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बीसीसीआई ने सीनियर पुरुष, महिला और जूनियर पुरुष चयन समितियों के लिए आवेदन आमंत्रित किए

मुंबई भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपने पुरुष (सीनियर और जूनियर) तथा महिला चयन समितियों के लिए कई पदों पर आवेदन आमंत्रित किए हैं। बीसीसीआई की अधिसूचना के अनुसार, उसने सीनियर पुरुष चयन समिति के लिए दो राष्ट्रीय चयनकर्ता पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। ये चयनकर्ता टीम इंडिया (सीनियर पुरुष) का चुनाव सभी प्रारूपों में करेंगे। आवेदन की अंतिम तिथि 10 सितंबर शाम 5 बजे तक है। चुने गए उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जा सकता है। सभी पदों पर बीसीसीआई के नियमों और आचार संहिता का पालन जरूरी होगा। सीनियर पुरुष चयनकर्ता बनने के लिए खिलाड़ी को कम से कम 7 टेस्ट या 30 प्रथम श्रेणी मैच या 10 वनडे और 20 प्रथम श्रेणी मैच खेले होने चाहिए। साथ ही, खिलाड़ी को खेल से कम से कम 5 साल पहले संन्यास लिया होना चाहिए। जो व्यक्ति बीसीसीआई की किसी क्रिकेट समिति का कुल 5 साल सदस्य रहा है, वह इस पद के लिए योग्य नहीं होगा। इस मानक के अनुसार, दक्षिण क्षेत्र से जुड़े चयनकर्ता श्रीधरन शरत का कार्यकाल खत्म हो सकता है। उन्होंने इससे पहले 2021 में जूनियर चयन समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था और 2023 की शुरुआत में उन्हें वरिष्ठ चयन पैनल में पदोन्नत किया गया था। उनके साथ सुब्रतो बनर्जी या शिव सुंदर दास को भी रिप्लेस किया जा सकता है। महिला चयन समिति के सदस्य टीम इंडिया (सीनियर महिला) का चयन करेंगे। इसके अलावा, वे कोच और सपोर्ट स्टाफ की समीक्षा करेंगे, रिपोर्ट तैयार करेंगे, और नई खिलाड़ियों की बेंच स्ट्रेंथ बनाने पर ध्यान देंगे। महिला राष्ट्रीय टीम की ओर से खेलने वाली और कम से कम 5 साल पहले संन्यास ले चुकी खिलाड़ी इन पदों के लिए आवेदन कर सकती हैं। यहां भी वही शर्त लागू है कि जो व्यक्ति बीसीसीआई की किसी क्रिकेट समिति का कुल 5 साल सदस्य रहा है, वह आवेदन नहीं कर सकता। वर्तमान चयनकर्ता नीतू डेविड, आरती वैद्य, रेणु मार्ग्रेट और वेंकटचर कल्पना के पद छोड़ने की संभावना है, क्योंकि उन्हें सितंबर 2020 में नियुक्त किया गया था और उनका पांच साल का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। हालांकि, श्यामा शॉ अपनी जगह बरकरार रख सकती हैं, क्योंकि वह जून 2023 में समिति में शामिल हुई थीं। जूनियर पुरुष चयन समिति का काम अंडर-22 तक की टीमों का चुनाव करना होगा। इसमें कैम्प, टूर्नामेंट, कप्तान और सपोर्ट स्टाफ का चयन भी शामिल है। इसके अलावा युवा खिलाड़ियों में अनुशासन और नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देना भी जिम्मेदारी का हिस्सा होगा। इस समिति में वही पूर्व खिलाड़ी शामिल हो सकते हैं जिन्होंने कम से कम 25 प्रथम श्रेणी मैच खेले हों और 5 साल पहले खेल से संन्यास लिया हो। कोई भी व्यक्ति जो किसी भी क्रिकेट समिति (जैसा कि बीसीसीआई के मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन और नियमों व विनियमों में परिभाषित है) का कुल 5 वर्षों तक सदस्य रहा हो, जूनियर क्रिकेट समिति का सदस्य बनने के लिए पात्र नहीं होगा। मौजूदा सदस्यों में रानादेव बोस, हरविंदर सिंह सोढ़ी, पथिक पटेल और कृष्ण मोहन को रिप्लेस किया जा सकता है, क्योंकि वे 2021 से इस समिति में हैं। वर्तमान अध्यक्ष तिलक नायडू, जो जून 2023 में जुड़े थे, फिलहाल बने रह सकते हैं।  

क्रिकेट चयन समिति में बड़ा फेरबदल, BCCI ने सेलेक्टर्स के लिए निकाली वैकेंसी

नई दिल्ली भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने सीनियर मेन्स, वूमेन्स और जूनियर मेन्स चयन समिति में सेलेक्टर्स के पदों के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं. कुल 7 पद खाली हैं जिसके लिए योग्य उम्मीदवार आवेदन कर पाएंगे. 10 सितंबर 2025 की शाम 5 बजे तक इन पदों के लिए आवेदन किया जा सकता है. शॉर्टलिस्टिंग और स्क्रीनिंग के बाद उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा. बीसीसीआई की ओर से आवदेन करने के लिए लिंक भी शेयर किया गया है. मेन्स सेलेक्शन कमेटी में 2 पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. इस समिति में शामिल सदस्य का काम भारतीय पुरुष टीम का चयन करना होता है. इस पद के लिए वही खिलाड़ी आवदेन कर सकते हैं, जिन्होंने 7 टेस्ट मैच या 30 फर्स्ट-क्लास मैच खेले हों. या 10 वनडे और 20 फर्स्ट-क्लास मैच. साथ ही कम से कम 5 साल पहले संन्यास लिया हो और बीसीसीआई की किसी क्रिकेट समिति में सदस्य के तौर पर 5 साल से ज्यादा का कार्यकाल नहीं रहा हो. वर्तमान में मेन्स सेलेक्शन पैनल में चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर, शिवसुंदर दास, सुब्रतो बनर्जी, अजय रात्रा और एस शरत शामिल हैं. इनमें मुख्य चयनकर्ता अगरकर का कार्यकाल जून 2026 तक बढ़ाया गया है. उधर महिला चयन समिति में 4 पद के लिए बोर्ड की ओर से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. इस सेलेक्शन पैनल का मुख्य काम महिला टीम का चयन करना है. इसके साथ ही चयन समिति का काम कोच और सपोर्ट स्टाफ की जांच, मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार करना और मजबूत बेंच स्ट्रेंथ तैयार करना होता है. इसके लिए वहीं प्लेयर अपनी दावेदारी पेश कर सकती हैं, जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में भारतीय महिला टीम का प्रतिनिधित्व किया हो. साथ ही कम से कम 5 साल पहले संन्यास लिया हो. इसके अलावा बीसीसीआई की किसी क्रिकेट समिति में कुल मिलाकर 5 साल से अधिक का कार्यकाल नहीं रहा हो. जूनियर मेन्स सेलेक्टर के लिए क्या है योग्यता? बीसीसीआई की तरफ से जूनियर मेन्स क्रिकेट समिति में 1 पद के लिए भी आवेदन आमंत्रित किए गए हैं. जूनियर क्रिकेट समिति का सदस्य अंडर-22 लेवल तक की टीमों का चयन करेगा. इसके सदस्य का काम जूनियर टूर्नामेंट्स का आयोजन करना, कप्तान और सपोर्ट स्टाफ की नियुक्ति करना और युवा खिलाड़ियों में नैतिक मूल्यों को बढ़ावा देना होता है.  जूनियर मेन्स क्रिकेटर समिति में सेलेक्टर पद के लिए वही खिलाड़ी आवेदन कर पाएंगे, जिन्होंने कम से कम 25 फर्स्ट-क्लास मैच खेले हों. साथ ही कम से कम 5 साल पहले क्रिकेट से संन्यास लिया हो. इसके अलावा बीसीसीआई की किसी क्रिकेट समिति में 5 से ज्यादा समय तक सदस्य नहीं रहा हो.

BCCI का ACC बैठक में रहना तय, एशिया कप को लेकर असमंजस होगा खत्म?

मुंबई  एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के संबंध में गतिरोध टूटता हुआ लग रहा है। बीसीसीआई ढाका में होने वाली बैठक में वर्चुअल तौर पर भाग लेने के लिए तैयार है। हालांकि बीसीसीआई ने शुरू में पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक का बहिष्कार किया था लेकिन अब वर्चुअल रूप से बैठक में भाग लेगा। एशिया कप टी20 के आयोजन स्थल को लेकर गतिरोध निश्चित रूप से चर्चा में आएगा क्योंकि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दुबई, अबुधाबी और शारजाह में मैदान होने के कारण यह एक मजबूत दावेदार के रूप में उभर रहा है। मेजबानी की दौड़ में दूसरा देश श्रीलंका है क्योंकि भारत बांग्लादेश की यात्रा नहीं करेगा। एसीसीसी सूत्र ने पीटीआई से कहा, ‘‘बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व उसके उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला वर्चुअल रूप से करेंगे जो एसीसी बोर्ड के नामित सदस्य हैं। एशिया कप के आयोजन स्थल पर अंतिम निर्णय लिया जाना है इसलिए बीसीसीआई ने वर्चुअल रूप से बैठक में भाग लेने का फैसला किया है। ’’ बीसीसीआई ने अगस्त में अपने बांग्लादेश दौरे को पहले ही स्थगित कर दिया है। उसने पहले महाद्वीपीय संस्था से आयोजन स्थल बदलने का अनुरोध किया था। राजनीतिक अशांति और स्थिर सरकार के अभाव के कारण भारतीय बोर्ड पड़ोसी देश की यात्रा को लेकर संशय में है।

BCCI का ACC बैठक में रहना तय, एशिया कप को लेकर असमंजस होगा खत्म?

मुंबई  एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के संबंध में गतिरोध टूटता हुआ लग रहा है। बीसीसीआई ढाका में होने वाली बैठक में वर्चुअल तौर पर भाग लेने के लिए तैयार है। हालांकि बीसीसीआई ने शुरू में पीसीबी अध्यक्ष मोहसिन नकवी की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक का बहिष्कार किया था लेकिन अब वर्चुअल रूप से बैठक में भाग लेगा। एशिया कप टी20 के आयोजन स्थल को लेकर गतिरोध निश्चित रूप से चर्चा में आएगा क्योंकि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के दुबई, अबुधाबी और शारजाह में मैदान होने के कारण यह एक मजबूत दावेदार के रूप में उभर रहा है। मेजबानी की दौड़ में दूसरा देश श्रीलंका है क्योंकि भारत बांग्लादेश की यात्रा नहीं करेगा। एसीसीसी सूत्र ने पीटीआई से कहा, ‘‘बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व उसके उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला वर्चुअल रूप से करेंगे जो एसीसी बोर्ड के नामित सदस्य हैं। एशिया कप के आयोजन स्थल पर अंतिम निर्णय लिया जाना है इसलिए बीसीसीआई ने वर्चुअल रूप से बैठक में भाग लेने का फैसला किया है। ’’ बीसीसीआई ने अगस्त में अपने बांग्लादेश दौरे को पहले ही स्थगित कर दिया है। उसने पहले महाद्वीपीय संस्था से आयोजन स्थल बदलने का अनुरोध किया था। राजनीतिक अशांति और स्थिर सरकार के अभाव के कारण भारतीय बोर्ड पड़ोसी देश की यात्रा को लेकर संशय में है।

क्रिकेट में बढ़ा भूचाल! एशिया कप को लेकर BCCI और ACC आमने-सामने

मुंबई  एशिया कप क्रिकेट 2025 का आयोजन होगा या नहीं… इसे लेकर सस्पेंस गहराता जा रहा है. अब भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) और कुछ अन्य सदस्य बोर्ड्स ने चेतावनी दी है कि अगर एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) की अगली बैठक बांग्लादेश की राजधानी ढाका में होती है, तो वे उसमें हिस्सा नहीं लेंगे. ये बैठक 24 जुलाई को ढाका में होने वाली है. बीसीसीआई ने साफ कर दिया है कि वो ढाका में होने वाली बैठक में शामिल नहीं होगा. एक वरिष्ठ सूत्र ने इंडिया टुडे को बताया कि BCCI ने इस बारे में आधिकारिक रूप से एसीसी और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के मौजूदा अध्यक्ष मोहसिन नकवी को सूचित कर दिया है. BCCI के इस फैसले के पीछे की वजह भारत और बांग्लादेश के बीच चल रहा मौजूदा राजनीतिक तनाव बताया जा रहा है. BCCI के अलावा श्रीलंका, अफगानिस्तान और ओमान के क्रिकेट बोर्ड्स ने भी साफ कर दिया है कि यदि ढाका में बैठक होती है, तो वे उसमें हिस्सा नहीं लेंगे. सूत्र ने इंडिया टुडे से कहा, 'बीसीसीआई ने एसीसी और उसके चेयरमैन मोहसिन नकवी दोनों को स्पष्ट रूप से सूचित कर दिया है. भारत ने व्यक्तिगत रूप से भी वेन्यू बदलने का अनुरोध किया, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला है.' ACC के नियमों के अनुसार प्रमुख सदस्य देशों की गैरमौजूदगी में लिए गए निर्णय अवैध माने जाएंगे. ढाका में क्यों बैठक करना चाहते हैं नकवी? सूत्रों का मानना है कि एसीसी चेयरमैन मोहसिन नकवी इसलिए ढाका में बैठक आयोजित करना चाहते हैं, ताकि बीसीसीआई पर अनावश्यक दबाव डाला जाए. हालांकि बीसीसीआई के बिना इस बैठक की कल्पना करना भी मुश्किल होगा. बैठक में अब केवल 5 दिन शेष हैं, लेकिन एसीसी की ओर से वेन्यू बदलने को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. एशिया कप का आयोजन सितंबर 2025 में निर्धारित है. भारत इसका मेजबान देश है, लेकिन टूर्नामेंट के यूएई या श्रीलंका में कराए जाने की संभावना बन रही थी. हालांकि भारत-पाकिस्तान तनाव और मौजूदा घटनाक्रमों के चलते एशिया कप 2025 के आयोजन पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.

ऋषभ की देखभाल कर रही डॉक्टरों की टीम : बीसीसीसीआई

मुंबई भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीसीआई) ने कहा है कि इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में जारी तीसरे क्रिकेट टेस्ट मैच में चोटिल हुए विकेटकीपर विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत अभी ठीक हैं और डॉक्टरों की एक टीम उनकी देखरेख कर रही है। ऋषभ को विकेटकीपिंग करते हुए पहले ही दिन अंगुली में चोट लग गयी। जिसके कारण उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा। ऐसे में उनकी जगह ध्रुव जुरेल को विकेटकीपिंग के लिए उतारा गया।  बीसीसीआई के अनुसार ऋषभ जब मैदान पर इलाज से राहत नहीं मिली तो उन्हें हटाकर जुरेल को विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी दी गई, हालांकि जुरेल  अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं हैं। ऋषभ को ये चोट तब लगी जब जसप्रीत बुमराह के 34वें ओवर में एक गेंद को रोकने के प्रयास में उन्होंने छलांग मार मारी पर गेंद से उनकी अंगुली में चोट लग गयी।   इसके कारण खेल भी कुछ देर के लिए रुका और उन्हें फिजियो ने मैदान पर ही प्राथमिक इलाज दिया। इसके बाद खेल फिर शुरू हुआ पर ऋषभ दर्द ls परेशान दिखे और बुमराह का ओवर खत्म होने के बाद उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा। इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने इस सीरीज के दोनो ही मैचों में काफी रन बनाये हैं। ऐसे में अगर वह आगे नहीं खेल पाते हैं तो ये टीम के लिए करारा झटका होगा। उनकी जगह पर शामिल जुरेल इस मैच में केवल विकेटकीपिंग कर सकते है पर बल्लेबाजी नहीं क्योंकि ऋषभ को को सिर या आंख में चोट नहीं लगी है। इसलिए कन्कशन सब्सटीट्यूट का इस्तेमाल इसलिए नहीं किया जा सकता। ऐसे में टीम उम्मीद कर रही है कि उपकप्तान पंत फिट होकर बल्लेबाजी कर सकें।  इस मैच में मेजबान इंग्लैंड ने पहले दिन का खेल समाप्त होने पर अपनी पहली पारी में चार विकेट पर 251 रन बना लिए थे। जो रूट 99 नाबाद और बेन स्टोक्स 39 पर खेल रहे थे। रूट और स्टोक्स ने चौथे विकेट के लिए 79 रन बनाये। वहीं भारतीय टीम की ओर से नीतीश कुमार रेड्डी ने पहले ही ओवर में दो विकेट लिए।