samacharsecretary.com

समुद्र में मची चीख-पुकार: इंडोनेशियाई जहाज में भीषण आग, 280 लोगों की जान पर बन आई

इंडोनेशिया इंडोनेशिया के तट पर 280 लोगों से भरी एक जहाज में आग लग गई, जिससे घबराए यात्रियों ने समुद्र में छलांग लगा दी. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें जहाज पूरी तरह से आग की लपटों में घिरा हुआ दिखाई दे रहा है और आसमान में काले धुएं का गुबार उठ रहा है. इस दुर्घटना में तीन लोगों की मौत और 18 लोगों के घायल होने की खबर है. दुर्घटना का शिकार हुई इस जहाज का नाम केएम बार्सिलोना वीए (KM Barcelona VA) है.   आग रविवार दोपहर स्थानीय समयानुसार लगभग 1.30 बजे लगी. वायरल वीडियो में घबराये हुए यात्रियों को देखा जा सकता है, जिनमें से कुछ अपने बच्चों के साथ आग से बचने के लिए समुद्र में छलांग लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस भयावह फुटेज में यात्री चमकीले नारंगी रंग की लाइफ जैकेट पहनकर पानी में कूदते दिखाई दे रहे हैं और जहाज में आग तेजी से फैल रही है. KM Barcelona III, KM Venecian और KM Cantika Lestari 9F नामक तीन बड़े जहाजों को तुरंत मौके पर भेजा गया.  एक अन्य फुटेज में जहाज के डेक पर भीड़ दिखाई दे रही है और कर्मचारी यात्रियों को नाव से कूदने से पहले लाइफ जैकेट बांधने में मदद करते दिखाई दे रहे हैं. आग की लपटों ने जहाज को अंदर से बाहर तक पूरी तरह जला दिया. नीले और सफेद रंग का यह जहाज जलकर काले मलबे में तब्दील हो गया. रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक 18 लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है, हालांकि कुछ लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. नॉर्थ सुलावेसी रीजनल डिजास्टर मैनेजमेंट एजेंसी के सेक्रेटरी जेरी हार्मनसिना ने स्थानीय न्यूज आउटलेट डेटिक को बताया कि आग तालिस द्वीप के पास लगी.  3000 गाड़ियों के साथ डूब गया था मालवाहक जहाज इस महीने की शुरुआत में प्रशांत महासागर में 'द मॉर्निंग मिडास' नाम का एक मालवाहक जहाज आग लगने के बाद डूब गया था. इस जहाज पर लगभग 3000 गाड़ियां लदी थीं, जिनमें से लगभग 800 इलेक्ट्रिक व्हीकल थे. अमेरिकन कोस्ट गार्ड द्वारा शेयर की गई तस्वीरों में जहाज के पिछले हिस्से में इलेक्ट्रिक व्हीकल से भरे डेक से धुएं का एक बड़ा गुबार उठता देखा गया, जिसके बाद शिपिंग कंपनी जोडियाक मैरीटाइम ने एक बयान में इसकी पुष्टि की. इस जहाज को बचाने के लिए कुछ नहीं किया जा सका और 3000 गाड़ियों को लेकर यह समंदर में समा गया. 

बलरामपुर में दर्दनाक सड़क हादसे में दो लोगों की मौत, तेज रफ्तार कार और ई-रिक्शा की जोरदार टक्कर

बलरामपुर  उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जनपद में रविवार को हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में दो लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. यह हादसा बरहनी नेशनल हाईवे पर उस समय हुआ जब एक तेज रफ्तार कार ने सामने से आ रहे सवारी से भरे ई-रिक्शा को जोरदार टक्कर मार दी. पुलिस के अनुसार, ई-रिक्शा शंकरपुर चौराहे की ओर जा रहा था, जबकि कार बलरामपुर से बरहनी की ओर तेज़ गति में आ रही थी. टक्कर इतनी भीषण थी कि ई-रिक्शा के परखच्चे उड़ गए. ई-रिक्शा में सवार 45 साल के मुस्तफा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 70 साल के हुसैन ने अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया. इस हादसे में ई-रिक्शा चालक समेत कुल पांच लोग घायल हुए हैं, जिन्हें पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है. तुलसीपुर के सीओ बृजनंदन राय ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और मामले की जांच की जा रही है.  घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय विधायक राकेश यादव मौके पर पहुंचे और मृतकों के परिजनों से मिलकर संवेदना व्यक्त की. उन्होंने राज्य सरकार से मृतकों के आश्रितों को 10 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख की आर्थिक सहायता देने की मांग की है. हादसे के बाद हाईवे पर यातायात कुछ समय के लिए बाधित हो गया था, जिसे पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सामान्य किया.   

बिना साइलेंसर बाइक और DJ पर रोक: कांवड़ यात्रा को लेकर यूपी पुलिस का सख्त निर्देश

मेरठ  सावन के महीने में निकलने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर इस बार यूपी पुलिस ने सख्ती दिखाने का फैसला किया है। यात्रा में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए खास तौर पर मेरठ जोन और अन्य जिलों में कांवड़ियों पर कई तरह की पाबंदियां लगाई गई हैं। इन चीजों पर पूरी तरह बैन: – त्रिशूल, डंडा, हॉकी स्टिक या कोई भी हथियारनुमा चीज – बिना साइलेंसर वाली बाइक – तेज आवाज में डीजे बजाना और हुड़दंग मचाना कहां लागू होंगे ये नियम? ये नियम खासतौर पर उन जिलों में लागू होंगे जहां बड़ी संख्या में कांवड़िए आते हैं, जैसे: – मेरठ – मुजफ्फरनगर – शामली – सहारनपुर – बुलंदशहर – हापुड़ – बागपत सख्ती क्यों? पिछले कुछ सालों में कांवड़ यात्रा के दौरान कई जगहों पर हिंसक घटनाएं, सड़क पर हुड़दंग और सामान्य लोगों को परेशान करने की शिकायतें मिली हैं। कई कांवड़िए धार्मिक यात्रा को शक्ति प्रदर्शन में बदल देते हैं — तेज डीजे, झगड़े, मोटरसाइकिल रेसिंग और सड़क पर उत्पात आम हो गया है। इसीलिए अब पुलिस ने नियम तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया है।   एडीजी मेरठ ने क्या कहा? एडीजी (मेरठ जोन) भानु भास्कर ने कहा कि कोई भी कांवड़िया त्रिशूल, डंडा या हॉकी स्टिक जैसे प्रतीकात्मक हथियार भी लेकर नहीं चलेगा। अगर किसी ने नियम तोड़ा तो FIR दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। बिना साइलेंसर बाइक पर रोक पिछले वर्षों में देखा गया है कि कुछ कांवड़िए बिना साइलेंसर की बाइक लेकर तेज आवाज में चलते हैं, जिससे ध्वनि प्रदूषण और लोगों को परेशानी होती है। अब ऐसे वाहनों पर चालान और जरूरत पड़ी तो वाहन जब्त भी किया जाएगा। सुरक्षा के खास इंतजाम – यात्रा रूट पर ड्रोन से निगरानी – CCTV कैमरे हर संवेदनशील जगह पर – PAC और RAF की टीम तैनात – हर जिले में प्रशासन और पुलिस की सतर्क निगरानी प्रशासन की अपील प्रशासन ने सभी शिवभक्तों और कांवड़ यात्रा आयोजकों से अपील की है कि  – शांतिपूर्वक यात्रा करें – नियमों का पालन करें – किसी भी तरह के विवाद या कानून तोड़ने से बचें – प्रशासन का सहयोग करें  

कांवड़ यात्रा हमारी आस्था, एकता और शिवभक्ति का प्रतीक है, यह यात्रा पाटन की पवित्र परंपरा बन चुकी है : जितेंद्र वर्मा

रायपुर  पवित्र श्रावण मास के तीसरे सोमवार को बोल बम कांवड़ यात्रा समिति, पाटन द्वारा भव्य कांवड़ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यह यात्रा पुराना बाजार पाटन से प्रारंभ होकर टोलाघाट तक जाएगी, जिसमें सैकड़ों शिवभक्त भगवा वस्त्र धारण कर हर-हर महादेव और बोल बम के जयकारों के साथ सहभागी बनेंगे। कांवड़ यात्रा को भव्य और दिव्य बनाने के लिए समिति के संयोजक जितेन्द्र वर्मा के मार्गदर्शन में गांव–गांव में बैठकों और तैयारियों का जोर चल रहा है। आज ग्राम सेलूद, पतोरा, पाटन एवं टोलाघाट में बैठक सम्पन्न हुआ। समिति के संयोजक जितेन्द्र वर्मा ने बैठक में यात्रा की रूपरेखा की जानकारी दी और यात्रा को अधिक भव्य, सुरक्षित व अनुशासित रूप देने हेतु विस्तृत चर्चा की गई। पिछले वर्षों की समीक्षा करते हुए इस बार यात्रा में नए उत्साह के साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियों एवं भक्तिमय वातावरण निर्माण के साथ जल संरक्षण पर विशेष बल दिया गया है। टोलाघाट में प्रसिद्ध सांस्कृतिक एवं भक्तिमय गायिका पायल साहू की संगीतमय प्रस्तुति, जो श्रद्धालुओं को शिवभक्ति में सराबोर करेगी। यात्रा के संयोजक श्री जितेन्द्र वर्मा जी ने कहा कि श्रावण मास में कांवड़ यात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि हमारी आस्था, एकता और शिवभक्ति का प्रतीक है। यह यात्रा पाटन की पवित्र परंपरा बन चुकी है। मैं सभी शिवभक्तों से अपील करता हूं कि अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इस आध्यात्मिक यात्रा को सफल बनाएं। हर हर महादेव की गूंज के साथ हम एक नई ऊर्जा, विश्वास और भक्ति का संचार करेंगे। कांवड़ यात्रा को लेकर जन–जन उत्साहित हैं। बैठक में नगर पंचायत अध्यक्ष योगेश निक्की भाले जी,भाजपा पाटन मण्डल अध्यक्ष रानी बंछोर,विनोद साहू,दिलीप साहू,खेमलाल साहू,केशव बंछोर,निशा सोनी,रवि सिन्हा,गिरधर वर्मा,सुरेश निषाद,दिव्या कलिहारी साहू, प्रवीण मढ़रिया,राकेश आडिल,भावना निषाद,विष्णु निषाद,केवल देवांगन,अमित वर्मा,संतराम कुम्भकार,सुनील वर्मा,राजेन्द्र वर्मा,नीलमणी साहू,संतोष घिरवानी,संगीता धुरंधर, चंद्रप्रकाश देवांगन,अन्नपूर्णा पटेल,विनोद बाग,देवेन्द्र ठाकुर,मनोज वर्मा,अनुपम साहू,चन्द्रिका साहू,रेणुका बिजौरा,अवधेश ठाकुर,गुलशन सोनी,कुणाल वर्मा,घनश्याम सोनी,भुनेश्वर साहू,  देवचरण कौशल,  टीकाराम देवांगन , हर प्रसाद आडिल गोरेलाल श्रीवास , सनत वर्मा, चित्र सेन कलिहारी राजीव साहू ,शशिकांत देवांगन ,मनोज साहू ,राधेश्याम साहू ,करण साहू ,हेमचंद ठाकुर , महेंद्र साहू,श्रीमती सरस्वती साहू ,दीपक साहू, डिलेश्वरी साहू ,एकता साहू ,दीप्ति श्रीवास, कमलेश्वरी साहू ,जितेंद्र देवांगन ,लोकेश्वर ठाकुर, देवनारायण ठाकुर,कालेश्वर शुक्ला,रमेश देवांगन,तारेंद्र बंछोर,महेश्वर बंछोर,खेमिन साहू,केवरा साहू,राजू साहू,चंचल यादव,मनेंद्र वैष्णव,अतीस सपहा,रमेश वर्मा,बेनीराम साहू,विकास साहू,तिलेश्वर निषाद,गजेन्द्र निषाद, लवकुश निषाद,लक्ष्मण विनायक सहित शिव भक्त बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

स्किल इंडिया मिशन ने देश की तस्वीर बदली, अब छत्तीसगढ़ बना रहा है नया इतिहास – मुख्यमंत्री साय

रायपुर  मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि “हम विकसित भारत–विकसित छत्तीसगढ़” के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निरंतर कार्यरत हैं, और  इसमें समाज के प्रत्येक वर्ग की सक्रिय भागीदारी अनिवार्य है।  मुख्यमंत्री श्री साय आज भिलाई स्थित रूंगटा यूनिवर्सिटी में आयोजित विश्व युवा कौशल उत्सव 2025 के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह आयोजन इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज किया जाएगा। गोल्ड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने 8183 प्रतिभागियों को एक सप्ताह के भीतर दिए गए प्रशिक्षण को प्रमाणित किया है और संस्थान को इसका प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। उन्होंने रूंगटा यूनिवर्सिटी प्रबंधन को इस नि:शुल्क और अभूतपूर्व आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि राज्य सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर एवं दक्ष बनाने के लिए संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भिलाई को इस्पात नगरी के साथ-साथ मिनी इंडिया भी कहा जाता है और शिक्षा के क्षेत्र में रूंगटा यूनिवर्सिटी का योगदान अत्यंत सराहनीय है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने विगत 25 वर्षों में प्रत्येक क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और इस वर्ष को हम राज्य की रजत जयंती के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में उच्च शिक्षा संस्थानों का विस्तार हुआ और वर्तमान में राज्य में 15 मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, आईआईएम, ट्रिपल आईटी, सिपेट, एम्स, और लॉ यूनिवर्सिटी जैसे राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित संस्थान कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों क्षेत्रों में राज्य सरकार ने समान रूप से उल्लेखनीय उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं। बीते डेढ़ वर्षों में सुशासन की स्थापना के लिए ठोस प्रयास हुए हैं। शासन को पारदर्शी बनाने हेतु अधिकांश सेवाएं ऑनलाइन की गई हैं, जिससे भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण हुआ है और राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज संपदा से समृद्ध प्रदेश है और इसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर नागरिक की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्किल इंडिया मिशन की शुरुआत की थी। जब यह मिशन प्रारंभ हुआ था, भारत विश्व की 10वीं अर्थव्यवस्था था — और आज, केवल एक दशक में भारत चौथे स्थान पर पहुँच चुका है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मेगा प्लेसमेंट कैंप्स के माध्यम से नियोक्ताओं और प्रशिक्षित युवाओं के बीच संतुलन स्थापित हुआ है। यह कार्य डबल इंजन सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना को बेहद उपयोगी बताते हुए कहा कि यह योजना युवाओं के लिए अनुभव के साथ-साथ आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान कर रही है, जिससे उनके लिए संभावनाओं के नए द्वार खुल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीति में युवाओं के लिए विशेष अवसर सुनिश्चित किए गए हैं। एक हजार से अधिक स्थानीय युवाओं को रोजगार देने वाले उद्योगों को अनुदान देने का प्रावधान है। बस्तर और सरगुजा जैसे क्षेत्रों में अतिरिक्त रियायतें दी गई हैं। उन्होंने बताया कि बस्तर के सभी 32 विकासखंडों में स्किल इंडिया मिशन की गतिविधियाँ आरंभ हो चुकी हैं।उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग को प्रोत्साहन देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से उद्योगों को क्लीयरेंस की प्रक्रिया को अत्यंत सरल बनाया गया है। इससे राज्य में निवेश को गति मिली है। अब तक 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनके अनुमोदन की प्रक्रिया प्रगति पर है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हाल ही में नवा रायपुर में फार्मास्युटिकल कंपनी का शुभारंभ हुआ है। यह दो कारणों से संभव हुआ—एक, नवा रायपुर को फार्मा हब के रूप में विकसित किया गया है, और दूसरा, फार्मा उद्योग के लिए नई नीति में विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के पहले सेमीकंडक्टर यूनिट का शिलान्यास हाल ही में किया गया है। इसके पीछे एआई और आईटी क्षेत्र में निवेश हेतु विशेष अनुदान का योगदान है।छत्तीसगढ़ सरकार ने देश का पहला एआई डाटा सेंटर पार्क भी नवा रायपुर में स्थापित किया है।  मुख्यमंत्री ने निजी संस्थानों, विशेषकर रूंगटा यूनिवर्सिटी की सराहना करते हुए कहा कि वे राज्य सरकार के प्रयासों में पूर्ण सहभागी बनकर छत्तीसगढ़ को स्किल हब के रूप में विकसित कर रहे हैं। उन्होंने प्रतिभागियों और यूनिवर्सिटी परिवार को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर बधाई दी। उल्लेखनीय है कि भिलाई स्थित रूंगटा यूनिवर्सिटी में आयोजित विश्व युवा कौशल उत्सव 2025 के समापन समारोह में छत्तीसगढ़ को स्किल हब बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया गया। कार्यक्रम में 8183 युवाओं को ऑनलाइन माध्यम से विभिन्न कौशलों का प्रशिक्षण दिया गया। 25 चयनित प्रतिभागियों को मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। गूगल, आईबीएम और इंटरनेशनल काउंसिल के साथ संयुक्त डिग्री कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। हार्वर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालयों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा एक सप्ताह में सबसे अधिक प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देने के कीर्तिमान की पुष्टि की गई। इस अवसर पर सांसद श्री विजय बघेल और विधायक श्री रिकेश सेन ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और इस ऐतिहासिक आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में क्रांतिकारी कदम है। इस अवसर पर सांसद श्री विजय बघेल और विधायक श्री रिकेश सेन ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और इस ऐतिहासिक आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में क्रांतिकारी कदम है। रूंगटा यूनिवर्सिटी के कुलपति श्री संतोष रूंगटा ने स्वागत उद्बोधन में विश्वविद्यालय की गतिविधियों की जानकारी दी और कहा कि संस्थान राज्य सरकार के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ को ग्लोबल स्किल हब बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इस अवसर पर संभागायुक्त श्री एस.एन. राठौर, आईजी श्री आर.जी. गर्ग, कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह, रूंगटा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, विषय विशेषज्ञ, प्राध्यापक एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

स्किल इंडिया मिशन ने देश की तस्वीर बदली, अब छत्तीसगढ़ बना रहा है नया इतिहास – मुख्यमंत्री साय

रायपुर  मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि “हम विकसित भारत–विकसित छत्तीसगढ़” के लक्ष्य की प्राप्ति के लिए निरंतर कार्यरत हैं, और  इसमें समाज के प्रत्येक वर्ग की सक्रिय भागीदारी अनिवार्य है।  मुख्यमंत्री श्री साय आज भिलाई स्थित रूंगटा यूनिवर्सिटी में आयोजित विश्व युवा कौशल उत्सव 2025 के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह आयोजन इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज किया जाएगा। गोल्ड बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की टीम ने 8183 प्रतिभागियों को एक सप्ताह के भीतर दिए गए प्रशिक्षण को प्रमाणित किया है और संस्थान को इसका प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है। उन्होंने रूंगटा यूनिवर्सिटी प्रबंधन को इस नि:शुल्क और अभूतपूर्व आयोजन के लिए बधाई दी और कहा कि राज्य सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर एवं दक्ष बनाने के लिए संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि भिलाई को इस्पात नगरी के साथ-साथ मिनी इंडिया भी कहा जाता है और शिक्षा के क्षेत्र में रूंगटा यूनिवर्सिटी का योगदान अत्यंत सराहनीय है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने विगत 25 वर्षों में प्रत्येक क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है और इस वर्ष को हम राज्य की रजत जयंती के रूप में मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में उच्च शिक्षा संस्थानों का विस्तार हुआ और वर्तमान में राज्य में 15 मेडिकल कॉलेज, आईआईटी, आईआईएम, ट्रिपल आईटी, सिपेट, एम्स, और लॉ यूनिवर्सिटी जैसे राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित संस्थान कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों क्षेत्रों में राज्य सरकार ने समान रूप से उल्लेखनीय उपलब्धियाँ प्राप्त की हैं। बीते डेढ़ वर्षों में सुशासन की स्थापना के लिए ठोस प्रयास हुए हैं। शासन को पारदर्शी बनाने हेतु अधिकांश सेवाएं ऑनलाइन की गई हैं, जिससे भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण हुआ है और राजस्व में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज संपदा से समृद्ध प्रदेश है और इसे आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर नागरिक की भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि  प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्किल इंडिया मिशन की शुरुआत की थी। जब यह मिशन प्रारंभ हुआ था, भारत विश्व की 10वीं अर्थव्यवस्था था — और आज, केवल एक दशक में भारत चौथे स्थान पर पहुँच चुका है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मेगा प्लेसमेंट कैंप्स के माध्यम से नियोक्ताओं और प्रशिक्षित युवाओं के बीच संतुलन स्थापित हुआ है। यह कार्य डबल इंजन सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उन्होंने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना को बेहद उपयोगी बताते हुए कहा कि यह योजना युवाओं के लिए अनुभव के साथ-साथ आर्थिक प्रोत्साहन प्रदान कर रही है, जिससे उनके लिए संभावनाओं के नए द्वार खुल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीति में युवाओं के लिए विशेष अवसर सुनिश्चित किए गए हैं। एक हजार से अधिक स्थानीय युवाओं को रोजगार देने वाले उद्योगों को अनुदान देने का प्रावधान है। बस्तर और सरगुजा जैसे क्षेत्रों में अतिरिक्त रियायतें दी गई हैं। उन्होंने बताया कि बस्तर के सभी 32 विकासखंडों में स्किल इंडिया मिशन की गतिविधियाँ आरंभ हो चुकी हैं।उन्होंने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और ईज ऑफ लिविंग को प्रोत्साहन देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम के माध्यम से उद्योगों को क्लीयरेंस की प्रक्रिया को अत्यंत सरल बनाया गया है। इससे राज्य में निवेश को गति मिली है। अब तक 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनके अनुमोदन की प्रक्रिया प्रगति पर है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हाल ही में नवा रायपुर में फार्मास्युटिकल कंपनी का शुभारंभ हुआ है। यह दो कारणों से संभव हुआ—एक, नवा रायपुर को फार्मा हब के रूप में विकसित किया गया है, और दूसरा, फार्मा उद्योग के लिए नई नीति में विशेष प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रदेश के पहले सेमीकंडक्टर यूनिट का शिलान्यास हाल ही में किया गया है। इसके पीछे एआई और आईटी क्षेत्र में निवेश हेतु विशेष अनुदान का योगदान है।छत्तीसगढ़ सरकार ने देश का पहला एआई डाटा सेंटर पार्क भी नवा रायपुर में स्थापित किया है।  मुख्यमंत्री ने निजी संस्थानों, विशेषकर रूंगटा यूनिवर्सिटी की सराहना करते हुए कहा कि वे राज्य सरकार के प्रयासों में पूर्ण सहभागी बनकर छत्तीसगढ़ को स्किल हब के रूप में विकसित कर रहे हैं। उन्होंने प्रतिभागियों और यूनिवर्सिटी परिवार को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर बधाई दी। उल्लेखनीय है कि भिलाई स्थित रूंगटा यूनिवर्सिटी में आयोजित विश्व युवा कौशल उत्सव 2025 के समापन समारोह में छत्तीसगढ़ को स्किल हब बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया गया। कार्यक्रम में 8183 युवाओं को ऑनलाइन माध्यम से विभिन्न कौशलों का प्रशिक्षण दिया गया। 25 चयनित प्रतिभागियों को मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। गूगल, आईबीएम और इंटरनेशनल काउंसिल के साथ संयुक्त डिग्री कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। हार्वर्ड और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालयों के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा एक सप्ताह में सबसे अधिक प्रतिभागियों को प्रशिक्षण देने के कीर्तिमान की पुष्टि की गई। इस अवसर पर सांसद श्री विजय बघेल और विधायक श्री रिकेश सेन ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और इस ऐतिहासिक आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में क्रांतिकारी कदम है। इस अवसर पर सांसद श्री विजय बघेल और विधायक श्री रिकेश सेन ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया और इस ऐतिहासिक आयोजन की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल युवाओं को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में क्रांतिकारी कदम है। रूंगटा यूनिवर्सिटी के कुलपति श्री संतोष रूंगटा ने स्वागत उद्बोधन में विश्वविद्यालय की गतिविधियों की जानकारी दी और कहा कि संस्थान राज्य सरकार के साथ मिलकर छत्तीसगढ़ को ग्लोबल स्किल हब बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इस अवसर पर संभागायुक्त श्री एस.एन. राठौर, आईजी श्री आर.जी. गर्ग, कलेक्टर श्री अभिजीत सिंह, रूंगटा यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर, विषय विशेषज्ञ, प्राध्यापक एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

क्रूज हादसे से दहला देश: 37 शव बरामद, लापता यात्रियों की तलाश जारी

वियतनाम  वियतनाम में एक भीषण हादसे में पर्यटकों से भरा एक क्रूज जहाज समुद्र में पलट गया है जिससे अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है। यह दुखद घटना शनिवार को क्वांग निन्ह प्रांत के प्रसिद्ध हा लॉन्ग खाड़ी में तब हुई जब जहाज एक भयंकर तूफान की चपेट में आ गया। बचाव अभियान अभी भी बड़े पैमाने पर जारी है क्योंकि दर्जनों लोग अभी भी लापता हैं। यह घटना शनिवार को दोपहर लगभग 1:30 बजे (स्थानीय समयानुसार) हुई। अधिकारियों ने बताया कि जहाज का सामना एक शक्तिशाली तूफान से हुआ और दोपहर 2:05 बजे तक जहाज का अधिकारियों से संपर्क टूट गया और वह खाड़ी के पानी में डूब गया। जहाज में सवार थे 48 यात्री, अधिकतर युवा और बच्चे हादसे के समय क्रूज जहाज में 48 यात्री सवार थे जिनमें 24 पुरुष और 24 महिलाएँ थीं। बताया जा रहा है कि इनमें से कई यात्री युवा और बच्चे थे। ज़्यादातर यात्री वियतनाम से ही थे जो राजधानी हनोई से यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हा लॉन्ग खाड़ी घूमने आए थे। चुनौतीपूर्ण मौसम और भारी बारिश के बावजूद बचाव दल 11 लोगों को पानी से ज़िंदा निकालने में कामयाब रहे। हालांकि दर्जनों लोग अभी भी लापता हैं जिसके चलते बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने जताया शोक, जांच के आदेश इस दुर्घटना और पर्यटकों की मौत के बाद देश भर में शोक का माहौल है। वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह ने भी इस घटना को लेकर अपना बयान जारी किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने दुर्घटना की विस्तृत जांच का आह्वान किया है। सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस घटना में हुई किसी भी चूक या लापरवाही से सख्ती से निपटा जाएगा। बता दें कि हा लॉन्ग बे वियतनाम के सबसे प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है। साल 2019 में यहां देश और विदेश से 40 लाख से ज़्यादा पर्यटक घूमने आए थे। इस हादसे ने वियतनाम के पर्यटन उद्योग और सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।  

क्रूज हादसे से दहला देश: 37 शव बरामद, लापता यात्रियों की तलाश जारी

वियतनाम  वियतनाम में एक भीषण हादसे में पर्यटकों से भरा एक क्रूज जहाज समुद्र में पलट गया है जिससे अब तक 37 लोगों की मौत हो चुकी है। यह दुखद घटना शनिवार को क्वांग निन्ह प्रांत के प्रसिद्ध हा लॉन्ग खाड़ी में तब हुई जब जहाज एक भयंकर तूफान की चपेट में आ गया। बचाव अभियान अभी भी बड़े पैमाने पर जारी है क्योंकि दर्जनों लोग अभी भी लापता हैं। यह घटना शनिवार को दोपहर लगभग 1:30 बजे (स्थानीय समयानुसार) हुई। अधिकारियों ने बताया कि जहाज का सामना एक शक्तिशाली तूफान से हुआ और दोपहर 2:05 बजे तक जहाज का अधिकारियों से संपर्क टूट गया और वह खाड़ी के पानी में डूब गया। जहाज में सवार थे 48 यात्री, अधिकतर युवा और बच्चे हादसे के समय क्रूज जहाज में 48 यात्री सवार थे जिनमें 24 पुरुष और 24 महिलाएँ थीं। बताया जा रहा है कि इनमें से कई यात्री युवा और बच्चे थे। ज़्यादातर यात्री वियतनाम से ही थे जो राजधानी हनोई से यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हा लॉन्ग खाड़ी घूमने आए थे। चुनौतीपूर्ण मौसम और भारी बारिश के बावजूद बचाव दल 11 लोगों को पानी से ज़िंदा निकालने में कामयाब रहे। हालांकि दर्जनों लोग अभी भी लापता हैं जिसके चलते बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने जताया शोक, जांच के आदेश इस दुर्घटना और पर्यटकों की मौत के बाद देश भर में शोक का माहौल है। वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह ने भी इस घटना को लेकर अपना बयान जारी किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने दुर्घटना की विस्तृत जांच का आह्वान किया है। सरकार की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि इस घटना में हुई किसी भी चूक या लापरवाही से सख्ती से निपटा जाएगा। बता दें कि हा लॉन्ग बे वियतनाम के सबसे प्रमुख पर्यटक स्थलों में से एक है। साल 2019 में यहां देश और विदेश से 40 लाख से ज़्यादा पर्यटक घूमने आए थे। इस हादसे ने वियतनाम के पर्यटन उद्योग और सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।  

मॉनसून सत्र का एजेंडा तय: सर्वदलीय बैठक में उठा पहलगाम हमला, SIR विवाद और सुरक्षा अभियान का मुद्दा

नई दिल्ली  संसद के मॉनसून सत्र से पहले सरकार की ओर से रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई। इसमें विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण और पहलगाम आतंकवादी हमले सहित विभिन्न मुद्दे उठाए। सरकार ने सदन के सुचारू संचालन के लिए विपक्षी दलों से सहयोग मांगा। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि उन्होंने बैठक में बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के कथित चुनावी घोटाले और भारत व पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की मध्यस्थता को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे का मुद्दा उठाया। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि इंडिया गठबंधन केवल लोकसभा चुनावों के लिए है और आप विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ रही है। समाजवादी पार्टी सांसद रामगोपाल यादव ने कहा, 'देश अब मुद्दों से भरा हुआ है लेकिन मैंने 4 बहुत महत्वपूर्ण मुद्दे उठाने की बात की है। पहला- पहलगाम में जो आतंकवादी हमला हुआ और जिस तरह से उपराज्यपाल ने कहा कि इसमें इंटेलिजेंस फेलियर था, यह बहुत गंभीर मामला है और इस पर चर्चा होनी चाहिए। दूसरा- जब ऑपरेशन सिंदूर चल रहा था, उस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मैंने युद्ध बंद करवा दिया है। कल उन्होंने यह भी कहा कि 5 जेट गिराए गए थे। तीसरा- हिंदुस्तान की विदेश नीति पूरी तरह से विफल हो गई है। विदेश नीति तब सफल होती है जब हमारे मित्र देशों की संख्या बढ़ती है और दुश्मन देशों की संख्या घटती है। ऑपरेशन सिंदूर या पहलगाम की घटना पर दुनिया के किसी भी देश ने हमारा साथ नहीं दिया। अब कोई भी हमारे साथ नहीं है। इसपर चर्चा होना जरूरी है। सबसे खतरनाक बात यह है कि लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म होने जा रहा है। जिस तरह से बिहार में वोटर लिस्ट का SIR हो रहा है, वो सब देख रहे हैं। बिहार में करोड़ों लोगों के नाम काटे जा रहे हैं। यह कुछ गंभीर बाते हैं और मुझे नहीं लगता कि सरकार इसपर चर्चा कराएगी।' बीजद सांसद ने कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया सर्वदलीय बैठक में भाग लेने के बाद बीजद सांसद सस्मित पात्रा ने कहा, 'ओडिशा में स्थिति बेहद गंभीर है। महिलाओं और बच्चियों पर लगातार हमले हो रहे हैं। सच तो यह है कि आज ओडिशा की भाजपा सरकार पूरी तरह से अक्षम, विफल है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर उसका कोई नियंत्रण नहीं है, जिससे राज्य में कानून-व्यवस्था चरमरा रही है। महिलाओं और बच्चियों के खिलाफ जघन्य अपराध दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे हैं। इसलिए हम राज्य के अन्य मुद्दों के अलावा, इन सभी मुद्दों को संसद में उठाएंगे। हम सभी मुद्दों पर विपक्ष के साथ हैं, विपक्ष जो भी चर्चा चाहता है उसके लिए हम उनके साथ हैं।' सर्वदलीय बैठक में कौन-कौन शामिल केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू और उनके जूनियर मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सरकार का प्रतिनिधित्व किया। कांग्रेस के गौरव गोगोई व जयराम रमेश, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी)-शरदचंद्र पवार की सुप्रिया सुले, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) के टीआर बालू और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI-A) के नेता व केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले बैठक में भाग लेने वाले सांसदों में शामिल रहे। ऑपरेशन सिंदूर अचानक रोकने पर सवाल विपक्षी गठबंधन इंडिया के 24 दलों के प्रमुख नेताओं ने संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से पहले शनिवार को ऑनलाइन मीटिंग की थी। इसमें फैसला किया था कि वे पहलगाम आतंकवादी हमले, ऑपरेशन सिंदूर को अचानक रोके जाने, भारत-पाकिस्तान सैन्य टकराव के बीच मध्यस्थता संबंधी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे, बिहार में जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) और कई अन्य मुद्दों को प्रमुखता से उठाएंगे।  

वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स 2025 : इंडिया चैंपियंस और पाकिस्तान चैंपियंस के बीच मुकाबला रद्द

नई दिल्ली इंडिया चैंपियंस और पाकिस्तान चैंपियंस के बीच वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स 2025 (डब्ल्यूसीएल) का बहुप्रतीक्षित मुकाबला रद्द हो गया है। यह मैच रविवार को भारतीय समय के अनुसार रात 9 बजे से एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जाना था, लेकिन कुछ खिलाड़ियों ने इस मुकाबले में खेलने से साफ इनकार कर दिया। डब्ल्यूसीएल ने इस मुकाबले को लेकर एक बयान जारी करते हुए लिखा, "हम डब्ल्यूसीएल में हमेशा क्रिकेट से प्रेम करते आए हैं। हमारा एकमात्र उद्देश्य खेल प्रेमियों को खुशनुमा और यादगार पल देना रहा है। जब हमें यह पता चला कि इस साल पाकिस्तान की हॉकी टीम भारत आ रही है, और हाल ही में भारत-पाकिस्तान की वॉलीबॉल प्रतियोगिता सहित अन्य खेलों में भी दोनों देशों के बीच मुकाबले हो रहे हैं, तो हमने सोचा कि डब्ल्यूसीएल में भारत और पाकिस्तान का मैच आयोजित करते हुए एक सकारात्मक याद लोगों को दी जा सके, लेकिन हो सकता है कि इसी प्रक्रिया में हम अनजाने में कई लोगों की भावनाएं आहत कर बैठे।" बयान में आगे कहा गया, "हमने अनजाने में भारत के उन महान क्रिकेटर्स को असहज कर दिया, जिन्होंने देश को गौरवान्वित किया है। इसीलिए, हमने फैसला लिया है कि भारत और पाकिस्तान के मैच को रद्द किया जाए। क्षमा चाहते हैं कि हमारी किसी भी पहल से किसी की भावनाएं आहत हुईं। आशा है आप हमारी भावना को समझेंगे।" भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज शिखर धवन शनिवार देर रात भारत-पाकिस्तान के मुकाबले से अपना नाम वापस लेने का ऐलान कर चुके थे। शिखर धवन ने एक्स पर एक ई-मेल का स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, "जो कदम 11 मई को लिया, उस पर आज भी वैसे ही खड़ा हूं। मेरा देश मेरे लिए सब कुछ है, और देश से बढ़कर कुछ नहीं होता। जय हिंद!" धवन ने जिस ई-मेल का स्क्रीनशॉट पोस्ट किया, उसमें लिखा है, "यह पत्र औपचारिक रूप से इस बात की पुनः पुष्टि और स्मरण हेतु है कि शिखर धवन आगामी डब्ल्यूसीएल लीग में पाकिस्तान टीम के खिलाफ किसी भी मैच में हिस्सा नहीं लेंगे। यह फैसला 11 मई 2025 को कॉल और व्हाट्सएप पर हमारी चर्चा के दौरान पहले ही बता दिया गया था। भारत और पाकिस्तान के बीच जियोपॉलिटिकल सिचुएशन और व्याप्त तनाव को मद्देनजर रखते हुए, धवन और उनकी टीम ने सोच-समझकर यह फैसला लिया है।" उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमला हुआ, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली थी। इसके बाद भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया था।