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पूनम पांडे को लवकुश रामलीला से किया गया बाहर, विरोध के बाद मंदोदरी की भूमिका छीनी गई

नई दिल्ली

देशभर में नवरात्र की धूम है, दुर्गा पूजा की तैयारियां जोरों पर हैं. इस बीच बड़ी खबर आई है कि पूनम पांडे जो दिल्ली में होने वाली भव्य लव कुश रामलीला में मंदोदरी का किरदार निभाने वाली थी, उन्हें इस भूमिका से हटा दिया गया है. उनका नाम फाइनल होने के बाद से ही जमकर विरोध हो रहा था. इसे देखते हुए लव कुश रामलीला समिति ने आखिरकार उन्हें हटाना ही वाजिब समझा. अब वो मंदोदरी का किरदार नहीं निभाएंगी. 

मंदोदरी नहीं बनेंगी पूनम 

सोमवार को ही पूनम ने एक वीडियो जारी कर बताया था कि वो इस किरदार को निभाने के लिए कितनी उत्साहित हैं. वो नवरात्र के पूरे 9 दिनों का व्रत भी रखेंगी. लेकिन जाहिर है कि पूनम की कोई दलील काम नहीं आई. उनके खिलाफ मिली कड़ी आपत्तियों को देखते हुए समिति ने ये फैसला लिया. अब उनकी जगह कोई और एक्ट्रेस इस किरदार को निभाएंगी. 

जब विरोध में लिखे गए पत्र

मालूम हो कि वीएचपी से लेकर कंप्यूटर बाबा तक ने कड़ा विरोध जताया था. कंप्यूटर बाबा ने कहा था कि पूनम को को मंदोदरी नहीं, बल्कि 'सूर्पनखा' बनाना चाहिए. कंप्यूटर बाबा ने कहा कि रामलीला के अध्यक्ष को इतने दिन हो गए रामलीला करते-करते, लेकिन उन्हें बुद्धि नहीं आई कि आपको किसको क्या पात्र देना चाहिए? सूर्पनखा ब्राह्मण थी, रावण की बहन थी और मंदोदरी की ननद थी. रामलीला के अध्यक्ष से में अनुरोध करूंगा कि जो जैसा है उसको वैसा ही पात्र बनाया जाए.'' 

वहीं वीएचपी ने विरोध में एक चिट्ठी लिखकर आग्रह किया था कि पूनम को इस भूमिका से हटा दिया जाए. पत्र में सुरेन्द्र कुमार गुप्ता ने इस बात पर जोर किया कि रामलीला केवल एक नाट्य-प्रस्तुति नहीं, बल्कि भारतीय समाज और संस्कारों का एक जीवंत हिस्सा है. संगठन ने यूनेस्को द्वारा रामलीला को दिए गए सांस्कृतिक महत्व का भी उल्लेख किया, जो इसे एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त पारंपरिक प्रदर्शन के रूप में पहचानता है.

पूनम ने जताई थी श्रद्धा

बता दें, वीडियो में पूनम में कहा था कि- दिल्ली के लाल किला में वर्ल्ड फेमस लव-कुश रामलीला में मुझे मंदोदरी का किरदार निभाने का मौका मिला है. ये बहुत ही जरूरी किरदार है. ये रावण की पत्नी थीं, मैं बहुत ही ज्यादा खुश हूं कि मुझे ये अहम रोल निभाने का मौका मिला. इसलिए मैंने तय किया है कि मैं पूरे नवरात्र का व्रत रखूंगी, ताकि मैं अपने पूरे तन और मन से साफ रहूं. और इस खूबसूरती से किरदार को निभा सकूं. जय श्री राम, मिलते हैं रामलीला में. 

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