मॉस्को
दुनिया इस वक्त बारूद के ढेर पर बैठी है. यह बात किसी से छिपी नहीं है. यह ऐसा वक्त है कि अगर दुनिया के कुछ चुनिंदा देश चाह लें तो कुछ पलों में ही पूरी मानवता संकट में पड़ सकती है. कुछ ऐसा ही किया है रूस ने. यूक्रेन के साथ जंग में उलझे रूस ने रविवार को एक ऐसे हथियार का परीक्षण किया जिसको दिल्ली-मुंबई जैसे किसी आबादी वाले इलाके पर दाग दिया जाए तो वह पल भर में आग का गोला बन जाएगा. हजारों लाखों लोग पल भर में काल के गाल में समा जाएंगे.
दरअसल, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रविवार को घोषणा की कि रूस ने अपनी परमाणु-संचालित क्रूज मिसाइल ‘बुरेवेस्तनिक’ का सफल परीक्षण किया है. यह परीक्षण ऐसे समय में हुआ है जब रूस और अमेरिका के बीच कूटनीतिक रिश्ते और खराब हुए हैं. पुतिन ने कहा कि इस हथियार को जल्द ही तैनात करने की तैयारी की जाएगी. उन्होंने दावा किया कि यह मिसाइल दुनिया में किसी अन्य देश के पास नहीं है और यह दुश्मन की मिसाइल रक्षा प्रणालियों को आसानी से चकमा दे सकती है. रूस के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ के प्रमुख वैलेरी गेरासिमोव ने बताया कि इस परीक्षण के दौरान मिसाइल करीब 15 घंटे तक हवा में रही और लगभग 14,000 किलोमीटर की दूरी तय की.
हर सुरक्षा कवच को भेदने में सक्षम
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक यह मिसाइल हवाई और मिसाइल रक्षा प्रणालियों को भेदने में सक्षम है. पुतिन ने यह भी कहा कि अब इस हथियार के उपयोग के तरीकों पर विचार किया जाएगा और इसे तैनात करने के लिए बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा. इस बीच, रूस के विशेष दूत किरिल दिमित्रिएव ने बताया कि इस सफल परीक्षण की जानकारी और हाल के युद्धक्षेत्र के अपडेट अमेरिकी प्रशासन को उनके अमेरिका दौरे के दौरान दिए गए. यह परीक्षण उस समय हुआ जब अमेरिका ने रूस की दो बड़ी तेल कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए, जो ट्रम्प प्रशासन द्वारा रूस के खिलाफ अब तक की सबसे ठोस कार्रवाइयों में से एक है.
साथ ही, पिछले सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ प्रस्तावित शिखर सम्मेलन भी रद्द हो गया, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया. रूस ने पिछले सप्ताह पुतिन की निगरानी में एक रणनीतिक परमाणु बल अभ्यास भी किया. क्रेमलिन ने कहा कि इस अभ्यास में सैन्य कमांड-एंड-कंट्रोल सिस्टम की तैयारियों और कर्मचारियों के कौशल का परीक्षण किया गया, जिसमें सभी लक्ष्य हासिल किए गए.
इधर, रूस की राजधानी मॉस्को में रविवार रात से सोमवार सुबह तक ड्रोन हमलों का सामना करना पड़ा. मॉस्को के मेयर सर्गेई सोबयानिन ने बताया कि शहर की हवाई रक्षा प्रणालियों ने दर्जनों ड्रोनों को मार गिराया. इन हमलों के कारण मॉस्को के दो हवाई अड्डों, ज़ुकोव्स्की और डोमोडेडोवो, पर कुछ समय के लिए उड़ानें रोक दी गईं. आपातकालीन सेवाएं मलबे को हटाने में जुटी हैं. दूसरी ओर, रूस के बेलगोरोद क्षेत्र में यूक्रेन के हमलों में छह नागरिक घायल हो गए. स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि इनमें से तीन बेलगोरोद शहर में और तीन दोरोलोश गांव में घायल हुए.
यूक्रेन पर रूस के हमले तेज
रूस ने शनिवार से रविवार की रात यूक्रेन पर 100 से अधिक ड्रोन हमले किए. इन हमलों में कीव में ऊंची इमारतों को निशाना बनाया गया, जिसमें कई लोग सो रहे थे. यूक्रेन के आंतरिक मंत्री इहोर क्लिमेंको ने बताया कि कीव में हुए हवाई हमलों में एक 19 साल की लड़की और उसकी 46 साल की मां समेत तीन लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा 33 लोग घायल हुए, जिनमें सात बच्चे शामिल हैं. कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा कि घायलों में एक चार साल का बच्चा भी है. आठ लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया. शनिवार रात को कीव के डेसनियान्स्की क्षेत्र में एक नौ मंजिला इमारत में आग लग गई, जहां से 13 लोगों को सुरक्षित निकाला गया.





