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पंडाल उद्घाटन के बाद विवाद: ऑपरेशन सिंदूर लाइट शो रद्द करने का आरोप

कोलकाता

कोलकाता में दुर्गा पूजा पंडाल के आयोजकों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित लाइट एंड साउंड शो को रोकने की कोशिश की। भाजपा नेता सजल घोष ने भी धमकी दी कि अगर दबाव की रणनीति बंद नहीं हुई तो वे पंडाल को बंद कर देंगे और मूर्ति का समय से पहले विसर्जन कर देंगे। इस पंडाल का उद्घाटन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बीते दिनों किया था। वहीं, कोलकाता पुलिस आयुक्त मनोज वर्मा ने इन आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस केवल सार्वजनिक सुरक्षा के लिए चिंतित है क्योंकि संकरी जगह में भारी भीड़ जमा हो रही है।

कोलकाता नगर निगम के पार्षद घोष ने पंडाल के मैदान में प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया, 'पुलिस ने ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित लाइट एंड साउंड शो को रोकने के लिए लगातार प्रयास किए हैं। इस शो में आतंकवादियों की ओर से पहलगाम नरसंहार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन और भारत की ओर से पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर जवाबी हमला दिखाया गया था। यह शो केवल तीन से चार मिनट लंबा था।' सजल घोष ने कहा कि शहर और राज्य में अन्य स्थानों पर पहले और इस उत्सव के दौरान भी कई लाइट एंड साउंड शो आयोजित हुए हैं। कई अन्य पूजा पंडालों में भारी भीड़ उमड़ी है। लेकिन कहीं भी पुलिस ने इस तरह की सख्ती का हवाला नहीं दिया।

पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
बीजेपी नेता ने दावा किया कि पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर रास्ते को संकरा कर दिया, जिससे लोगों को पूजा देखने के लिए 2 किलोमीटर से अधिक चलना पड़ रहा है। किसी भी नजदीकी एंट्री गेट से यह दूरी 700 मीटर से अधिक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर आयोजकों को सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने के बाद भी शो चलाने की इजाजत नहीं दी गई, तो वे लाइट बंद कर देंगे। देवी के चेहरे पर काले कपड़े डाल देंगे और पुजारियों से सलाह लेने के बाद विजय दशमी से पहले मूर्ति का विसर्जन कर देंगे। उन्होंने आरोप लगाया, 'यह सिर्फ असहयोग नहीं, बल्कि एक साजिश है। टीएमसी शासन में देशभक्ति वाले शो की भी अनुमति नहीं है।' भाजपा पार्षद ने दावा किया कि दक्षिण 24 परगना जिले के सागर द्वीप में ऑपरेशन सिंदूर थीम पर आधारित पूजा को भी रोका गया था।

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