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अल्लावरु की असफलता के बाद कांग्रेस ने लिया बड़ा फैसला, बिहार प्रभारी बने अविनाश पांडे

पटना
बिहार चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने बड़ा फैसला लिया है। पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेता अविनाश पांडेय को बिहार चुनाव को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसको लेकर सियासी चर्चा का दौर भी शुरू हो गया है। टिकट को लेकर बिहार कांग्रेस में हुए घमासान और मजबूत सीटें लेने में पार्टी विफल रही है। अपनी दो सीटिंग सीट भी गंवा दी है। माना जा रहा है कि बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु बिहार संभालने में नाकाम रहे हैं। जिसके बाद पार्टी ने अविनाश पांडेय को बड़ा टास्क दिया है।

कांग्रेस आलाकमान से मिली जिम्मेदारी का जिक्र करते हुए अविनाश पांडेय ने एक्स पर पोस्ट भी किया था। और लिखा कि -कल से बिहार प्रवास पर रहूंगा, जहां आगामी चुनावों के लिए संगठनात्मक समन्वय और रणनीति निर्माण की ज़िम्मेदारी संभालूंगा। यह केवल एक चुनाव नहीं, बल्कि बिहार की दिशा और दशा तय करने वाला निर्णायक अवसर है। एनडीए सरकार ने राज्य को बेरोज़गारी, पलायन और विकासहीनता की ओर धकेला है-अब जनता परिवर्तन के लिए तैयार है।

कांग्रेस के इस कदम को चुनाव से पहले पार्टी में डैमेज कंट्रोल के तौर पर देखा जा रहा है। टिकट को लेकर पार्टी के ही कई नेताओं ने बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु पर पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया था। कई नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। पार्टी में मचे घमासान के बीच अब अविनाश पांडेय को बिहार बुलाया गया है।

अविनाश पांडेय मूलरूप से नागपुर के रहने वाले हैं। वे देश के जाने माले वकील भी रह चुके हैं। अविनाश पांडेय महाराष्ट्र विधान परिषद के सदस्य रह चुके हैं। 2010 में महाराष्ट्र से राज्य सभा सांसद भी चुने गए थे। राहुल गांधी ने 2023 में उन्हें यूपी में प्रभारी महासचिव बनाया था। इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा के साथ मिलकर कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया था। और बीजेपी 240 पर सिमट गई थी।

वहीं शनिवार को पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अविनाश पांडेय ने केंद्र पर हमला बोला। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने छठ महापर्व पर बिहार के लोगों का अपमान किया है। पूरे देश में रेलगाड़ियों की संख्या 13 हजार है। पीएम नरेंद्र मोदी इसमें से 12 हजार रेल गाड़ी छठ पर्व चलाने की बात कहते हैं तो कहां से चलाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि छठ महापर्व पर घर पहुंचने के लिए लोग रेलगाड़ी में शौचालय तक में यात्रा करने को मजबूर हैं। उन्होंने मांग की कि पीएम इस झूठ के लिए बिहार से माफी मांगे।

 

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