samacharsecretary.com

झारखंड में रावण को मिला एक दिन का जीवनदान, 65 फीट ऊंचा पुतला आज होगा दहन

रांची बीते गुरुवार को हुई बारिश ने दशहरे के उत्सव को फीका कर दिया। सिंदरी के ऐतिहासिक शहरपुरा शिव मंदिर परिसर में दशकों से चली आ रही राम-रावण युद्ध इस साल बारिश की वजह से एक दिन टल गया है। जानकारी के मुताबिक शिव मंदिर परिसर में आज रावण दहन होगा क्योंकि बीते गुरुवार को लगातार मूसलाधार बारिश से 65 फीट ऊंचा रावण का पुतला पूरी तरह भीग गया। लोगों का कहना है कि सुबह से ही लोग रावण दहन को लेकर काफी उत्साहित थे, लेकिन सुबह से लगातार बारिश के कारण सभी का उमंग फीका पड़ गया है। लोगों ने बताया कि यह सब स्वयं इंद्र देव के हस्तक्षेप के कारण हुआ है। परिसर में खड़े रावण के पुतले को एक दिन का और जीवनदान मिल गया है। शहरपुरा मंदिर समिति के सदस्यों ने बताया कि मौसम को देखते हुए अब रावण दहन कार्यक्रम अगले दिन आयोजित किया जाएगा। सुरक्षा व श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रख यह निर्णय लिया गया है।  

इस बार दशहरे पर रिकॉर्ड बनेगा: कोटा में खड़ा होगा दुनिया का सबसे ऊंचा रावण, रिमोट से होगा दहन

कोटा कोटा में इस बार दशहरे पर 215 फीट ऊंचा रावण तैयार किया जा रहा है. इसे बनाने वालों का दावा है कि यह दुनिया का सबसे ऊंचा रावण होगा. रावण का पुतला 12 टन यानी 12 हजार किलो वजनी है. खास बात यह है कि इसे खड़ा करने में केवल 3 घंटे का समय लगेगा और दहन पहली बार रिमोट से किया जाएगा. रावण के पतले में 9500 किलो लोहे का इस्तेमाल हुआ है. पुतले का सिर 25 फीट का है जबकि बाकी 9 सिर 3×6 फीट के बनाए गए हैं. रावण का चेहरा फाइबर से तैयार किया गया है जिसका वजन करीब 300 किलो है. पुतले का मुकुट 60 फीट ऊंचा होगा और इसमें मल्टीकलर LED लाइट्स लगाई जाएंगी. तलवार 50 फीट लंबी और जूतियां 40 फीट की बनाई गई हैं. कुंभकर्ण और मेघनाद भी खास रावण के साथ कुंभकर्ण और मेघनाद के 60-60 फीट ऊंचे पुतले भी बनाए जा रहे हैं. इनका वजन 1-1 हजार किलो है और चेहरे 10-10 फीट के फाइबर से तैयार किए गए हैं. 3 घंटे में होगा खड़ा, पहली बार रिमोट से दहन विशाल पुतले को खड़ा करने के लिए 6 फीट गहरा और 25 फीट चौड़ा पक्का फाउंडेशन बनाया गया है. दो क्रेन, जेसीबी और 100 से ज्यादा लोगों की मदद से रावण को खड़ा किया जाएगा. इस बार दहन रिमोट सेंसर से होगा. पुतले में 20 सेंसर लगाए गए हैं. जैसे ही बटन दबेगा, आतिशबाजी शुरू होगी और मुकुट से लेकर शरीर तक पुतला जलता जाएगा. कलाकार का जुनून और रिकॉर्ड रावण बनाने वाले कलाकार तेजेंद्र चौहान पिछले 39 साल से इस काम में लगे हैं. अब तक उन्होंने 7 रिकॉर्ड बनाए हैं जिनमें 5 लिम्का बुक और 2 वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया में दर्ज हैं. बड़े रावण बनाने के शौक में उन्होंने साढ़े 12 एकड़ जमीन भी बेच दी.