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मंत्री टेटवाल ने एडीबी मिशन ने एसएसआरजीएसपी संस्थान का किया भ्रमण और छात्रों से किया संवाद

मंत्री टेटवाल से एडीबी प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात मंत्री टेटवाल से एडीबी प्रतिनिधिमंडल ने की सौजन्य भेंट, विकास परियोजनाओं पर हुई चर्चा मंत्री टेटवाल ने एडीबी मिशन ने एसएसआरजीएसपी संस्थान का किया भ्रमण और छात्रों से किया संवाद भोपाल  मध्यप्रदेश के दौरे पर आई एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी ) की पोर्टफोलियो प्रबंधन मिशन टीम ने कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल से भेंट कर एडीबी सहायता प्राप्त परियोजनाओं की प्रगति और प्रभाव पर विस्तृत चर्चा की। मंत्री  टेटवाल ने प्रतिनिधिमंडल को बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में राज्य सरकार युवाओं के कौशल विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। उन्होंने संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क की सफलता का उल्लेख करते हुए बताया कि यहां से प्रशिक्षित युवाओं को देश के साथ-साथ विदेशों में भी रोजगार मिल रहे हैं , जो संस्थान की गुणवत्ता और अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण व्यवस्था का प्रत्यक्ष प्रमाण है। मंत्री टेटवाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि एडीबी द्वारा दिए गए सुझावों का गंभीरता से अनुकरण कर समयबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। एडीबी मिशन टीम ने 21 और 22 जुलाई को दो दिवसीय प्रवास के दौरान राजधानी भोपाल स्थित एसएसआरजीएसपी का भ्रमण कर संस्थान की आधुनिक प्रशिक्षण व्यवस्था, आधारभूत संरचना और नवाचार आधारित कार्यप्रणाली का अवलोकन किया। टीम के सदस्यों ने प्रशिक्षुओं से सीधा संवाद कर उनके अनुभव जाने और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। प्रतिनिधियों ने एसएसआरजीएसपी की गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण व्यवस्था की सराहना करते हुए इसे कौशल विकास के क्षेत्र में एक अनुकरणीय मॉडल बताया। संस्थान के सीईओ गिरीश शर्मा ने टीम को संस्थान की उपलब्धियों, उद्योग साझेदारी मॉडल, नवाचार आधारित प्रशिक्षण और उच्च प्लेसमेंट दर के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एसएसआरजीएसपी कौशल आधारित शिक्षा का एक प्रेरणास्पद मॉडल बन चुका है, जो युवाओं को वैश्विक अवसरों से जोड़ रहा है। मुख्यमंत्री  यादव के मार्गदर्शन के अनुरूप एडीबी की समीक्षा बैठक में राज्य में संचालित एडीबी सहायता प्राप्त परियोजनाओं की प्रगति , कार्यान्वयन की गुणवत्ता, जोखिम मूल्यांकन और प्रबंधन रणनीतियों पर गहन चर्चा की गई। बैठक में मध्यप्रदेश कौशल विकास परियोजना (एमपी-एसडीपी), सिंचाई दक्षता सुधार परियोजना, शहरी सेवा सुधार परियोजना, सड़क नेटवर्क कनेक्टिविटी एवं लचीलापन परियोजना और सार्वजनिक-निजी भागीदारी आधारित सड़क विकास परियोजनाओं की भी समीक्षा की गई। संबंधित विभागों और परियोजना इकाइयों के प्रतिनिधियों ने जमीनी अनुभव, उपलब्धियों और सामने आ रही चुनौतियों को साझा किया। एडीबी मिशन यात्रा का प्रमुख उद्देश्य राज्य में संचालित परियोजनाओं में जोखिमों की पहचान, उनके समाधान की प्रक्रिया का मूल्यांकन और अनुभवों के आधार पर 'प्रोजेक्ट इम्प्लीमेंटेशन हैंडबुक' (पीआईएच) का प्रारूप तैयार करना है। यह हैंडबुक परियोजना योजना, निष्पादन, निगरानी और समापन की प्रक्रिया में व्यवहारिक मार्गदर्शिका सिद्ध होगी, जिसमें पारदर्शिता और जोखिम प्रबंधन को विशेष महत्व दिया जाएगा। एडीबी मिशन की यह यात्रा न केवल एसएसआरजीएसपी जैसी संस्थाओं की गुणवत्ता को वैश्विक स्तर पर प्रमाणित करती है, बल्कि मध्यप्रदेश की विकास परियोजनाओं में पारदर्शिता, गुणवत्ता और परिणामोन्मुखी दृष्टिकोण को भी सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है। इस उच्चस्तरीय मिशन में मनीला (फिलीपींस) स्थित एडीबी मुख्यालय एवं भारत कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे। प्रतिनिधिमंडल में प्रधान पोर्टफोलियो प्रबंधन विशेषज्ञ युजी ओनो, वरिष्ठ पोर्टफोलियो प्रबंधन अधिकारी सुपामेला बारामेडा, सलाहकार हंस कार्लसन तथा संचालन अधिकारी एवं मिशन समन्वयक अखिलेश साम्याल सम्मिलित रहे। मिशन प्रतिनिधियों ने दो दिनों तक विभिन्न परियोजना स्थलों का भ्रमण कर कार्यान्वयन इकाइयों के प्रतिनिधियों से भी संवाद किया।  

आज है SSC MTS आवेदन की डेडलाइन, रात 11 बजे तक करें अप्लाई

  जयपुर अगर आप सरकारी नौकरी की तलाश में हैं और अब तक एसएससी एमटीएस भर्ती 2025 के लिए आवेदन नहीं किया है, तो अब देरी न करें। आज (24 जुलाई 2025) इस भर्ती के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख है। कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा मल्टी-टास्किंग स्टाफ (MTS) और हवलदार (CBIC और CBN) पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं। योग्य उम्मीदवार SSC की आधिकारिक वेबसाइट ssc.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। नोट करें सभी महत्वपूर्ण तिथियां पंजीकरण प्रक्रिया 26 जून 2025 से शुरू हुई थी और आज यानी 24 जुलाई 2025 को समाप्त होगी। ऑनलाइन आवेदन शुल्क 25 जुलाई (रात्रि 11.00 बजे) तक जमा किया जा सकेगा। आवेदन सुधार विंडो 29 से 31 जुलाई (रात्रि 11.00 बजे) तक सक्रिय रहेगी। कंप्यूटर आधारित परीक्षण 20 सितंबर से 24 अक्तूबर 2025 के बीच निर्धारित है। परीक्षा शहर सूचना पर्जी परीक्षा दिवस से 10 दिन पहले जारी की जाएगी।  शैक्षणिक योग्यता इस भर्ती में शामिल होने के लिए उम्मीदवार का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से मैट्रिकुलेशन परीक्षा (10वीं) या समकक्ष उत्तीर्ण होना आवश्यक है। उम्मीदवार के पास यह योग्यता कट-ऑफ तिथि यानी 01-08-2025 तक या उससे पहले होनी चाहिए। आयुसीमा     एमटीएस के लिए 18-25 वर्ष (अर्थात अभ्यर्थी का जन्म 02.08.2000 से पहले और 01.08.2007 के बाद न हुआ हो)।     सीबीआईसी और सीबीएन, राजस्व विभाग में हवलदार और विभिन्न विभागों में एमटीएस के कुछ पदों के लिए 18-27 वर्ष (अर्थात अभ्यर्थी का जन्म 02.08.1998 से पहले और 01.08.2007 के बाद न हुआ हो)। आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को निर्धारित मानदंडों के अनुसार ऊपरी आयुसीमा में छूट दी जाएगी। आवेदन शुल्क आवेदन करने वाले उम्मीदवारों को 100 रुपये शुल्क का भुगतान करना होगा। महिला, अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), बेंचमार्क विकलांग व्यक्ति (PwBD) और आरक्षण के लिए पात्र भूतपूर्व सैनिकों (ESM) से संबंधित उम्मीदवारों को शुल्क के भुगतान से छूट दी गई है। शुल्क का भुगतान 25-07-2025 (23:00 बजे) तक किया जा सकता है।  चयन प्रक्रिया उम्मीदवारों का चयन कंप्यूटर आधारित परीक्षण, शारीरिक दक्षता परीक्षा (PET)/शारीरिक मानक परीक्षा (PST) में प्रदर्शन के आधार पर किया जाएगा। अंतिम परिणाम में चयनित अभ्यर्थियों को दस्तावेज सत्यापन के लिए बुलाया जाएगा।     कंप्यूटर आधारित परीक्षण     फिजिकल टेस्ट     दस्तावेज सत्यापन चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति के बाद 7वें वेतन आयोग के वेतन मैट्रिक्स के अनुसार लेवल-1 का वेतन प्रदान किया जाएगा।

एचआरटीसी बस हादसा: सड़क से फिसलकर गिरी बस, पांच लोगों की मौत, कई घायल

सरकाघाट-मंडी हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सरकाघाट उपमंडल में मसेरन के पास तरांगला में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यात्रियों से भरी हिमाचल पथ परिवहन निगम(एचआरटीसी) की बस अनियंत्रित होकर नीचे खेतों में जा गिरी। हादसे में  पांच यात्रियों की माैत हो गई है। करीब 20 यात्री घायल बताए जा रहे हैं। मृतकों में तीन महिलाएं व दो पुरुष शामिल हैं। घायलों का सरकाघाट अस्पताल में उपचार चल रहा है। चंबा में शिक्षक की मौत उधर, चंबा जिले के मंडून गांव में बीती रात को एक शिक्षक की सड़क हादसे में माैत हो गई।  जानकारी के अनुसार गाड़ी अनियंत्रित होकर टीन की छत पर गिर गई। हादसे में खेम राज पुत्र बृजलाल निवासी बुंदेडी की माैत हो गई।  पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने हादसे की पुष्टि की है।  

होम्योपैथिक चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा, शासकीय कॉलेज में दो और पीजी कोर्स शुरू होंगे

शासकीय होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय को दो और विषयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालन की मिली अनुमति शासकीय होम्योपैथिक कॉलेज में दो नए पीजी पाठ्यक्रमों को मिली मंज़ूरी होम्योपैथिक चिकित्सा शिक्षा को बढ़ावा, शासकीय कॉलेज में दो और पीजी कोर्स शुरू होंगे शासकीय होम्योपैथिक महाविद्यालय को मिली दो नए विषयों में पीजी पाठ्यक्रम संचालन की अनुमति अब 9 विषयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम होंगे संचालित भोपाल शासकीय होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय भोपाल को केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने दो विषयों डर्मेटोलॉजी एवं कम्युनिटी मेडिसिन में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालन की अनुमति प्रदान की है। ज्ञातव्य है कि इससे पहले शासकीय होम्योपैथिक चिकित्सा महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में 7 विषयों में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित हैं। महाविद्यालय में प्रैक्टिस ऑफ मेडिसिन, पेडियाट्रिक, सायकियाट्री, फार्मेसी, मटेरिया मेडिका, आर्गेनन ऑफ मेडिसिन एवं रिपर्टरी में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम पूर्व से संचालित हैं। शिक्षण सत्र 2025-26 से त्वचा रोग (डर्मेटोलॉजी) एवं कम्युनिटी मेडिसिन विषयों में भी स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम संचालित होंगे। अब महाविद्यालय को कुल 9 विषयों में स्नाकोत्तर पाठ्यक्रम संचालन की अनुमति प्राप्त हो गई है। उल्लेखनीय है कि उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री इन्दर सिंह परमार के नेतृत्व में आयुष विभाग सतत् गुणवत्तापूर्ण आयुष चिकित्सा शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रहा है।  

मध्यप्रदेश आजीविका मिशन के अभिनव प्रयासों की रांची में प्रशंसा

एफएनएचडब्ल्यू रीजनल वर्कशॉप रांची में मध्यप्रदेश आजीविका मिशन के नवाचारों की सराहना एफएनएचडब्ल्यू कार्यशाला में चमका मध्यप्रदेश का आजीविका मॉडल मध्यप्रदेश आजीविका मिशन के अभिनव प्रयासों की रांची में प्रशंसा रांची वर्कशॉप में मध्यप्रदेश आजीविका मिशन के नवाचारों को मिली सराहना मध्यप्रदेश की विभिन्न पुस्तिकाओं का विमोचन भोपाल केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा रांची में एफएनएचडब्ल्यू के अंतर्गत 14 राज्यों की क्षेत्रीय कार्यशाला आयोजित की गयी। कार्यशाला में मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती हर्षिता सिंह ने मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत स्व-सहायता समूहों के माध्यम से एफएनएचडब्ल्यू अंतर्गत खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य और स्वच्छता से संबंधित योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करने के लिये किये जा रहे नवाचार और विशेष प्रयासों का प्रस्तुतिकरण दिया। केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्रीमती स्मृति शरण ने मध्यप्रदेश में किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए अन्य राज्यों को भी इन्हें अपनाने का सुझाव दिया। उन्होंने मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन द्वारा किये गये नवाचार जिनमें स्वास्थ्य चार्ट, साप्ताहिक पोषण मैन्यू चार्ट, स्वास्थ्य पोषण पुस्तिका एवं पोषण टूल किट, तीनों प्रकार के कैन्सर ओरल, ब्रैस्ट एवं सर्वाइकल पर जागरूकता के लिये बुकलेट का विमोचन किया। मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत प्रशिक्षणों में आने वाले हितग्राहियों तथा समूहों के माध्यम से ग्रामीण वंचित वर्ग के परिवारों के स्वास्थ्य, पोषण एवं स्वच्छता को ध्यान में रख कर विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। इसी क्रम में मध्यप्रदेश में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत दीनदयाल उपध्याय ग्रामीण कौशल योजना (डीडीयूजीकेवाय) एवं ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थानों (आरसेटी) अंतर्गत प्रशिक्षणों को जेण्डर एवं एफएनएचडब्ल्यू उन्मु‍खी बनाने के लिये समस्त प्रशिक्षणों में स्वास्थ्य जांच, मासिक धर्म स्वच्छ‍ता पर जागरूकता, पौष्टिक आहार का महत्व एवं साप्ताहिक पोषण मैन्यू चार्ट एवं स्वास्थ्य पोषण पुस्तिका भी तैयार की गई है। मध्यप्रदेश में समुदाय-मातृ एवं शिशु कल्याण के लिये एक समुदाय आधारित पहल की गई है जिसके अंतर्गत संस्थागत प्रसव, एनीमिया, सिकलसेल एनीमिया, कुपोषण एवं मासिक धर्म स्वच्छता पर इमर्शन साईट विकास खण्ड के मॉडल सीएलएफ में जागरूकता कार्य के प्रभावों के आंकलन के लिये पोषण टूल किट तैयार की गई है। इस किट के माध्यम से वर्ष में तीन वार प्रारंभिक, मध्य एवं अंत में हितग्राहियों के स्वास्थ्य  के आंकडों का संधारण किया जा सकेगा। इसी प्रकार गैर संचारी बीमारियां जैसे हाईपरटेंसन, मधुमेह, मोटापा पर जागरूकता हेतु बुकलेट तैयार की गई है।

दुर्घटनाओं पर लगेगा ब्रेक: मुख्य सचिव ने दिए त्वरित कार्यवाही के निर्देश

भोपाल सड़क दुर्घटना पीड़ितों का नकदी रहित उपचार स्कीम, 2025 एवं राह-वीर योजना के प्रदेश में क्रियान्वयन के लिए विभिन्न विभागों द्वारा की जाने वाली कार्यवाही की मुख्य सचिव अनुराग जैन ने मंत्रालय में एक बैठक में बुधवार को समीक्षा की। मुख्य सचिव जैन ने कहा कि सड़क दुर्घटना में घायल लोगों को गोल्डन ऑवर मे इलाज मिल सके, इसके लिए संबंधित-विभाग मिलकर मिशन मोड में कार्य करें। दुर्घटना से होने वाली मृत्यु से लोगों को बचाने के सभी संभव प्रयास किये जाने चाहिये। संभावित दुर्घटना स्थलों को चिन्हांकित कर दुर्घटना के कारणों को दूर किया जाना चाहिये। सड़क सुरक्षा को मजबूत करने तथा नागरिकों को जागरूक करने का कार्य किया जाये। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाये और परिवहन, स्वास्थ्य एवं लोक निर्माण विभाग मिलकर संयुक्त रूप से कार्य करें। ऐसा सिस्टम विकसित किया जाए कि नियत समय में कार्य हो सके। उन्होंने विभागों में बेहतर समन्वय तथा योजनाओं से संबंधित सभी-विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रशिक्षित किए जाने के भी निर्देश दिए हैं। बैठक में योजना के क्रियान्यन के लिए विभागों के दायित्वों का निर्धारण करने के साथ सुझाव भी लिये गये। अपर मुख्य सचिव जे.एन.कंसोटिया, संजय कुमार शुक्ल, सचिव परिवहन मनीष सिंह, परिवहन आयुक्त तथा लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, आयुष्मान भारत एवं पुलिस मुख्यालय के अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।  

खेल मंत्री सारंग ने दी बेहतर खेल प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं

एफआईएसयू वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स जर्मनी में एथेलेटिक्स, फेंसिंग और रोइंग अकादमी के 7 खिलाड़ी प्रतिभागिता के लिए रवाना खेल मंत्री सारंग ने दी बेहतर खेल प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं भोपाल एफआईएसयू वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स समर का आयोजन जर्मनी में 27 जुलाई तक किया जा रहा है। राज्य खेल अकादमी से एथेलेटिक्स के 4, फेंसिग   के 1 और रोइंग के 2 यानि कुल 7 खिलाड़ी देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए जर्मनी रवाना हुए। वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 जर्मनी में प्रतिभागिता करने वाले खेल अकादमी के खिलाड़ियों में समरदीप सिंह गिल- एथेलेटिक्स शॉटपुट , देव मीणा- एथेलेटिक्स  पोल वोल्ट , मंजू यादव- एथेलेटिक्स 3000 मी. स्टेपलचेज, अर्जुन वास्कले- एथेलेटिक्स 1500 मी., शंकर पाण्डेय- फेंसिंग (ईपीईई), प्रयास- रोइंग (कॉक्सलेस पेयर एवं कॉक्सलेस फोर) और राघव- रोइंग (कॉक्सलेस पेयर एवं कॉक्सलेस फोर) शामिल हैं। खेल मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने दी बधाई  खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने जर्मनी में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स समर में देश का प्रतिनिधित्व करने जा रहे एथेलेटिक्स , फेंसिंग और रोइंग अकादमी के सभी प्रतिभावान खिलाड़ियों को प्रदेश का गौरव बताया। खिलाड़ियों को बेहतर खेल प्रदर्शन कर पदक जीतने के लिए शुभकामनाएं दी। 12 दिवसीय वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 समर का आयोजन जर्मनी के 6 शहर बोचुम, डुइसबर्ग, एस्सेन, मुल्हेम एन डेर रूहर, हेगन और बर्लिन के 23 स्थानों में किया जा रहा है। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में 18 खेल तीरंदाजी, जिम्नास्टिक, एथेलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबाल, डाइविंग, फेंसिंग, जूडो, तैराकी, ताईक्वान्डो, टेनिस, टेबल टेनिस,  व्हालीबाल,  वॉटर पोलो, 3×3 बास्केटबाल,  बीच व्हॉलीबाल, रोइंग खेल शामिल है। प्रतियोगिता में 150 देश के लगभग 8500 खिलाड़ी एवं विद्यार्थी प्रतिभागिता कर रहे है।  

ऋषभ पंत की इंजरी पर BCCI ने द‍िया अपडेट, मैनचेस्टर में जुरेल करेंगे बल्लेबाजी? जानें नियम

मैनचेस्टर टेस्ट में पहले दिन का खेल खत्म, भारत ने 4 विकेट खोकर बनाए 264 रन, पंत रिटायर हर्ट इंग्लैंड में केएल राहुल ने बनाया एक और कीर्तिमान, ऐसा करने वाले 5वें भारतीय बने  ऋषभ पंत की इंजरी पर BCCI ने द‍िया अपडेट, मैनचेस्टर में जुरेल करेंगे बल्लेबाजी? जानें नियम  मैनचेस्टर मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड ग्राउंड में भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का चौथा टेस्ट शुरू हो गया है. भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी कर रही है. पहले दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 4 विकेट खोकर 264 रन बना लिए हैं. लेकिन भारत को एक बड़ा झटका उस वक्त लगा जब ऋषभ पंत वोक्स की गेंद पर चोटिल हो गए. उन्हें मैदान छोड़कर जाना पड़ा.  शार्दुल ठाकुर और रवींद्र जडेजा नाबाद रहे. मैच में टॉस इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने जीता था और भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी के ल‍िए आमंत्र‍ित किया था. पांच मैचों की इस रोमांचक सीरीज में फिलहाल इंग्लैंड की टीम 2-1 से आगे है. टीम इंडिया के लिए यह मुकाबला 'करो या मरो' जैसा है. अगर भारत यह टेस्ट हारता है तो इंग्लैंड सीरीज अपने नाम कर लेगा. इंग्लैंड में केएल राहुल ने बनाया एक और कीर्तिमान, ऐसा करने वाले 5वें भारतीय बने मैनचेस्टर के ऐतिहासिक ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे चौथे टेस्ट मैच के दौरान भारतीय बल्लेबाज केएल राहुल ने एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली. राहुल ने इंग्लैंड की धरती पर अपने 1000 टेस्ट रन पूरे कर लिए हैं. इस खास मुकाम तक पहुंचने वाले वे भारत के पांचवें बल्लेबाज बन गए हैं. उनसे पहले ये कारनामा सिर्फ सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़, सुनील गावस्कर और विराट कोहली जैसे दिग्गज बल्लेबाज़ ही कर सके हैं. इंग्लैंड की पिचें जहां सीम और स्विंग गेंदबाज़ों के लिए जानी जाती हैं, वहां टिककर रन बनाना भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है. ऐसे में राहुल का यह प्रदर्शन बेहद अहम माना जा रहा है. दिग्गजों की लिस्ट में राहुल केएल राहुल अब उन भारतीय दिग्गजों की लिस्ट में शामिल हो गए हैं जिन्होंने इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट में 1000 से अधिक रन बनाए हैं: * सचिन तेंदुलकर – 1575 रन * राहुल द्रविड़ – 1376 रन *सुनील गावस्कर– 1152 रन * विराट कोहली– 1096 रन * केएल राहुल– 1000+ रन इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि राहुल ने खुद को विदेशी सरजमीं पर भारत के भरोसेमंद बल्लेबाज़ के रूप में स्थापित किया है. उन्होंने इंग्लैंड के लॉर्ड्स, ओवल, हेडिंग्ले और अब मैनचेस्टर में भी उपयोगी पारियां खेली हैं. भारत का मैनचेस्टर में टेस्ट रिकॉर्ड कैसा है?  भारत ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर अपना पहला टेस्ट मैच साल 1936 में खेला. बीते 89 सालों में इस मैदान पर टीम इंड‍िया ने कुल 9 टेस्ट खेले हैं. इन मैचों में टीम इंड‍िया को कभी भी जीत नहीं मिली है. 4 बार टीम को हार का सामना करना पड़ा, जबकि 5 मुकाबले ड्रॉ पर खत्म हुए. ओल्ड ट्रैफर्ड में कैसा रहेगा पिच का म‍िजाज?  मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान की पिच तेज गेंदबाजों के ल‍िए मददगार है, खासकर जब मौसम बादलों वाला हो जैसा कि अगले 5 दिनों तक रहने की उम्मीद है. साल 2000 के बाद से यहां 20 टेस्ट मैचों में स्पिनरों ने सिर्फ 147 विकेट लिए हैं और उनका एवरेज 39.95 रहा है. वहीं, तेज गेंदबाजों ने 477 विकेट चटकाए हैं और उनका औसत 30 से भी कम रहा है. यहां चौथी पारी में लक्ष्य का पीछा करना आसान नहीं होता.   ऋषभ पंत की चोट पर दिया बड़ा अपडेट, कौन लेगा उनकी जगह और क्या कहता  भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट मैच मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेला जा रहा है. मैच के पहले ही दिन भारत को बड़ा झटका उस समय लगा जब टीम के धाकड़ विकेटकीपर बल्लेबाज चोटिल होकर मैदान से बाहर चले गए. पंत उस समय 37 के स्कोर पर बल्लेबाजी कर रहे थे तभी भारतीय पारी के 68वें ओवर की चौथी गेंद पर तेज गेंदबाज क्रिस वोक्स की एक गेंद को वो रिवर्स स्वीप मारने की कोशिश में चोटिल हो गए. वोक्स की तेज गेंद पंत के दाएं पैर की उंगलियों पर सीधा लगी, जिससे वो दर्द से कराहने लगे. उसके बाद पंत अपने पैर पर खड़े नहीं हो पा रहे थे क्योंकि जहां चोट लगी थी वहां सूजन आ गई थी और खून भी निकल रहा था. उसके बाद पंत को एंबुलेंस के जरिए मैदान से बाहर जाना पड़ा. जिसके बाद भारतीय फैंस के मन में सवाल पैदा हो रहा है कि क्या पंत अब बल्लेबाजी करने आएंगे या उनकी जगह कोई और खिलाड़ी बल्लेबाजी करने आएगा. इस पर ICC का नियम क्या कहता है? ऋषभ पंत की चोट पर अपडेट इन सभी सवालों का जवाब हम इस कॉपी में देंगे. सबसे पहले तो भारतीय टीम और फैंस ये उम्मीद कर रहे होंगे कि ऋषभ पंत की चोट ज्यादा गंभीर न हो, क्योंकि भारत को उनकी जरूरत है. पंत की चोट को लेकर ताजा अपडेट यह है कि उनके चोटिल पैर का स्कैन किया गया है जिसकी रिपोर्ट का इंतजार है. बीसीसीआई ने अपने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है कि मैनचेस्टर टेस्ट के पहले दिन बल्लेबाजी करते समय ऋषभ पंत के दाहिने पैर में चोट लग गई. उन्हें स्टेडियम से स्कैन के लिए ले जाया गया. बीसीसीआई की मेडिकल टीम उनकी प्रगति पर नजर रख रही है. ध्रुव जुरेल कर सकते हैं विकेटकीपिंग दूसरे सवाल का जवाब ये है कि अगर ऋषभ पंत ठीक नहीं हो पाते हैं तो उनकी जगह कोई दूसरा खिलाड़ी बल्लेबाजी नहीं कर सकता, लेकिन फील्डिंग कर सकता है. इस का मतलब साफ है कि ऋषभ पंत के न होने की सूरत में ध्रुव जुरेल विकेटकीपिंग करते नजर आ सकते हैं. इससे पहले भी पिछले मैच में ऋषभ पंत चोटिल हुए थे और उस दौरान उनकी उंगलियों में चोट लगी थी, जिसके चलते वह विकेटकीपिंग करने नहीं आए थे. हालांकि, पंत ने दोनों पारियों में बल्लेबाजी जरूर की थी. क्या कहता है ICC का नियम खिलाड़ियों के चोट और रिप्लेसमेंट पर आईसीसी का नियम ये है कि अगर कोई बल्लेबाज कन्कशन (सर में चोट) की वजह से मैच से … Read more

औद्योगिक विकास को मिलेगी रफ्तार: अचारपुरा में 5 इकाइयों का भूमि-पूजन आज

मुख्यमंत्री डॉ. यादव आज अचारपुरा में करेंगे 406 करोड़ रूपये के निवेश की 5 औद्योगिक इकाइयों का भूमि-पूजन अचारपुरा में 406 करोड़ के निवेश को हरी झंडी: मुख्यमंत्री डॉ. यादव करेंगे भूमि-पूजन औद्योगिक विकास को मिलेगी रफ्तार: अचारपुरा में 5 इकाइयों का भूमि-पूजन आज मुख्यमंत्री गारमेंट इकाई का भ्रमण करेंगे भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मध्यप्रदेश को औद्योगिक और रोजगार संपन्न राज्य बनाने की पहल रंग ला रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव 24 जुलाई को भोपाल के अचारपुरा में 406 करोड़ के निवेश वाली 5 औद्योगिक इकाइयों का भूमि-पूजन करेंगे। साथ ही 8 उद्योगों के निवेशकों को भूमि आवंटन के आशय-पत्र भी सौपेंगे। कार्यक्रम की शुरुआत अचारपुरा स्थित गोकलदास एक्सपोर्ट्स की गारमेंट यूनिट के भ्रमण से होगी, जहाँ लगभग 2500 महिलाएँ कार्यरत हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव कार्यरत महिला श्रमिकों से संवाद करेंगे और इकाई में हो रहे उत्पादन कार्यों का अवलोकन करेंगे। यह इकाई न केवल औद्योगिक गतिविधियों बल्कि महिला सशक्तिकरण का भी एक सफल उदाहरण बनकर उभरी है। टेक्सटाइल, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर को मिलेगा विस्तार मुख्यमंत्री डॉ. यादव टेक्सटाइल, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर से जुड़ी 5 प्रमुख इकाइयों का भूमि -पूजन करेंगे। इसमें इंडो एकॉर्ड अप्पैरल्स द्वारा 125 करोड़ रूपये के निवेश से 500 रोजगार, एसेड्स प्रा. लि. द्वारा 106 करोड़ रूपये के निवेश से 100 रोजगार, सिनाई हेल्थकेयर द्वारा 100 करोड़ रूपये से 200 रोजगार, समर्थ एग्रीटेक द्वारा 50 करोड़ रूपये से 200 रोजगार और गोकलदास एक्सपोर्ट्स द्वारा 25 करोड़ रूपये के निवेश से 500 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। ये सभी 5 इकाइयाँ 12.88 हेक्टेयर क्षेत्रफल में स्थापित होगी, जिसमें 406 करोड़ रूपये का निवेश और 1500 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। विशेष औद्योगिक केंद्र के रूप में उभरेगा अचारपुरा मुख्यमंत्री डॉ. यादव अचारपुरा में 31.21 हेक्टेयर भूमि पर विकसित की जा रही नई औद्योगिक परियोजना का भूमि-पूजन भी करेंगे। यह परियोजना लगभग 15.61 करोड़ रूपये से विकसित की जाएगी, जिससे भविष्य में 800 करोड़ रूपये तक के निवेश आकर्षित होने की संभावना है और 1000 से अधिक रोजगार के अवसर सृजित होंगे। इस क्षेत्र को विशेष रूप से टेक्सटाइल और फार्मा सेक्टर के लिए विकसित किया जा रहा है। 8 नई इकाइयों को सौंपे जाएंगे भूमि आवंटन के आशय-पत्र मुख्यमंत्री डॉ. यादव कार्यक्रम में महालक्ष्मी दाल उद्योग, जियो फिल्टेक, प्रवाह एंटरप्राइजेज, योगी इंडस्ट्रीज, अजमेरा इंडस्ट्रीज, सामवी एंटरप्राइजेज और बैग क्रिएशन इंडिया इकाइयों को औद्योगिक भूखंड आवंटन के आशय पत्र भी सौंपेंगे। ये 8 इकाइयाँ 12494.5 वर्ग मीटर भूमि पर 1770 लाख रूपये का निवेश करेंगी और 186 से अधिक रोजगार के अवसर प्रदान करेंगी। निवेशकों ने जताया विश्वास, सराहा सरकार का सहयोग गोकलदास एक्सपोर्ट्स के प्रतिनिधि प्रदेश में निवेश के अनुभवों को साझा करेंगे। मध्यप्रदेश की स्थिर नीतियाँ, कुशल श्रमिक बल और समय पर मिल रही सुविधाओं से उन्होंने अचारपुरा में विस्तार का निर्णय लिया है। टेक्सटाइल, फार्मा और इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर के अन्य उद्यमी भी प्रदेश सरकार और प्रशासन द्वारा दिए जा रहे सक्रिय सहयोग और नीतियों को साझा करेंगे। निवेश के लिए सुविधाजनक वातावरण, कुशल लॉजिस्टिक्स और 'प्लग एंड प्ले' की सुविधा कार्यक्रम में प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेंद्र कुमार सिंह  अचारपुरा को निवेशकों के लिए उद्योग अनुकूल बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा दी रही सुविधाओं की जानकारी देंगे। सरकार द्वारा निवेशकों को 'प्लग एंड प्ले' मॉडल, तेज़ स्वीकृति प्रक्रियाएँ और बेहतर लॉजिस्टिक्स जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। इन सुविधाओं से औद्योगिक इकाइयों को सुगमता से संचालन का लाभ मिलेगा और क्षेत्र में औद्योगिक गतिविधियाँ तेज़ होंगी।

मंत्री पटेल ने कान्हा एम्पोरियम के जीर्णोधार कार्य का किया लोकार्पण, नवाचार की सराहना की

प्रदेश की जेलों को आधुनिक बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकता : राज्य मंत्री पटेल जेलों का होगा आधुनिकीकरण, राज्य सरकार की शीर्ष प्राथमिकता : मंत्री पटेल मंत्री पटेल ने कान्हा एम्पोरियम के जीर्णोधार कार्य का किया लोकार्पण, नवाचार की सराहना की भोपाल : लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र शिवाजी पटेल ने कहा है कि प्रदेश की जेलों को सुधारात्मक सेवाओं की दृष्टि से आधुनिक व मानवीय बनाना राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है। बंदियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ना, उनके मानसिक, शारीरिक व आध्यात्मिक विकास के लिए कार्य करना, प्रशासन की जिम्मेदारी है। राज्य मंत्री पटेल जेल मुख्यालय में बुधवार को आयोजित राज्य स्तरीय सुधार समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। बैठक में महानिदेशक जेल गोविन्द प्रताप सिंह, विशेष महानिदेशक जेल जी. अखेतो सेमा सहित वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। राज्य मंत्री पटेल ने जेल मुख्यालय के राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम का निरीक्षण कर इंदौर, जबलपुर, भोपाल, उज्जैन आदि जेलों की कनेक्टिविटी की सराहना की। उन्होंने जेलों में उत्पादित वस्तुओं के विक्रय केंद्र "कान्हा एम्पोरियम" के जीर्णोधार कार्य का लोकार्पण किया और नवाचार की सराहना की। बैठक में जेल विभाग की कार्यप्रणाली, उपलब्धियों, चुनौतियों व योजनाओं की विस्तृत जानकारी राज्य मंत्री पटेल को दी गई। राज्य मंत्री पटेल ने जेल विभाग की समस्याओं के शीघ्र निराकरण का आश्वासन दिया। राज्य मंत्री पटेल ने सुझाव दिया कि जेलों में रामकृष्ण मिशन की पुस्तकें, विवेकानंद साहित्य उपलब्ध कराया जाए एवं ई-लायब्रेरी भी स्थापित की जाए। उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य सुधार हेतु मनोचिकित्सक की नियुक्ति का आश्वासन भी दिया। महानिदेशक जेल सिंह ने नई रिहाई नीति, समय पूर्व रिहाई तथा भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 473 के तहत बनाई गई नीति की जानकारी दी। इसके अंतर्गत अब तक वर्ष 2024-25 में चार अवसरों पर कुल 471 बंदियों को रिहा किया गया है। गरीब बंदी सहायता योजना की जानकारी देते हुए बताया गया कि आर्थिक रूप से कमजोर बंदियों को 25 हजार रुपये तक की जुर्माना राशि एवं 40 हजार रुपये तक की जमानत राशि जिला समिति की अनुशंसा पर राज्य सरकार द्वारा वहन की जाती है। अब तक 31 बंदियों को कुल 6.43 लाख रुपये की सहायता दी जा चुकी है। इस योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश पूरे देश में प्रथम स्थान पर है। बजट वर्ष 2024-25 में इस हेतु पाँच करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। बंदियों के पुनर्वास व सामाजिक एकीकरण के लिए प्रदेश में 8 खुली जेलें संचालित हैं तथा बैतूल, दमोह, रतलाम व सागर में 20-20 बंदियों की क्षमता वाली नई खुली जेलें प्रस्तावित हैं। बंदियों को रोजगार, पारिवारिक भरण-पोषण एवं सामाजिक उत्तरदायित्व से जोड़ने का यह अभिनव प्रयास है। "मध्यप्रदेश सुधारात्मक सेवाएं एवं बंदीगृह विधेयक 2024" ने पुराने अधिनियमों का स्थान लिया है, जो जेल सुधार की दिशा में बड़ी उपलब्धि है। बुरहानपुर में नई जेल तथा गैरतगंज जेल प्रारंभ करने की भी जानकारी दी गई। मानसिक, आध्यात्मिक व व्यवहारिक सुधार के लिए विशेष शिविरों का आयोजन मुख्यमंत्री मोहन यादव के निर्देशानुसार उज्जैन केंद्रीय जेल में 81 आवासों हेतु 19.19 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। अनूपपुर, बड़नगर एवं त्योंथर जेलों में 122 नए पद स्वीकृत किए गए हैं। जेल कर्मियों को संकट निधि से 50,000 रुपये की सहायता, गंभीर बीमारी पर ऋण सुविधा, बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजना (25,000 रुपये तक) चलाई जा रही है। मानसिक, आध्यात्मिक व व्यवहारिक सुधार के लिए आर्ट ऑफ लिविंग, गायत्री परिवार, ईशा फाउंडेशन, श्रीरामचन्द्र मिशन, विपश्यना आदि संस्थाओं से एमओयू कर वार्षिक कैलेंडर अनुसार योग, ध्यान, सुदर्शन क्रिया, यज्ञ, इनर इंजीनियरिंग एवं विपश्यना शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। अशिक्षित बंदियों को साक्षर बनाने और भोज विश्वविद्यालय व इग्नू से उच्च शिक्षा की भी व्यवस्था अशिक्षित बंदियों को साक्षर बनाने के साथ-साथ भोज विश्वविद्यालय व इग्नू के माध्यम से उच्च शिक्षा की व्यवस्था है। टेलीमेडिसिन, आयुष्मान कार्ड, टीबी, हेपेटाइटिस-बी, एचआईवी जांच एवं एम्स दिल्ली तक उपचार की सुविधा भी उपलब्ध है। जेलों में 120 नई बैरकों के निर्माण, पांढुर्ना, सिलवानी में नई जेलों तथा निवाड़ी जेल के उन्नयन की योजना भी प्रस्तुत की गई। जेलों में सीसीटीवी, वीडियो कांफ्रेंसिंग, ई-मुलाकात, इलेक्ट्रिक फेंसिंग, इनकमिंग टेलीफोन सुविधा से सुरक्षा व पारिवारिक सम्पर्क सुनिश्चित किए जा रहे हैं। साल में चार बार 14-14 दिन की पैरोल सुविधा, आध्यात्मिक शिविरों के सकारात्मक प्रभाव की फोटो भी मंत्री जी को प्रस्तुत की गई। सब जेल मऊगंज के उन्नयन हेतु 19.44 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। सीएम हेल्पलाइन, सीएस मॉनिटर, राष्ट्रीय/राज्य मानवाधिकार आयोग के प्रकरणों का त्वरित निराकरण किया जा रहा है। महानिदेशक गोविन्द प्रताप सिंह एवं विशेष महानिदेशक जी. अखेतो सेमा ने राज्य मंत्री पटेल को स्मृति चिन्ह भेंट कर आभार व्यक्त किया।