samacharsecretary.com

विशेष आवश्यकता वाले बच्चों हेतु आंकलन शिविर 21 से

बिलासपुर, समावेशी शिक्षा अंतर्गत विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के चिन्हांकन, आवश्यक उपकरण एवं उपचार का आकंलन एवं प्रमाणीकरण के लिए 21 जुलाई से 29 जुलाई तक शिविर का आयोजन किया जा रहा है। विकासखण्ड स्तरीय शिविर के तहत विकासखण्ड स्त्रोत केंद्र मस्तूरी में 21 जुलाई, कोटा में 22 जुलाई, तखतपुर में 23 जुलाई को शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसी प्रकार बिल्हा ग्रामीण एवं शहरी के लिए 25 जुलाई को पंडित देवकीनंदन दीक्षित कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलासपुर में एवं समस्त विकासखण्ड हेतु 29 जुलाई को पंडित देवकीनंदन दीक्षित कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलासपुर में जिला स्तरीय मेगा शिविर का आयोजन किया जाएगा। उक्त शिविर निर्धारित तिथियों को सवेेरे 9 बजे से प्रारंभ होगी। शिविरों में दिव्यांगता प्रमाण पत्र, नवीनीकरण एवं यूडीआईडी कार्ड जारी किये जायेंगे।

जैविक धरोहर का संरक्षण: मुख्यमंत्री साय ने किया वेटलैण्ड मित्र बनने का आह्वान

नवा रायपुर में वेटलैण्ड एवं जैव विविधता संरक्षण पर उच्चस्तरीय कार्यशाला का आयोजन रायपुर, जैव विविधता एवं आर्द्रभूमियों (वेटलैण्ड्स) के संरक्षण के उद्देश्य से आज नवा रायपुर स्थित दण्डकारण्य अरण्य भवन में एक उच्चस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, उपमुख्यमंत्रीद्वय अरुण साव एवं विजय शर्मा सहित कैबिनेट के सभी मंत्री एवं विधायकगण उपस्थित थे। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ की परिकल्पना केवल आधारभूत ढांचे के विकास से नहीं, बल्कि पर्यावरणीय संतुलन और जैविक विविधता की रक्षा से ही पूर्ण होती है। उन्होंने आह्वान किया कि हर जनप्रतिनिधि व नागरिक जैव विविधता एवं वेटलैण्ड संरक्षण के लिए व्यक्तिगत दायित्व समझें और 'वेटलैण्ड मित्र' बनकर इस अभियान को जनांदोलन में परिवर्तित करें। कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि जैव विविधता और वेटलैण्ड्स का संरक्षण केवल पर्यावरणीय आवश्यकता नहीं, बल्कि यह हमारी भावी पीढ़ियों की सुरक्षा का सवाल भी है। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से जैव विविधता के संरक्षण में भागीदारी सुनिश्चित करने और “वेटलैण्ड मित्र” बनकर जनजागरण फैलाने का आग्रह किया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ जैव विविधता बोर्ड के अध्यक्ष श्री राकेश चतुर्वेदी ने व्यापक प्रस्तुति दी। उन्होंने 1992 के अर्थ सम्मिट, जैव विविधता अधिनियम 2002, राष्ट्रीय जैव विविधता बोर्ड की भूमिका और जैव विविधता प्रबंधन समितियों की संरचना एवं कार्यों पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि छत्तीसगढ़ देश का तीसरा राज्य है, जहां जैव विविधता प्रबंधन समितियाँ प्रभावी रूप से कार्य कर रही हैं। आर्द्रभूमि संरक्षण के संदर्भ में प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री अरुण कुमार पाण्डेय ने बताया कि वेटलैण्ड्स पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने राज्य आर्द्रभूमि प्राधिकरण की कार्यप्रणाली और जिला स्तरीय आर्द्रभूमि संरक्षण समितियों के गठन की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए बताया कि इन समितियों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर वेटलैण्ड्स की निगरानी एवं संरक्षण को मजबूती मिल रही है। कार्यक्रम में यह जानकारी दी गई कि राज्य का गिधवा-परसदा पक्षी अभ्यारण्य अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित रामसर साइट बनने की पात्रता रखता है। इसके अतिरिक्त, बलौदाबाजार जिले के खोखरा ग्राम को छत्तीसगढ़ की पहली रामसर साइट के रूप में सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया प्रगति पर है। कार्यशाला के अंत में सभी जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों से “वेटलैण्ड मित्र” के रूप में जुड़कर जैव विविधता और आर्द्रभूमियों के संरक्षण हेतु सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की गई। यह भागीदारी राज्य में पर्यावरणीय चेतना को जनआंदोलन का रूप देने में सहायक होगी। इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव (वन)  ऋचा शर्मा, छत्तीसगढ़ वन बल प्रमुख व्ही. श्रीनिवास राव, जैव विविधता बोर्ड के सदस्य सचिव राजेश कुमार चंदेले सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी एवं विशेषज्ञ उपस्थित थे।

एक बगिया माँ के नाम परियोजना से स्व-सहायता समूहों की होगी आर्थिक तरक्कीः कलेक्टर

सिंगरौली  कलेक्टर चन्द्र शेखर शुक्ला ने कहा कि एक बगिया मॉ के नाम परियोजना  स्वसहायता समूह की महिलाओं की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने में सहायक होगा। उन्होने कहा कि राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में मनरेगा के माध्यम से “एक बगिया माँ के नाम” परियोजना 15 अगस्त 2025 से 15 सितंबर तक चलाई जाएगी। परियोजना के अंतर्गत मनरेगा के माध्यम से प्रदेश की 30 हजार से अधिक स्व सहायता समूह की पात्र महिलाओं की निजी भूमि पर 30 लाख से अधिक फलदार पौधे लगाएं जाएंगे जो महिलाओं की आर्थिक तरक्की का आधार बनेंगे जिसके अंतर्गत निजी भूमि पर पौधरोपण किया जाएगा। उन्होने बताया कि परियोजना के तहत हितग्राहियों को पौधे, खाद, गड्ढे खोदने के साथ ही पौधों की सुरक्षा के लिए कटीले तार की फेंसिंग और सिंचाई के लिए 50 हजार लीटर का जल कुंड बनाने के लिए राशि प्रदान की जाएगी। साथ ही उद्यान के विकास के लिए महिला हितग्राहियों को प्रशिक्षित भी किया जाएगा।

भयानक एक्सीडेंट में तीन नर्सिंग छात्राओं की जान गई, तेज रफ्तार कार बनी मौत की वजह

बीकानेर शहर के जयनारायण व्यास कॉलोनी थाना क्षेत्र में रविवार देर रात एक भीषण सड़क हादसा हो गया, जिसमें तीन नर्सिंग छात्रों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा जोधपुर बाईपास रोड पर हुआ, जहां तेज रफ्तार कार और बाइक की आमने-सामने भिड़ंत हो गई। हादसे में जान गंवाने वाले युवकों की पहचान 21 वर्षीय खुमानाराम, 24 वर्षीय अरविंद और एक अन्य युवक के रूप में हुई है, जो बीकानेर के एक निजी नर्सिंग कॉलेज में अध्ययनरत थे। बताया जा रहा है कि तीनों युवक बाइक पर सवार होकर कहीं जा रहे थे, तभी सामने से आ रही तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और तीनों युवक सड़क पर गिरते ही गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें पीबीएम अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया, लेकिन इलाज के दौरान तीनों की ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने पर जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को मोर्चरी भिजवाकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हादसा रात करीब 11 बजे हुआ। दुर्घटना इतनी भयावह थी कि घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। लोगों ने तुरंत पुलिस और एंबुलेंस को सूचना दी। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाना हादसे का मुख्य कारण माना है। फिलहाल पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और कार चालक की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। तीन नर्सिंग छात्रों की असमय मौत से उनके परिवारों में कोहराम मच गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, वहीं कॉलेज में भी शोक की लहर दौड़ गई है।  

नर्मदा नदी के आस-पास के क्षेत्रों में वृहद स्तर पर पौधरोपण के कार्यक्रम किये जायेंगे : मंत्री विजयवर्गीय

प्रदेश की जीवनरेखा निर्मल नर्मदा के लिये केन्द्र से ली जाएगी पूरी मदद : नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय  नर्मदा नदी को निर्मल बनाये रखने के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध : नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय नर्मदा नदी के आस-पास के क्षेत्रों में वृहद स्तर पर पौधरोपण के कार्यक्रम किये जायेंगे : मंत्री विजयवर्गीय 2459 करोड़ रूपये की तैयार की गई है पहले चरण की योजना भोपाल नगरीय विकास एवं आवास मंत्री  कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि नर्मदा नदी मध्यप्रदेश की जीवनरेखा है और नर्मदा जी को निर्मल बनाये रखने के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय नदी संरक्षण योजना में नर्मदा नदी को निर्मल बनाये रखने की योजना में केन्द्र सरकार से हरसंभव मदद ली जायेगी। मंत्री विजयवर्गीय सोमवार को मंत्रालय में निर्मल नर्मदा योजना की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस योजना पर पहले चरण में 2459 करोड़ रूपये खर्च किये जायेंगे। बैठक में अर्बन डेवलपमेंट कंपनी के अधिकारी मौजूद थे। नगरीय विकास मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि योजना के क्रियान्वयन के पहले कंपनी के अधिकारी अपने स्तर पर भौतिक सर्वे कर लें। उन्होंने कहा कि अर्बन डेवलपमेंट कंपनी के नदी किनारे शहरों में सीवरेज प्लांट के कार्य समय-सीमा में पूरे किए जाये। उन्होंने अधिकारियों से कहा‍कि ग्रामीण विकास, जल संसाधन और नर्मदा घाटी विकास के अधिकारियों के साथ समन्वय कर योजना के संबंध में वास्तविक जानकारी लेकर प्रोजेक्ट पर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये। मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्रों में निकलने वाले दूषित पानी को नदी में मिलने से रोकने और पानी के ट्रीटमेंट के उपाय को प्रोजेक्ट में शामिल करें। मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि नर्मदा परिक्रमा स्थल के आस-पास के क्षेत्रों में भी सर्वे का कार्य किया जाये। उन्होंने वर्तमान में कार्यरत और निर्माणाधीन सीवरेज प्लांट की स्थिति की जानकारी ली। नदी से लगे धार्मिक स्थलों का भी हो सर्वे मंत्री विजयवर्गीय ने कहा कि नर्मदा नदी के आस-पास अनेक धार्मिक स्थल हैं। इन क्षेत्रों में दूषित जल के ट्रीटमेंट के लिये प्लांट की स्थापना और उनको पर्यटन स्थल के रूप में कैसे विकसित किया जा सकता है, इसको भी कार्ययोजना में शामिल किया जाये। नगरीय विकास आयुक्त संकेत भोंडवे ने बताया कि नेशनल रिवर कंजरवेशन प्रोजेक्ट के अंतर्गत नर्मदा नदी की स्वच्छता के लिये वर्ष 2025 को ध्यान में रखकर योजना तैयार की गयी है। उन्होंने बताया कि नदी से लगे शहरों में अधिक से अधिक आवासों को नजदीक के सीवरेज प्लांट से जोड़ने के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है। बैठक में तय हुआ कि नदी के आस-पास के क्षेत्रों के नगरीय निकायों के माध्यम से वृहद स्तर पर पौधरोपण के कार्यक्रम किये जाएं। निर्मल नर्मदा योजना योजना का उद्देश्य नर्मदा नदी के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अपशिष्ट जल उपचार कर पुन: उपयोग की प्रणाली निर्मित कर नदी को प्रदूषण मुक्त करना। उपचारित पानी के पुन: उपयोग को बढ़ावा देना। प्रदेश में नर्मदा नदी की कुल लंबाई 1077 किलोमीटर है। इसके अंतर्गत 54 शहरी क्षेत्र और 818 ग्रामीण क्षेत्र आते हैं। योजना में 27 जिलों के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों को शामिल किया गया है।  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश में स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग और इंडस्ट्री 4.0 को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दोहराई

दुबई यात्रा का दूसरा दिन वैश्विक टेक्सटाइल हब के रूप में मध्यप्रदेश को स्थापित करने की दिशा में अहम पहल मुख्यमंत्री डॉ. यादव का टेक्समास मुख्यालय दौरा  मुख्यमंत्री यादव ने दुबई के प्रमुख कपड़ा व्यापारियों से मुलाकात कर उद्योग एवं निवेश से जुड़े अनेक विषयों पर चर्चा की मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश में स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग और इंडस्ट्री 4.0 को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दोहराई भोपाल  दुबई दौरे के दूसरे दिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने टेक्सटाइल मर्चेंट्स ग्रुप (TEXMAS) के मुख्यालय का भ्रमण किया और दुबई के प्रमुख कपड़ा व्यापारियों से मुलाकात कर उद्योग एवं निवेश से जुड़े अनेक विषयों पर चर्चा की। इस उच्च स्तरीय संवाद का उद्देश्य भारत-यूएई समग्र आर्थिक साझेदारी समझौते (CEPA) के तहत कपड़ा क्षेत्र में व्यापार, नवाचार और निवेश के अवसरों को सशक्त बनाना है। टेक्समास की स्थापना 1990 में दुबई चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के संरक्षण में हुई थी। यह दुबई के टेक्सटाइल री-एक्सपोर्ट हब के रूप में विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुका है। चेयरमैन नासिर अखून, वाइस चेयरमैन विनोद नागदा, और अन्य भारतीय मूल के वरिष्ठ पदाधिकारियों की मौजूदगी में हुई बैठक में दोनों पक्षों ने CEPA के तहत द्विपक्षीय व्यापार को गति देने पर सहमति जताई। मध्यप्रदेश: टेक्सटाइल निवेश का अगला गंतव्य मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने टेक्समास के प्रतिनिधियों को बताया कि मध्यप्रदेश देश के प्रमुख वस्त्र उत्पादन राज्यों में से एक है। यहां “पीएम मित्रा पार्क (धार)” जैसे अत्याधुनिक टेक्सटाइल क्लस्टर वैश्विक निवेशकों के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने राज्य की नई औद्योगिक नीति 2025 के तहत भूमि, पूंजीगत अनुदान, SGST प्रतिपूर्ति और श्रम सुविधा जैसे प्रावधानों से अवगत कराया। डिजिटल टेक्सटाइल नवाचार में सहयोग टेक्समास द्वारा अपनाए जा रहे ई-कॉमर्स, RFID इन्वेंट्री और डिजिटल लॉजिस्टिक्स समाधानों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश में स्मार्ट मैन्युफैक्चरिंग और इंडस्ट्री 4.0 को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने इस क्षेत्र में तकनीकी सहयोग हेतु यूएई कंपनियों को आमंत्रित किया। हरित वस्त्र एवं सतत उत्पादन पर विशेष ध्यान बैठक में टेक्समास द्वारा EU/US मानकों के अनुरूप हरित वस्त्र उत्पादन और लॉजिस्टिक्स में ग्रीन इनिशिएटिव्स पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश हरित टेक्सटाइल और जैविक कॉटन जैसे क्षेत्रों में तेजी से उभर रहा है। I2U2 साझेदारियों के लिए तैयार मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री डॉ यादव ने बताया कि मध्यप्रदेश I2U2 (इंडिया, इज़राइल, यूएई, यूएसए) के फोकस क्षेत्रों—क्लीन टेक, फूड लॉजिस्टिक्स और औद्योगिक नवाचार में निवेश हेतु तैयार है। उन्होंने पायलट प्रोजेक्ट्स के लिए टेक्समास जैसी संस्थाओं को आमंत्रित किया। टेक्सटाइल में युवा उद्यमियों के लिए अवसर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि राज्य सरकार नई पीढ़ी के टेक्सटाइल उद्यमियों को प्रशिक्षण, लाइसेंसिंग मार्गदर्शन और पूंजीगत समर्थन देने के लिए एक विशेष स्टार्टअप पॉलिसी लागू कर रही है। उन्होंने TEXMAS से युवा उद्यमियों के साथ जुड़ने और B2B संवाद आयोजित करने का आग्रह किया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यह पहल सिर्फ निवेश प्रोत्साहन नहीं, बल्कि भारत-यूएई टेक्सटाइल व्यापार संबंधों को नई ऊंचाई देने की दिशा में एक दूरदर्शी कदम है। टेक्समास जैसे वैश्विक संगठनों से सहयोग प्राप्त कर मध्यप्रदेश को कपड़ा उद्योग में वैश्विक हब बनाने की राज्य सरकार की योजना अब वास्तविकता की ओर बढ़ रही है।  

राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने रोगी कल्याण समिति की बैठक में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश

आदर्श चिकित्सालय बनेगा गोविंदपुरा सिविल अस्पताल: राज्यमंत्री श्रीमती गौर गोविंदपुरा सिविल अस्पताल से 5 लाख से अधिक लोगों को होगा लाभ: राज्यमंत्री श्रीमती गौर राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने रोगी कल्याण समिति की बैठक में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भोपाल पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर ने कहा है कि भोपाल के हथाईखेड़ा क्षेत्र स्थित गोविंदपुरा शासकीय सिविल अस्पताल पांच लाख से अधिक आबादी के लिए आधुनिक और समर्पित स्वास्थ्य सेवा केंद्र के रूप में विकसित होगा। राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने सोमवार को रोगी कल्याण समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने कहा कि अस्पताल का विस्तार कर इसे आदर्श चिकित्सालय के रूप में विकसित किया जाएगा जिससे आमजन को बेहतर इलाज और सुविधाएँ आसानी से उपलब्ध हो सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि महिला मरीजों की देखभाल को प्राथमिकता दी जाए और अस्पताल स्टाफ मरीजों के प्रति संवेदनशील व्यवहार रखे। सीएसआर से आएंगे आधुनिक उपकरण राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने बताया कि सीएसआर मद से अस्पताल में पंजीयन के लिये कंप्यूटर के अलावा स्टेशनरी, चादरें व अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण के लिये समर्पित यूनिट की स्थापना के साथ ही आभा आईडी जनरेशन के लिए कंप्यूटर और इंटरनेट की सुचारु व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी। स्टाफ क्वार्टर और इंटर्नशिप की योजना बैठक में स्टाफ क्वार्टर निर्माण की योजना पर चर्चा हुई। राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने मेडिकल स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप से जोड़ने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे अस्पताल को अतिरिक्त मानव संसाधन मिल सकेगा और विद्यार्थियों को व्यावहारिक अनुभव भी प्राप्त हो सकेगा। सुरक्षा-बुनियादी सुविधाओं पर दें ध्यान: राज्यमंत्री श्रीमती गौर राज्यमंत्री श्रीमती गौर ने पुलिस हाउसिंग कॉर्पोरेशन से अग्निशमन प्रणाली के नवीनीकरण और नगर निगम से आवश्यक एनओसी जल्द प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रात के समय अस्पताल परिसर की सुरक्षा के लिए पुलिस गश्त बढ़ाई जाए। अस्पताल में ऑपरेशन थिएटर, प्रसूति कक्ष और सभी वार्डों में पर्याप्त नर्सिंग स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए। आधुनिकता से लैस होगा अस्पताल वर्तमान में 100 बिस्तरों वाले इस अस्पताल में 11 चिकित्सा अधिकारी, 20 नर्सिंग ऑफिसर, 3 लैब टेक्नीशियन, 2 एक्स-रे टेक्नीशियन, 3 फार्मासिस्ट और 20 आउटसोर्स कर्मचारी सेवाएँ दे रहे हैं। भविष्य में यहां अतिरिक्त स्टाफ, आधुनिक संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। बैठक में सीएमएचओ डॉ. मनीष शर्मा, मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. संजय खरे, अधीक्षक डॉ. अब्दुल हफीज, पार्षद श्रीमती छाया ठाकुर, श्रीमती ममता विश्वकर्मा सहित अस्पताल प्रबंधन और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।  

इंदौर से जम्मू के लिए फिर से उड़ान का संचालन होने जा रहा, 26 अक्टूबर से उड़ान संचालित होगी

इंदौर माता वैष्णोदेवी दर्शन जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए राहत भरी खबर सामने आ रही है। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर से जम्मू के लिए फिर से उड़ान का संचालन होने जा रहा है। बीते माह बंद की गई सीधी उड़ान शुरू करने की घोषणा एयरलाइंस कंपनी इंडिगो ने की है। आपको जानकारी के लिए बता दें कि 26 अक्टूबर से उड़ान संचालित होगी। इसकी बुकिंग भी शुरू हो चुकी है। इंदौर से बड़ी संख्या में लोग वैष्णोदेवी दर्शन के लिए जाते हैं। उड़ान बंद होने से यात्रियों को कनेक्टिंग उड़ान से समय और पैसा ज्यादा लग रहा था। इंडिगो सप्ताह में मंगलवार, गुरुवार और रविवार को उड़ान का संचालन करेगी। ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष हेमेंद्र सिंह जादौन ने बताया, इस उड़ान की डिमांड है। जानें क्या रहेगा उड़ान का शेड्यूल इंदौर से जम्मू फ्लाइट 6ई 959: इंदौर से सुबह 9.10 बजे रवाना होकर सुबह 11.20 बजे जम्मू पहुंचेगी। जम्मू से इंदौर फ्लाइट 6ई 6738: जम्मू से सुबह 11.50 बजे रवाना होगी और दोपहर 2.05 बजे इंदौर आएगी।

कूनो से निकल हाईवे पर पहुंची चीता फैमिली, राहगीरों ने रिकॉर्ड किया हैरान कर देने वाला वीडियो

 श्योपुर  श्योपुर स्थित कूनो नेशनल पार्क की सबसे सक्रिय और चर्चित मादा चीता 'ज्वाला' एक बार फिर चर्चा में है. इस बार वह अपने तीन शावकों के साथ विजयपुर क्षेत्र के गसवानी के पास बारिश के बीच देखी गई. हैरान करने वाला दृश्य तब सामने आया जब उसका एक शावक ग्वालियर-विजयपुर हाइवे किनारे टहलता नजर आया, जबकि बाकी दो शाक्क जंगल में समानांतर चलते दिखे. यह दृश्य देखकर आसपास के ग्रामीणों और राहगीरों की भीड़ जुट गई. राहगीर रामचंद्र शर्मा द्वारा क्लिक की गईं तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. वन विभाग ने सतर्कता बढ़ा दी है और ट्रैकिंग टीम लगातार ज्वाला और उसके शावकों पर नजर रख रही है.यहां बता दें कि 'घुमक्कड़ रानी' कही जाने वाली ज्वाला कूनो, शिवपुरी, मुरैना और आसपास के जंगलों में बार-बार भ्रमण कर चुकी है. कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ आर थिरुकुराल ने बताया कि चीता जहां भी है, हमारी ट्रेकिंग टीम की निगरानी में है, ज्वाला और उसके तीनों शावक स्वस्थ हैं और सामूहिक शिकार सीख रहे हैं, जो उनके प्राकृतिक व्यवहार का संकेत है.

भारत को लगा 8वां झटका, नीतिश रेड्डी 13 रन बनाकर आउट

लंदन लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेले जा रहे तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड ने मेहमान भारतीय टीम को 193 रन का जीत के लिए लक्ष्य दिया। दिन के आखिर तक भारत ने 4 विकेट खोकर 58 रन बना लिए हैं। केएल राहुल 33 रन बनाकर नाबाद खेल रहे हैं और टीम की जीत की उम्मीदों को बनाए हुए हैं। भारत ने पांचवें दिन के खेल की शुरूआत करते हुए 8 विकेट के नुकसान पर 112 रन बना लिए हैं। टीम को जीत के लिए अभी 81 रन की जरूरत है और दो विकेट बचे हैं। इंग्लैंड की दूसरी पारी इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी 192 रन पर समाप्त की। इस पारी में भारत के स्पिन आलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 22 रन खर्च कर 4 महत्वपूर्ण विकेट लिए। तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज ने दो-दो विकेट चटकाए। वहीं, तेज गेंदबाज नीतिश कुमार रेड्डी और लेग स्पिनर आकाशदीप को एक-एक विकेट मिला। भारत की बल्लेबाजी दिन की शुरुआत में भारत ने 4 विकेट के नुकसान के साथ 0 रन से आगे खेलना शुरू किया। हालांकि, केएल राहुल ने अपनी ठोस पारी से टीम को संभाला हुआ है। भारत को अभी 135 रन और बनाने हैं ताकि वह यह मुकाबला जीत सके। इंग्लैंड के गेंदबाजों का प्रदर्शन इंग्लैंड की तरफ से ब्रायडन कार्स ने सबसे ज्यादा दो विकेट लिए। इसके अलावा, जोफ्रा आर्चर और कप्तान बेन स्टोक्स ने एक-एक विकेट हासिल किया। इन गेंदबाजों ने भारत के बल्लेबाजों को दबाव में रखा। पहली पारी का हाल इस टेस्ट मैच में दोनों टीमों ने अपनी पहली पारी में समान 387 रन बनाए थे। इंग्लैंड की पहली पारी में शतकवीर जो रूट ने सबसे ज्यादा 40 रन बनाए। इस वजह से मैच काफी संतुलित स्थिति में पहुंच गया है। मैच का महत्व यह टेस्ट मैच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 का हिस्सा है और दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर का संकेत दे रहा है। भारत के लिए यह मैच जीतना बहुत जरूरी है ताकि वह सीरीज में बढ़त बना सके। मौसम एक्यूवेदर के अनुसार, टेस्ट मैच के 5 दिनों में से किसी भी दिन बारिश का कोई पूर्वानुमान नहीं है। मौसम साफ और धूप वाला रहने, हल्की हवाएं चलने के साथ तापमान 30 से 31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है। अगर ये सच है, तो प्रशंसक प्रतिष्ठित लॉर्ड्स में पूरे 5 दिनों तक खेल का आनंद लेने वाले हैं।