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OBC आरक्षण व परिसीमन मुद्दे पर अटका राजस्थान का पंचायत-निकाय चुनाव

जयपुर राजस्थान में राज्य निर्वाचन आयोग ने सरकार के विरोध के बावजूद पंचायत व शहरी निकाय चुनावों को लेकर चुनाव कार्यक्रम की प्रक्रिया शुरू कर दी। राज्य निर्वाचन आयुक्त मधुकर गुप्ता ने राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव के सम्बन्ध में हाल में की गई एक टिप्पणी को आधार बनाते हुए कार्यकाल पूरा कर चुकी पंचायतों और नगरीय निकायों में मतदाता सूची तैयार करने के निर्देश शुक्रवार को जारी कर दिए  इधर सरकार बार-बार यह बयान दे रही है कि वह वन स्टेट वन इलेक्शन के तहत सभी पंचायतों और निकायों के चुनाव एक साथ करवाएगी। पर राज्य निर्वाचन आयोग ने सरकार की बात को अनसुना कर दिया। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि क्या राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार राजस्थान में पंचायत और शहरी निकायों के चुनाव हो पाएंगे या राज्य सरकार अब भी वन स्टेट वन इलेक्शन के तहत चुनाव करवाने की स्थिति में है। 3 नवंबर तक मतदाता सूचियां तैयार करने को कहा- राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कलक्टरों से कहा है कि पंचायत चुनाव की मतदाता सूचियां 29 अक्टूबर तक और निकाय चुनाव की मतदाता सूचियां तीन नवम्बर तक तैयार कर लें ताकि इन पंचायतों और नगरीय निकायों में चुनाव कराए जा सकें।  कलक्टरों को निर्देश दिए हैं कि मतदाता सूचियो के लिए एक जनवरी 2025 को आधार बनाया जाए और विधानसभा के लिए तैयार सात जनवरी को 2025 को प्रकाशित सूची को काम में लें। कलक्टरों से कहा गया है कि मतदाता सूची तैयार करने के लिए प्रगणकों की नियुक्ति तुरंत करें और निकाय चुनाव के लिए 11 सितम्बर से यह काम शुरू कर दें, वहीं पंचायतों के लिए दस सितम्बर से काम शुरू कर दें।  गौरतलब है कि  मधुकर गुप्ता ने दो दिन पहले ही राजस्थान उच्च न्यायालय की टिप्पणी को आधार बनाते हुए जल्द प्रक्रिया शुरू करने और चुनाव घोषित करने के संकेत दिए थे। इसके साथ ही उन्होंने सरकार के वन स्टेट वन इलेक्शन के निर्णय पर भी सवाल उठाते हुए इसे अव्यवहारिक बताया था। जानिए क्या कहते हैं निर्वाचन विभाग से जुड़े जानकार कानून अनिवार्यता नहीं-  निर्वाचन विभाग के ही सूत्र कहते हैं कि राज्य निर्वाचन आयुक्त ने भले ही मतदाता सूचियां तैयार करने के लिए कह दिया है लेकिन इस आदेश की कोई कानूनी अनिवार्यता नहीं है और सरकार अब भी अपने हिसाब से ही चुनाव करवा सकती है।  दरअसल राज्य निर्वाचन आयुक्त मधुकर गुप्ता का कार्यकाल इसी साल 17 सितंबर को पूरा हो रहा है। अब इसके बाद सरकार यहां नए निर्वाचन आयुक्त को लगाएगी। नए निर्वाचन आयुक्त चाहें तो फिर से नया चुनाव कार्यक्रम भी जारी कर सकते हैं। परिसीमन अभी शेष: – राज्य निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची तैयार करने का निर्णय लेकर कार्यक्रम तो जारी कर दिया है, लेकिन बिना परिसीमन के चुनाव नहीं करवाए जा सकते हैं। अभी परिसीमन की अधिसूचना जारी नहीं हुई है।  सरकार नए  परिसीमन से पंचायतों और निकायेां के चुनाव कराना चाहती है और इसकी प्रक्रिया लगभग पूरी भी हो गई है, लेकिन अधिसूचना जारी नहीं हुई है। हालांकि बताया जा रहा है कि पंचायत परिसीमन की अधिसूचना तो दो-तीन दिन में जारी भी कर दी जाएगी। वहीं निकायों की अधिसूचना भी जल्द जारी होने की सम्भावना है। हाईकोर्ट की खंडपीठ में निर्णय रिजर्व राज्य निर्वाचन आयोग ने उच्च न्यायालय की एकलपीठ द्वारा की गई टिप्पणी को आधार बना कर मतदाता सूची तैयार करने की प्रक्रिया शुरू की है, लेकिन पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव तथा परिसीमन को लेकर हाईकोर्ट की ही खंडपीठ सुनवाई पूरी कर चुकी है और इस पर अभी फैसला रिजर्व रखा हुआ है। ओबीसी कमीशन की रिपोर्ट जरूरी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार पंचायतो और निकाय चुनावों ओबीसी आरक्षण के लिए राज्य ओबीसी कमीशन की रिपोर्ट जरूरी है। इसके बिना चुनाव नहीं कराए जा सकते। राज्य ओबीसी कमीशन हालांकि गठित तो पहले ही कर दिया गया था, लेकिन इसने अपना काम हाल में शुरू किया है और सरकार ने इसका कार्यकाल 31 दिसम्बर तक बढा दिया है। ऐसे में जब तक इसकी रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक चुनाव नहीं कराए जा सकते। बताया जा रहा है कि कमीशन ने इस बारे में राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र भी लिखा है।

हड्डी जैसी संरचना से मचा हड़कंप, जैसलमेर में फिर उठे डायनासोर के सवाल

  जैसलमेर जैसलमेर के मेघा गांव के पास तालाब किनारे खुदाई के दौरान रहस्यमयी जीवाश्म मिले हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि यह जुरासिक काल के उड़ने वाले डायनासोर का हिस्सा हो सकता है। प्राथमिक जांच में यह संरचना रीढ़ की हड्डी जैसी प्रतीत हो रही है, जबकि इसका बड़ा हिस्सा 15 से 20 फीट जमीन के अंदर दबा हुआ है। भूजल वैज्ञानिक नारायण दास इणखिया ने दावा किया कि यह जैसलमेर के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा कंकाल है। उनका कहना है कि जियोलॉजिकल सर्वे की टीम इसकी जांच करेगी, जिससे यह स्पष्ट हो सकेगा कि जीवाश्म किस प्रजाति का है और कितने वर्ष पुराना है। डॉ. इणखिया के अनुसार, यह अवशेष लाखों-करोड़ों साल पुराने हो सकते हैं। अगर यह अन्य जानवर की हड्डियां होतीं तो समय के साथ नष्ट हो जातीं। लेकिन इनके सुरक्षित रहने से यह माना जा रहा है कि यह जीवाश्म बनने की प्रक्रिया में जम चुके हैं। उनका अनुमान है कि यह करीब 20 फीट लंबे किसी उड़ने वाले डायनासोर का कंकाल हो सकता है। गौरतलब है कि जैसलमेर क्षेत्र प्राचीन भूगर्भीय इतिहास से जुड़ा है। करीब 25 करोड़ वर्ष पहले यह इलाका समुद्र का हिस्सा हुआ करता था, जहां डायनासोर भोजन की तलाश में आते थे। यही कारण है कि यहां समय-समय पर जीवाश्म और प्राचीन अवशेष मिलते रहे हैं। इससे पहले वर्ष 2023 में डॉ. इणखिया को जेठवाई पहाड़ी पर मॉर्निंग वॉक के दौरान डायनासोर के अंडे का जीवाश्म मिला था। वहीं थईयात की पहाड़ियों में भी डायनासोर के पैरों के निशान और हड्डियां खोजी जा चुकी हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जैसलमेर में मिले ये नए अवशेष भारत की पुरातत्व और भूगर्भीय धरोहर को और समृद्ध करेंगे। वैज्ञानिक जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह सचमुच उड़ने वाले डायनासोर का कंकाल है या किसी अन्य प्राचीन जीव का अवशेष।  

गोयनका समुदाय को समर्थन, उद्योग जगत को आमंत्रित किया मुख्यमंत्री ने

फतेहपुर  राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने देश के  गोयनका समुदाय के चोटी के उद्यमियों को राजस्थान में निवेश के लिए आमन्त्रित किया है। आज फतेहपुर शेखावाटी में गोयनका समुदाय के वार्षिक 'गोयनका संगम' को वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस समय राज्य में ऊर्जा, पर्यटन सौर ऊर्जा, खनन और इन्फ्रास्ट्र्रक्चर विकास में  निवेश की असीम संभावनाएं हैं और राज्य सरकार औद्योगिक विकास में गोयनका समुदाय के उद्योगपतियों की सक्रिय हिस्सेदारी सुनिश्चित करना चाहती है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि नई सरकार ने पारदर्शिता और ईमानदारी  से कार्य करते हुए प्रदेश में अनुकूल औद्योगिक माहौल तैयार किया है तथा राज्य सरकार औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहन देने के लिए कृत संकल्प है। उन्होंने कहा की सरकार औद्योगिक निवेश की निरंतरता बनाये रखने के लिए कृत संकल्प है ताकि प्रदेश की जी.डी.पी. को बढ़ाया जा सके तथा युवाओं को उनके नजदीकी स्थानों पर आकर्षक रोगजार के अवसर मिल सकें। उन्होंने श्री शक्ति गोयनका ट्रस्ट द्वारा राजस्थान में सामाजिक क्षेत्रों में किये गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए उनकी सराहना की और उन्हें समाज सेवा के अतिरिकत दूसरे क्षेत्रों में भी सकारत्मक हिस्सेदारी करने की अपील की। इस सम्मान समारोह की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान विधान सभा के स्पीकर बासुदेव जी देवनानी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के टैरिफ से निपटने के लिए स्वदेशी अपनाने का मूल मन्त्र दिया।  बासुदेव जी  देवनानी ने कहा कि हर भारतीय अगर स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करेगा तो अमेरिकी टैरिफ का भारतीय अर्थ व्यवस्था पर कतई असर नहीं होगा और इसके लिए उन्होंने सभी को एकजुट होने की अपील की ताकि भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत रखा जाये और भारत को विकसित देशो की श्रेणी में खड़ा किया जा सकें।  वासुदेव देवनानी ने कहा की प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की गतिशील नीतियों के वजह से बर्ष 2014 में 11वें स्थान से आज भारतीय अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है जोकि उनके कुशल नेतृत्व का जीता जागता उदहारण है। उन्होंने इस सम्मान समारोह में पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि उन्होंने गोयनका समुदाय के बजुर्गो द्वारा स्थापित उच्च मूल्यों को आगे बढ़ाया है जिसके लिए वह बधाई के पात्र हैं।   उन्होंने कहा कि गोयनका समुदाय ने भारत के अलावा दुबई, जापान, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका जैसे देशो में व्यापार के साथ-साथ भारतीय सांस्कृति का परचम लहराया है जोकि दूसरे समुदाय के लिए  प्रेरणा का स्त्रोत है। उन्होंने कहा की समाज की प्रगति ऊंची गगन चुम्बी इमारतों से नहीं बल्कि मानवीय मूल्यों से आंकी जाती है। उन्होंने गोयनका समुदाय को व्यापार के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्रों में अपनी भागीदारी बढ़ाने का आग्रह किया ताकि वह मातृभूमि के ऋण को चुकता कर सकें। उन्होंने कहा कि जब शुरू में यह कहा गया था की 21वीं शताब्दी भारत की होगी तो उन्हें कुछ संशय था लेकिन वर्ष 2014 में नरेन्द्र मोदी जी के प्रधानमंत्री बनने के बाद यह अहसास हो गया कि यह सपना साकार होने जा रहा  है। इससे पहले  विधानसभा के स्पीकर वासुदेव जी देवनानी का गोयनका मन्दिर में पहुंचने पर ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी सुशील गोयनका, अवार्ड समिति के अध्यक्ष अरुण गोयनका  और सभी ट्रस्टियों ने उनका फूलमालाओं से पूरी गर्म जोशी से स्वागत किया।  उन्होंने  दादी जी के मन्दिर में पूजा अर्चना की और श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस अवसर पर मात्र ढाई साल की उम्र में ही हेयांश गोयनका ने भारत के मानचित्र में राज्य चिन्हित करने और उसकी राजधानी बताने के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करने के लिए उसकी प्रसंशा की गई  है। 4 साल की उम्र से ही वह कई श्लोक, मंत्र, आरती और पौराणिक कथाओं का कंठस्त उच्चारण करते हैं। वे सार्वजनिक रूप से भारी भीड़ के सामने पौराणिक कथाएं सुनते  हैं और उन्होंने विधान सभा स्पीकर के सामने भी मंत्रोच्चारण किया।  इस अवसर पर बोलते हुए श्री शक्ति ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी सुशील गोयनका ने फतेहपुर शेखावाटी में सड़कों और अन्य ढांचागत सुविधाओं को सुदृड़ करने की आवश्यकता पर बल दिया और इसमें ट्रस्ट की सक्रिय हिस्सेदारी का भरोसा दिलाया। इस अवसर पर गिरधारी लाल गोयनका ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। 5 दिन तक चलने वाले इस उत्सव में पूज्य भूपेंद्र भाई पंड्या जी ने हनुमान कथा का उच्चारण किया। इसके अलावा अनेक धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गए जिसमे  युवाओं की सक्रिय हिस्सेदारी सुनिश्चित की गई ताकि वह अपनी जड़ों से जुड़े रहें और उनका राजस्थानी संस्कृति से कनेक्ट रखा जा सके। इस दौरान गोयनका समुदाय की कुल देवी दादी जी के मन्दिर में रोज भजन संध्या का आयोजन किया गया ।  

सरकार का बड़ा एक्शन, RGHS घोटाले में 14 पर गिरी गाज

जयपुर राजस्थान सरकार ने राज्य की प्रमुख योजना राजस्थान गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम (RGHS) में अनियमितताओं के आरोप में बड़ी कार्रवाई करते हुए 9 कार्मिकों को निलंबित कर दिया है, जिनमें 5 चिकित्सक भी शामिल हैं। साथ ही, एक निजी अस्पताल, एक मेडिकल स्टोर, तीन चिकित्सकों एवं एक कार्डधारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है।  चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि विगत काफी समय से राजस्थान गवर्नमेंट हैल्थ स्कीम में विभिन्न हितधारकों द्वारा विभिन्न स्तरों पर अनियमितता करने की शिकायतें सामने आ रही थीं। इन शिकायतों की गहनता के साथ जांच की गई। जांच के बाद सख्त कार्रवाई करते हुए 9 कार्मिकों को निलंबित किया गया है, इनमें दो आयुर्वेद चिकित्सक सहित 5 डॉक्टर शामिल हैं। राजस्थान स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरजी लाल अटल ने  बताया कि कार्रवाई के क्रम में आरजीएचएस में अनियमितता पर राजकीय आयुर्वेद डीबी सामान्य चिकित्सालय चूरू की आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. कविता धनखड़ एवं डॉ. पवन जांगिड़, सीएचसी बीबरानी, खैरथल—तिजारा की चिकित्सक डॉ. मनीषा, जिला चिकित्सालय अलवर के डॉ. नरसीलाल पचौरी, टीबीसी अलवर के डॉ. कपिल भारद्वाज, राजकीय आयुर्वेद औषधालय, नाहरी का नाका के कम्पाउण्डर मदन मोहन पाण्डे, आयुर्वेद औषधालय  बालेटा अलवर के कम्पाउण्डर चंद्रशेखर जाटव, कार्यालय उप निदेशक आयुर्वेद विभाग जयपुर के परिचारक मोहसिन खान तथा जल संसाधन विभाग के सहायक प्रशासनिक अधिकारी महेश कुमार महावर को निलंबित किया गया है।   एक ही कार्ड पर ओपीडी में 26 लाख का उपचार इसी प्रकार राजस्थान पेंशनर्स एसोसिएशन मेडिकल स्टोर, कम्पनी बाग रोड, अलवर, मित्तल हॉस्पिटल, चिकित्सकों एवं कार्ड धारी कार्मिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है। प्रकरण में कार्मिक, चिकित्सकों एवं फार्मा स्टोर की मिलीभगत कर कूटरचित ओपीडी पर्चा तैयार किया जाता था। दवा के स्थान पर फार्मा स्टोर से अन्य सामग्री ली जाती थी। इस कार्मिक के कार्ड से एक वर्ष में ही ओपीडी के जरिए करीब 26 लाख 70 हजार का उपचार एवं दवाएं आदि का लाभ लिया गया।

‘अमर रहें’ के नारों के बीच हुआ कर्नल सोनाराम का अंतिम संस्कार

बाड़मेर पश्चिमी राजस्थान के दिग्गज जाट नेता और पूर्व सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी का शुक्रवार को उनके पैतृक गांव मोहनगढ़ में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा और “कर्नल सोनाराम अमर रहें” के नारों के बीच हजारों लोगों ने नम आंखों से अपने नेता को अंतिम विदाई दी। चार बार सांसद और एक बार विधायक रहे कर्नल चौधरी का बुधवार को नई दिल्ली में एक बैठक के दौरान अचानक तबीयत बिगड़ने से निधन हो गया था। गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर हवाई मार्ग से बाड़मेर लाया गया और आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। यहां आमजन से लेकर कई बड़े नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। शुक्रवार को मोहनगढ़ स्थित आवास पर भी बड़ी संख्या में लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। इस दौरान राज्य मंत्री के.के. बिश्नोई, सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल, पूर्व केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी, बायतु विधायक हरीश चौधरी, बाड़मेर विधायक डॉ. प्रियंका चौधरी, जैसलमेर के पूर्व विधायक रुपाराम धनदे सहित कई नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। अंतिम यात्रा उनके आवास से निकलकर मोहनगढ़ के मुख्य मार्गों से होते हुए श्मशान घाट पहुंची। इस दौरान सड़कों के किनारे खड़े लोगों ने अपने नेता को अंतिम विदाई दी। श्मशान घाट पर उनके पुत्र डॉ. रमन चौधरी ने मुखाग्नि दी और कर्नल चौधरी पंचतत्व में विलीन हो गए।

कोटा-बारां-बूंदी में जलभराव, सवाई माधोपुर में नदियां उफान पर

जयपुर राजस्थान में अलग-अलग जिलों से आज भारी बारिश के समाचार हैं। सवाई माधोपुर, टोंक, कोटा, बारां, बूंदी और भीलवाड़ा में तेज बारिश का दौर शुक्रवार सुबह भी जारी है। बारां जिले में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने शुक्रवार और शनिवार को सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में छुट्टी घोषित की है। वहीं सवाई माधोपुर में एक बार फिर से बाढ़ की स्थिति बन गई है। पुराने शहर के पल्ली पार इलाके में घरों में पानी घुस गया। करीब 250 घर जलमग्न हो गए हैं। नेशनल हाईवे-552 पर तेज बारिश के कारण पुलिया टूट गई। इससे ट्रैफिक पूरी तरह से बाधित हो गया है। भीलवाड़ा के बिजौलिया में 24 घंटे में 166 मिमी बारिश दर्ज होने के बाद 23 फीट भराव क्षमता वाला पंचानपुरा बांध ओवरफ्लो हो गया। एरू नदी ऊफान पर आ गई है। शुक्रवार सुबह 5 बजे कोटा बैराज के 3 गेट खोले गए। इनसे 25 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बूंदी के कापरेन कस्बे में लगातार बारिश के चलते कई कॉलोनियां जलमग्न हो गई हैं। बारां में शुक्रवार और शनिवार को सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। अजमेर में गुरुवार रात बांध में डूबने से अपने ही बर्थडे के दिन एक युवक की मौत हो गई। जयपुर के चाकसू में गुरुवार शाम ढूंढ नदी की रपट पर बाइक समेत पति-पत्नी बह गए। लोगों ने पति को बचा लिया लेकिन पत्नी बह गई। मौसम केंद्र जयपुर ने राज्य में शुक्रवार को भी 4 जिलों उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। बारां जिला मुख्यालय पर शुक्रवार तड़के पांच बजे शुरू हुई बरसात ने सात बजे बाद तीखे तेवर दिखाना शुरू कर दिया। सुबह आठ बजे शहर के मुख्य बाजार सहित कई बस्तियों में जल भराव शुरू हो गया। नगर परिषद के सामने दुकानों में पानी भर गया। मुख्य बाजार में जल भराव की सूचना के साथ ही दुकानदारों ने दुकानों पर पहुंचकर सामान सुरक्षित रखने के जतन भी प्रारंभ कर दिए हैं। जिला कलेक्टर रोहिताश्व सिंह तोमर ने भारी बारिश को देखते हुए जिले में सभी स्कूलों में दो दिन का अवकाश भी घोषित कर दिया है और शुक्रवार सुबह ही सभी अधिकारियों को विशेषकर नगर परिषद को प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। बूंदी के कापरेन कस्बे में लगातार बारिश के चलते कई कॉलोनियां जलमग्न हो गई हैं। कापरेन कस्बे के बीच से निकल रही पुलिया पर पानी की आवक होने से ग्रामीण इलाकों का संपर्क कट गया। शहर में आने-जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोग जान जोखिम में डालकर पुलिया को पार कर रहे हैं। शिवनगर में भी बारिश के कारण घरों में पानी आ गया। बारिश के चलते बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक मानसून की टर्फ लाइन अब दक्षिण दिशा से शिफ्ट होकर अपनी नॉर्मल पोजीशन के नजदीक आ गई है। शुक्रवार को ये जैसलमेर, कोटा, दतिया (एमपी), सीधी (एमपी), रांची (झारखंड) से होकर गुजर रही है। इस कारण प्रदेश में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया, जो अगले दो दिन और जारी रहने की संभावना है।

पति की हत्या का गुनाह साबित, 6 साल बाद आया फैसला, पत्नी-प्रेमी को आजीवन कैद

 बाड़मेर प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या के मामले में छह साल बाद बाड़मेर अपर जिला एवं सेशन न्यायालय-2 ने गुरुवार को फैसला सुनाते हुए आरोपी पत्नी दक्षा कंवर और उसके प्रेमी महेन्द्रसिंह दोनों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। वर्ष 2019 में जिले के रामसर थाना क्षेत्र में कुल्हाड़ी और पाइप से वार करके महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति वीरसिंह की हत्या कर दी थी। अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या 02 पीयूष चौधरी ने इस मामले में सुनवाई करते हुए हत्या को दोषी मानते हुए दोनों आरोपियों को आजीवन कारावास के साथ आर्थिक दंड से दंडित करने का आदेश दिया। अपर लोक अभियोजक अनामिका सांदू ने बताया कि मामले की जांच में पुलिस ने महेन्द्रसिंह और दक्षा कंवर को आरोपी मानते हुए आरोप-पत्र प्रस्तुत किया था। सुनवाई के दौरान सरकार पक्ष ने कुल 26 गवाहों को परीक्षित कराया और संबंधित दस्तावेज एवं साक्ष्य प्रस्तुत किए। अपर लोक अभियोजक और परिवादी अधिवक्ता ने दलील दी कि महेन्द्रसिंह और दक्षा कंवर ने प्रेम प्रसंग को छिपाने के लिए वीरसिंह की क्रूरतापूर्वक हत्या की थी। आरोपी दक्षा और महेन्द्रसिंह के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध चल रहा था, जिस पर वीरसिंह ने आपत्ति जताई थी। इसी बात को लेकर दोनों के बीच तनाव चल रहा था और इस तनाव के कारण दक्षा ने अपने प्रेमी महेन्द्रसिंह के साथ मिलकर वीरसिंह की हत्या की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। मामले में अदालत ने सभी साक्ष्यों और तथ्यों के आधार पर दोनों आरोपियों को दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई।

सीएमएचओ की बैठक में स्वास्थ्य गतिविधियों की समीक्षा, बीमारियों से निपटने की तैयारी तेज

सिरोही  राजस्थान के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश खराड़ी की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक की गई है। इस बीच डॉ. खराड़ी ने कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए आशा एवं एएनएम कार्यकर्ता नियमित रूप से एंटी-लार्वा एक्टिविटी को संचालित करे। पानी में एमएलओ, टेंफोस दवा डालने, एंटी-एडल्ट एक्टिविटी के तहत घरों में रखे कंटेनर, टंकियां एवं कूलर समय-समय पर खाली करने, किसी भी स्थान पर 7 दिन से ज्यादा पानी जमा न होवे, ताकि मच्छरों के अंडे एवं लार्वा पनप न सकें। इसको लेकर कार्य करने के आदेश दिए गए। मलेरिया पर नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। खराड़ी ने नसबंदी लाभार्थियों को मिलने वाला वित्तीय लाभ समय पर उनके खातों में पहुंचे, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने के आदेश दिए। उनका कहना था कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक के अंत में सीएमएचओ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता आमजन को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। उन्होंने अधिकारियों एवं स्वास्थ्य कर्मियों से अपील की कि सभी योजनाओं और अभियानों का क्रियान्वयन गंभीरता और जिम्मेदारी से किया जाए। इस अवसर पर आरसीएचओ डॉ. रितेश सांखला ने मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य योजनाओं की समीक्षा की। वहीं जिला क्षय अधिकारी डॉ. विवेक जोशी ने टीबी मुक्त भारत अभियान की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में जिला कार्यक्रम प्रबंधक नरेश टेलर भी उपस्थित रहे। जिले में 1.04 लाख घरों में हुआ सर्वे डॉ. खराड़ी के अनुसार जिले में अप्रैल 2025 से अब तक 18 हजार 835 मेडिकल टीमों का गठन किया गया है उनके द्वारा 1 लाख 4 हजार 954 घरों का सर्वे किया गया है। सर्वे के दौरान 318 घरों में लार्वा पाए गए। इसी प्रकार 1 लाख 77 हजार 780 कंटेनरों की जांच की गई। इनमें से 963 कंटेनरों में लार्वा पाए गए। विभाग द्वारा अब तक 87 हजार 872 कंटेनरों को उपचारित किया गया है। लार्वा नियंत्रण की कारवाई के तहत 11 हजार 467 पात्रों में टेमिफॉस डाला गया। वहीं, 1758 स्थानों पर एमएलओ का छिड़काव किया गया है। इसके अतिरिक्त, कई दिनों से एक ही जगह जमा पानी वाले कुल 80 हजार 291 पात्र खाली करवाए गए, ताकि मच्छरों की उत्पत्ति को रोका जा सके। लाडो योजना से लाभान्वित करने के आदेश सीएमएचओ ने लाडो योजना के संबंध में निर्देश दिए कि जैसे ही किसी गर्भवती महिला का पंजीकरण होता है, तत्काल प्रभाव से उसके दस्तावेज लेकर बैंक खाता खुलवाना सुनिश्चित किया जाए, ताकि प्रसव के समय योजना का लाभ समय पर मिल सके। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत बालिकाओं की शिक्षा एवं अन्य सुविधाओं के लिए सरकार द्वारा 1.50 लाख रुपए की राशि 7 किस्तों में प्रदान की जाती है, जिससे बालिका पर होने वाले खर्च का बोझ परिवार पर न पड़े। टीबी मुक्त भारत अभियान की समीक्षा बैठक में टीबी मुक्त भारत अभियान की प्रगति पर भी चर्चा की गई। डॉ. खराड़ी ने निर्देश दिए कि लक्षित जनसंख्या में लक्षणयुक्त मरीजों के बलगम की जांच CB-Naat / True-Naat मशीन से की जाए। वहीं लक्षण रहित लक्षित जनसंख्या की शत-प्रतिशत एक्स-रे जांच सुनिश्चित की जाए। चिकित्सा संस्थानों में साफ-सफाई और सुधार पर बल सीएमएचओ ने निर्देश दिए कि सभी चिकित्सा संस्थानों में नियमित साफ-सफाई रखी जाए। विशेष रूप से प्रसव (डिलीवरी) वाले चिकित्सा संस्थानों में अतिरिक्त स्वच्छता सुनिश्चित की जाए, ताकि गर्भवती महिलाओं एवं नवजात शिशुओं को संक्रमण से बचाया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि जर्जर चिकित्सा संस्थानों पर ताला लगाकर उनकी सेवाएं निकटवर्ती उपयुक्त स्थानों से संचालित की जाएं, जिससे मरीजों को सुरक्षित एवं बेहतर वातावरण में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सकें।

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर गोष्ठी, विकास कार्यों को किया गया याद

अलवर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर आज अलवर के मोती डूंगरी स्थित उनकी प्रतिमा पर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर कांग्रेस जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में एक विचार गोष्ठी का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एस.आर. यादव और हरिशंकर रावत ने राजीव गांधी के योगदान को याद करते हुए कहा कि वे देश में कंप्यूटर क्रांति के जनक थे और उन्होंने पंचायती राज को सशक्त कर देश को नई दिशा दी। कांग्रेसियों ने राजीव गांधी को किया याद उनके नेतृत्व में भारत ने विकास की रफ्तार पकड़ी और उन्होंने युवाओं को तकनीकी युग की ओर अग्रसर किया। गोष्ठी में उपस्थित नेताओं ने उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया। इस अवसर पर महिला कांग्रेस जिला अध्यक्ष कमलेश सैनी समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। कार्यक्रम में राजीव गांधी के विचारों और दृष्टिकोण को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने पर भी जोर दिया गया। इस अवसर पर कांग्रेसियों ने राजीव गांधी को याद करते हुए कहा कि उनके समय में देश ने उत्तरोत्तर प्रगति की ओर उनका कार्यकाल हमेशा विकास की दृष्टि से याद रखा जाएगा।उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने ही देश में कंप्यूटर युग की शुरुआत की गई और इसके लिए राजीव गांधी को हमेशा याद रखा जाएगा।

जोरदार बारिश से तरबतर हुआ जयपुर, रातभर छाया मौसम का रोमांच

जयपुर राजधानी जयपुर में मौसम का मिजाज बदल गया है। बुधवार शाम से शुरू हुआ बारिश का दौर देर रात तक चला जिसमें पूरा शहर भीग गया।  बुधवार शाम को 22 गोदाम, सी-स्कीम, टोंक रोड, राम बाग सर्किल, स्टैच्यू सर्किल, जवाहर नगर, सोडाला, राजापार्क, वैशालीनगर, सिविल लाइंस समेत शहरभर में बारिश हुई। इसके बाद देर रात फिर से बारिश दौर शुरू हुआ जो सुबह तक जारी रहा। राजस्थान के अन्य जिलों में भी बारिश दर्ज की गई। पिछले 24 घंटे के दौरान सिरोही के आबूरोड पर 31, झालावाड़ के झालरापाटन में 50, मनोहरथाना में 28, अकलेरा में 45 और झालावाड़ शहर में 46MM पानी बरसा। प्रतापगढ़ के धरियावद में 28, बांसवाड़ा के केसरपुरा में 21, राजसमंद के खमनोर में 10 और चित्तौड़गढ़ के कपासन में 20 MM बारिश हुई। उदयपुर के बारापाल में 14, गोगुंदा में 12, श्रीगंगानगर के हिंदूमलकोट में 16, कोटा में 19.5, जालोर में 18.5, बारां के किशनगंज में 25, डूंगरपुर के गलियाकोट में 15 और चिखली में 12MM बरसात दर्ज हुई। राजस्थान में अब तक हुई बारिश के आंकड़े : वहीं जल संसाधन विभाग ने राजस्थान में अब तक हुई बारिश के आंकड़े जारी किए हैं। 1 जून से 20 अगस्त तक का आंकड़ा जारी किया है। इसके अनुसार अजमेर, बारां, ब्यावर, धौलपुर, डीडवाना-कुचामन, गंगानगर, हनुमानगढ़, सीकर और टोंक में सामान्य से 60 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है. अलवर, बालोतरा, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, डीग, जयपुर, जालोर, झालावाड़, जोधपुर, झुंझुनूं, करौली, कोटा, नागौर, पाली, फलोदी, राजसमंद, सवाई माधोपुर में 20 से 59 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है. जबकि बांसवाड़ा, बाड़मेर, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, जैसलमेर, खैरथल-तिजारा, कोटपूतली-बहरोड़, प्रतापगढ़, सलूंबर, सिरोही और उदयपुर में 19 से माइनस 19 प्रतिशत बारिश दर्ज हुई है.