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अमृतसर में गुरु रामदास जी का प्रकाश पर्व, 3 लाख श्रद्धालुओं की उमड़ी आस्था, शहर सजा फूलों और रोशनी से

अमृतसर

 बुधवार को सिखों के चौथे गुरु रामदास जी की 490वीं जयंती का पावन प्रकाश पर्व पूरे पंजाब में धूमधाम और पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है।श्रद्धालु सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में माथा टेकने के लिए पहुंच रहे हैं। लाखों की संख्या में श्रद्धालु सिर्फ देश से ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी गुरु रामदास जी के पर्व पर गुरुद्वारों में आशीर्वाद लेने के लिए जा रहे हैं।

पर्व को देखते हुए शिरोमणि कमेटी ने भी पर्याप्त इंतजाम किए हैं और सचखंड श्री दरबार साहिब को कई प्रकार के फूलों से सजाया गया है। भीड़ को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान भी रखा गया है। मान्यता है कि आज के दिन श्रद्धालु गुरुघर के पवित्र सरोवर में स्नान करके श्री गुरु रामदास जी के सामने माथा टेक कर आशीर्वाद लेते हैं। पवित्र सरोवर में स्नान करने से आत्मा शुद्ध हो जाती है। गुरुघर के सरोवर में स्नान के लिए श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लगी है। स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं को घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।

रात को दीपमालिका और आतिशबाजी का आयोजन

रात्रि के समय शानदार आतिशबाजी और घी के एक लाख दीपक जलाए जाएंगे, जो संपूर्ण वातावरण को एक दिव्य प्रकाश से आलोकित कर देंगे। यह पर्व न केवल आध्यात्मिक भक्ति का प्रतीक है, बल्कि सिख परंपरा की सेवा, विनम्रता और भाईचारे की भावना को भी सजीव करता है।

आज पूरे दिन धार्मिक दीवान सजाए जाएंगे। साथ ही गोल्डन टेंपल, श्री अकाल तख्त साहिब और गुरुद्वारा बाबा अटल राय साहिब में विशेष सजावट की ​है। पूरा दिन गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हॉल में राग दरबार एवं पारंपरिक शब्द कीर्तन दरबार का आयोजन होगा, जिसमें पंथ के फेमस रागी जत्थे राग आधारित कीर्तन संगत को सुनाएंगे।

सेवा अपनाने की अपील

इसी अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने देश-विदेश की संगतों को प्रकाश गुरुपर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि चौथे पातशाह श्री गुरु रामदास जी का जीवन सेवा, प्रेम-भक्ति और श्रेष्ठ गुणों से भरपूर है। गुरु साहिब द्वारा पूर्ण श्रद्धा और निस्वार्थ भाव से निभाई गई सेवा की मिसाल दुनिया के इतिहास में कहीं और नहीं मिलती।

उन्होंने सिख धर्म के वृक्ष को फलने-फूलने के लिए अनेक कार्य किए और जनमानस को आत्मिक, धार्मिक और सामाजिक रूप से मार्गदर्शन और प्रेरणा दी। धामी ने सिख समुदाय से अपील की कि गुरु साहिब के महान जीवन से प्रेरणा लेकर अपने भीतर नम्रता, सेवा और सिमरन की भावना विकसित करें तथा सिख पंथ के सिद्धांतों को अपने व्यावहारिक जीवन का हिस्सा बनाएं।

इसके अलावा शाम को श्रद्धालु रहरस के पाठ और दीप माला करेंगे और एसजीपीसी की ओर से आतिशबाजी की जाएगी। गुरुघर में पर्व के मौके पर श्री अखंड पाठ साहिब का पाठ भी रखा गया है।

पर्व के मौके पर सचखंड श्री दरबार साहिब, श्री हरमंदिर साहिब, श्री अकाल तख्त साहिब और गुरुद्वारा बाबा अटल राय साहिब को फूलों के साथ-साथ कीमती सोने और चांदी की चीजों से सजाया गया है। गुरुघर को लाइटों से सजा दिया गया है। श्रद्धालुओं की आस्था देखते ही बनती है। सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक सभी पवित्र स्थानों में भक्त दर्शन करेंगे।

श्रद्धालुओं में खुशी का माहौल है क्योंकि ऐसे पावन अवसर पर उन्हें गुरुघर आने का मौका मिला और श्री हरमंदिर साहिब के दर्शन करने का सौभाग्य मिला। श्रद्धालु जंगबहादुर सिंह ने khabarwala24 से बातचीत में कहा कि वे बहुत भाग्यशाली हैं कि उन्हें गुरुघर आने का मौका मिला और वे अपनी बाकी की जिंदगी गुरु रामदास जी के चरणों में बिताना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यहां जैसा सुकून किसी और दर पर नहीं है, यहां आए सभी लोगों पर गुरु अपनी कृपा करें और सभी लोग अपने बच्चों और घर के बड़े बुजुर्गों के साथ जरूर आएं।

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