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भव्य स्वागत: असम से गुड़गांव आए शहीदी नगर के कीर्तन ने बांधा लोगों का ध्यान

गुड़गांव
सिख धर्म के नौवें गुरु, गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत के अवसर पर असम के डुबरी साहिब गुरुद्वारे से महान शहीदी नगर कीर्तन का आयोजन किया गया। यह नगर कीर्तन देश के विभिन्न राज्यों से होता हुआ करीब एक महीने का सफर तय करते हुए देर रात गुड़गांव पहुंचा। नगर कीर्तन के गुड़गांव पहुंचने पर सिख संगत ने नगर कीर्तन का भव्य स्वागत किया।

नगर कीर्तन के भव्य स्वागत के लिए गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा सिविल लाइन्स की तरफ से विशेष व्यवस्था राजीव चौक पर की गई। यहां संगत ने शबद कीर्तन करते हुए नगर कीर्तन का स्वागत किया और गुरु का आर्शीवाद प्राप्त किया। गुड़गांव में कार्यक्रम के आयोजक गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा कमेटी के प्रबंधक शेरदिल सिद्धू ने कहा कि यह हमारा साैभाग्य है कि स्वयं गुरु हमें दर्शन देने के लिए गुड़गांव आए हैं। नगर कीर्तन में गुरु तेग बहादुर जी के शस्त्र भी लाए गए थे जिनके दर्शन का सौभाग्य पूरी संगत को प्राप्त हुआ।
 
इस अवसर पर सिख संगत ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने जो देश के लिए बलिदान दिया है उसे कोई भी भुला नहीं सकता। इस बार गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को 350 साल हो गए हैं और यह शहीदी दिवस इस बार पूरे संसार में एक मिसाल के तौर पर मनाया जा रहा है। आज महान शहीदी नगर कीर्तन के गुड़गांव पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया।

आपको बता दें कि नगर कीर्तन के स्वागत के लिए पिछले कई दिनों से गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सिविल लाइन्स की तरफ से तैयारी की जा रही थी। नगर कीर्तन के राजस्थान की सीमा से गुड़गांव की सीमा में प्रवेश करते ही गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से खास व्यवस्था की गई। पायलट गाड़ी के जरिए नगर कीर्तन को गुड़गांव के राजीव चौक तक लाया गया जहां संगत ने गुरु तेग बहादुर जी के शस्त्रों के दर्शन करने के साथ ही आर्शीवाद प्राप्त किया।

नगर कीर्तन की अगुवाई पंज प्यारों ने की। इसके बाद नगर कीर्तन को द्रोणाचार्य मेट्रो स्टेशन के पास तक संगत विदा करके आई जिसके बाद दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा दिल्ली ले जाया गया। यहां निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार दिल्ली में ही ठहराव होगा और इसके बाद यह नगर कीर्तन आनंदपुर साहिब के लिए रवाना हो जाएगा। 24 नवंबर को गुरु तेग बहादुर जी की शहादत दिवस के अवसर पर यह नगर कीर्तन आनंदपुर साहिब में सम्पन्न हो जाएगा।

 

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