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जानिए कैसे प्रशांत किशोर ने 3 साल में कमाए 241 करोड़ और चंदा में दिए 98 करोड़

पटना  जन सुराज पार्टी के सुप्रीमो प्रशांत किशोर ने तीन साल में अपनी खुद की कमाई और जन सुराज पार्टी को मिल रहे पैसे के स्रोत का हिसाब दिया है। पीके के निशाने पर रहे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और सांसद संजय जायसवाल ने प्रशांत और जन सुराज पार्टी के पैसे के स्रोत पर सवाल उठाया था। प्रशांत किशोर ने कहा कि सलाह देने के काम से पिछले तीन साल में उन्होंने 241 करोड़ रुपये कमाए। प्रशांत किशोर ने कहा कि अपनी कमाई से 98 करोड़ रुपए उन्होंने खुद के बैंक खाते से जन सुराज पार्टी को दान में दिया है। प्रशांत किशोर ने पटना में सोमवार को डिप्टी सीएम व भाजपा नेता सम्राट चौधरी और जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता अशोक चौधरी पर आरोप लगाने के लिए पत्रकार सम्मेलन बुला रखा था। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के नेताओं पर बोलने से पहले प्रशांत ने कहा कि कुछ छुटभैया नेताओं ने उनकी और जन सुराज पार्टी की आय के स्रोत पर सवाल उठाया है, इसलिए वो सबसे पहले बिहार की जनता को उसका जवाब देंगे। प्रशांत किशोर ने तंज भरे लहजे में कहा कि जिस तरह सावन के अंधे को सब चीज हरा दिखता है, उसी तरह बिहार के चोर नेताओं को सब चोर ही दिखता है। प्रशांत किशोर ने कहा- “पैसा सरस्वती से आता है। पैसा उन लोगों से आता है, जिनकी मदद की है। किसी बालू माफिया, भ्रष्ट आदमी से मदद ना लेनी लड़े, इसके लिए जन सुराज पार्टी के पास साधन होना चाहिए। हमको पैसा दो जगह से मिलता है। एक जिसको हम सलाह देते हैं। आदमी हो या कंपनी, जिसने भी हमसे सलाह लिया, उससे फीस लिए। 2021-22 से पिछले तीन साल में मेरे खाते या मुझसे जुड़े लोगों के खातों में 241 करोड़ रुपया फीस के तौर पर आया है। इस पर हमने 30.95 करोड़ जीएसटी जमा किया है। 20 करोड़ इनकम टैक्स दिया। 98.75 करोड़ रुपये जन सुराज पार्टी को दान दिया है, अपने पर्सनल खाते से”।  

तेजस्वी के गढ़ पर नजर! PK बोले- नीतीश लड़ते तो मैं भी वही चुनता

पटना जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर ने साफ-साफ तो नहीं कहा है लेकिन संकेत दिया है कि बिहार विधानसभा चुनाव में वो राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव की राघोपुर सीट से या फिर रोहतास (सासाराम) में अपने जन्मस्थान की करगहर सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने एक साथ दो सीट से लड़ने की भी बात कह दी है। प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार तो चुनाव लड़ते ही नहीं है, नहीं तो अगर जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के अध्यक्ष लड़ते तो वो भी वहीं से लड़ते। पीके के नाम से प्रसिद्ध प्रशांत ने कार्यक्रम में सवाल-जवाब के दौरान यह बात कही है। प्रशांत किशोर से पटना में बुधवार को आयोजित कार्यक्र में चुनाव लड़ने और लड़ाने पर सवाल पूछा गया था। उन्होंने कहा कि वो पहले भी कह चुके हैं और फिर दोहरा रहे हैं कि अगर नीतीश कुमार चुनाव लड़ते हैं तो वो निश्चित तौर पर चुनाव लड़ेंगे। जन सुराज पार्टी के सारे फैसलों की पटकथा लिखने वाले प्रशांत किशोर ने हालांकि कहा कि वो पार्टी से ऊपर नहीं हैं और पार्टी ही तय करेगी कि उन्हें चुनाव लड़ना है या नहीं और अगर लड़ना है तो कहां से। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार लड़ेंगे तो वो पार्टी से लड़कर भी मैदान में उतर जाएंगे। नीतीश कुमार को पिछले दरवाजे का नेता बताते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने 20 साल से चुनाव लड़ना बंद कर दिया है। प्रशांत ने कहा कि वो दूसरों से कहते रहे हैं कि आदमी को दो जगह से चुनाव लड़ना चाहिए। या तो आप अपनी जन्मभूमि से लड़िए या फिर कर्मभूमि से। इस बयान का एक मतलब यह निकाला जा रहा है कि प्रशांत किशोर वैशाली जिले की राघोपुर और रोहतास जिले की करगहर दोनों सीट से एक साथ चुनाव लड़ सकते हैं।