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आत्महत्या से पहले छात्रा ने किया बड़ा खुलासा: विभागाध्यक्ष पर यौन शोषण का आरोप

ओडिशा
ओडिशा के बालासोर में 20 वर्षीय छात्रा की मौत हो गई है। प्रोफेसर की तरफ से कथित तौर पर यौन उत्पीड़न से परेशान होकर छात्रा ने शनिवार को खुद को आग लगा ली थी। फिलहाल, आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुका है। इस बीच छात्रा का एक पत्र भी सामने आया है। खबर है कि यह लेटर आत्महत्या से करीब एक सप्ताह पहले लिखा गया था, जिसमें यौन उत्पीड़न की शिकायत की गई थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 1 जुलाई को लिखे पत्र में पीड़िता ने अनुशासनात्मक समिति गठित करने की मांग की थी, जो विभाग प्रमुख समीर कुमार साहू के खिलाफ लगे आरोपों की जांच कर सके। छात्रा ने HoD पर ही यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे। फिलहाल, उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप घोष को भी गिरफ्तार किया गया है।

छात्रा ने पत्र लिखा था, 'बीते कुछ महीनों से BEd विभाग के HoD असिस्टेंट प्रोफेसर समीर कुमार साहू मानसिक रूप से मुझे प्रताड़ित कर रहे हैं। वह बार बार मुझे धमका रहे हैं कि वह यह सुनिश्चित करेंगे कि फेल हो जाऊं। उन्होंने मुझे धमकी दी है कि मेरे निजी मामलों की जानकारी मेरे परिवार को दे देंगे। सबसे ज्यादा जरूरी यह है कि HoD लगातार सेक्सुअल फेवर की मांग कर रहा है।'

आगे लिखा, 'मैंने बार-बार इनकार किया है। मैंने अपनी मानसिक शांति खो दी है और आत्महत्या की कोशिश की है। अगर कॉलेज अथॉरिटी भविष्य में कोई कार्रवाई नहीं करती है, तो मैं आत्महत्या कर लूंगी और HoD और कॉलेज अथॉरिटी इसके जिम्मेदार होंगे।'

खास बात है कि इस चेतावनी के महज चार दिन बाद ही पीड़िता ने खुद को आग लगा दी थी। शुरुआत में उसे बालासोर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां से AIIMS भुवनेश्वर रेफर कर दिया था। वहां बर्न यूनिट में छात्रा का इलाज चल रहा था। खबर है कि वह करीब 90 फीसदी झुलस चुकी थी। मामला बालासोर के फकीर मोहन (स्वायत्त) महाविद्यालय का है।

‘बर्न सेंटर’ ने एक बयान में कहा, 'मरीज को ‘फ्लूइड्स’ (अंतरशिरा तरल) और ‘एंटीबायोटिक्स’ (संक्रमण को खत्म करने वाली दवा) दी गईं, उसे वेंटिलेटर पर रखा गया। विभाग के आईसीयू में उपचार किया गया और गुर्दे की ‘रिप्लेसमेंट थेरेपी’ सहित सभी संभव सहायक उपायों के बावजूद, उसे बचाया नहीं जा सका और 14 जुलाई की रात 11 बजकर 46 मिनट पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।'

 

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