samacharsecretary.com

लक्ष्मी आगमन से पहले करें ये सफाई, घर से बाहर करें अलक्ष्मी की निशानियां!

वास्तु शास्त्र के अनुसार दिवाली से पहले घर की सफाई और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करना बेहद जरूरी माना जाता है। ऐसा करने से माता लक्ष्मी का आगमन होता है और घर में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार दीवाली के दौरान घर अशुभ चीजों को रखने से नेगेटिव वाइब्स का वास होता है, इसलिए दिवाली से पहले घर से अशुभ चीजों को बाहर का रास्ता दिखाएं। आइए जानते हैं कि दिवाली से पहले किन अशुभ चीज़ों को घर से बाहर निकाल देना चाहिए

वास्तु के अनुसार टूटा हुआ फर्नीचर, आईना, बर्तन या इलेक्ट्रॉनिक सामान नकारात्मक ऊर्जा फैलाते हैं। ये घर में दरिद्रता और अशांति को आकर्षित करते हैं। इन्हें तुरंत हटा दें।

टूटा हुआ शीशा
घर में टूटा हुआ शीशा रहना शुभ नहीं माना जाता। इससे नकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए दिवाली से पहले टूटे हुए शीशे को घर से बाहर करें।

पुराने कपड़े और जूते-चप्पल
बहुत पुराने या फटे कपड़े, जूते-चप्पल नकारात्मक तरंगों के वाहक होते हैं। इन्हें घर में रखने से मन अशांत रहता है और तरक्की में बाधा आती है। अगर घर में फटे-पुराने जूते चप्पल हैं, तो उन्हें भी दीवाली की सफाई के दौरान घर से बाहर करें। वास्तु शास्त्र के अनुसार, फटे-पुराने जूते चप्पल को घर में रखने से दुर्भाग्य आता है और मां लक्ष्मी का आगमन नहीं होता। इसलिए इस दिवाली पर घर में भूलकर भी फटे-पुराने जूते चप्पल न रखें।

बंद घड़ियां
वास्तु के अनुसार बंद घड़ियां रुकी हुई प्रगति और समय की रुकावट का प्रतीक हैं। इन्हें या तो ठीक करवाएं या घर से बाहर करें। घर में बंद घड़ी को नहीं रखना चाहिए। बंद घड़ी को नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इससे व्यक्ति को करियर और आर्थिक तंगी का समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

सूखे और मुरझाए पौधे
सूखे पौधे या मुरझाए फूल जीवन ऊर्जा को कमजोर करते हैं। इन्हें हटाकर हरे-भरे पौधे लगाएं, ताकि सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे।

पुरानी झाड़ू
वास्तु के अनुसार पुरानी झाड़ू दरिद्रता का प्रतीक होती है। दीवाली से पहले झाड़ू बदलना शुभ माना जाता है। नई झाड़ू को घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में छिपाकर रखें।

बेकार के कागज़ और टूटी मूर्तियां
पुराने बिल, बेकार कागज़, या टूटी देवी-देवताओं की मूर्तियां घर में नहीं रखनी चाहिए। यह लक्ष्मी जी के आगमन में बाधा डालती हैं। इन्हें सम्मानपूर्वक विसर्जित करें। मंदिर में किसी देवी-देवता की खंडित प्रतिमा (टूटी हुई) है, तो उसे नदी में विसर्जित कर दें।

एक्सपायर कॉस्मेटिक या दवाइयां
एक्सपायर चीज़ें स्थिर नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करती हैं। इन्हें हटाने से स्वास्थ्य और ऊर्जा में सुधार होता है।
 
मकड़ी के जाले और धूल-मिट्टी

दीवाली से पहले घर में कोनों, छत और दीवारों की अच्छी सफाई करें। मकड़ी के जाले नकारात्मक शक्तियों के प्रवेश द्वार माने जाते हैं।

बेकार इलेक्ट्रॉनिक सामान
जो इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं लंबे समय से खराब हैं, उन्हें घर में रखना ऊर्जा प्रवाह को बाधित करता है। इन्हें हटा दें या रीसायकल करें।

पुराने रिश्तों और झगड़ों की यादें
फोटो, पत्र या ऐसी चीजें जो पुराने दुःख या विवादों की याद दिलाती हैं, उन्हें घर से हटा दें। इससे मानसिक शांति और नई ऊर्जा आती है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, दिवाली से पहले घर की भौतिक और ऊर्जात्मक सफाई दोनों आवश्यक हैं। जब घर अशुभ वस्तुओं से मुक्त होता है, तब ही माता लक्ष्मी की कृपा, धन, और सौभाग्य का वास होता है।

Leave a Comment

हम भारत के लोग
"हम भारत के लोग" यह वाक्यांश भारत के संविधान की प्रस्तावना का पहला वाक्य है, जो यह दर्शाता है कि संविधान भारत के लोगों द्वारा बनाया गया है और उनकी शक्ति का स्रोत है. यह वाक्यांश भारत की संप्रभुता, लोकतंत्र और लोगों की भूमिका को उजागर करता है.
Click Here
जिम्मेदार कौन
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 3 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here