र पर अपना दबदबा बनाते हुए ईरान की वायु रक्षा प्रणालियों को भारी नुकसान पहुँचाया था। जवाबी कार्रवाई करते हुए ईरानी सशस्त्र बलों ने भी इजरायली क्षेत्र पर लगातार मिसाइलों और ड्रोनों की बौछार की थी। ईरान के हमलों में भी इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली आयरन डोम को भी नुकसान पहुंचा था। इसी वजह से ईरान ने इजरायल के हाइफा और तेल अवीव में सैन्य अड्डों पर मिसाइलों और ड्रोनों से हमले किए थे।

घरेलू संसाधनों का इस्तेमाल कर किया ठीक
बहरहाल, मौसवी ने कहा, “हमारी कुछ वायु रक्षा प्रणालियाँ क्षतिग्रस्त हो गई थीं, यह ऐसी बात नहीं है जिसे हम छिपा सकें, लेकिन हमारे सहयोगियों ने घरेलू संसाधनों का उपयोग करके उन्हें पूर्व-निर्धारित प्रणालियों से बदल दिया है जिन्हें हवाई क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए उपयुक्त स्थानों पर रखा गया था।”

ईरान के पास रूस निर्मित एस-300 प्रणाली
युद्ध से पहले, ईरान के पास रूस निर्मित एस-300 प्रणाली के अलावा, स्वदेश निर्मित लंबी दूरी की वायु रक्षा प्रणाली बावर-373 भी थी। डेफा प्रेस की रिपोर्ट में पिछले हफ़्तों में ईरान को किसी भी विदेशी वायु रक्षा प्रणाली के आयात का ज़िक्र नहीं है। पिछले अक्टूबर में ईरानी मिसाइल कारखानों पर इज़रायल के सीमित हमलों के बाद, ईरान ने बाद में एक सैन्य अभ्यास में रूस निर्मित वायु रक्षा प्रणालियों का प्रदर्शन किया था ताकि यह दिखाया जा सके कि वह हमले से उबर चुका है।

 

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