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IIT खड़गपुर में फिर हादसा: छात्र की मौत ने उठाए सुरक्षा और मानसिक दबाव पर सवाल

खड़गपुर/भोपाल  टेक्नीकल एजुकेशन के मामले में देशभर में अगल पहचान रखने वाले आईआईटी खड़गपुर में संदिग्ध हालात में हो रही छात्रों की मौत से हड़कंप है. 4 दिन पहले एक छात्र की मौत का मामला गर्म था कि यहां पढ़ने वाले एक और छात्र की भी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृतक छात्र चंद्रदीप पवार मध्य प्रदेश का रहने वाला था और वह इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग द्वितीय वर्ष का छात्र था. चंद्रदीप पवार की मौत सोमवार रात को हुई. प्रबंधन ने श्वास नली में टेबलेट फंसना बताया सूत्रों के अनुसार आईआईटी खड़गपुर के छात्र चंद्रदीप पवार छात्र ने  रात डिनर किया. इसके बाद तबियत बिगड़ गई. अस्पताल पहुंचने पर उसकी मौत हो गई. इस मामले में पुलिस और आईआईटी अधिकारियों का कहना है "खाना खाते समय दवा उसके श्वास नली में फंसने से मौत हो गई." छात्र ने  रात करीब 11:30 बजे आईआईटी खड़गपुर के पास बीसी रॉय अस्पताल में दम तोड़ा. डिनर के बाद मेडिसिन ली और दम तोड़ दिया बताया जाता है कि खाना खाने के बाद छात्र चंद्रदीप पवार अस्पताल ले जाने के बाद सीपीआर शुरू किया गया. इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई. मंगलवार को मेदिनीपुर मेडिकल में पोस्टमार्टम किया जाएगा. खड़गपुर आईआईटी प्रबंधन और पुलिस के अनुसार चंद्रदीप आईआईटी खड़गपुर के नेहरू हॉल (कमरा डी-408) में रहता था. खाना खाने के बाद बुखार और सर्दी की दवा लेते समय एक गोली उसकी श्वास नली में फंस गई. दवा गले में अटकने से चंद्रदीप को सांस लेने में तकलीफ होने लगी. परिवार को आईआईटी खड़गपुर प्रबंधन ने सूचित कर दिया है. स्टूडेंट्स की टास्क फोर्स गठित करने का फैसला गौरतलब है कि इससे पहले इसी सप्ताह आईआईटी खड़गपुर में मैकेनिकल इंजीनियरिंग के चौथे वर्ष के छात्र रितम मंडल की अप्रत्याशित रूप से मृत्यु हो गई थी. उसका शव उसके कमरे में मिला था. इस घटना के मात्र 4 दिन के भीतर एक छात्र की मौत से हड़कंप और दहशत है. आईआईटी खड़गपुर प्रबंधन के अधिकारी स्तब्ध हैं. 7 माह के अंदर 5 छात्रों की मौत बताया जाता है इस वर्ष के पहले 7 महीनों में आईआईटी खड़गपुर परिसर में 5 छात्रों की मौत हो चुकी है. हालांकि इससे पहले हुई 4 छात्रों की मौत में सामने आया था कि उन्होंने खुद जान दी है. लेकिन सारे मामले संदिग्ध हैं. वहीं, आईआईटी खड़गपुर प्रबंधन ने प्रत्येक छात्रावास में एक छात्र टास्क फोर्स बनाने का फैसला किया है. सुप्रीम कोर्ट ने मांगी थी छात्र की मौत पर रिपोर्ट आईआईटी खड़गपुर के डायरेक्टर सुमन चक्रवर्ती का कहना है "इन मौतों के कारणों की तह में जाने के लिए 10 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. ये टीम विभिन्न कारणों के गहराई तक जाकर जांच करेंगी. पुलिस भी मामलों की जांच कर रही है." गौरतलब है कि पिछले दिनों आईआईटी खड़गपुर में इंजीनियरिंग छात्र को लेकर हाल में ही में सुप्रीम कोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा था "ऐसी घटनाओं ने हमारी मौजूदा शिक्षा व्‍यवस्‍था पर भी सवाल खड़ा कर दिया है." सुप्रीम कोर्ट ने संस्थान से रिपोर्ट भी मांगी थी. 

IIT खड़गपुर में सनसनी: हॉस्टल में लटका मिला छात्र, संस्थान में चौथी मौत से हड़कंप

कोलकाता पश्चिम बंगाल के खड़गपुर स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में एक दुखद घटना सामने आई है। शुक्रवार को बीटेक के चौथे वर्ष के छात्र रीतम मंडल का शव हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटका हुआ पाया गया। यह इस साल जनवरी के बाद से परिसर में इस तरह का चौथा मामला है। संस्थान के एक अधिकारी ने बताया कि मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे 21 वर्षीय छात्र रीतम मंडल को परिसर के राजेंद्र प्रसाद (आरपी) हॉल छात्रावास भवन में उसके कमरे में फंदे से लटका पाया गया। छात्रावास में रीतम के साथ रहने वाले एक छात्र ने बताया कि कोलकाता निवासी यह छात्र बृहस्पतिवार रात भोजन करने के बाद अपने कमरे में चला गया था और उसके व्यवहार में किसी तरह की कोई असामान्यता नहीं थी। आईआईटी के अधिकारी ने बताया कि बार-बार दरवाजा खटखटाने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, जिसके बाद सुबह परिसर स्थित चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने संस्थान के सुरक्षा गार्डों के साथ मिलकर दरवाजा तोड़ा और शव को फंदे से लटका पाया। अधिकारी ने बताया कि संस्थान ने प्राथमिकी दर्ज कराई औकृर जांचकर्ताओं को पूरा सहयोग दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि छात्र के परिवार को सूचित कर दिया गया है। आईआईटी ने एक बयान में कहा, “हमें गहरे दुख के साथ मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के स्नातक चतुर्थ वर्ष के छात्र रीतम मंडल के असामयिक निधन की सूचना देते हुए दुख हो रहा है।” बयान में घटनाक्रम का विवरण देते हुए बताया गया, “मंडल 18 जुलाई की सुबह राजेंद्र प्रसाद हॉल ऑफ रेजिडेंस स्थित अपने कमरे में मृत पाया गया। सूचना मिलने पर, संस्थान की सुरक्षा प्रतिक्रिया टीम ने त्वरित कार्रवाई की और छात्रावास परिसर पहुंची। इसके बाद, संस्थान की चिकित्सा टीम, निदेशक, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी और स्थानीय पुलिस अधिकारी पहुंचे। मंडल के परिवार से भी तत्काल संपर्क किया गया।” बयान में दावा किया गया कि युवक के व्यवहार में कोई असामान्यता नहीं देखी गई। बयान के मुताबिक, मंडल गर्मी की लंबी छुट्टियों के बाद हाल ही में परिसर लौटा था। संस्थान ने बताया, “मंडल ने कक्षाएं लेना शुरू कर दिया था। संस्थान के सार्थ परामर्श केंद्र से प्राप्त रिकॉर्ड के अनुसार, मानसिक स्वास्थ्य संबंधी किसी भी प्रकार की समस्या के कोई पूर्व संकेत नहीं मिले हैं। विभाग के संकाय सलाहकार ने भी बताया कि कोई भी शैक्षणिक या गैर-शैक्षणिक समस्या उनके ध्यान में नहीं आई। प्रशासन ने प्राथमिकी दर्ज करने और कानून के अनुसार आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है।” बयान में बताया गया कि पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और संस्थान इस प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए पूरा सहयोग दे रहा है। बयान के मुताबिक, “हमने (संस्थान ने)घटना की जांच करने और जल्द से जल्द रिपोर्ट देने के लिए एक तथ्यान्वेषी समिति का गठन किया है। पूरा आईआईटी समुदाय इस दुखद क्षति से गहरे सदमे में है।”