samacharsecretary.com

अश्विन ने टेस्ट टीम में हरभजन को फ्रंटलाइन स्पिनर के रूप में रिप्लेस किया था, दोनों ने ‘मनमुटाव’ पर तोड़ी चुप्पी

नई दिल्ली 
भारत के पूर्व स्पिनर आर अश्विन और हरभजन सिंह का शुमार दिग्गज गेंदबाजों में होता है। दोनों ने अपने करियर में लंबे समय तक सफलता के झंडे गाड़े। अश्विन ने 106 टेस्ट में 24.00 की औसत से 537 विकेट चटकाए। वहीं, हरभजन ने 103 टेस्ट में 32.46 की औसत से 417 शिकार किए। अश्विन ने भारतीय टेस्ट टीम में हरभजन को फ्रंटलाइन स्पिनर के रूप में रिप्लेस किया था, जिसके बाद दोनों के बीच मनमुटाव और जलन की अटकलें लगना शुरू हो गई थीं। हालांकि, दोनों पूर्व दिग्गज स्पिनर ने अब आपसी मनमुटाव की अटकलों पर चुप्पी तोड़ी है।
 
अश्विन और भज्जी 'कुट्टी स्टोरीज विद ऐश' में मनमुटाव की कंट्रोवर्सी पर चर्चा करते हुए नजर आए। भज्जी ने बेबाक सवाल का बेबाक जवाब दिया। अश्विन ने हरभजन से पूछा, ''जलन की चर्चा रही। इससे पहले कि मैं आपको इसका जवाब दूं, मैं कुछ स्पष्ट कर दूं। लोग हर चीज को अपने नजरिए से देखते हैं। मिसाल के तौर पर, अगर वे मुझ पर कोई टिप्पणी कर रहे हैं तो वे मानते हैं कि दूसरे लोग दुनिया को उनकी नजर से देखेंगे। जैसे की यह जो बात है कि आप उस शख्स से जलते हैं जो आज आपका इंटरव्यू ले रहा है। इसपर आप क्या कहेंगे?"

अश्विन को रिप्लाई देते हुए हरभजन ने कहा, ''"क्या आपको लगता है कि मैं आपसे जलता हूं? आप आज मेरे साथ बैठे हो और हमने काफी बातचीत की है। क्या आपको लगता है कि मैं उस तरह का इंसान हूं?" वहीं, अश्विन ने कहा, ''अगर आपको कभी जलन हुई भी हो तो यह जायज है। यह मेरा पॉइंट है। मैं इसे कभी गलत तरीक़े से नहीं लूंगा क्योंकि हम सब इंसान हैं। स्वाभाविक रूप से ऐसा होता है।" इसके बाद, अश्विन ने अपना और वॉशिंगटन सुंदर का उदहारण दिया। अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविद कहा दिया था।

अश्विन के रिटायरमेंट के बाद कहा गया कि उन्होंने सुंदर को प्लेइंग इलेवन में तरजीह दिए जाने के कारण इंटरनेशनल क्रिकेट छोड़ने का फैसला किया। अश्विन ने इस बारे में कहा, ''कुछ लोगों का मानना है कि मैंने वॉशिंगटन सुंदर की वजह से संन्यास लिया। यह सब लोगों का नजरिया है। यह दूसरे लोगों का देखने का तरीक है।"

 

Leave a Comment

हम भारत के लोग
"हम भारत के लोग" यह वाक्यांश भारत के संविधान की प्रस्तावना का पहला वाक्य है, जो यह दर्शाता है कि संविधान भारत के लोगों द्वारा बनाया गया है और उनकी शक्ति का स्रोत है. यह वाक्यांश भारत की संप्रभुता, लोकतंत्र और लोगों की भूमिका को उजागर करता है.
Click Here
जिम्मेदार कौन
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 3 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here