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भारतीय कुश्ती महासंघ ने एक बड़ा फैसला: रेसलर अमन सहरावत पर लगा 1 साल का प्रतिबंध

हरियाणा  भारतीय कुश्ती महासंघ ने एक बड़ा फैसला लेते हुए पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले रेसलर अमन सहरावत पर बड़ी कार्रवाई की है। WFI ने अमन को एक साल के लिए निलंबित कर दिया है। इस बैन का एलान होने के साथ अमन अगले एक साल तक रेसिलंग से जुड़ी किसी भी गतिविधि में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। अमन ने पिछले साल पेरिस में हुए ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। वह सबसे कम उम्र में ओलंपिक मेडल जीतने वाले भारतीय बने थे। अमन ने सिर्फ 21 साल 24 दिन की उम्र में ओलंपिक मेडल अपने नाम किया था। अमन सहरावत को एक साल के लिए कुश्ती से बैन करने का फैसला भारतीय कुश्ती महासंघ ने सीनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनके बिना खेले ही बाहर होने के बाद उठाया है। दरअसल, अमन को मेंस की फ्रीस्टाइल 57 किलोग्राम भार वर्ग में हिस्सा लेना था। वह इवेंट के एक दिन पहले निर्धारित वजन सीमा से 1.7 किलो अधिक वजन पाये जाने के कारण बिना खेले ही अयोग्य करार दे दिए गए। खबर के अनुसार, WFI ने अमन को बैन करने के साथ उन्हें एक पत्र भी भेजा है, जिसमें लिखा कि आपको कारण बताओ नोटिस की तिथि से एक वर्ष की अवधि के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुश्ती से जुड़ी सभी गतिविधियों से निलंबित किया जाता है। यह निर्णय अंतिम है। निलंबन की अवधि के दौरान आपको राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दोनों स्तरों पर डब्ल्यूएफआई द्वारा आयोजित या स्वीकृत किसी भी गतिविधि में भाग लेने या उससे जुड़ने से प्रतिबंधित किया जाता है। गौरतलब हो कि रेसलिंग से एक साल के लिए बैन किए जाने वाले अमन सहरावत को भारतीय कुश्ती महासंघ ने 23 सितंबर 2025 को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा था। अब महासंघ ने कहा है कि अमन के जवाब को अनुशासन समिति ने अंसतोषजनक पाया, जिसमें 29 सितंबर को दिए गए आपके जवाब की विधिवत समीक्षा की।  

BCCI पर बरसे अश्विन: बोले, रोहित-कोहली के रिटायरमेंट की जानकारी छिपाई गई!

नई दिल्ली  विराट कोहली और रोहित शर्मा क्या टीम इंडिया के 2027 वनडे वर्ल्ड कप के प्लान में हैं? शर्मा से वनडे की कप्तानी छिनने के बाद यह सवाल उठना स्वाभाविक है। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए टीम का ऐलान करते वक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो संकेत दिए, उससे तो यही लग रहा कि रोहित और कोहली का अगले वनडे वर्ल्ड कप तक खेलना दूर की कौड़ी लग रहा। इस बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके महान ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने रोहित, कोहली के मुद्दे पर बीसीसीआई को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने पूछा है कि दोनों को टी20 वर्ल्ड कप के बाद ही क्यों नहीं बताया गया कि क्रिकेट में उनके भविष्य को लेकर बीसीसीआई क्या सोचता है। उसके ठीक बाद दोनों दिग्गजों ने टी20 इंटरनेशनल से संन्यास का ऐलान कर दिया था। अपने यूट्यूब चैनल पर अश्विन इस बात में गए ही नहीं कि कोहली और रोहित का भविष्य क्या हो सकता है या चयनसमिति ने शुभमन गिल को नया वनडे कप्तान बनाकर सही किया या गलत। पूर्व स्पिनर ने इस बात पर जोर दिया कि खिलाड़ियों से उनके करियर को लेकर बेहतर ढंग से संवाद की जरूरत है। उन्होंने पूछा कि टी20 वर्ल्ड कप के बाद जब दोनों ने टी20 इंटरनेशनल से संन्यास का ऐलान किया था तब चयनकर्ताओं ने 2027 के वनडे वर्ल्ड कप को लेकर अपने रोडमैप के बारे में उन दोनों को क्यों नहीं बताया। अश्विन ने कहा, 'एक तरफ सिलेक्शन की बात है, दूसरी तरफ कोहली और रोहित की बात है। ये एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। सिलेक्शन पर गौर करने के बाद यह साफ है कि चयनकर्ता आगे बढ़ रहे हैं। हालाकिं इस प्रक्रिया के दौरान उनके पास ये दो खिलाड़ी हैं जो अपने करियर के अंत के करीब हैं। मैं एक बात का जिक्र करना चाहूंगा कि ऐसे खिलाड़ियों को आप जिस तरह से हैंडल करते हैं, उसमें आपको सुधार की जरूरत है। पूर्व ऑफ स्पिनर ने आगे कहा, 'यह कहना बहुत आसान है कि अब उनकी उम्र हो गई है और उन्हें संन्यास ले लेना चाहिए। इसकी एक वजह ये हो सकती है कि हम आईपीएल में बहुत से युवा खिलाड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करते हुए देखते हैं और हमें लगता है कि वे इन अनुभवी खिलाड़ियों की जगह ले सकते हैं। हालांकि इन सबके बीच हम एक चीज को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, वो है ठोस संवाद और नॉलेज ट्रांसफर। मेरी गुजारिश है कि भविष्य में इसे ठीक किया जाए।' इससे पहले एक और पूर्व क्रिकेटर मनोज तिवारी ने भी बीसीसीआई पर सवाल उठाए थे। उन्होंने रोहित शर्मा से इस तरह कप्तानी छीने जाने को इस दिग्गज का अपमान करार दिया था। तिवारी तो यहां तक कह दिए कि अगर वह रोहित की जगह होते तो खुद को इस अपमान से बचने और अपनी गरिमा बचाने के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद वनडे से भी संन्यास का ऐलान कर देते।  

टीम इंडिया की फाइनल इलेवन पर से उठा पर्दा, दिल्ली टेस्ट से पहले आया बड़ा बयान

नई दिल्ली दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में टीम इंडिया और वेस्टइंडीज के बीच शुक्रवार 10 अक्टूबर से दूसरा टेस्ट मैच खेला जाना है। टीम इंडिया इस दो मैचों की सीरीज में पहले से ही 1-0 से आगे हैं। ऐसे में मेहमान टीम पर सीरीज गंवाने का दबाव है। इस मुकाबले के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन कैसी होगी? इससे पर्दा उठ चुका है, क्योंकि भारतीय टीम मैनेजमेंट ने उसी प्लेइंग इलेवन के साथ उतरने का फैसला किया है, जो अहमदाबाद में 2 अक्टूबर से खेले गए पहले टेस्ट मैच में थी। टीम इंडिया के असिस्टेंट कोच रायन टेन डोएशे ने बताया है कि भारत संभावित तौर पर बिना किसी बदलाव के दिल्ली टेस्ट मैच में उतरेगा। असिस्टेंट कोच ने ये भी कहा है कि वे सीम बॉलिंग ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी को और भी मौके ग्रूम होने के लिए देंगे। उनका कहना है कि ओवरशीज टेस्ट मैचों में नितीश ने अच्छा प्रदर्शन किया है और ऐसे में उनको टीम मैनेजमेंट बैक कर रहा है। प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में रायन टेन डोएशे ने कहा, "मैं कहूंगा कि हम संयोजन में बदलाव की संभावना नहीं रखते। हमारा एक उद्देश्य, मध्यम अवधि का एक उद्देश्य, भारत के लिए एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर तैयार करना है। जब हम विदेशी दौरे पर जाते हैं तो यह बहुत जरूरी होता है कि हमारे पास वह पोजिशन हो। पिछले हफ्ते हमने नितीश पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया था, इसलिए मुझे लगता है कि यह उसे एक और मौका देने और टीम के संतुलन को बिगाड़े बिना खेलने का एक अच्छा मौका है। हमें लगता है कि वह एक शानदार तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं।" कोच ने आगे कहा है कि नितीश इस सीरीज से अपने गेंदबाजी स्किल को अच्छा कर सकते हैं। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि नितीश ने ऑस्ट्रेलिया में सबको दिखा दिया है कि एक बल्लेबाज के तौर पर वह कितने बेहतरीन हैं। उनके लिए चुनौती यह सुनिश्चित करना होगा कि उन्हें विदेशी सीरीज के बीच में खेलने का मौका मिले। आगे देखना ज्यादा जरूरी यह है कि उन्हें खेलने का समय कैसे मिलता है और अपनी गेंदबाजी को निखारने का मौका कैसे मिलता है।" टीम इंडिया की संभावित प्लेइंग इलेवन यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, शुभमन गिल (कप्तान), ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रविंद्र जडेजा, वॉशिंगटन सुंदर, नितीश कुमार रेड्डी, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज  

रिंकू सिंह को गैंगस्टरों की धमकी: ₹10 करोड़ की मांग, पुलिस ने आरोपी पकड़ा

मुंबई भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. उनसे दाऊद इब्राह‍िम के ग‍िरोह डी-कंपनी का नाम लेकर 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई. पुल‍िस ने इस मामले में क्रिकेटर रिंकू को धमकी देने वाले आरोपी से पूछताछ की, जिसके बाद इस बात का खुलासा हुआ.  दरअसल, रिंकू सिंह से भी फ‍िरौती मांगी गई है, इस बात का खुलासा मुंबई पुल‍िस की जांच में हुआ. ध्यान रहे दिवंगत एनसीपी नेता और पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी को धमकी देने के मामले में गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद दिलशाद नौशाद गिरफ्तार हुआ था, उससे पूछताछ में यह बात सामने आई. नौशाद ने पूछताछ के दौरान खुलासे में बताया कि उसने भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह से भी 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी. सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि दिलशाद ने रिंकू सिंह के इवेंट मैनेजर को भी धमकी भरा ईमेल भेजा था. दोनों मामलों में आरोपी ने खुद को डी-कंपनी का सदस्य बताते हुए फिरौती न देने पर जान से मारने की धमकी दी थी. मुंबई पुलिस ने इस मामले में पहली बार बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार के दरभंगा निवासी 33 वर्षीय मोहम्मद दिलशाद नौशाद को त्रिनिदाद और टोबैगो से प्रत्यर्पित किया था. जीशान सिद्दीकी को कब मिली धमकी?  अप्रैल 2025 में जीशान सिद्दीकी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें ईमेल के जरिए जान से मारने की धमकी दी गई है. ईमेल में लिखा था कि अगर उन्होंने पैसे नहीं दिए तो उनका अंजाम उनके पिता बाबा सिद्दीकी जैसा होगा. पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि धमकी भरे ईमेल 19 से 21 अप्रैल 2025 के बीच भेजे गए थे. इन ईमेल्स में आरोपी ने न सिर्फ डी-कंपनी का नाम इस्तेमाल किया, बल्कि जांच को गुमराह करने की भी कोशिश की थी.

एशेज से पहले कंगारू टीम में हलचल, इस स्टार खिलाड़ी कप्तान कमिंग्स के खेलने पर सस्पेंस!

मेलबर्न   ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के लिए एशेज सीरीज से पहले एक बुरी खबर सामने आई है। टीम के कप्तान पैट कमिंस इंग्लैंड के खिलाफ 21 नवंबर को पर्थ में होने वाले पहले एशेज टेस्ट मैच से बाहर हो सकते हैं। कमिंस को पीठ में चोट लगी है और हालिया स्कैन से पता चला है कि उनकी यह चोट अभी पूरी तरह ठीक नहीं हुई है। ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई टीम को उनके बिना ही इस मुकाबले में खेलना पड़ सकता है। गेंदबाजी के लिए फिट नहीं कमिंस रिपोर्ट्स के मुताबिक, कमिंस ने अपनी चोट में कुछ सुधार तो देखा है, लेकिन वह अभी भी गेंदबाजी के लिए पूरी तरह फिट नहीं हैं। एशेज सीरीज शुरू होने में अब सिर्फ छह हफ्ते बचे हैं, ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान का पहले टेस्ट में खेलना मुश्किल लग रहा है। सूत्रों का मानना है कि कमिंस की वापसी दिसंबर तक टल सकती है, जिससे वह सीरीज के शुरुआती और अहम मैच मिस कर सकते हैं। चोट से बचने के लिए कमिंस को फिलहाल गेंदबाजी या दौड़ने से दूर रहने की सलाह दी गई है। वह अपनी रिकवरी के लिए केवल जिम और साइकिलिंग तक ही सीमित हैं। स्टीव स्मिथ संभाल सकते हैं कप्तानी पैट कमिंस की गैरमौजूदगी में अनुभवी बल्लेबाज स्टीव स्मिथ टीम की कमान संभाल सकते हैं। स्मिथ, जिन्होंने पहले भी 40 टेस्ट मैचों में ऑस्ट्रेलिया का नेतृत्व किया है, उन्हें कमिंस की जगह कप्तानी करने के लिए सबसे स्वाभाविक विकल्प माना जा रहा है। वहीं बात करें तेज गेंदबाजी यूनिट के बारे में तो, स्कॉट बोलैंड, मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड अहम भूमिका निभा सकते हैं। हालांकि उन्हें कमिंस की कमी जरूर खलेगी। कमिंस ने पहले भी अपनी फिटनेस को लेकर चिंता जाहिर करते हुए कहा था कि एशेज से बाहर होना उनके लिए बहुत दुखद होगा। उन्होंने कहा था कि 'मैं सब कुछ करूंगा ताकि मैं उसके लिए ठीक हो जाएं… लेकिन मुझे विश्वास है कि मैं रिकवरी सही ढंग से करूंगा और पूरी कोशिश करूंगा।' कमिंस की चोट एशेज से पहले ऑस्ट्रेलिया की तैयारियों के लिए एक बड़ा झटका है।

क्या रोहित और गंभीर के बीच बढ़ा तकरार? चैम्पियंस ट्रॉफी को लेकर सामने आई लड़ाई

मुंबई  भारत ने जब इस साल की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी जीती तो टीम के हेड कोच राहुल द्रविड़ नहीं बल्कि गौतम गंभीर थे. इसके बावजूद रोहित शर्मा उस जीत का क्रेडिट कोच गौतम गंभीर को नहीं बल्कि राहुल द्रविड़ को दिया. अब कुछ लोग इसे वनडे कप्तानी छीने जाने से जोड़कर देख रहे हैं. दरअसल, मंगलवार की रात मुंबई में सीएट क्रिकेट रेटिंग पुरस्कार समारोह हुआ. जिसमें रोहित शर्मा ने माना कि पूर्व कोच राहूल द्रविड़ के कार्यकाल में बनाई गए प्लान में चलने की वजह से भारतीय टीम को चैंपियंस ट्रॉफी जीतने में मदद मिली. रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ के कार्यकाल में भारत ने 2023 वनडे विश्व कप फाइनल में मिली हार से उबरते हुए 2024 टी-20 विश्व कप जीता. इसके बाद भारतीय टीम ने 2025 चैंपियंस ट्रॉफी जीती. रोहित ने सीएट क्रिकेट रेटिंग पुरस्कार समारोह के दौरान कहा:     मुझे वह टीम पसंद है और उसके साथ खेलना भी. हम सभी इस सफर में कई साल से थे. यह एक या दो साल का काम नहीं था. बहुत सालों से काम चल रहा था. हम कई बार ट्रॉफी जीतने के बहुत करीब पहुंचे लेकिन जीत नहीं सके. तभी सभी ने तय किया कि हमें कुछ अलग करना होगा और इसे देखने के दो तरीके हैं. ‘राहुल भाई को चैंपियंस ट्रॉफी जीत का क्रेडिट’ चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के लिए एक स्मृति चिन्ह पाने वाले रोहित ने कहा, ‘उस चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेने वाले सभी खिलाड़ियों ने यह सोचा कि कैसे मैच जीते जाए और कैसे खुद को चुनौती दी जाए और आत्मसंतुष्ट न हों तथा किसी भी चीज को हल्के में न लें. जब हम टी-20 विश्व कप की तैयारी कर रहे थे तो मुझे और राहुल भाई को इस प्रक्रिया से काफी मदद मिली. हमने उसे चैंपियंस ट्रॉफी में भी बरकरार रखा. कप्तानी छीने जाने पर भी बोले रोहित शर्मा? आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय वनडे टीम की कमान रोहित नहीं बल्कि शुभमन गिल के पास होगी. रोहित ने कहा, ‘मुझे जब भी मौका मिला मैंने तीनों प्रारूपों में अच्छा खेलने की कोशिश की. मुझे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना पसंद है. वहां क्रिकेट खेलना काफी चुनौतीपूर्ण होता है. वहां खेलने का काफी अनुभव है तो पता है कि कैसे खेलना है. 2023 WC हार पर फ‍िर छलका रोहित का दर्द…  रोहित ने कहा- 2023 में भले ही हम फाइनल में जीत नहीं पाए, लेकिन हमने टीम के रूप में एक लक्ष्य तय किया था और हर किसी ने उसे पूरा किया. हिटमैन ने आगे कहा कि उन्हें सभी तीनों फॉर्मेट में खुद को साबित करने पर गर्व है और उन्हें पता है कि आगामी ऑस्ट्रेलिया दौरे में उनसे क्या उम्मीद की जा रही है. इस दौरे से पहले ही उनसे वनडे कप्तानी छीन ली गई है. रोहित, जिन्हें अब टेस्ट और वनडे दोनों प्रारूपों में शुभमन गिल से बदल दिया गया है, विराट कोहली के साथ ऑस्ट्रेलिया में तीन मैचों की वनडे सीरीज़ में टीम का हिस्सा होंगे. यह सीरीज 19 अक्टूबर से शुरू होगी. ऑस्ट्रेल‍िया के ख‍िलाफ खेलना मुझे पसंद : रोहित  रोहित ने कहा- मुझे पर्सनली सभी फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन करने पर गर्व है.  ऑस्ट्रेलिया दौरे को लेकर उन्होंने कहा- मुझे उनके खिलाफ खेलना पसंद है. मुझे ऑस्ट्रेलिया में खेलना अच्छा लगता है. वहां क्रिकेट खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण होता है और लोग वहां इस खेल से बहुत प्यार करते हैं. ऑस्ट्रेलिया हर बार हमारे लिए एक अलग चुनौती पेश करता है. मैं वहां कई बार जा चुका हूं और जानता हूं कि क्या उम्मीद करनी चाहिए. उम्मीद है कि हम वहां वही करेंगे जो भारतीय टीम को करना चाहिए और नतीजा अपने पक्ष में लाएंगे.    

भारत की जीत का अनोखा जश्न: ‘इनविज़िबल ट्रॉफी’ किसके दिमाग की उपज थी? हुआ खुलासा

नई दिल्ली  एश‍िया कप 2025 का फाइनल 28 स‍ितंबर को दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला गया. जहां टीम इंड‍िया ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर 9वीं बार यह ख‍िताब अपने नाम किया. लेकिन भारत को एश‍िया कप जीतने के बावजूद ट्रॉफी या मेडल नहीं म‍िला, जिसके बाद टीम ने अदृश्य ट्रॉफी के साथ मॉक सेल‍िब्रेशन किया.  आख‍िर इसका आइड‍िया किसका था. किसने भारतीय टीम को ऐसा करने की सलाह दी थी. इस बारे में द‍िलचस्प खुलासा टीम इंड‍िया के म‍िस्ट्री स्प‍िनर वरुण चक्रवर्ती ने किया.  स्टार स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने मंगलवार (7 अक्टूबर) को CEAT अवॉर्ड्स में खुलासा किया कि भारत की एशिया कप जीत के बाद की सेल‍िब्रेशन अदृश्य ट्रॉफी संग मॉक सेलिब्रेशन का प्लान‍िंग तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह का आइडिया था. दरअसल, भारतीय टीम को एशिया कप ट्रॉफी नहीं दी गई क्योंकि खिलाड़ियों ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के प्रमुख मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से मना कर दिया था. भारत ने ट्रॉफी किसी अन्य अधिकारी से लेने का अनुरोध किया था, लेकिन यह मंजूर नहीं हुआ. नतीजतन, टीम को न तो विजेता मेडल मिले और न ही ट्रॉफी. इसके बाद दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम में एक अनोखा नजारा देखने को मिला जब प्रेजेंटेशन सेरेमनी असफल हो गई, लेकिन भारतीय खिलाड़ी मैदान पर ही सेल‍िब्रेशन मनाने से नहीं रुके. अधिकारियों के चले जाने के बाद टीम ने पोडियम पर जाकर अपनी खुशी जताई. कप्तान सूर्यकुमार यादव ने ट्रॉफी उठाने का अंदाज अपनाया और रोहित शर्मा के टी20 वर्ल्ड कप सेलिब्रेशन को भी रिपीट किया.  ट्रॉफी का इंतजार किया और फ‍िर ऐसे हुआ सेलिब्रेशन  वरुण चक्रवर्ती ने CEAT अवॉर्ड समारोह में खुलासा किया कि इस सेल‍िब्रेशन का आइडिया अर्शदीप का था. वरुण ने कहा- वास्तव में यह आइडिया अर्शदीप का था. हम ट्रॉफी का इंतजार कर रहे थे, लेकिन हम सब जानते हैं कि वह कैसे हुआ. उन्होंने हंसते हुए कहा- मैं वहीं खड़ा था, उम्मीद कर रहा था कि ट्रॉफी आएगी, हम सब इंतजार कर रहे थे. लेकिन मेरे पास जो एकमात्र कप था, वह केवल कॉफी का कप था.  इसी समारोह में मेन्स T20I बैटर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड पाने वाले संजू सैमसन ने भी वरुण की भावनाओं को र‍िपीट किया. उन्होंने माना कि बिना ट्रॉफी के जश्न मनाना अजीब लगा, लेकिन टीम की सकारात्मकता ने माहौल को शानदार बना दिया.  सैमसन ने कहा- थोड़ा अजीब जरूर लगा, बिना ट्रॉफी के सेल‍िब्रेशन करना, लेकिन हमारे ड्रेसिंग रूम में बहुत पॉजिटिव माहौल है, अगर हमारे पास कुछ नहीं है, तब भी हम सेल‍िब्रेशन करते हैं जैसे हमारे पास सब कुछ हो, और हमने वही किया.  टीम इंड‍िया ने जब ट्रॉफी के साथ शेयर की थी फोटो भारतीय टीम ने एश‍िया कप जीतने के बाद एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अधिकारियों पर हल्का तंज करते हुए भारतीय खिलाड़ियों ने सोशल मीडिया पर अपनी जीत की तस्वीरें पोस्ट कीं. जिसमें वास्तविक ट्रॉफी की जगह ट्रॉफी इमोजी का इस्तेमाल किया गया. 

वनडे में रोहित-विराट की वापसी का जादू, फैंस की दीवानगी में टिकट हुए ब्लैक

मुंबई   शुभमन गिल और गौतम गंभीर भविष्य के लिए एक टीम बनाने की कोशिश में लगे हैं, वहीं लाखों प्रशंसक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज़ देखने के लिए उत्सुक होंगे, यह देखने के लिए कि इतने लंबे ब्रेक के बाद कोहली और रोहित कैसा प्रदर्शन करते हैं. अब जब ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ के लिए चयन प्रक्रिया पर धूल जम गई है, तो निष्पक्ष होकर चीज़ों पर विचार करने का समय आ गया है. साफ़ है कि भारतीय क्रिकेट में बदलाव अपने अंतिम चरण में है. अजीत अगरकर की चयन समिति ने कुछ हद तक निर्ममता से अपना काम किया है, और हालाँकि इस जल्दबाज़ी पर सवाल उठाया जा सकता है, लेकिन इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि नए कप्तान के पास 2027 विश्व कप से पहले अपनी टीम बनाने के लिए पर्याप्त समय हो. जहाँ तक रोहित शर्मा और विराट कोहली की बात है, तो किसा को भी नहीं लगता कि वे दोनों ज़्यादा समय तक खेलेंगे अगर वे खेलना चाहते हैं, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलना होगा, और यहीं पर समस्या खड़ी हो सकती है. यह स्पष्ट है कि उनसे ऐसा करने की उम्मीद की जाएगी, और यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों क्या करते हैं. 50 ओवर के प्रारूप में बहुत कम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के कारण, वे खुद को मैच के लिए कैसे तैयार रखते हैं, यही बड़ा सवाल है. ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ से कुछ जवाब मिल जाएँगे, क्योंकि दोनों ने आईपीएल के बाद से क्रिकेट नहीं खेला है.ऑस्ट्रेलिया में चेंजिंग रूम में कोहली और रोहित की मौजूदगी से गिल कैसे निपटते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा. हालाँकि खेल में चीज़ें कामयाब होती हैं, लेकिन यह किसी के लिए भी आसान नहीं हो सकता.यही एक और वजह है कि अगले कुछ महीने देखना दिलचस्प हो सकता है. ऑस्ट्रेलिया दौरा धमाकोदार बन गया  कोहली और रोहित दोनों ने पहले भी संकेत दिए थे कि वे 2027 तक खेलना चाहते हैं उदाहरण के लिए, अभिषेक नायर ने भी यही कहा है, क्योंकि उन्होंने रोहित के साथ मिलकर काम किया है कोहली ने भी एक सार्वजनिक कार्यक्रम में ऐसा कहा था हो सकता है कि वे इस मामले पर कोई सार्वजनिक घोषणा करने से पहले यह देखना चाहें कि ऑस्ट्रेलिया और उसके बाद चीज़ें कैसे आकार लेती हैं. इसके अलावा, उन्हें सीरीज़ दर सीरीज़ आंकना भी अनुचित होगा. किसी की भी सीरीज़ खराब हो सकती है. उदाहरण के लिए, सूर्यकुमार यादव का एशिया कप अच्छा नहीं रहा बल्कि, उन्हें ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और न्यूज़ीलैंड (कुल 9 वनडे) के खिलाफ कई मैच खेलने चाहिए, तभी किसी नतीजे पर पहुँचा जा सकता है.अगर वे अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो किसी को भी संन्यास लेने के लिए कहने की कोई ज़रूरत नहीं है.जैसा कि मैंने पहले भी कई बार कहा है, संन्यास एक निजी फैसला होता है. हर मैच होगा बलॉकबस्टर  चयनकर्ता कप्तान ज़रूर बदल सकते हैं, और उन्होंने बदला भी है लेकिन खेलना है या नहीं, यह खिलाड़ी का फ़ैसला है. वे अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे, और अगर वे ऐसा करते हैं, तो यह उनका फ़ैसला है कि वे खुद को चयन के लिए पेश करें या नहीं. दरअसल, रोहित ने ऑस्ट्रेलिया जाने का फ़ैसला इसलिए किया क्योंकि वह खेलना चाहते हैं. यह जानते हुए कि वह टीम की कप्तानी नहीं करेंगे, वह खेल को अलविदा कह सकते थे पर उन्होंने ऐसा नहीं किया, इसका मतलब है कि वह खेलना चाहते हैं और मानते हैं कि उनमें अभी भी खेलने की क्षमता है. क्या वह दो साल और खेल पाएंगे और 30 की उम्र के बाद सचिन तेंदुलकर जैसा प्रदर्शन कर पाएंगे, यह देखने के लिए हमें इंतज़ार करना होगा. अब इन दोनों के बीच खेला जाने वाला हर मैच ब्लॉकबस्टर साबित होगा. एक ऐसा फॉर्मेट जो विश्व कप से दो साल दूर होने के कारण अपनी अहमियत खो सकता था, अब सबसे ज़्यादा प्रतीक्षित मैच बन गया है. हर वनडे मैच दर्शकों के बीच देखा जाएगा और प्रसारणकर्ता भी खूब मौज-मस्ती करेंगे. उनकी मौजूदगी ने इस फॉर्मेट में नई जान फूंक दी है और यही अगले कुछ महीनों के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि है. आखिरकार, ऑस्ट्रेलिया में नतीजे ज़्यादा मायने नहीं रखेंगे लोग यही देखना चाहेंगे कि ये दोनों दिग्गज अपना काम कैसे करते हैं. क्या रोहित भारत को अच्छी शुरुआत दे पाएंगे और क्या वह शीर्ष क्रम में भी इसी आक्रामक रवैये के साथ खेलते रहेंगे? क्या कोहली हमेशा की तरह पारी को संभाले रखेंगे? खैर, जो भी हो, दिवाली हो या काली पूजा, भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच देखने में बीत जाएगी ये बात अब लाखों भारतीयों के लिए यह तय है.  

मणिकर्णिका का कमाल! पहली राष्ट्रीय स्पर्धा में इंदौर की बेटी ने हासिल किया स्वर्ण पदक

इंदौर  इंदौर में जिमनास्टिक खेल में भी नए खिलाड़ी उभर रहे है और मैडल लाकर शहर का नाम रोशन कर रहे है। इंदौर निवासी मणिकर्णिका गौड़ ने नेशनल स्कूल स्पोटर्स आर्गनाइजेशन द्वारा हैदराबाद में आयोजित नेशनल जिम्नास्ट प्रतियोगिता में भाग लिया। मणिकर्णिका के अलावा देश के अन्य शहरों से भी स्पर्धा में भाग लेने के लिए खिलाड़ी आए थे। मणिकर्णिका ने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक जीता है। वे चार दिन पहले स्पर्धा में भाग लेने के लिए हैदराबाद गई थी। स्पर्धा तीन दिन चली। मर्णिकर्णिका ने जिम्नास्ट की अलग-अलग विधा का प्रदर्शन स्पर्धा में किया। मणिकर्णिका ने चोइथराम इंटरनेशनल स्कूल की तरफ से भाग लिया था। उनके कोच भरत बाथम है, जो खुद 82 पदक जीत चुके है।इस प्रतियोगिता का ये 8 वां वर्ष है। जिसमे मणिकर्णीका ने पहली बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता मे भाग लिया। उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते मणिकर्णिका का चयन किया गया था। जिसमे पहली बार मे ही उसने ये स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया। खेल नियमों अनुसार 40 में से 37 पॉइंट लाकर ये प्रतियोगिता उन्होंने जीती। मणिकर्णिका इस प्रतियोगिता के लिए काफ़ी दिनों से मेहनत कर रही थी।  

हरजस सिंह का धमाका: 141 गेंदों में 314 रनों की ऐतिहासिक पारी, वनडे क्रिकेट में मचाया तहलका

नई दिल्ली भारतीय मूल के ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हरजस सिंह ने 50 ओवरों के क्रिकेट में ट्रिपल सेंचुरी लगाकर तहलका मचा दिया. उन्होंने 141 गेंदों में 314 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेली, जिसमें 35 छक्के भी जड़े. पिछले साल हरजस ने भारत के खिलाफ अंडर-19 वर्ल्ड कप फाइनल में धांसू पारी खेली थी, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 79 रनों से हराया था. हरजस एकमात्र बल्लेबाज थे, जिसने उस खिताबी मुकाबले में अर्धशतक जड़ा था. हरजस सिंह ने अब ऑस्‍ट्रेलिया में घरेलू ग्रेड क्रिकेट में ये ताबड़तोड़ पारी खेली. जो भी गेंदबाज उनके सामने आया, उन्होंने उसकी जमकर कुटाई की. हरजस ने वेस्टर्न सबर्ब्स क्लब के लिए खेलते हुए सिडनी क्रिकेट क्लब के खिलाफ यह ऐतिहासिक पारी खेली. 50 ओवरों के फॉर्मेट में पहली ट्रिपल सेंचुरी ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स प्रीमियर फर्स्ट-ग्रेड क्रिकेट में ट्रिपल सेंचुरी लगाने हरजस सिंह सिर्फ तीसरे खिलाड़ी हैं. उनसे पहले फिल जैक्स (321) और महान विक्टर ट्रंपर (335) ऐसा कर चुके हैं. लेकिन बड़ी बात ये हैं कि हरजस ने ये ट्रिपल सेंचुरी 50 ओवरों के फॉर्मेट में लगाई. ये 50 वो के क्रिकेट में इतिहास की पहली ट्रिपल सेंचुरी है. चंडीगढ़ के रहने वाले हैं माता-पिता हरजस सिंह का जन्म सिडनी में हुआ, लेकिन उनकी जड़ें भारत से जुड़ी हुई हैं. उनके माता-पिता मूल रूप से चंडीगढ़ के रहने वाले हैं और साल 2000 में भारत से ऑस्ट्रेलिया जाकर बस गए थे. बता दें कि उनके पिता इंद्रजीत सिंह एक स्टेट लेवल बॉक्सिंग चैंपियन रह चुके हैं, जबकि उनकी मां स्टेट लॉन्ग जंपर रही हैं. हरजस ने क्रिकेट को अपना करियर चुना, वह 8 साल की उम्र से क्रिकेट खेल रहे हैं. भारत से छीनी थी ट्रॉफी ! भारत के खिलाफ हुए अंडर-19 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में हरजस सिंह ने 64 गेंदों में 55 रनों की पारी खेली थी. इस पारी में उन्होंने 3 छक्के और इतने ही चौके लगाए थे. उनके आलावा इस फाइनल में ऑस्ट्रेलिया का और भारत का कोई भी प्लेयर अर्धशतक नहीं लगा पाया था. ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच को 79 रनों से जीतकर ट्रॉफी अपने नाम की थी.