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अय्याशी का अड्डा बना फार्म हाउस, जुए-नशे की महफिल, पुलिस ने दबोचे 50 अमीरजादे

जोधपुर जोधपुर कमिश्नरेट पुलिस ने शनिवार देर रात बोरानाडा थाना क्षेत्र के गंगाना रोड स्थित एक फार्म हाउस पर छापा मारकर अवैध कैसीनो और अय्याशी के अड्डे का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने मौके से 50 युवकों को गिरफ्तार किया है, जिनमें अधिकतर उच्चवर्गीय परिवारों से ताल्लुक रखते हैं। बताया जा रहा है कि फार्म हाउस में अवैध रूप से कैसीनो चलाकर जुआ और नशे का सामान उपलब्ध कराया जा रहा था। पुलिस ने मौके से 5.69 लाख रुपये नकद, 5 लाख रुपये मूल्य के कैसीनो कॉइन, 91 ग्राम अफीम, 63 मोबाइल फोन, 23 लग्जरी गाड़ियां, 4 हुक्का बार, 20 हुक्का फ्लेवर पैकेट, बीयर की बोतलें और अन्य नशीली सामग्री बरामद की। यह कार्रवाई पुलिस कमिश्नर राजेन्द्र सिंह के निर्देश पर की गई। एसीपी आनंद राजपुरोहित, एडीसीपी निशांत भारद्वाज और विवेक विहार थानाधिकारी दिलीप खदाव टीम का नेतृत्व कर रहे थे। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि फार्म हाउस पर बड़े पैमाने पर जुआ खेला जा रहा है। अचानक पड़े छापे के दौरान अफरा-तफरी मच गई। कई युवक छत और दीवारों पर चढ़कर भागने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने उन्हें चेताया कि ऊंचाई से गिरकर वे घायल हो सकते हैं। इसके बाद सभी को सुरक्षित नीचे उतारा गया। पूछताछ में सामने आया है कि इससे पहले ऐसी पार्टी आगरा में आयोजित की गई थी और इस बार आयोजन जोधपुर में किया गया। फार्म हाउस को किराए पर लेकर पार्टी का आयोजन संतोष लोहिया नामक युवक द्वारा किया गया था, इसमें विभिन्न राज्यों से युवक शामिल हुए थे। गिरफ्तार युवकों में बड़ी संख्या में जोधपुर के स्थानीय युवक शामिल थे। जैसे ही खबर फैली, थाने के बाहर परिजनों और परिचितों की भीड़ लग गई। कई युवक मीडिया को देख चेहरे छुपाने लगे, जबकि बाहर से आए युवक अफसरों से विनती करने लगे कि उन्हें जल्द छोड़ा जाए क्योंकि उन्हें विदेश यात्रा पर जाना है। फार्म हाउस में स्वीमिंग पूल, आलीशान कमरे, शराब, हुक्का और अन्य नशे की सुविधाएं उपलब्ध थीं। आयोजकों ने इसे पूरी तरह अय्याशी का अड्डा बना रखा था। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ जुआ अधिनियम, एनडीपीएस एक्ट, राजस्थान धूम्रपान निषेध अधिनियम और आबकारी अधिनियम के तहत मुकदमे दर्ज किए हैं। सभी आरोपियों को कोर्ट से जमानत लेनी होगी।

विदेश में अपहरण: जयपुर के मैनेजर की पत्नी का दर्द– प्रधानमंत्री जी, मेरे पति को बचाइए

जयपुर जयपुर के वैशाली नगर निवासी 61 वर्षीय प्रकाशचंद जोशी का पश्चिम अफ्रीकी देश माली में आतंकियों द्वारा अपहरण कर लिया गया है। घटना को लेकर जोशी का परिवार बेहद आहत और भयभीत है। पत्नी सुमन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भावुक अपील करते हुए कहा कि वापस ले आओ मेरा सुहाग मोदी जी। इस हादसे से पूरे परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और अब उन्हें बस भगवान और पीएम मोदी से ही उम्मीद है। जानकारी के अनुसार प्रकाश जोशी एक वरिष्ठ प्रोजेक्ट मैनेजर हैं और देश-विदेश की नामी सीमेंट कंपनियों के लिए काम कर चुके हैं। हाल ही में हैदराबाद की एक कंपनी द्वारा माली में शुरू किए गए सीमेंट प्लांट में उन्हें नियुक्त किया गया था। 30 मई को वह तीन महीने की ड्यूटी के लिए माली रवाना हुए थे और 5 जून को उन्होंने प्लांट में कार्यभार संभाला था। 1 जुलाई की शाम करीब 7 बजे सौ से ज्यादा हथियारबंद आतंकियों ने प्लांट पर हमला कर दिया और लूटपाट, आगजनी और तोड़फोड़ करते हुए पूरे प्लांट को तहस-नहस कर प्रकाश जोशी सहित दो अन्य भारतीयों को अगवा करके जंगलों की तरफ ले गए। हमले की जिम्मेदारी अल-कायदा से जुड़े आतंकी संगठन जमात नुसरत अल-इस्लाम वल मुस्लिमीन ने ली है। प्रकाश जोशी की परिवार से आखिरी बार बातचीत 30 जून को हुई थी। इसके बाद 2 जुलाई को कंपनी की ओर से उनके अगवा होने की सूचना दी गई। तब से ही परिवार में कोहराम मचा हुआ है। कुछ दिनों बाद तीनों बंधकों की एक फोटो जारी की गई, जिसमें वे जंगली इलाके में नजर आए। परिवार का कहना है कि 14 दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक कोई ठोस मदद नहीं मिल सकी है। हालांकि भारतीय दूतावास और कंपनी द्वारा आश्वासन दिया जा रहा है कि जल्द स्थिति संभलेगी लेकिन विदेश मंत्रालय की ओर से न तो कोई जवाब आया है और न ही कोई प्रतिक्रिया। अगवा किए गए प्रकाश जोशी की पत्नी सुमन जोशी और बड़ी बेटी चित्रा जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि हमें भरोसा है कि पीएम मोदी हमारे परिवार की आवाज जरूर सुनेंगे। उन्होंने पहले भी विदेशों में फंसे भारतीयों को बचाया है, आज हम भी उन्हीं से उम्मीद लगाए बैठे हैं। मेरी बस यही प्रार्थना है कि मोदी जी, मेरा सुहाग सुरक्षित वापस ले आइए। चित्रा जोशी, जो मुंबई में काम करती हैं, अपनी बीमार मां को संभालने के लिए जयपुर आ गई हैं। उनका कहना है कि दिन-रात डर का साया परिवार पर मंडरा रहा है। हर पल उन्हें अनहोनी की आशंका सता रही है। जयपुर के चित्रकूट रोड स्थित उनके घर में अब हर आहट पर नजरें दरवाजे की ओर जाती हैं। परिवार को पूरी आशा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मामले में खुद हस्तक्षेप करेंगे और तीनों बंधकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करवाएंगे।

राजस्थान के कई इलाकों में झमाझम बारिश, IMD ने खराब मौसम को लेकर किया अलर्ट जारी

जयपुर  राजस्थान के कुछ हिस्सों में मेघ गर्जन के साथ हल्की से भारी बारिश हुई। मौसम विभाग के एक प्रवक्ता ने रविवार को यह जानकारी दी। प्रवक्ता ने बताया कि रविवार सुबह साढ़े आठ तक पिछले 24 घंटे की अवधि में राज्य में सबसे अधिक 115 मिलीमीटर बारिश मनोहर थाना (झालावाड़) में दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि इस दौरान बांसवाड़ा के सलोपाट में 90 मिलीमीटर, जालौर के जसवंतपुरा में 80 मिलीमीटर और धौलपुर के सैपऊ में 70 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं इस दौरान राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर 10 से 60 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि राज्य में शनिवार को सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस श्रीगंगानगर में दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान सिरोही में 18.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राज्य के अधिकांश हिस्सों में हवा में औसत आर्द्रता 65 से 100 प्रतिशत के बीच दर्ज की गई।  

तकनीकी कारणों से जयपुर-दुबई उड़ान में फिर देरी, यात्रियों की बढ़ी परेशानी

जयपुर  जयपुर एयरपोर्ट पर एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का शेड्यूल बिगड़ गया है। रविवार को जयपुर से दुबई जाने वाली स्पाइसजेट एयरलाइंस की फ्लाइट SG-57 को तकनीकी कारणों से आखिरी वक्त पर 8 घटें 30 मिनट के लिए शेड्यूल करना पड़ा। इस बदलाव से यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। फ्लाइट SG-57 को सुबह 9:30 बजे जयपुर से दुबई के लिए रवाना होना था और दोपहर 12:55 बजे दुबई पहुंचना था। लेकिन दुबई से जयपुर आने वाली इनकमिंग फ्लाइट SG-58 में तकनीकी परेशानी के कारण देरी हो गई, जिसके चलते SG-57 को भी देर से उड़ान भरनी पड़ेगी। अब यह फ्लाइट शाम 6 बजे दुबई के लिए रवाना होगी। दुबई से जयपुर आने वाली फ्लाइट भी लेट स्पाइसजेट की दुबई-जयपुर फ्लाइट SG-58 भी निर्धारित समय से काफी पीछे चल रही है। इसे सुबह 3:40 बजे दुबई से उड़ान भरनी थी, लेकिन तकनीकी कारणों से यह फ्लाइट करीब 8 घंटे 20 मिनट की देरी से दोपहर 12 बजे रवाना हो सकी। अब इसके शाम 4:45 बजे जयपुर पहुंचने की संभावना है। एयरलाइन द्वारा अचानक किए गए शेड्यूल बदलाव से जयपुर एयरपोर्ट पर यात्रियों को खासा परेशान होना पड़ा। दुबई जाने वाले कई यात्री सुबह 7 बजे से ही एयरपोर्ट पर मौजूद थे, जिन्हें अनिश्चितता का सामना करना पड़ा। यह पहली बार नहीं है जब जयपुर एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ हो। इससे पहले भी तकनीकी कारणों और संचालन बाधाओं के चलते कई फ्लाइट्स में देरी या रद्दीकरण की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। 

देवनारायण मंदिर विवाद: जनआक्रोश चरम पर, विपक्ष ने साधा सरकार पर निशाना

अलवर उमरैण में देवनारायण भगवान के प्राचीन मंदिर को वन विभाग द्वारा तोड़े जाने की घटना के बाद गुर्जर समाज में गहरा आक्रोश फैल गया है। समाज के लोगों ने इसे उनकी धार्मिक आस्था पर सीधा प्रहार बताया है और मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर चेतावनी दी है। शनिवार शाम हुई इस घटना के बाद रविवार को उमरैण क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। लोगों ने प्रशासन और सरकार पर देवस्थानों को लेकर संवेदनहीन रवैया अपनाने का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारियों ने वन विभाग पर मनमानी करने और धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ का गंभीर आरोप लगाया है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली भी मौके पर पहुंचे और स्थानीय निवासियों से मुलाकात की। यह इलाका उनके निर्वाचन क्षेत्र में आता है। उन्होंने भाजपा सरकार पर मंदिरों को लेकर दोहरी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जहां संतों ने वर्षों तक तपस्या की, उन स्थलों को नष्ट करना निंदनीय है। यह सरकार मंदिरों की हिमायत का दावा करती है, लेकिन हकीकत में उन्हें तोड़ रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मंदिर की केवल मरम्मत हो रही थी लेकिन वन विभाग ने बिना किसी सूचना के उसे ढहा दिया। अब वही अधिकारी अपनी जेब से पुनर्निर्माण कराएं, वरना व्यापक आंदोलन होगा। स्थानीय समाजसेवी भविंदर पटेल ने सरकार पर विश्वासघात का आरोप लगाते हुए कहा कि यह हमारी आस्था पर हमला है। समाज इसे बर्दाश्त नहीं करेगा। हम सब मिलकर रणनीति बना रहे हैं और जल्द ही निर्णायक कदम उठाएंगे। यदि भाजपा इस मुद्दे पर चुप रही, तो पार्टी को भारी नुकसान झेलना पड़ेगा। प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि यदि प्रशासन ने समय रहते कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो भविष्य में ऐसी घटनाएं और बढ़ सकती हैं। उन्होंने वन विभाग की कार्रवाई को मनमाना करार देते हुए इसे आस्था पर चोट बताया।

बरसात का मिज़ाज: राजधानी में बादल-धूप की लुका-छिपी, कई जिलों में बारिश से राहत

जयपुर राजस्थान में मानसून मेहरबान है। राजधानी जयपुर में शनिवार को सावन की रिमझिम फुहारें चलीं। बादलों ने आसमान में ऐसा नजारा बनाया कि मानों कैनवास पर पहाड़ों की सुंदर तस्वीर हो। दुर्गापुरा से महारानी फार्म की तरफ जाने वाली सड़क पर बादलों ने ऐसा आभास दिया कि जैसे बड़े-बड़े पहाड़ यहां अचानक आ खड़े हुए हों। जबकि असल में यहां कोई पहाड़ नहीं हैं लेकिन बादलों के समूह ने खुद ऐसा नजारा आसमान में बना डाला। देखने में यह नजारा आंखों को बेहद सुकून देने वाला था। जयपुर में शनिवार को मौसम उतार-चढ़ाव वाला रहा। यहां दिन में हल्के बादल रहे और कई जगह बूंदाबांदी हुई। दोपहर में कुछ देर के लिए धूप निकली। अधिकतम तापमान 32.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। वहीं प्रदेश के कई जिलों में झमाझम बारिश हुई। झालावाड़, धौलपुर, करौली और अलवर में तेज बारिश हुई। झालावाड़ में 4 इंच से ज्यादा पानी बरसा। पिछले 24 घंटे के दौरान राजस्थान सबसे ज्यादा बरसात झालावाड़ के मनोहर थाना में 108 एमएम दर्ज हुई। वहीं धौलपुर के सैंपऊ में 50, भरतपुर के नगर में 38, बांसवाड़ा के सलोपत में 35 एमएम बारिश हुई। अलवर के थानागाजी में 50, गंगानगर के केसरीसिंहपुर में 31 और उदयपुर में 36 एमएम बरसात हुई। इन जिलों के अलावा सिरोही, चित्तौड़गढ़, करौली, प्रतापगढ़ समेत कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हुई।

एक्सप्रेसवे बना मौत का रास्ता: दर्दनाक हादसे में चार मृत, छह से अधिक घायल

कोटा जिले के दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर हुए भीषण सड़क हादसे में चार लोगों की मौत हो गई, वहीं आधा दर्जन लोग घायल हो गए। यह हादसा जिले के बूढ़ादीत थाना इलाके में चम्बल नदी पर हुआ। हादसे में मरने वाले लोग करौली के रहने वाले थे। जो कि मध्यप्रदेश के इंदौर से एक कार्यक्रम में भाग लेकर वापस करौली लौट रहे थे। हादसे में गाड़ी बुरी तरह से चकनाचूर हो गई। घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां पर उनका उपचार जारी है। बूढ़ादीत थाना अधिकारी रघुनाथ सिंह ने बताया कि करौली का एक परिवार अपने रिश्तेदारों के साथ गोद भराई के कार्यक्रम में मध्यप्रदेश के इंदौर गया था। कार्यक्रम समाप्ति के बाद सभी लोग इंदौर से वापस दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के रास्ते करौली लौट रहे थे। तभी बूढ़ादीत के पास चंबल नदी पर अज्ञात वाहन ने टेंपो ट्रैक्स को टक्कर मार दी, जिससे तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक की अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। इस जोरदार टक्कर के बाद टेंपो ट्रैक्स वाहन पीछे से एक अन्य वाहन से टकरा गया। पुलिस ने बताया कि हादसे में सुरेश सोनी, गीता सोनी और अनिल की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि बृजेश को अस्पताल ले जाते समय उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। हादसे के दौरान गाड़ी में 15 से अधिक लोग सवार थे। घायलों को पहले बूंदी जिले के दहीखेड़ा अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें कोटा एमबीएस अस्पताल रैफर कर दिया गया। जहां सभी का उपचार जारी है। हादसे के बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया है। पुलिस अज्ञात वाहन की पहचान करने के प्रयास कर रही है।

थानेदार की दबंगई! डीएसपी के सामने झुके भाजपा विधायक, लगाए गंभीर आरोप

बांसवाड़ा जिले के गढ़ी थाना परिसर में शनिवार रात भाजपा विधायक कैलाशचंद्र मीणा थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। विधायक ने थानाधिकारी पर बजरी और भूमि माफियाओं से अवैध वसूली के गंभीर आरोप लगाए। हालात इतने तनावपूर्ण हो गए कि विधायक, मौके पर पहुंचे पुलिस उपअधीक्षक सुदर्शन पालीवाल के पैर छूने के लिए तक झुक गए। परतापुर कस्बे में जमीन पर अवैध कब्जे और मोर गांव में युवक की संदिग्ध आत्महत्या के मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से नाराज विधायक पीड़ितों के साथ थाने पहुंचे। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर वे थाने के बाहर सीढ़ियों पर धरने पर बैठ गए। विधायक मीणा ने आरोप लगाया कि थानाधिकारी रोहित कुमार भूमाफियाओं और खनन माफियाओं से सांठगांठ कर दलाली कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि थाने को दलालों की धर्मशाला बना दिया गया है, जबकि गरीब आदिवासी न्याय के लिए दर-दर भटक रहे हैं। उन्होंने गुस्से में यहां तक कह डाला कि यदि यही हाल रहा तो थानाधिकारी के कपड़े उतरवाकर घर भेज देंगे। यह टिप्पणी क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई। मौके पर पहुंचे गढ़ी सर्कल के डिप्टी सुदर्शन पालीवाल ने विधायक को आश्वासन दिया कि मामलों की जांच जारी है और उच्च अधिकारियों को सभी तथ्यों से अवगत कराया जा चुका है। थानाधिकारी रोहित कुमार ने भी यही दोहराया कि कार्रवाई जांच के बाद ही की जाएगी।

अहमदाबाद-जयपुर समेत कई शहरों में ED की रेड, साइबर फ्रॉड में करोड़ों की बरामदगी

जयपुर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की मुंबई शाखा ने एक बड़े साइबर फ्रॉड रैकेट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए अहमदाबाद, जयपुर, जबलपुर और पुणे स्थित कई ठिकानों पर छापेमारी की है। यह छापेमारी एक जाली लोन स्कीम से जुड़े चल रहे मामले की जांच के सिलसिले में की गई है, जिसके जरिए अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाया जा रहा था। ईडी ने इस कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में नकदी और बहुमूल्य धातुएं जब्त की हैं। ईडी के अधिकारियों ने इस अभियान के दौरान 7 किलोग्राम सोना, 62 किलोग्राम चांदी, 1.18 करोड़ रुपए नकद और 9.2 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति से संबंधित दस्तावेज बरामद किए। इसके साथ ही, फर्जी कॉल सेंटर के संचालन से जुड़े कई अहम डिजिटल सबूत भी जब्त किए गए हैं, जिनसे इस पूरे रैकेट की कार्यप्रणाली का पता चलेगा। जांच एजेंसी ने इस मामले में मुख्य आरोपी फर्म 'मैग्नाटेल बीपीएस कंसल्टेंट्स एंड एलएलपी' के दो पार्टनर्स संजय मोरे और अजीत सोनी को जयपुर से गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर भारत से संचालित होने वाले इस अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी गिरोह को चलाने का आरोप है। माना जा रहा है कि यह गिरोह अमेरिकी नागरिकों को कम ब्याज पर फर्जी लोन देने का झांसा देकर उनसे प्रोसेसिंग फीस और अन्य शुल्कों के नाम पर पैसे ऐंठता था। ईडी की यह कार्रवाई भारत में स्थित कॉल सेंटरों के जरिए होने वाले अंतरराष्ट्रीय साइबर अपराधों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ के बाद इस रैकेट से जुड़े और भी लोगों के नाम सामने आने की उम्मीद है। ईडी के सूत्रों ने बताया कि मामले की विस्तृत जांच अभी जारी है और बरामद की गई संपत्तियों की कीमत अभी बढ़ सकती है।

कोचिंग इंडस्ट्री पर उपराष्ट्रपति की कड़ी टिप्पणी, कहा– अब ये ‘पोचिंग सेंटर’ बन चुके हैं

कोटा भारत के उपराष्ट्रपति, जगदीप धनखड़ ने आज कहा, “कोचिंग सेंटर अब ‘पोचिंग सेंटर’ बन चुके हैं। ये सुदृढ़ सांचों में प्रतिभा को जकड़ने वाले काले छिद्र बन गए हैं। कोचिंग सेंटर अनियंत्रित रूप से फैल रहे हैं, जो हमारे युवाओं के लिए, जो कि हमारे भविष्य हैं—एक गंभीर संकट बनता जा रहा है। हमें इस चिंताजनक बुराई से निपटना ही होगा। हम अपनी शिक्षा को इस तरह कलंकित और दूषित नहीं होने दे सकते।” धनखड़ ने आगे कहा, “अब देश किसी सैन्य आक्रमण से नहीं, बल्कि विदेशी डिजिटल बुनियादी ढांचे पर निर्भरता से कमजोर और पराधीन होंगे। सेनाएं अब एल्गोरिद्म में बदल गई हैं। संप्रभुता की रक्षा का संघर्ष अब तकनीकी स्तर पर लड़ा जाएगा।” उपराष्ट्रपति ने तकनीकी नेतृत्व को नई राष्ट्रभक्ति का आधार बताते हुए कहा, “हम एक नए युग में प्रवेश कर रहे हैं—एक नए राष्ट्रवाद के युग में। तकनीकी नेतृत्व अब देशभक्ति की नई सीमा रेखा है। हमें तकनीकी नेतृत्व में वैश्विक अगुवा बनना होगा।” धनखड़ ने रक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आयात-निर्भरता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “यदि हम रक्षा के क्षेत्र में बाहर से तकनीकी उपकरण प्राप्त करते हैं, तो वह देश हमें ठहराव की स्थिति में ला सकता है।” डिजिटल युग में बदलती वैश्विक शक्ति संरचनाओं की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा, “21वीं सदी का युद्धक्षेत्र अब भूमि या समुद्र नहीं है। पारंपरिक युद्ध अब अतीत की बात हो गई है। आज हमारी शक्ति और प्रभाव ‘कोड, क्लाउड और साइबर’ से तय होते हैं।” भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (IIIT), कोटा, राजस्थान के चौथे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए श्री धनखड़ ने कहा, “हम गुरुकुल की बात कैसे न करें? हमारे संविधान की 22 दृश्य-प्रतिमाओं में एक गुरुकुल की छवि भी है। हम सदैव ज्ञानदान में विश्वास रखते आए हैं। कोचिंग सेंटर को अपने ढांचे का उपयोग कौशल केंद्रों में परिवर्तित करने के लिए करना चाहिए। मैं नागरिक समाज और जनप्रतिनिधियों से आग्रह करता हूं कि इस समस्या की गंभीरता को समझें और शिक्षा में पुनर्संयम लाने हेतु एकजुट हों। हमें कौशल आधारित कोचिंग की आवश्यकता है।” धनखड़ ने अंकों की होड़ के दुष्परिणामों पर चेताते हुए कहा, “पूर्णांक और मानकीकरण के प्रति जुनून ने जिज्ञासा को खत्म कर दिया है, जो कि मानव बुद्धिमत्ता का एक स्वाभाविक अंग है। सीटें सीमित हैं लेकिन कोचिंग सेंटर हर जगह फैले हुए हैं। वे वर्षों तक छात्रों के मन को एक ही ढर्रे में ढालते हैं, जिससे उनकी सोचने की शक्ति अवरुद्ध हो जाती है। इससे कई मनोवैज्ञानिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।” छात्रों को अंकों से ऊपर सोचने की प्रेरणा देते हुए उन्होंने कहा, “आपकी मार्कशीट और अंक आपको परिभाषित नहीं करेंगे। प्रतिस्पर्धी दुनिया में प्रवेश करते समय, आपका ज्ञान और सोचने की क्षमता ही आपको परिभाषित करेगी।” डिजिटल क्षेत्र की चर्चा करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, “एक स्मार्ट ऐप जो ग्रामीण भारत में काम नहीं करता, वह पर्याप्त स्मार्ट नहीं है। एक एआई मॉडल जो क्षेत्रीय भाषाओं को नहीं समझता, वह अधूरा है। एक डिजिटल उपकरण जो दिव्यांगों को शामिल नहीं करता, वह अन्यायपूर्ण है।” युवाओं से स्थानीय समाधान को वैश्विक स्तर तक ले जाने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, “भारत के युवाओं को टेक्नोलॉजी की दुनिया के सजग संरक्षक बनना चाहिए। हमें भारत के लिए भारतीय प्रणालियां बनानी होंगी और उन्हें वैश्विक बनाना होगा।” डिजिटल आत्मनिर्भरता में भारत को अग्रणी बनाने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, “हमें अपनी डिजिटल नियति के निर्माता बनना होगा और अन्य देशों की नियति को भी प्रभावित करना होगा। हमारे कोडर, डेटा वैज्ञानिक, ब्लॉकचेन इनोवेटर और एआई इंजीनियर आज के राष्ट्र निर्माता हैं। भारत, जो कभी वैश्विक अग्रणी था, अब केवल उधार की तकनीक का उपयोगकर्ता बनकर नहीं रह सकता। पहले हमें तकनीक के लिए वर्षों प्रतीक्षा करनी पड़ती थी। अब यह समय सप्ताहों में सिमट गया है। हमें तकनीक का निर्यातक बनना चाहिए।” धनखड़ ने शिक्षा को फैक्टरी की तरह संचालित करने की प्रवृत्ति का विरोध करते हुए कहा, “हमें इस असेंबली-लाइन संस्कृति को समाप्त करना होगा क्योंकि यह हमारी शिक्षा के लिए अत्यंत खतरनाक है। कोचिंग सेंटर राष्ट्रीय शिक्षा नीति की भावना के विपरीत हैं। यह विकास और प्रगति में बाधाएं उत्पन्न करता है।” उन्होंने कोचिंग सेंटरों द्वारा विज्ञापनों पर भारी खर्च की आलोचना करते हुए कहा, “अखबारों में विज्ञापनों और होर्डिंग्स पर भारी पैसा बहाया जाता है। यह पैसा उन छात्रों से आता है जो या तो कर्ज लेकर या बड़ी कठिनाई से अपनी पढ़ाई का खर्च उठाते हैं। यह धन का उपयुक्त उपयोग नहीं है। ये विज्ञापन भले ही आकर्षक लगें, पर हमारी सभ्यतागत आत्मा के लिए आँखों की किरकिरी बन गए हैं।” अपने उद्बोधन का समापन करते हुए उपराष्ट्रपति ने रटंत शिक्षा की संस्कृति की तीव्र आलोचना की: “हम आज रट्टा मारने की संस्कृति के संकट से जूझ रहे हैं, जिसने जीवंत मस्तिष्कों को केवल अस्थायी जानकारी के यंत्रवत भंडारों में बदल दिया है। इसमें न तो कोई आत्मसात है, न कोई समझ। यह रचनात्मक विचारकों की बजाय बौद्धिक ‘ज़ॉम्बी’ तैयार कर रहा है। रट्टा ज्ञान नहीं देता, केवल स्मृति देता है। यह डिग्रियों को गहराई के बिना जोड़ता है।” इस अवसर पर राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ किसनराव बागड़े, संस्थान के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) ए.के. भट्ट, निदेशक प्रो. एन.पी. पाढ़ी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।