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मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्वदेशी को बढ़ावा देने और शासन की योजनाओं को जनजन तक पहुंचाने का किया आहवान

डॉ. यादव का जनप्रतिनिधियों से संवाद — विकास योजनाओं पर हुई विस्तृत चर्चा

भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के संकल्प को पूरा करने के लिए अपने-अपने क्षेत्र में स्वदेशी एवं स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहित करने का आहवान जनप्रतिनिधियों से किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को जबलपुर के होटल कल्चुरी में संभाग के सभी सांसद एवं विधायकों के साथ आयोजित संवाद के कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने, नव उद्यमियों को प्रोत्साहित करने तथा रोजगार परक कार्यों से युवाओं को जोड़ने की दिशा में शासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों में सहभागी बनने पर जोर दिया।

संवाद कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री  राकेश सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री  प्रहलाद सिंह पटेल, लोक स्वास्थ यांत्रिकी मंत्री मती संपतिया उइके, राज्यसभा सदस्य मती सुमित्रा बाल्मिकी, बालाघाट सांसद मती भारती पारधी, छिंदवाड़ा सांसद  विवेक बंटी साहू, नर्मदापुरम सांसद  दर्शन सिंह चौधरी सहित संभाग के सभी विधायक और अपर मुख्य सचिव  संजय दुबे मौजूद थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा संचालित कल्याणकारी एवं विकासपरक योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सांसद एवं विधायक को अपने-अपने क्षेत्र में योजनाओं का कमजोर वर्ग के हर व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने के लिए और ज्यादा प्रयास करने होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते दो वर्ष में उद्योग और रोजगार के लिए अभियान चलाये जाने के बाद अगला वर्ष कृषि और कृषि से जुड़े विकास कार्यों पर केन्द्रित होगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि सरकार द्वारा रानी दुर्गावती के नाम पर अन्न प्रोत्साहन योजना शुरू की गई है। कोदो-कुटकी की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी का निर्णय भी सरकार द्वारा लिया गया है। उन्होंने सांसदों एवं विधायकों से अपने-अपने क्षेत्र में कोदो-कुटकी के उपार्जन में सहयोग करने तथा अन्न के उत्पादन को प्रोत्साहित करने कहा। मुख्यमंत्री ने कृषि आधारित उद्योगों और प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने पर भी जोर दिया। साथ ही भावांतर योजना पर भी चर्चा की और सोयाबीन उत्पादन का किसानों को लाभ लेने के लिए प्रेरित करने का आहवान किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 1 नवम्बर को मध्यप्रदेश स्थापना दिवस से लेकर 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की जन्मशताब्दी वर्ष तक राज्य शासन द्वारा चलाये जाने वाले कार्यक्रमों के संबंध में सांसद एवं विधायकों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि 15 नवम्बर तक भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर भी प्रदेशभर में कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। हमारा उद्देश्य भगवान बिरसामुंडा सहित वीरांगना रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई एवं राजा शंकर शाह-कुंवर रघुनाथ शाह जैसे जनजातीय नायकों के आदर्शों को सामने लाना तथा समाज और खास तौर पर युवाओं को इससे जोड़ना है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नर्मदा परिक्रमा पथ के लिये हो रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने विधायकों से कहा कि वे अपने-अपने क्षेत्र में सरकार की उपलब्धियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करें और विधानसभा क्षेत्र में हुए विकासकार्यों पर केन्द्रित पुस्तिकाएं प्रकाशित करें। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को जनोन्मुखी बनाने के लिए जनसुनवाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिये सांसद एवं विधायकों से सुझाव मांगे। उन्होंने स्कूलों, आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं अस्पतालों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने में भी सक्रिय सहयोग प्रदान करने का आग्रह करते हुए कहा कि सांसद एवं विधायक अपने-अपने क्षेत्र में रक्तदान शिविरों और स्वास्थ शिविर का आयोजन करें तथा हृदय रोग से पीडि़तों का आयुष्मान योजना के माध्यम से उपचार करायें। डॉ. यादव ने पीएम एयर एम्बुलेंस सेवा का भी प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया, जिससे ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लोगों को इसका लाभ मिल सके।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बैठक में जिला विकास समिति की बैठकों के आयोजन पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि संभाग स्तर पर सांसदों एवं विधायकों की बैठकों के बाद अब जिला स्तर पर भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों की बैठकें आयोजित की जायेंगी, जिससे विकास कार्यों को गति देने में सार्थक और परिणाममूलक चर्चा की जा सके।

नक्सलियों के विरूद्ध बालाघाट में हुई कार्रवाई की सराहना

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नक्सलियों के विरूद्ध बालाघाट में की गई कार्रवाई की सराहना की और इसके लिये सुरक्षा बलों को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में लाल सलाम को आखरी सलाम करने की दिशा में हम तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। बैठक के प्रारंभ में लोक निर्माण मंत्री  राकेश सिंह ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।

 

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