samacharsecretary.com

ASEAN में 35 साल बाद नई एंट्री, छोटे लेकिन अहम देश को मिली बड़ी पहचान

आसियान

दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (ASEAN) का 1990 के दशक के बाद से पहली बार विस्तार करते हुए पूर्वी तिमोर को इसमें औपचारिक रूप से शामिल किया गया है। पूर्वी तिमोर को आसियान में शामिल किए जाने के बाद इसके प्रधानमंत्री सनाना गुस्माओ ने रविवार को कहा कि उनका देश संगठन का एक उपयोगी सदस्य साबित होगा।

कुआलालंपुर में एक औपचारिक समारोह में मंच पर अन्य 10 झंडों के साथ पूर्वी तिमोर, जिसे तिमोर लेस्ते के नाम से भी जाना जाता है, का झंडा भी शामिल किया गया जिसके बाद प्रधानमंत्री गुस्माओ ने अन्य नेताओं से कहा, ‘आज इतिहास रचा गया है।’ उन्होंने कहा, ‘तिमोर-लेस्ते के लोगों के लिए यह न केवल सपना साकार होने जैसा है बल्कि हमारी यात्रा की एक सशक्त पुष्टि भी है।’

क्षेत्र के सबसे युवा और सबसे गरीब राष्ट्र को शामिल किए जाने को क्षेत्रीय समावेशिता की दिशा में एक प्रतीकात्मक कदम के रूप में सराहा जा रहा है। इस देश क आबादी मात्र 14 लाख है। गुस्माओ ने कहा, ‘हमारे लिए यह नई शुरुआत व्यापार, निवेश, शिक्षा और डिजिटल अर्थव्यवस्था में अपार अवसर लेकर आई है। हम सीखने, नवोन्मेष और सुशासन को बनाए रखने के लिए तैयार हैं।’ उन्होंने यह किसी यात्रा का अंत नहीं है, यह एक प्रेरणादायक नए अध्याय की शुरुआत है।

आसियान में शामिल होना चाहता है ब्राजील

दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के इस संगठन में ब्राजील भी शामिल होना चाहता है। जील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा ने कहा है कि ब्राजील दक्षिण- पूर्व एशियाई राष्ट्रों के संगठन (आसियान) का पूर्ण सदस्य बनने के लिए काम कर रहा है।

वर्चुअल माध्यम से शामिल होंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 22 वें आसियान -भारत शिखर सम्मेलन में वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लेने के निर्णय से उनकी मलेशिया यात्रा तथा वहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात की संभावनाओं को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लग गया है। दक्षिण पूर्वी एशियाई देशों के संगठन (आसियान) -भारत शिखर सम्मेलन 26 से 28 अक्टूबर तक कुआलालंपुर में हो रहा है।

 

Leave a Comment

हम भारत के लोग
"हम भारत के लोग" यह वाक्यांश भारत के संविधान की प्रस्तावना का पहला वाक्य है, जो यह दर्शाता है कि संविधान भारत के लोगों द्वारा बनाया गया है और उनकी शक्ति का स्रोत है. यह वाक्यांश भारत की संप्रभुता, लोकतंत्र और लोगों की भूमिका को उजागर करता है.
Click Here
जिम्मेदार कौन
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 3 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here