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तुलसी पूजन से मिलेगा विष्णु का आशीर्वाद, सुख-समृद्धि का होगा आगमन

हिंदू धर्म में हर माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व है. इस दिन व्रत किया जाता है. साल में कुल 12 पूर्णिमा पड़ती है, जिसमें हर पूर्णिमा तिथि का अपना अलग महत्व बताया गया है. भाद्रपद माह की पूर्णिमा को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है. इस दिन भगवान विष्णु जी की पूजा-अर्चना की जाती हैं और चंद्रदेव को अर्घ्य अर्पित किया जाता है. पूर्णिमा तिथि हिंदू कैलेंडर के अनुसार 15वां दिन होता है. भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि इसलिए भी विशेष होती है क्योंकि यह हिंदू वर्ष की छठवीं पूर्णिमा होती है और इस दिन से पितृपक्ष की शुरुआत होती है. साल 2025 में भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि 7 सितंबर 2025, रविवार के दिन पड़ रही है. भाद्रपद पूर्णिमा 2025 भाद्रपद पूर्णिमा के दिन चंद्रोदय का समय शाम 06 बजकर 26 मिनट रहेगा. भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि का महत्व पूर्णिमा का दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत पवित्र और शुभ माना जाता है. इस दिन व्रत, पूजा, दान आदि विशेष महत्व है. इस दिन स्नान, दान को श्रेष्ठ माना गया है. इस दिन दान, व्रत, कथा और भगवान विष्णु का पूजन करने से शुभ फल प्राप्त होता है. पूर्णिमा तिथि के दिन विशेष रूप से इस दिन सत्यनारायण व्रत की जाती है. भाद्रपद पूर्णिमा 2025 पर तुलसी उपाय     भाद्रपद पूर्णिमा के दिन सुबह तुलसी पूजा करने से जीवन में विष्णु जी की कृपा बनी रहती है साथ ही मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.     इस दिन तुलसी पूजन का संकल्प लें, तुलसी के पौधे में जल को अर्पित करें और घी का दीपक जलाएं.     तुलसी की परिक्रमा करें,     इस दिन तुलसी माला का जाप करें, और साथ में इस मंत्र को बोलें, ‘ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय’.इस जाप को करने से पारिवारिक समस्याओं का समाधान होता है.     पूर्णिमा की रात्रि को आप भगवान विष्णु को खीर का भोग लगा सकते हैं. भोग में तुलसी दल को उसमें शामिल जरूर करें. ऐसा करने से सुख-शांति का आगमन होता है और मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है.     तुलसी माता को सोलह श्रृंगार अर्पित करें, ऐसा करने से सुहाग बना रहता है.  

आज की कुंडली: 5 सितम्बर 2025 को इन 5 राशियों की खुलेगी किस्मत, लाभ होगा पैसों का

मेष राशि- आज का दिन आपकी सेहत के लिए अच्छा रहने वाला है। आर्थिक लाभ की संभावना है। नौकरी में तरक्की के साथ आय में वृद्धि मिल सकती है। ऑफिस में किसी नए प्रोजेक्ट को लीड करने का मौका मिल सकता है। रिश्तों में सुधार होगा। वृषभ राशि- आज वृषभ राशि वालों के लिए दिन उतार-चढ़ाव भरा रहने वाला है। परिवार में किसी मेहमान का आगमन हो सकता है। अपनों का साथ मिलेगा। किसी शुभ समाचार की प्राप्ति से मन प्रसन्न रहेगा। व्यावसायिक रूप से आप अच्छे रहेंगे। मिथुन राशि– लव लाइफ के लिहाज से दिन अच्छा रहने वाला है। शाम तक कोई महत्वपूर्ण फैसला ले सकते हैं। सेहत के मामले में दिन अच्छा रहने वाला है। करियर में आज मिश्रित परिणाम मिलने की संभावना है। यात्रा के योग बन रहे हैं। आर्थिक रूप से आप अच्छे रहेंगे। कर्क राशि– सिंगल लोगों की खास व्यक्ति से मुलाकात हो सकती है। शाम का समय रोमांस के लिहाज से अच्छा रहने वाला है। आज आपके जीवन में नई एनर्जी का संचार होगा। कलीग के साथ रिश्ते मजबूत होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। आज धन के लेनदेन में सावधानी बरतें। सिंह राशि– आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहने वाला है। आर्थिक मामलों के सुलझने से मन प्रसन्न रहेगा। फिर भी धैर्य से काम लें। ऑफिस में सीनियर्स के साथ बातचीत में संतुलित रहें। शैक्षिक कार्यों में मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। सेहत का ध्यान रखें। खर्च बढ़ेंगे। कन्या राशि- आज आपके संतान सुख में वृद्धि होगी। लेकिन जीवन साथी की सेहत का ध्यान रखें। परिवार के साथ किसी धार्मिक स्थान पर जा सकते हैं। काम के सिलसिले में लंबी दूरी की यात्राएं करनी बढ़ सकती है। खर्च की अधिकता होने से कर्ज की स्थिति आ सकती है। तुला राशि– आज पारिवारिक समस्याओं का हल मिलेगा। करियर में उन्नति मिलने से मन प्रसन्न रहेगा। नौकरी के लिए परीक्षा और इंटरव्यू आदि कार्यों में सफलता मिलेगी। शासन-सत्ता का सहयोग मिलेगा। परिवार में सुख-शांति रहेगी। वृश्चिक राशि- आज आपके आत्मविश्वास में कमी होगी। किसी फ्रेंड्स की मदद से कारोबार में वृद्धि होगी। धन लाभ में वृद्धि होगी। मानसिक शांति का अनुभव करेंगे। किसी अटके हुए धन की वापसी संभव है। व्यापारिक स्थिति में सुधार होगा। धनु राशि- आज आपके मन में उतार-चढ़ाव रहेंगे। परिवार का साथ मिलेगा। हालांकि माता-पिता की सेहत पर नजर रखें। नौकरी में बदलाव के साथ तरक्की के अवसर मिल सकते हैं। आय में वृद्धि होगी। वाहन सुख में वृद्धि हो सकती है। सेहत का ध्यान रखें। मकर राशि- आज आप आत्मविश्वास में कमी महसूस कर सकते हैं। खर्च की अधिकता के कारण मन परेशान रहेगा। बेकार के वाद-विवाद व क्रोध से बचें। किसी मित्र के सहयोग से कारोबार में वृद्धि हो सकती है। लाभ में भी वृद्धि होगी। कुंभ राशि- आज आपकी शारीरिक व मानसिक सेहत अच्छी रहेगी। परिवार में धार्मिक कार्य हो सकते हैं। घर के रेनोवेशन में खर्च कर सकते हैं। धन का आगमन होगा। आय के नए स्रोत बनेंगे। व्यापार में तरक्की मिल सकती है। मीन राशि– आज पठन-पाठन में रुचि बढ़ेगी। बौद्धिक कार्यों में मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। आय के साधन भी बन सकते हैं। मित्रों का सहयोग मिलेगा। संतान की ओर से सुखद समाचार मिल सकता है। कारोबार में भागदौड़ अधिक रहेगी। लेकिन यात्रा से लाभ के मार्ग बनेंगे।

बप्पा को विदा करते समय इन चीजों का दान देगा घर में सुख-शांति का संदेश

गणपति बप्पा की विदाई का समय नजदीक आ रहा है. इस साल अनंत चतुर्दशी 6 सितंबर, 2025 को मनाई जाएगी. यह दिन गणेशोत्सव के समापन का प्रतीक है, जब भक्तगण भगवान गणेश को अगले साल वापस आने के वादे के साथ भावुक मन से विदा करते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अगर आप बप्पा की विदाई के बाद कुछ खास चीजों का दान करते हैं, तो इससे गणपति जी की कृपा पूरे साल आपके परिवार पर बनी रहती है. आइए जानते हैं कि अनंत चतुर्दशी के दिन किन चीजों का दान करना शुभ माना जाता है. अन्न और वस्त्र का दान गणेश विसर्जन के बाद अन्न और वस्त्र का दान करना बहुत ही पुण्य का काम माना जाता है. आप किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को अनाज, जैसे चावल या दाल, और नए कपड़े दान कर सकते हैं. ऐसा करने से भगवान गणेश प्रसन्न होते हैं और आपकी आर्थिक स्थिति बेहतर होती है. गुड़ का दान गुड़ को बहुत शुभ माना जाता है और इसे भगवान गणेश का प्रिय भोग भी माना जाता है. अनंत चतुर्दशी के दिन गुड़ का दान करने से आपकी सारी परेशानियां दूर हो सकती हैं. आप किसी मंदिर में या किसी गरीब को गुड़ का दान कर सकते हैं. मान्यता है कि इससे जीवन में मिठास और खुशहाली आती है. नारियल का दान नारियल को हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है और इसे शुभ कामों में इस्तेमाल किया जाता है. बप्पा की विदाई के बाद नारियल का दान करना बहुत फलदायी होता है. आप नारियल को किसी बहती नदी में प्रवाहित कर सकते हैं या किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दे सकते हैं. यह दान आपके जीवन से नकारात्मकता को दूर करने में मदद करता है. मोदक और मिठाई का दान मोदक भगवान गणेश का पसंदीदा पकवान है. गणपति विसर्जन के बाद मोदक या अन्य मिठाई का दान करना बहुत ही शुभ होता है. आप मंदिर में या गरीबों में मोदक और मिठाई बांट सकते हैं. ऐसा माना जाता है कि ऐसा करने से आपको भगवान गणेश का विशेष आशीर्वाद मिलता है और आपकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. क्यों जरूरी है विसर्जन के बाद दान? हिंदू धर्म में दान का विशेष महत्व बताया गया है. गणपति जी को विघ्नहर्ता और सुखकर्ता कहा गया है. ऐसे में जब उन्हें विदा किया जाता है तो भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए दान-पुण्य का कार्य अवश्य करते हैं. माना जाता है कि यह दान घर से दरिद्रता को दूर कर देता है और सौभाग्य की वृद्धि करता है.

घर में लगाएं पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर, नकारात्मक ऊर्जा होगी समाप्त

माना जाता है कि घर में वास्तु नियमों का ध्यान रखने से व्यक्ति के घर-परिवार में सुख-समृद्धि का माहौल बना रहता है। अधिकतर लोग अपने घरों में देवी-देवताओं की तस्वीर भी लगाते हैं। वास्तु की दृष्टि से ऐसा करना काफी शुभ माना गया है। ऐसे में अगर आप वास्तु नियमों का ध्यान में रखते हुए इन तस्वीरों को घर में लगाते हैं, तो इससे आपको काफी लाभ देखने को मिल सकता है। कहां लगाएं हनुमान जी की तस्वीर वास्तु शास्त्र में हनुमान जी की पंचमुखी तस्वीर लगाने के लिए घर के दक्षिण-पश्चिम कोने को सबसे उत्तम माना गया है। यह कोना समृद्धि और स्थिरता के रूप में देखा जाता है। ऐसे में अगर इस दिशा में हनुमान जी की पंचमुखी तस्वीर लगाते हैं, तो इससे आपको वास्तु दोष से राहत देखने को मिल सकती है। साथ ही घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह भी बढ़ता है। जानिए सही विधि हनुमान जी की तस्वीर लगाने से पहले आपको उस जगह को अच्छी तरह से साफ कर लेना चाहिए। इसके साथ ही गंगाजल का छिड़काव भी करें। इसके साथ ही ॐ हं हनुमते नमः मंत्र का जप करें। इसके बाद हनुमान जी की पंचमुखी तस्वीर स्थापित करें। इसके साथ ही आपको रोजाना विशेषकर मंगलवार और शनिवार के दिन इस तस्वीर के सामने चमेली के तेल का दीपक जलाएं। ये तस्वीरें भी हैं शुभ वास्तु शास्त्र में माना गया है कि घर में भगवान गणेश, लक्ष्मी, सरस्वती और अन्य देवी-देवताओं की तस्वीर लगाने से भी सुख-समृद्धि बढ़ती है। देवी-देवताओं की तस्वीरों को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके लगाना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही पूजा स्थल पर देवी-देवताओं की फोटो को हमेशा ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। न करें ये गलती घर में कभी भी टूटी हुई या फिर खंडित तस्वीरें नहीं रखना चाहिए। इससे वास्तु दोष का खतरा बढ़ सकता है। इन तस्वीरों को सम्मानपूर्वक विसर्जित कर देना चाहिए और क्षमायाचना करनी चाहिए। इसके साथ ही वास्तु में माना गया है कि कभी भी देवी-देवताओं की तस्वीरों को बेडरूम में या फिर बाथरूम के पास नहीं लगाना चाहिए। वरना आपको बुरे परिणाम झेलने पड़ सकते हैं।  

प्रदोष व्रत का महत्व: 5 सितंबर को करें भगवान शिव की आराधना और पाएं शुभ फल

हिंदू धर्म में हर व्रत और त्योहार का अपना विशेष महत्व है. भगवान शिव को समर्पित प्रदोष व्रत हर माह में दो बार पड़ता है. प्रदोष व्रत चन्द्र मास की दोनों त्रयोदशी के दिन किया जाता है जिसमे से एक शुक्ल पक्ष के समय और दूसरा कृष्ण पक्ष के समय होता है. जिस दिन त्रयोदशी तिथि प्रदोष काल के समय पड़ती है उसी दिन प्रदोष का व्रत किया जाता है. साल 2025 में सितंबर माह में पड़ने वाला पहला और भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत किया जाएगा. इस दिन प्रदोष काल में पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है. शुक्र प्रदोष व्रत 2025 तिथि     त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 5 सितंबर को सुबह 04 बजकर 08 मिनट पर होगी.     त्रयोदशी तिथि समाप्त 6 सितंबर 2025 को सुबह 03 बजकर 12 मिनट पर समाप्त होगी.     इसीलिए भाद्रपद माह में शुक्ल प्रदोष व्रत 5 सितंबर, 2025 शुक्रवार के दिन रखा जाएगा. संध्या पूजा का समय इस दिन प्रदोष काल में पूजा का समय शाम 6 बजकर 38 मिनट से लेकर रात 8 बजकर 55 मिनट रहेगा. जिसकी कुल अवधि 2 घंटे 17 मिनट रहेगी. कब होता है प्रदोष काल?     प्रदोष काल शाम का समय होता है, जो सूर्यास्त से प्रारम्भ हो जाता है. जब त्रयोदशी तिथि और प्रदोष साथ-साथ होते हैं वह समय शिव पूजा के लिये सर्वश्रेष्ठ होता है.     इस दिन संध्या काल में पूजा करने का विशेष महत्व है. जरूरी है इस दिन शुभ मुहूर्त में पूजा करें तो उसका शुभ फल प्राप्त होता है.     प्रदोष काल सूर्यास्त के लगभग डेढ़ से दो घंटे तक रहता है.     इस काल में शिव जी और माता-पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है. यह समय भगवान शिव को समर्पित है. इस समय पूजा करने से शिव जी शीघ्र प्रसन्न होते हैं.     प्रदोष काल में शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, और बिल्व पत्र अर्पित करने से विशेष फल मिलता है. शुक्र प्रदोष व्रत का महत्व प्रदोष व्रत शुक्रवार के दिन पड़ने से इस प्रदोष व्रत को शुक्र प्रदोष व्रत के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन भक्त महादेव के साथ-साथ मां लक्ष्मी की कृपा भी प्राप्त होती है. विवाहित लोग जब इस दिन व्रत को करते हैं तो शादीशुदा जीवन में खुशियों का आगमन होता है. साथ ही इस दिन शिव परिवार की पूजा-अर्चना करने से भोलेनाथ का आशीर्वाद बना रहता है और हर मनोकामना पूर्ण होती है. यह व्रत सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य और संतान प्राप्ति के लिए विशेष रूप से किया जाता है.

सपनों को सच करने का विज्ञान : जानें न्यूरोसाइंटिस्ट के 5 कारगर टिप्स

आजकल सोशल मीडिया पर 'मेनिफेस्टेशन' शब्द काफी ट्रेंड कर रहा है। मेनिफेस्टेशन का मतलब होता है, 'लॉ ऑफ अट्रैक्शन' की मदद से अपनी इच्छाओं और सपनों को हकीकत में बदलना। आसान शब्दों से समझे तो इसका मतलब यह है कि आप जो सोचते और महसूस करते हैं, वही आपके जीवन में घटित हो जाता है। लेकिन सवाल यह यह है कि क्या वाकई ऐसा संभव है। न्यूरोसाइंटिस्ट और पूर्व चिकित्सक डॉ. तारा स्वार्ट सवाल के जवाब में कहती हैं हां। 'द मॉर्निंग' को दिए एक इंटरव्यू में डॉ. स्वार्ट, कहती हैं कि मेनिफेस्टेशन सिर्फ आपकी एक इच्छा नहीं है बल्कि यह तो आपके मस्तिष्क को एक बार फिर आपके लक्ष्यों के अनुरूप ढालने से जुड़ा हुआ है। आइए जानते हैं 5 ऐसे न्यूरोसाइंटिस्ट के सुझाए हुए टिप्स, जिनकी मदद से आप अपने सपनों को हकीकत में बदल सकते हैं। स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करें अपने सपनों को हकीकत में बदलने की शुरुआत स्पष्टता से करें। इसके लिए आपको सबसे पहले यह जानना होगा कि आप वास्तव में खुद के लिए क्या चाहते हैं। ऐसा करते समय सामाजिक अपेक्षाओं की जगह अपने दिल में छिपी इच्छाओं पर ध्यान दें। अपनी सभी ख्वाहिशों को एक कागज पर उतारकर खुद से सवाल करें कि अगर सफलता की गारंटी हो, तो मैं ये सभी चीजें वाकई हासिल करना चाहूंगा? उदाहरण के लिए 'मैं एक सफल व्यवसाय शुरू करना चाहता हूं' जैसे अस्पष्ट लक्ष्य की जगह 'मैं एक साल में एक डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी शुरू करना चाहता हूं', ऐसा कुछ लिखें। सपने ही नहीं मेहनत भी करें सपने सिर्फ सोचने से पूरे नहीं होते, उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत भी करनी पड़ती है। लक्ष्य को हासिल करने के लिए छोटे-छोटे कदम उठाएं। अपने सपने को पूरा करने के लिए रोजाना कम से कम एक कदम जरूर बढ़ाएं। इसके लिए खुद को ऐसे वातावरण, लोगों और आदतों के बीच रखने की कोशिश करें, जो आपको आपका सपना पूरा करने में मदद कर सकती हैं। सकारात्मक मानसिकता अपनाएं व्यक्ति का दिमाग उसे हर खतरे से बचाने की कोशिश में लगा रहता है। ऐसा करते समय वह व्यक्ति को किसी भी तरह का जोखिम उठाने से बचने का संदेश देता है। लेकिन अपने सपनों को पूरा करने के लिए आपको यह सोचना होगा कि क्या वास्तव में आपके लिए यह जोखिम उठाना सुरक्षित है या नहीं। अपने सपनों से जुड़े सभी डर और शंकाओं को सकारात्मक सोच और आत्म-विश्वास की मदद से दूर करने की कोशिश करें। अपने दिमाग को उन अवसरों के लिए तैयार करें जो आपके लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करेंगे। ऐसा करते समय बाधाओं की जगह अवसरों पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करें। एक्शन बोर्ड बनाएं सपनों को हकीकत बनाने के लिए विजन बोर्ड की जगह एक्शन बोर्ड बनाएं। यह बोर्ड न केवल आपके सपनों को स्पष्ट करेगा, बल्कि उन कोशिशों के बारे में भी आपका नजरिया साफ करेगा जो आपको अपना सना हासिल करने के लिए उठाने होंगे। उदाहरण के लिए अगर आपका सपना एक नया घर खरीदना है, तो बोर्ड पर उस घर की तस्वीर, बजट योजना, और बचत के लक्ष्य शामिल करें। सफलता के लिए पॉजिटिव बने रहे सफलता हासिल करने के लिए हमेशा पॉजिटिव सोच और बातें करें। व्यक्ति को नकारात्मक विचार जल्दी घेर सकते हैं। ऐसे में आप अपने घर के हर कोने में पॉजिटिव कोट्स चिपकाकर रख सकते हैं। उदाहरण के लिए- 'मैं शक्तिशाली हूं,' 'मैं साहसी हूं,' 'मैं एक सुपरस्टार हूं', जैसे विचार अपने शीशे, फोन या ऑफिस की टेबल पर चिपकाकर रखें और रोजाना इन्हें पूरे विश्वास के साथ दोहराएं।  

वास्तु टिप्स: घर में छोटे-छोटे बदलाव से आएगी खुशहाली और सकारात्मक ऊर्जा

   कई बार बिना किसी वजह व्यक्ति के परिवार में कुछ समस्याएं बनी रहती हैं। जैसे लड़ाई-झगड़े या स्वास्थ्य समस्या आदि। इसका कारण वास्तु दोष भी हो सकता है। ऐसे में अगर आप इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखते हैं, तो इन समस्याओं से बचा जा सकता है। चलिए जानते हैं इस बारे में। ध्यान रखें ये बातें वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार घर के मुख्य द्वार को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए। क्योंकि यहीं से घर में सकारात्मक ऊर्जा का भी प्रवेश होता है। इसके साथ ही घर के ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्वी दिशा में भी साफ-सफाई का ख्याल रखें और इस बात का भी ध्यान रखें कि इस दिशा में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था हो। इसके साथ ही अगर आप अपने मुख्य द्वार पर रोजाना दीपक जलाते हैं, तो इससे भी आपको लाभ देखने को मिल सकता है। उत्तर दिशा में रखें ये चीजें वास्तु शास्त्र में उत्तर दिशा को काफी महत्व दिया जाता है। इस दिशा में पानी से संबंधित चीजें जैसे बोरिंग, छोटा-सा फाउंटेन या फिर पानी की टंकी आदि रखनी चाहिए। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। इसके साथ ही उत्तर दिशा में आपको मंदिर, धन या तिजोरी रखने से भी लाभ मिल सकता है। ध्यान रखें पूर्व दिशा के नियम वास्तु के मुताबिक पूर्व इस दिशा को जितना हो सके उतना खाली रखना चाहिए। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। इसके साथ ही इस दिशा में खिड़की भी जरूर होनी चाहिए। वहीं अगर आप अपने घर का दरवाजा पूर्व दिशा में बनवाते हैं, तो इससे भी आपको सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं। दूर होगी नेगेटिव एनर्जी अगर घर में नेगेटिव एनर्जी होती है, तो इससे आपको कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए आपको रोजाना पानी में थोड़ा-सा नमक मिलाकर पोछा लगाना चाहिए। ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।  

आज का राशिफल: 4 सितम्बर को इन 5 राशियों को मिलेगा तरक्की और फायदा

मेष राशि- आज का दिन आपके लिए बेहतरीन रहने वाला है जो आपको अपने बारे में अच्छा महसूस कराएंगे। शादीशुदा लोगों के लिए दिन अच्छा रहने वाला है। किसी करीबी व्यक्ति के साथ बहस हो सकती है, इसलिए सतर्क रहें। किसी दिलचस्प व्यक्ति से मुलाकात की संभावना है। आप कड़ी मेहनत और धैर्य से अपने लक्ष्य तक पहुंचेंगे। आर्थिक रूप से आपकी स्थिति अच्छी रहने वाली है। वृषभ राशि- आज आपकी सेहत अच्छी रहने वाली है। कारोबार के लिहाज से दिन अच्छा रहने वाला है। परिवार के किसी सदस्य का पूरा साथ मिलेगा। आर्थिक रूप से स्थिति उतार-चढ़ाव भरी रहने वाली है। विद्यार्थियों के लिए दिन अच्छा रहने वाला है। जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे। मिथुन राशि- आज आपकी सेहत अच्छी रहने वाली है। मानसिक तनाव से मुक्ति मिल सकती है। आज का दिन आपकी आर्थिक परेशानी बढ़ा सकता है। आपके माता-पिता का स्वास्थ्य चिंता का कारण बनता है। रचनात्मक क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए बढ़िया दिन है। कर्क राशि- आज आपका कोई सपना पूरा हो सकता है। यात्रा करते समय सावधानी बरतें, वरना सामान चोरी हो सकता है। प्यार में जल्दबाजी में कदम उठाने से बचें। महत्वपूर्ण कार्यों को समय पर पूरा करने से आपको प्रोफेशनल तौर पर बड़ा लाभ होगा। जल्दबाजी में ऐसे फैसले न लें जिसके लिए आपको जीवन में बाद में पछताना पड़े। सिंह राशि- आज आपका दिन हर तरह से अनुकूल दिख रहा है। कारोबार में वृद्धि हो सकती है। नौकरी पेशा करने वालों की स्थिति अच्छी होगी। नौकरी के अच्छे अवसरों की प्राप्ति हो सकती है। सेहत में सुधार होगा। धन की स्थिति में सुधार होगा। कन्या राशि– आज किसी दोस्त से मुलाकात होना आपके जीवन में बदलाव लेकर आएगा। पैसों के निवेश और बचत को लेकर विचार करना अच्छा रहेगा। निवेश से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह लेना अच्छा रहेगा। आपकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए दिन अच्छा रहने वाला है। आपका खाली समय किसी बेकार के काम की वजह से बर्बाद होगा। तुला राशि- आज आपकी सेहत अच्छी रहने वाली है। मानसिक तनाव से मुक्ति मिल सकती है। निवेश का अच्छा रिटर्न मिल सकता है। धन लाभ के संकेत हैं। कामकाज के सिलसिले से आज का दिन अच्छा रहने वाला है। आप अपने जीवन की सबसे बेहतरीन शाम अपने जीवनसाथी के साथ गुजारेंगे। वृश्चिक राशि- आज आपका मन अशांत रहेगा। आत्मविश्वास में कमी रहेगी। शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी। लेखनादि-बौद्धिक कार्यों में मान-सम्मान मिल सकता है। आय में वृद्धि होगी। व्यापार में विस्तार हो सकता है। प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने वालों के लिए दिन अच्छा रहने वाला है। धनु राशि- आज आपको अपनी सेहत को पर्याप्त समय देने की जरूरत है। व्यवासायिक रूप से आपकी स्थिति अच्छी रहेगी। आर्थिक लाभ हो सकता है। शाम के लिए कुछ खास योजना बनाएं। आज आप अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताएंगे। संपत्ति से जुड़े विवाद हल हो सकते हैं। मकर राशि- आज आपका कोई सपना साकार हो सकता है। अपने उत्साह को काबू में रखें। आर्थिक लाभ मिलने की पूरी संभावना है। आपकी एनर्जी का स्तर हाई रहेगा। अपने रूप और व्यक्तित्व को बेहतर बनाने के लिए किए गए प्रयास सफल होंगे। जीवनसाथी के साथ आज का दिन आपके जीवन की सबसे बेहतरीन शाम बन सकता है। कुंभ राशि- आज बड़े प्रोजेक्ट को छोटे भागों में बांट लें। संतान से आर्थिक लाभ मिलने की संभावना है। घरेलू जीवन अच्छा रहेगा। परिवार की समस्याएं दूर हो सकती हैं। पार्टनरशिप में आने वाले दिक्कतें दूर हो सकती हैं। आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव आएगा। मीन राशि- आज मन में शांति व प्रसन्नता रहेगी। शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी। मान-सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। कारोबार में वृद्धि होगी। यात्रा पर जा सकते हैं। कारोबार में बदलाव के योग बन रहे हैं। माता से धन मिल सकता है।

कल मनाई जाएगी वामन जयंती: जानें व्रत-पूजन की विधि और महत्व

भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को भगवान विष्णु के पांचवें अवतार वामन देव की जयंती मनाई जाती है. यह पर्व इस साल 4 सितंबर 2025, गुरुवार को मनाया जाएगा. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन भगवान विष्णु ने वामन रूप में अवतार लेकर राजा बलि के अभिमान का अंत किया था और उन्हें मोक्ष प्रदान किया था. इस दिन भगवान वामन की पूजा और व्रत करने से भक्तों को सुख, समृद्धि और सौभाग्य की प्राप्ति होती है. वामन जयंती के दिन विशेष पूजा, व्रत और दान का विधान है. शुभ मुहूर्त और तिथि पंचांग के अनुसार, वामन जयंती की द्वादशी तिथि 4 सितंबर 2025 को सुबह 4 बजकर 21 मिनट पर शुरू होगी और 5 सितंबर को सुबह 4 बजकर 8 मिनट पर समाप्त होगी. इस दौरान श्रवण नक्षत्र भी रहेगा, जो 4 सितंबर को रात 11 बजकर 44 मिनट से शुरू होकर 5 सितंबर को रात 11 बजकर 38 मिनट पर समाप्त होगा. द्वादशी तिथि 4 सितंबर को पूरे दिन रहेगी, इसलिए इसी दिन वामन जयंती का पर्व मनाया जाएगा. वामन जयंती की पूजन विधि वामन जयंती के दिन सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें. घर के पूजा स्थल को साफ कर भगवान वामन या भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें. पूजा शुरू करने से पहले व्रत का संकल्प लें और वामन देव से अपनी मनोकामनाएं पूरी करने की प्रार्थना करें. वामन देव की प्रतिमा का पंचामृ से अभिषेक करें. भगवान वामन को पीले वस्त्र, पीले फूल, चंदन, तुलसीदल और नैवेद्य अर्पित करें. पूजा में दही और मिश्री का भोग अवश्य लगाएं. पूजा के दौरान वामन जयंती की कथा सुनें या पढ़ें. भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें, विशेषकर “ॐ नमो भगवते वामनाय” मंत्र का जाप करना बहुत शुभ माना जाता है. आखिर में धूप, दीप जलाकर भगवान वामन की आरती करें और सभी को प्रसाद वितरित करें. धार्मिक मान्यताएं और महत्व वामन जयंती का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है. यह पर्व भगवान विष्णु के वामन अवतार की महिमा को दर्शाता है, जिसमें उन्होंने राजा बलि के अहंकार को समाप्त कर तीनों लोकों को वापस देवताओं को दिलाया. यह पर्व हमें सिखाता है कि अहंकार का अंत निश्चित है. राजा बलि को भगवान वामन ने अपनी लीला से यह ज्ञान दिया कि किसी भी शक्ति या संपत्ति पर घमंड नहीं करना चाहिए.वामन जयंती दान के महत्व को भी दर्शाती है. इस दिन दान-पुण्य करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने और विधि-विधान से पूजा करने से भक्तों के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है. इस प्रकार, वामन जयंती का पर्व न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान है, बल्कि यह हमें जीवन में विनम्रता, त्याग और दान के महत्व का भी स्मरण कराता है.

करियर में सफलता चाहते हैं? अपनाएं चाणक्य की 5 अनमोल बातें, जिंदगी बदल जाएगी

अगर कड़ी मेहनत के बावजूद आपको करियर, बिजनेस या किसी इंटव्यू में सफलता नहीं मिल पा रही है तो आपको आचार्य चाणक्य की 5 खास बातों पर जरूर गौर करना चाहिए। आचार्य चाणक्य ने अपने प्रसिद्ध ग्रंथ 'चाणक्य नीति' में करियर में सफलता दिलाने वाले ऐसे ही 5 गुणों का जिक्र किया है। जिन्हें फॉलो करने से व्यक्ति के जीवन की दिशा बदलने के साथ उसे एक नई राह भी मिल सकती है। बता दें, चाणक्य नीति में बहुत सी ऐसी बातें दर्ज हैं जिन्हें अपने जीवन में उतारकर व्यक्ति खुशहाल सफल जीवन जी सकता है। आचार्य चाणक्य के अनुसार जिस व्यक्ति के पास सफलता हासिल करने के लिए स्पष्ट लक्ष्य नहीं होता है, उसकी मेहनत हमेशा बेकार हो जाती है। अगर आप एक ही तरह की नौकरी में बार-बार असफल हो रहे हैं, तो आपको रूक कर जरूर सोचना चाहिए कि क्या आप वाकई नौकरी के उसी क्षेत्र के बने हैं या आपकी मंजिल कुछ और है? गुस्से पर काबू रखें​ बात-बात पर गुस्सा करने वाले व्यक्ति को समाज में कोई भी पसंद नहीं करता है। ऐसे व्यक्ति की करियर ग्रोथ भी रूक जाती है। जरूरत से ज्यादा गुस्सा समाज में आपकी छवि खराब करता है। चाणक्य नीति में कहा गया है कि क्रोध इंसान की बुद्धि और मान-सम्मान दोनों को नष्ट कर देता है। समय खराब करने वाला व्यक्ति चाणक्य नीति के अनुसार समय व्यक्ति की सबसे बड़ी संपत्ति है। जो लोग करियर में सही समय पर सही निर्णय नहीं लेते, वो मौका चूक जाते हैं। असफलता मिलने पर ब्रेक लेकर एक ठोस रणनीति बनाएं कि आप कैसे लक्ष्य हासिल करने में सफल हो सकते हैं। मुश्किल समय में घबराने वाले लोग आचार्य चाणक्य के अनुसार जो व्यक्ति संकट के समय में धैर्य के साथ आगे बढ़ता रहता है वही जीवन में सफलता हासिल कर पाता है। करियर में मिली असफलता एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन उसके बाद खुद पर संदेह करना, आत्मविश्वास खो देना और दूसरों से अपनी तुलना करना व्यक्ति की सबसे बड़ी भूल है। निराश होने की जगह विश्लेषण करें कि सफलता की राह हासिल करने में आपकी तरफ से कहां कमी रह गई है। सम्मान करें​ चाणक्य नीति के अनुसार बड़ों का आशीर्वाद व्यक्ति के लिए सफलता की राह आसान बना देता है। ऑफिस में भी खुद से सीनियर व्यक्ति का दिल से सम्मान करें। सम्मान देने वाला व्यक्ति हर किसी का प्रिय बन जाता है। जो उसे सफलता हासिल करने में मदद करता है।