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सामाजिक संस्थाओं और जन-प्रतिनिधियों ने निभाई जिम्मेदारी

भोपाल  अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर प्रदेश के शहरी और ग्रामीण अंचलों में वरिष्ठजन सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। आयोजन में शासकीय और अशासकीय संस्थाओं, जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने अपने-अपने क्षेत्र में वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान शॉल, श्रीफल, स्मृति चिंह भेंट कर किया गया। एक सौ वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके बुजुर्गों का विशेष रूप से "शतायु सम्मान" से सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में इंदौर महानगर और ग्रामीण क्षेत्रों में सम्मान समारोह आयोजित किए गये। इंदौर शहर में कल्याण मित्र समिति इंदौर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सांसद श्री शंकर लालवानी ने 140 बुजुर्ग को शॉल-श्रीफल से सम्मानित किया, ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम पंचायत कलारिया में श्री जगन चौधरी, ग्राम पंचायत पिवडाय में श्री कन्हैया लाल तोमर, ग्राम पंचायत माचला में श्रीमती अयोद्धया बाई, नगर निगम इंदौर क्षेत्र में श्रीमती चन्दु जैन को जिला प्रशासन के दल ने घर-घर जाकर सम्मानित किया। निवाड़ी जिला मुख्यालय कलेक्टर श्री लोकेश कुमार जांगिड ने श्री रामराजा वृद्धाश्रम पहुँच कर वरिष्ठजन का सम्मान किया। उन्होंने आश्रम में रहने वाले वृद्धजन से वहाँ की व्यवास्थाओं, स्वास्थ्य और अन्य विषय पर चर्चा की। रायसेन जिला मुख्यालय पर विधायक एवं पूर्व मंत्री श्री प्रभुराम चौधरी, कलेक्टर श्री अरूण कुमार विश्वकर्मा ने महात्मा गांधी वृद्धाश्रम में वरिष्ठजन का सम्मान किया। उन्होंने वृद्धजनों के साथ भोजन भी किया। देवास जिले में बुजुर्गों के लिये नीबू रेस, कैरम और शतरंज प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई। कार्यक्रम में 101 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर श्रीमती सौरभ बाई को भी विभागीय अधिकारियों द्वारा शॉल श्रीफल से सम्मानित किया गया। बड़वानी जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री बलवंत पटेल की अगवाई में अन्तर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस का आयोजन किया गया। अशोकनगर जिले में जिलास्तरीय कार्यक्रम का आयोजन नगर पालिका अध्यक्ष श्री नीरज मनोरिया और अपर कलेक्टर श्री देवकीनंदन की उपस्थिति में किया गया। कार्यक्रम में 100 वर्ष से अधिक आयु पूर्ण कर चुकी 3 महिलाओं को शातायु सम्मान के रूप में एक हजार रूपये की नगद राशि शॉल और श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।  

अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस : रायपुर में 1 अक्टूबर को होगा राज्य स्तरीय आयोजन

रायपुर  सेवा पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस का राज्य स्तरीय आयोजन 1 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे राजधानी रायपुर के जोरा स्थित कृषि महाविद्यालय परिसर के कृषि मंडपम में किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता समाज कल्याण तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े करेंगी। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री श्री केदार कश्यप, श्री टंकराम वर्मा, श्री गुरु खुशवंत साहेब, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री राजेश मूणत, श्री पुरंदर मिश्रा, श्री सुनील सोनी, श्री मोतीलाल साहू, श्री इन्द्र कुमार साहू, श्री अनुज शर्मा तथा महापौर श्रीमती मीनल चौबे सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। राज्य स्तरीय आयोजन में वरिष्ठ नागरिकों के सम्मान, उनके कल्याण, स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा तथा समाज में उनकी सक्रिय भूमिका को सशक्त करने हेतु विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, अनुभव साझा करने के सत्र, स्वास्थ्य जांच शिविर एवं प्रेरक वार्ता का भी आयोजन होगा। जिला प्रशासन एवं समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में वृद्धजन के योगदान को मान्यता देना, उन्हें सम्मानित करना और उनकी सामाजिक सहभागिता को बढ़ावा देना है। इस अवसर पर वरिष्ठ नागरिकों को जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया जाएगा और उनके अधिकारों एवं कल्याण से संबंधित जागरूकता भी बढ़ाई जाएगी। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अतिथियों द्वारा वृद्धजन कल्याण से जुड़ी नवीनतम सरकारी योजनाओं एवं पहलों की जानकारी भी साझा की जाएगी, जिससे समाज के वरिष्ठ नागरिकों को प्रत्यक्ष लाभ मिल सके।

अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस: 1 अक्टूबर को होंगे सम्मान और जागरूकता से जुड़े विविध कार्यक्र

1 अक्टूबर को मनाया जाएगा अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस, बुजुर्गों के लिए आयोजित होंगे विविध आयोजन भोपाल  अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस एक अक्टूबर को मध्यप्रदेश में विशेष रूप से मनाया जाएगा। इस अवसर पर राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। दिवस का प्रमुख उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों की समाज में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करना और उन्हें समावेशी भविष्य के निर्माण में सशक्त पहचान दिलाना है। कार्यक्रम की थीम “समावेशी भविष्य के लिए वृद्धजन की पहचान को सशक्त बनाना” निर्धारित की गई है। जिला स्तर पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम, संवाद सत्र एवं जनजागरूकता गतिविधियां आयोजित होंगी। इन आयोजनों का मुख्य फोकस यह रहेगा कि वृद्धजन केवल परिवार और समाज के अनुभव का आधार ही नहीं, बल्कि सक्रिय भागीदारी के माध्यम से समाज के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। विशेष आकर्षण के रूप में प्रत्येक जिले में ‘शतायु सम्मान’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 100 वर्ष या उससे अधिक आयु पूर्ण कर चुके वृद्धजनों को सार्वजनिक रूप से सम्मानित किया जाएगा। इस पहल से राज्य सरकार का उद्देश्य बुजुर्गों के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता का संदेश देना है। सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण विभाग की प्रमुख सचिव श्रीमती सोनाली वायंगणकर ने सभी जिला कलेक्टर और विभाग के जिला अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है कि कार्यक्रमों का स्वरूप स्थानीय परिस्थितियों और संसाधनों के अनुरूप तैयार किया जाए तथा प्रत्येक जिले में अधिक से अधिक वरिष्ठ नागरिकों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए। अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के आयोजन से प्रदेश में न केवल वरिष्ठ नागरिकों के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता की भावना को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि समाज में उनके अनुभव और मार्गदर्शन की उपयोगिता को भी पुनः रेखांकित किया जाएगा। यह आयोजन प्रदेश की उस प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जिसमें बुजुर्गों को समाज की धरोहर मानते हुए उन्हें सम्मान और सहयोग प्रदान करना सर्वोच्च प्राथमिकता है।