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मध्यप्रदेश में गाइड्स के प्रशिक्षण एवं कौशल विकास के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ

पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है 'गाइड'- प्रमुख सचिव शुक्ला टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम में सर्वश्रेष्ठ गाइड को 2 लाख रूपये की सम्मान राशि'- प्रमुख सचिव शुक्ला मध्यप्रदेश में गाइड्स के प्रशिक्षण एवं कौशल विकास के लिए दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ भोपाल के कमला पार्क से सदर मंजिल तक हैरिटेज वॉक मंगलवार, 1 जुलाई को भोपाल प्रमुख सचिव पर्यटन और संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा है कि पर्यटन स्थलों पर गाइड पर्यटकों के 'मॉन्यूमेंट गुरु' होते हैं। पर्यटन स्थल के बारे में जितनी जानकारी गाइड देते हैं उतना ही पर्यटक जान पाते हैं। इसलिए गाइड द्वारा किया पर्यटकों को प्रामाणिक और शोध की गई जानकारी दी जानी आवश्यक है। प्रमुख सचिव शुक्ला आरसीव्हीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में गाइड उन्मुखीकरण और कौशल विकास कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। प्रमुख सचिव शुक्ला ने गाइड्स को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम (RGTS) के अंतर्गत प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर आने वाले गाइड को आगामी वर्ष से पुरस्कार स्वरूप क्रमश: 2 लाख रुपये, 1 लाख रुपये एवं 50 हजार रुपये की सम्मान राशि प्रदान की जाएगी।  प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि पर्यटकों की सुविधा के लिए गाइड विभिन्न भाषाओं का ज्ञान प्राप्त करें और मधुर व्यवहार रखें। प्रेरक के रूप में कार्य करते हुए पर्यटकों को स्वच्छता के लिए प्रेरित भी करें। पर्यटन स्थल की जानकारी के साथ प्रदेश की उपलब्धियों और विशेषताओं की जानकारी दें। आसपास के पर्यटन स्थलों से पर्यटकों को अवगत कराएं। इससे मध्यप्रदेश के प्रति पर्यटकों में रुचि बढ़ेगी और वह फिर से पर्यटन के लिए मध्यप्रदेश आयेंगे। सभी गाइड किसी भी पर्यटक के लिए केयर टेकर की भूमिका निभाएं, इससे निश्चित ही पर्यटक सुखद और अविस्मरणीय अनुभव अपने साथ ले जाएंगे। प्रमुख सचिव शुक्ला ने बताया कि आगामी समय में गाइड की संख्या में वृद्धि किए जाने के साथ गाइड को दी जाने वाली सुविधाओं में वृद्धि की जायेगी। साथ ही उनके कौशल को निखारने के लिए तकनीक आधारित वर्कशॉप और ऑनलाइन सेशन लिए जायेगे। अपर प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड सुबिदिशा मुखर्जी ने कहा कि गाइड्स,  पर्यटन विभाग और पर्यटकों के बीच ब्रिज के रूप में कार्य करते हैं। वे ही प्रदेश और देश के गौरवशाली इतिहास को पर्यटकों से साझा करते हैं। उनकी कुशलता से ही आगंतुकों को हमारी समृद्ध परंपराओं और संस्कृति का ज्ञान होता है। मध्यप्रदेश में वर्तमान में 72 गाइड अपनी सेवाएं दे रहे हैं। जल्द ही 313 पदों पर गाइड की भर्ती शुरू की जाएगी। सुमुखर्जी ने कहा कि गाइड्स की दक्षता को बढ़ाने के लिए आगे भी कार्यशालाएं आयोजित जाएगी। गाइड्स को अलग–अलग भाषाओं के ज्ञान के साथ ही तकनीकी रूप से दक्ष बनाने की दिशा में भी कार्य किया जा रहा हैं।  आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के रीजनल डायरेक्टर भुवन विक्रम सिंह ने कहा कि गाइड्स स्थानीय संस्कृति के परिचायक हैं। वे पर्यटकों के दिग्दर्शक हैं, जो उनकी यात्रा को अविस्मरणीय बनाते हैं। भारतीय संस्कृति से विश्व भर के पर्यटकों को अवगत कराते हैं।  उल्लेखनीय है कि प्रदेश में कार्यरत लाइसेंसधारी राज्य स्तरीय एवं स्थानीय गाइड्स के प्रशिक्षण, कार्यकुशलता में वृद्धि एवं व्यवहारिक दक्षता को और सुदृढ़ करने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा दो दिवसीय आवासीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। यह भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, राज्य पुरातत्व संग्रहालय एवं अभिलेखागार भोपाल, मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम, IITTM ग्वालियर एवं विषय विशेषज्ञों के सहयोग से किया जा रहा है। इस दौरान विषय विशेषज्ञों ने विभिन्न सत्रों में पर्यटन स्थलों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, प्रस्तुतिकरण कौशल, नई तकनीक, पर्यटकों के साथ संवाद शैली तथा पर्यटन संबंधी विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी जा रही है। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर टूरिस्ट गाइड रेटिंग सिस्टम (RGTS) से चयनित गाइड्स ओरछा से शशि भूषण सिंह-प्रथम, सांची से सुरेंद्र सिंह भदौरिया–द्वितीय और खजुराहो से राजेश अवस्थी–तृतीय को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण भोपाल मंडल के अधीक्षण पुरातत्वविद् मनोज कुर्मी उपस्थित थे।  हैरिटेज वॉक में ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कार्यक्रम के दूसरे दिन 1 जुलाई, मंगलवार को सुबह 7 बजे से हैरिटेज वॉक का आयोजन भी किया जाएगा। कमला पार्क से सदर मंजिल तक आयोजित होने वाली इस हैरिटेज वॉक में गाइड्स को ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कर उनकी विरासत, सांस्कृतिक महत्व एवं स्थानीय कहानियों को व्यावहारिक रूप में समझने का अवसर मिलेगा। इस कार्यशाला से गाइड्स को अपने ज्ञान व कौशल में नवाचार करने का मंच मिलेगा, जिससे वे पर्यटकों को और अधिक रोचक, तथ्यपरक एवं प्रभावी जानकारी प्रदान कर सकेंगे।  

केंद्रीय मंत्री श्री शाह की अध्यक्षता में हुई सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के सहकारिता मंत्रियों की ‘मंथन बैठक’

अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 केंद्रीय मंत्री श्री शाह की अध्यक्षता में हुई सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के सहकारिता मंत्रियों की 'मंथन बैठक' मंत्री श्री सारंग ने साझा किए प्रदेश के नवाचार और दिये सुझाव भोपाल  केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के उपलक्ष्य में देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के सहकारिता मंत्रियों की ‘मंथन बैठक’ हुई। बैठक में सहकारिता मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने मध्यप्रदेश की सहकारिता से जुड़ी उपलब्धियों, नवाचारों और सहकारिता के क्षेत्र में भविष्य की दिशा पर केंद्र सरकार को सुझाव दिये। इस अवसर पर केंद्रीय सहकारिता राज्यमंत्री श्री कृष्णपाल गुर्जर एवं श्री मुरलीधर मोहोल, सहकारिता मंत्रालय के सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। मध्यप्रदेश में बहुद्देशीय पैक्स के सफल क्रियान्वयन की जानकारी मंत्री श्री सारंग ने बताया कि मध्यप्रदेश में प्राथमिक कृषि साख समितियों (पैक्स) को बहुद्देशीय इकाइयों के रूप में विकसित करने की दिशा में राज्य सरकार को उल्लेखनीय सफलता मिली है। इस पहल के अंतर्गत प्रदेश में प्रत्येक पैक्स को उनके संचालन के लिये वार्षिक 3 लाख 24 हजार रुपये की वित्तीय सहायता तथा जनजातीय क्षेत्रों में 3 लाख 48 हजार रुपये की सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने सुझाव दिया कि नई पैक्स की स्थापना और उनके आधारभूत ढांचे को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा अनुदान प्रदान किया जाए, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में सहकारिता आधारित सेवाओं का विस्तार और सशक्तीकरण संभव हो सके। भर्ती प्रक्रियाओं में सुधार के लिये केंद्रीय एजेंसी का गठन आवश्यक मंत्री श्री सारंग ने सहकारिता संस्थाओं में पदों की भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और एकरूप बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि जिस प्रकार बैंकिंग क्षेत्र में आईबीपीएस जैसी संस्था के माध्यम से भर्ती होती है, उसी प्रकार पंचायत एवं ग्रामीण स्तर की सहकारी संस्थाओं के लिए एक केंद्रीयकृत भर्ती बोर्ड/एजेंसी का गठन किया जाए, जिससे सहकारी आंदोलन को दक्ष मानव संसाधन मिल सके। सहकारी बैंकों के माध्यम से फंड डिपॉजिट का दिया सुझाव मंत्री श्री सारंग ने सुझाव दिया कि केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों को सहकारिता संबंधी योजनाओं के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली निधि को जिला सहकारी बैंकों के माध्यम से डिपॉजिट किया जाए, जिससे इन बैंकों की क्रेडिट क्षमता और बिजनेस वॉल्यूम बढ़ सके, इससे सहकारी बैंकिंग तंत्र और अधिक मजबूत होगा। बीज क्षेत्र में नवाचार : 'चीता ब्रांड' मध्यप्रदेश में बीज संघ को सशक्त करने के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए मंत्री श्री सारंग ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा 'चीता ब्रांड' बीजों की शुरुआत की गई है, जिनमें उच्च गुणवत्ता वाले हाइब्रिड बीज लगभग आधी कीमत पर किसानों को उपलब्ध कराए जा रहे हैं। यह पहल कृषि उत्पादकता बढ़ाने और किसानों की आय में वृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है। कमजोर सहकारी बैंकों के लिए तकनीकी सहयोग की आवश्यकता मंत्री श्री सारंग ने कहा कि "ईज ऑफ डूइंग बिजनेस" को ध्यान में रखते हुए सहकारी संस्थाओं की पंजीयन से लेकर परिसमापन तक की प्रक्रिया को सरल और डिजिटल बनाया गया है, जिससे संस्थाओं की कार्य-क्षमता में सुधार आया है। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि वित्तीय रूप से कमजोर सहकारी बैंकों को सशक्त करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से तकनीकी और विशेषज्ञ सहयोग दिया जाए, ताकि वे भी मुख्यधारा से जुड़ सकें और ग्रामीण वित्तीय ढांचे को मजबूती दे सकें।

मेडिकल कॉलेजों, जिला चिकित्सालयों और टीबी मुक्त भारत अभियान की प्रगति की की भी हुई समीक्षा

पीएम-अभीम सहित 15वें वित्त आयोग के कार्यों को समय सीमा में करें पूर्ण: उप मुख्यमंत्री शुक्ल  विकास कार्यों की नियमित और समयबद्ध मॉनिटरिंग की जाये और उपलब्ध बजट का पूर्णतः पारदर्शी एवं गुणवत्तापूर्ण उपयोग सुनिश्चित किया जाए: उप मुख्यमंत्री शुक्ल मेडिकल कॉलेजों, जिला चिकित्सालयों और टीबी मुक्त भारत अभियान की प्रगति की की भी हुई समीक्षा भोपाल  उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने निर्देश दिए हैं कि विकास कार्यों की नियमित और समयबद्ध मॉनिटरिंग की जाये और उपलब्ध बजट का पूर्णतः पारदर्शी एवं गुणवत्तापूर्ण उपयोग सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार विकास कार्यों के लिए बजट की कमी नहीं होने देगी, आवश्यकता इस बात की है कि मूलभूत स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार समयसीमा में हो। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने मंत्रालय भोपाल में विभागीय अधोसंरचना विकास कार्यों की वृहद समीक्षा की। उन्होंने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन (पीएम-अभीम) एवं 15वें वित्त आयोग अंतर्गत स्वीकृत निर्माण कार्यों की एजेंसी-वार गहन समीक्षा की। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने सिंगरौली एवं बुधनी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी भी कार्य में प्रशासनिक अथवा तकनीकी अड़चनें हैं, तो उन्हें शीघ्र निराकृत किया जाए। उन्होंने मैहर एवं मऊगंज जिला चिकित्सालयों की विस्तार योजनाओं की प्रगति की भी जानकारी ली और कहा कि जनहित की इन योजनाओं में समय पर गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्य पूर्ण हो। टीबी मुक्त भारत अभियान में भागीदारी का किया आह्वान उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने टीबी मुक्त भारत अभियान की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश को टीबी मुक्त बनाने के लिए समाज के सभी वर्गों की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने विधायकों, सांसदों, जनप्रतिनिधियों, विभागीय अधिकारियों, औद्योगिक समूहों, स्वयंसेवी संगठनों एवं समाजसेवियों से "निक्षय मित्र" के रूप में जुड़ने की अपील की। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि  टीबी से ग्रसित मरीजों के उपचार एवं पोषण में सहयोग देने के लिए ‘निक्षय मित्र’ बनकर समाज का हर व्यक्ति समाज के प्रति संवेदनशीलता और उत्तरदायित्व का निर्वहन कर सकता है। यह केवल एक योजना नहीं, बल्कि पीड़ित मानवता की सेवा का माध्यम है। हर माह 9 और 25 तारीख को महिलाओं की जांच की विशेष व्यवस्था की जाए उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने हाई रिस्क प्रेग्नेंसी महिलाओं की देखभाल पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर माह की 9 और 25 तारीख को चिन्हित महिलाओं की जांच की विशेष व्यवस्था की जाए ताकि कोई भी गर्भवती महिला उचित सुविधा से वंचित न रहे। उन्होंने जिला एवं ब्लॉक स्तर पर सघन निगरानी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए और कहा कि जिला कलेक्टर्स एवं सीएमएचओ को भी इसमें प्रत्यक्ष रूप से भागीदारी करनी चाहिए। आशा सुपरवाइजर को प्रोत्साहन राशि शीघ्र करायें उपलब्ध उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने बैठक में यह भी स्पष्ट किया कि मंत्रिपरिषद के निर्णयानुसार आशा सुपरवाइजरों को शीघ्र प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि मूलभूत स्वास्थ्य सेवाओं के अंतिम छोर तक पहुंच में आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण है, ऐसे में उनकी प्रेरणा और प्रोत्साहन अनिवार्य है। संचालक प्रोजेक्ट नीरज सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की प्रबंध संचालक डॉ. सलोनी सिडाना भी इस मौके पर उपस्थित थे।  

मैहर पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल ने किया थाने का निरीक्षण

मैहर   पुलिस अधीक्षक मैहर सुधीर अग्रवाल ने अमरपाटन थाने  का किया निरीक्षण, नो एंट्री प्वाइंट पर संकेतक,बैनर लगाने के दिए निर्देश अमरपाटन में नो  एंटी को लेकर  लगातार शिकायतें आ रही थी पालन में नो एंटी  प्वाइंट का निरक्षण किया  कस्बे में दिए गए नो एंटी के निर्देशों का सख्ती से पालन कराने का थाना प्रभारी व सभी स्टॉप को आदेशित किया गया नो एंटी समय में कोई भी वाहन प्रवेश नहीं किया जाएगा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव के आश्वासन के पश्चात आयोग का देवास दौरा निरस्त

देवास जिले में जनजाति वर्ग के हित में की गई कार्यवाही से आयोग संतुष्ट: मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री डॉ. यादव से मिले अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर्य दोषी अधिकारियों के विरूद्ध होगी कार्यवाही मुख्यमंत्री डॉ. यादव के आश्वासन के पश्चात आयोग का देवास दौरा निरस्त भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से  राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने मुख्यमंत्री निवास स्थित समत्व भवन में भेंट की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आर्य को देवास जिले के घटनाक्रम और राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदम से अवगत कराया। आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव के आश्वासन से संतुष्ट होकर वे एक जुलाई को प्रस्तावित अपना देवास जिले का दौरा निरस्त कर रहे हैं। आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतर सिंह आर्य ने कहा कि आयोग ने देवास जिले में जनजातीय वर्ग के लोगों के मकान हटाए जाने की घटना पर संज्ञान लिया था। इसे ध्यान में रखते हुए वे नई दिल्ली से मध्यप्रदेश प्रवास पर आए और इस संदर्भ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव से भेंट की है। आर्य ने कहा कि घटना पर विस्तृत चर्चा के पश्चात इस बात से संतुष्ट हूं कि इस संबंध में संवेदनशील और समुचित कार्यवाही की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निर्देश पर जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह और वरिष्ठ अधिकारी लक्ष्मण सिंह मरकाम को देवास जिला भेजा गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव और सरकार ने आवश्यक सुझाव उन्हें मान्य किए हैं। इस बात पर भी सहमति हुई है कि इस तरह की कोई घटना भविष्य में न हो इसका ध्यान विभिन्न पक्षों द्वारा रखा जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आश्वस्त किया है कि जनजातीय वर्ग का हित सुनिश्चित किया जाएगा। दोषी अधिकारियों को बख्शेंगे नहीं आर्य ने बताया मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आश्वस्त किया है कि इस प्रकरण में किसी भी दोषी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। जनजातीय वर्ग के हितों की रक्षा और उनका समग्र कल्याण राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री मोदी का माना आभार

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का खंडवा में "वाटरशेड सम्मेलन" एवं "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान पर संदेश के रूप में प्राप्त आशीर्वाद के लिए आभार माना है। प्रदेश में 30 मार्च से 30 जून तक 3 माह के जल गंगा संवर्धन अभियान के समापन अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी का संदेश प्राप्त हुआ। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी के कुशल मार्गदर्शन में 90 दिन संचालित "जल गंगा संवर्धन अभियान" का सफलता के साथ समापन हुआ है। हालांकि यह अभियान भिन्न स्वरूप में जारी रहेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान को जन आंदोलन बनते देखना एक सुखद अनुभूति है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश के समस्त नागरिकों की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को कोटि-कोटि धन्यवाद देते हुए उनके द्वारा दिए गए विशेष संदेश पर आभार माना है।  

मेडिकल कॉलेजों में शिक्षा व्यवस्था होगी सुदृढ़ : उप मुख्यमंत्री शुक्ला

59 चिकित्सा शिक्षकों की चयन सूची ज़ारी प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा समय पर और सुलभ रूप से प्राप्त हो सके मेडिकल कॉलेजों में शिक्षा व्यवस्था होगी सुदृढ़ : उप मुख्यमंत्री शुक्ला भोपाल उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि प्रदेश सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं एवं चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में समन्वित रूप से संसाधनों और मानव संसाधन को सशक्त किया जा रहा है, जिससे प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा समय पर और सुलभ रूप से प्राप्त हो सके। प्रदेश सरकार का संकल्प है कि प्रत्येक शासकीय मेडिकल कॉलेज में योग्य एवं अनुभवी संकाय की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने चयनित 59 चिकित्सा शिक्षकों को शुभकामनाएँ देते हुए अपेक्षा व्यक्त की कि वे सेवा, संवेदना और पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे। उन्होंने कहा कि यह नियुक्तियाँ चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में शिक्षा व्यवस्था को मजबूती देंगी। मध्यप्रदेश में चिकित्सा शिक्षा की गुणवत्ता को और अधिक सुदृढ़ एवं सुव्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से अप्रैल 2025 में प्राध्यापक, सह-प्राध्यापक एवं सहायक प्राध्यापक के शैक्षणिक पदों की भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की गई थी। इनमें प्राध्यापक के 90, सह-प्राध्यापक के 179 एवं सहायक प्राध्यापक के 201 इस प्रकार कुल 470 शैक्षणिक पद शामिल हैं। उक्त प्रक्रिया के अंतर्गत प्रथम चरण में जून माह में कुल 59 चिकित्सा शिक्षकों की चयन सूची जारी की गई है। इनमें 11 प्राध्यापक, 08 सह-प्राध्यापक और 40 सहायक प्राध्यापक सम्मिलित हैं।  

वाराणसी में म.प्र. टूरिज्म बोर्ड का हुआ रोड शो, पर्यटन व्यवसायी, टूर ऑपरेटर्स और होटल इंडस्ट्री के हितधारक हुए शामिल

उत्तरप्रदेश का गेटवे रीवा – मध्यप्रदेश आपके आतिथ्य सत्कार के लिए तैयार : उपमुख्यमंत्री शुक्ल रीवा में 26 व 27 जुलाई को होगा रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव: उपमुख्यमंत्री शुक्ल वाराणसी में म.प्र. टूरिज्म बोर्ड का हुआ रोड शो, पर्यटन व्यवसायी, टूर ऑपरेटर्स और होटल इंडस्ट्री के हितधारक हुए शामिल प्रमुख सचिव पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने प्रदेश की पर्यटन विशेषताओं से कराया अवगत रीवा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन तथा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में अधोसंरचना विकास, संस्कृति का संरक्षण एवं प्रोत्साहन और पर्यटन क्षेत्र में निजी सहभागिता को बढ़ावा देने के सुनियोजित एवं एकीकृत प्रयास किए जा रहे हैं। उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल वाराणसी के होटल डबल ट्री बाय हिल्टन में पर्यटन रोड-शो में पर्यटन व्यवसायियों, टूर ऑपरेटर्स, ट्रेवल एजेंट्स और होटल व्यवसाय से जुड़े हितधारकों को संबोधित कर रहे थे। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि रीवा उत्तरप्रदेश का गेटवे है। उत्तरप्रदेश से कनेक्टिवटी सुगम है। मध्यप्रदेश सभी आगंतुकों, पर्यटकों के आतिथ्य सत्कार के लिए तैयार है। रीवा में 26 एवं 27 जुलाई 2025 को रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी इस कॉन्क्लेव में शामिल होंगे। सभी को इस आयोजन में सहभागिता के लिए भी आंमत्रित किया। पर्यटकों को मिलेगा समृद्ध और विविध अनुभव प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश हमारी संस्कृति, विरासतों और धरोहरों को संजोकर पर्यटकों को सुखद और अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करें। उत्तरप्रदेश और म.प्र. के पर्यटन में काफी समानता है। बाबा महाकाल और बाबा काशी विश्वनाथ दुनियाभर के श्रृद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। पर्यटकों को एक समृद्ध और विविध अनुभव मिलेगा साथ ही धार्मिक, सांस्कृतिक, स्वास्थ्य और विरासत से पर्यटन को आकर्षित करने में सहयोग प्राप्त होगा। मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के पर्यटन व्यवसायियों, टूर ऑपरेटर्स, ट्रेवल एजेंट्स और होटल व्यवसाय से जुड़े हितधारकों के बीच सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा पर्य़टन रोड शो का आयोजन किया गया। यह रोड शो आगामी माह में होने वाले मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट और रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव की तैयारियों के दृष्टिगत किया गया। इस अवसर पर प्रतिष्ठित संत सतुआ महाराज, वाराणसी कैंट एरिया के विधायक सौरभ श्रीवास्तव विशेष रूप से उपस्थित रहे।  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव खण्डवा में दादाजी दरबार भूमि-पूजन महोत्सव में हुए शामिल

लाखों भक्तों की आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है धूनी वाले दादा का मंदिर: मुख्यमंत्री डॉ. यादव भक्तों की बरसों की कामना भूमि-पूजन के साथ हुई पूर्ण: मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री डॉ. यादव खण्डवा में दादाजी दरबार भूमि-पूजन महोत्सव में हुए शामिल खण्डवा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि धूनी वाले दादाजी मंदिर जिलेवासियों सहित निमाड़ क्षेत्र के भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र है। यह केवल एक मंदिर नहीं लाखों भक्तों की आस्था एवं उनकी श्रद्धा का प्रतीक है। मंदिर निर्माण की कई बरसों पूर्व की कामना आज शिलान्यास के साथ पूर्ण हुई जो एक नए आध्यात्मिक युग का प्रारंभ हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सोमवार को खंडवा में आयोजित दादाजी दरबार भूमि-पूजन महोत्सव में पहुँचकर समाधि के दर्शन और पूजन-अर्चन किया। उन्होने भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि-पूजन स्थल पर पुष्प अर्पित किए। धूनी वाले दादाजी मंदिर के भव्य निर्माण के लिए भूमि-पूजन वेद-ऋचाओं के उच्चारण के साथ संतों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं स्थानीय लोगों की उपस्थिति में हुआ। मुख्यमंत्री द्वारा समाधी स्थल पर पुष्प अर्पित मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दादाजी दरबार में बड़े और छोटे दादाजी महाराज की समाधियों के दर्शन कर पूजन अर्चन किया और धूनीमाई में आहूति अर्पित कर प्रार्थना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समाधी स्थल पर संतों की उपस्थिति में पुष्प अर्पित किये। धूनी वाले दादाजी का भव्य मंदिर निर्माण किया जाएगा धूनी वाले दादाजी मंदिर का निर्माण 22 एकड़ भूमि पर 100 करोड़ की लागत से किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ट्रस्ट द्वारा जितना संभव हो उतना मंदिर का निर्माण कार्य किया जाए, उसके बाद शेष रहे कार्य का निर्माण शासन द्वारा किया जाएगा। मंदिर का निर्माण शिर्डी एवं अक्षरधाम मंदिर की तर्ज पर विभिन्न चरणों में किया जाएगा। मंदिर निर्माण में संगमरमर का उपयोग होगा। निर्माण कार्य का प्रारंभ गुरु पूर्णिमा के बाद किया जाएगा। भव्य मंदिर निर्माण में आधुनिक गौशाला, सेवाधारी निवास, पार्किंग व्यवस्था, भक्त निवास, भोजनशाला एवं नर्मदा परिक्रमावासी विश्रामस्थल का निर्माण किया जाएगा। दादा गुरु महाराज ने कहा कि यह मंदिर निर्माण नहीं बल्कि एक युग का प्रारंभ होगा। भारत के आध्यात्मिक चारों धामों के बाद किसी धाम की गिनती होती है तो वह है दादाजी धाम जो पांचवां धाम हैं। ये मंदिर श्रद्धा, सेवा एवं आध्यात्म का पवित्र केन्द्र है। कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, जनजातीय कार्य विभाग मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग एवं प्रभारी मंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, बुरहानपुर विधायक श्रीमती अर्चना चिटनीस, पंधाना विधायक श्रीमती छाया मोरे, महापौर श्रीमती अमृता यादव, विधायक कंचन तनवे सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।  

अमरनाथ यात्रा में मौसम देगा शिवभक्तों का साथ, 6 छह जुलाई तक फेरबदल के आसार नहीं

जम्मू- कश्मीर श्री अमरनाथ यात्रा से पहले मौसम सुहावना बना हुआ है। शिवभक्तों के लिए राहत यह है कि जुलाई के पहले सप्ताह तक मौसम में कोई बड़े फेरबदल के आसार नहीं हैं। मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार जम्मू संभाग के कुछ हिस्सों में आगामी बारिश के साथ 40-50 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चल सकती है। मगर कश्मीर संभाग में लगभग मौसम साफ रहेगा। यात्रा आगामी तीन जुलाई से शुरू हो रही है। अमरनाथ यात्रियों के लिए मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर के अनुसार निरंतर मौसम संबंधी भविष्यवाणी जारी की जाएगी। इसमें अगले सात दिन का मौसम पूर्वानुमान जारी किया जाएगा। इससे यात्री बेहतर योजना से अपनी यात्रा को सुगम और सुरक्षित बना सकेंगे। कश्मीर में छूट रहे पसीने, उमस कर रही बेहाल जून की गर्मी से कश्मीर में पसीने छूट रहे हैं। यहां अधिकांश जिलों में दिन का पारा सामान्य से 3 से 5 डिग्री ऊपर चल रहा है। रविवार को जम्मू से अधिक राजधानी श्रीनगर गर्म रही। जम्मू संभाग के कई हिस्सों में बारिश हुई, मगर उमस भी परेशान कर रही है। धुंध और खराब मौसम से कटड़ा-सांझीछत चापर सेवा बाधित रही। कश्मीर में साफ मौसम के बीच श्रीनगर में दिन का पारा 4.5 डिग्री सेल्सियस चढ़कर 34.5 और न्यूनतम तापमान 22.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जम्मू के आसपास के इलाकों में बारिश हुई। लेकिन आर्द्रता का प्रतिशत 84 तक पहुंच जाने से उमस से पसीने छूट रहे हैं। जम्मू के मुकाबले लगातार श्रीनगर का पारा ऊपर चल रहा है। कश्मीर के काजीगुंड में अधिकतम तापमान सामान्य से 4.4 डिग्री चढ़कर 32.6, कुपवाड़ा में 33.2, कोकरनाग में 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। रियासी में बारिश हुई। बनिहाल में अधिकतम तापमान 30.1, बटोत में 27.7, कटड़ा में 30.2 और भद्रवाह में 31.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।