samacharsecretary.com

वास्तु शास्त्र: सही दिशा में तुलसी लगाने से कभी नहीं होगी अन्न-धन की कमी

धार्मिक मान्यता के अनुसार, रोजाना तुलसी की पूजा-अर्चना करने से साधक को मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही घर में सुख-शांति का वास होता है। इस पौधे को साफ जगह और उत्तम दिशा में लगाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इस पौधे को सही दिशा में लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। अगर आप भी घर में मां लक्ष्मी का आगमन चाहते हैं, तो ऐसे में चलिए जानते हैं कि इस पौधे को किस दिशा में लगाने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।

इस दिशा में लगाएं तुलसी
वास्तु शास्त्र में तुलसी को लगाने के नियम के बारे में विस्तार से बताया गया है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में तुलसी का पौधा उत्तर या पूर्व दिशा में लगाना उत्तम माना गया है। माना जाता है कि इस दिशा में तुलसी लगाने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है और परिवार के सदस्यों पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

इस दिन लगाएं तुलसी
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में तुलसी का पौधा लगाने के लिए गुरुवार और शुक्रवार का दिन बेहद शुभ माना जाता है। अगर महीने की बात करें, तो कार्तिक और चैत्र के महीने में तुलसी को लगाने के लिए उत्तम माना जाता है। तुलसी लगाने के लिए नियम का पालन करने से घर में धन की देवी मां लक्ष्मी का वास होता है और आर्थिक तंगी की समस्या से छुटकारा मिलता है और हमेशा धन से तिजोरी भरी रहती है।

इन बातों का रखें ध्यान
जिस स्थान पर आप तुलसी का पौधा लगा रहे हैं। उस जगह की साफ-सफाई का खास ध्यान रखें, क्योंकि मां लक्ष्मी साफ-सफाई वाली जगह पर ही वास करती हैं। इसके अलावा पौधे के पास जूठे बर्तन भी नहीं रखने चाहिए। ऐसी गलती करने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।

तुलसी से जुड़े नियम
रोजाना दीपक जलाकर तुलसी की पूजा-अर्चना करनी चाहिए और भोग में तुलसी के पत्ते शामिल करने चाहिए। लेकिन एक बात का खास ध्यान रखें कि एकादशी और रविवार को तुलसी में जल अर्पित नहीं करना चाहिए। धार्मिक मान्यता के अनुसार, एकादशी के दिन तुलसी में जल देने और पत्ते तोड़ने से एकादशी माता का व्रत खंडित हो जाता है।

 

Leave a Comment

हम भारत के लोग
"हम भारत के लोग" यह वाक्यांश भारत के संविधान की प्रस्तावना का पहला वाक्य है, जो यह दर्शाता है कि संविधान भारत के लोगों द्वारा बनाया गया है और उनकी शक्ति का स्रोत है. यह वाक्यांश भारत की संप्रभुता, लोकतंत्र और लोगों की भूमिका को उजागर करता है.
Click Here
जिम्मेदार कौन
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 3 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here