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‘वसुधा’ के एक्शन सीन निभाने की प्रेरणा कुंवर विक्रम सोनी को ‘किल’ से मिली

मुंबई,  टेलीविजन एक्टर कुंवर विक्रम सोनी का शो वसुधा में निभाया एक्शन सीन सुर्खियों में है। छोटे पर्दे पर अभी एपिसोड आना बाकी है लेकिन उनके निभाए दमदार दृश्य की चर्चा खूब हो रही है। अभिनेता ने बताया है कि इसे निभाने की प्रेरणा उन्हें ‘किल’ के किरदारों से मिली। कुंवर ने शो में अपने किरदार ‘माधव’ और इस सीन के बारे में बताया, “यह कोई आम एक्शन सीन नहीं था। इसे वास्तविक दिखना था। ‘माधव’ कोई ट्रेंड फाइटर नहीं है, लेकिन वह जरूरत पड़ने पर डटकर मुकाबला करता है। इसलिए, हर हाव-भाव को स्वाभाविक, सहज और भावनात्मक दिखाना था। हमने ब्लेड कंट्रोल, को-एक्टर के साथ तालमेल और सीन में डूबने पर खूब मेहनत की।” उन्होंने बताया कि ऋतिक रोशन की फिल्म ‘विक्रम वेधा’ और ‘किल’ में लक्ष्य के ‘अमृत’ और राघव जुयाल के किरदारों ने उन्हें प्रभावित किया। अभिनेता ने बताया, “उनके चाकू चलाने का अंदाज तेज और अकल्पनीय था। साथ ही उनके जज्बात शानदार थे और इन्हें मैं भूला नहीं सका।” कुंवर ने बताया कि इस सीन की तैयारी के लिए तीन घंटे तक ट्रेनिंग ली और दो मेन सीन्स के लिए करीब पांच घंटे तक मेहनत की। उन्होंने बताया, “हमने असली चाकू के साथ अभ्यास किया, कैमरा एंगल्स और ब्लॉकिंग को बार-बार ठीक किया और धीरे-धीरे सीन में एक्शन को बढ़ाया। सीन को लेकर डायरेक्टर ने भी खूब मेहनत की। उन्होंने हर एक्शन को बारीकी से निर्देशित किया और यह सुनिश्चित किया कि हर हाव-भाव में भावनाएं भी दिखें।” एक्टर का मानना है कि भले ही माधव का किरदार अन्य की तरह मुश्किल भरा या ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेकिन उन्होंने इसे उसी तरह से निभाने या पर्दे पर पेश करने की कोशिश की। एक्टर ने आगे बताया, “माधव का किरदार उन मुश्किल किरदारों जैसा नहीं है, लेकिन मैंने उसी शांत लेकिन खतरनाक तरीके से पर्दे पर पेश करने की कोशिश की। हमारी कोशिश थी कि यह सीन सहज और दिल से निकलता लगे और हम सफल रहे।” जी टीवी के शो ‘वसुधा’ में कुंवर विक्रम सोनी ‘माधव’ की भूमिका में हैं, जबकि सुभांशी रघुवंशी ‘दिव्या’ का किरदार निभा रही हैं। शो के अपकमिंग एपिसोड में माधव एक खतरनाक एक्शन सीन में चाकू का इस्तेमाल करते हुए दिव्या को अपहरणकर्ताओं से बचाने की कोशिश करते नजर आएंगे।  

‘झुमका गिरा रे’ गाने पर दीपिका चिखलिया का डांस, फैंस भी लुटा रहे प्यार

मुंबई, रामायण फेम अभिनेत्री दीपिका चिखलिया सोशल मीडिया पर अक्सर खूबसूरत पोस्ट शेयर करती रहती हैं। उन्होंने सोमवार को एक लेटेस्ट वीडियो शेयर किया, जिसमें वह 1966 में आई फिल्म ‘झुमका गिरा रे’ के गाने पर डांस करती नजर आईं। अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम पर ये वीडियो शेयर किया, जिसमें वह ‘झुमका गिरा रे’ गाने पर डांस कर रही हैं। दीपिका पीले रंग की सिंपल कुर्ती पहने हुए गाने के बोल के साथ शानदार एक्सप्रेशन भी दे रही हैं। इस डांस को उनके प्रशंसक काफी पसंद कर रहे हैं और वीडियो पर खूब प्यार लुटा रहे हैं। बता दें, यह गाना साल 1966 में आई फिल्म ‘मेरा साया’ का है, जिसको गायिका आशा भोसले ने गाया है। इसके लिरिक्स राजा मेहदी अली रजा खान ने दिए है। गाने में अभिनेत्री साधना के साथ प्रेम चोपड़ा, सुनील दत्त, अनंत बलवंत धूमल, मोहम्मद उमर मुकरी, के.एन. सिंह और अनवर हुसैन भी थे। हिंदी थ्रिलर फिल्म ‘मेरा साया’ राज खोसला के निर्देशन में बनी थी। फिल्म में सुनील दत्त और साधना मुख्य भूमिकाओं में थे। फिल्म खोसला और साधना की दूसरी सस्पेंस-थ्रिलर फिल्म थी। फिल्म 1964 की मराठी फिल्म ‘पछाड़ाग’ (द चेज) की रीमेक थी। जिसने बॉक्स ऑफिस पर काफी कमाल किया था। दीपिका के वर्कफ्रंट की बात करें, तो उन्हें स्कूल के दिनों से ही एक्टिंग का बड़ा शौक था। बाल कलाकार के तौर पर उन्हें एक बंगाली एक्टर ने फिल्म में लेने का ऑफर भी दिया था, लेकिन उनके माता-पिता ने इसकी इजाजत नहीं दी। स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद जब वह ग्रेजुएशन के लिए मुंबई गईं, तो उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ एक्टिंग करने का भी फैसला लिया। उन्होंने 1983 में रिलीज हुई ‘सुन मेरी लैला’ समेत कई फिल्मों में काम किया। उन्होंने सागर आर्ट्स के तहत ‘विक्रम और बेताल’ जैसे सीरियल्स में भी काम किया, लेकिन लोकप्रियता उन्हें रामानंद सागर के ‘रामायण’ में निभाए गए सीता माता के किरदार से हासिल हुई। इस किरदार के लिए दीपिका को कई स्क्रीन टेस्ट देने पड़े थे। कई राउंड्स के बाद उनका सेलेक्शन हुआ था।  

फिल्म ‘मासूम’ की सिक्वल लेकर आ रहे हैं शेखर कपूर

मुंबई,  चार दशक पहले आई फिल्म ‘मासूम’ की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए निर्माता शेखर कपूर ‘मासूम – द नेक्स्ट जेनरेशन’ लेकर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर हाल ही में मूल फिल्म के पोस्टर के साथ साझा एक भावुक पोस्ट में उन्होंने अपनी यात्रा और इस कहानी के प्रति अपने निजी जुड़ाव को याद किया। शेखर कपूर ने लिखा कि यह फिल्म घर और पहचान के सवालों के बारे में है और इसे गढ़ने में उन्हें पूरे दस साल लगे ताकि यह मूल फिल्म जितनी सरल हो लेकिन उतनी ही गहरी और अर्थपूर्ण भी। कपूर ने माना कि यह सीक्वल उनके अपने जीवन में हमेशा मौजूद रही पहचान की खोज से प्रेरित है, जो उनके लिए बेहद निजी रही है। इसी विषय पर 1983 की ‘मासूम’ में नजर आई दिग्गज अभिनेत्री शबाना आज़मी ने भी हाल ही में बात की। उन्होंने कहा कि शेखर कपूर को पहचान का सवाल हमेशा उलझाता रहा है और वह लंबे समय से इसे समझने की कोशिश करते रहे हैं। शेखर कपूर ने एक हालिया स्क्रिप्ट नैरेशन का अनुभव साझा करते हुए बताया कि जब उन्होंने फिल्म उद्योग के अपने करीबी दोस्तों को यह कहानी सुनाई तो हर किसी की आंखों में आंसू आ गए और उनकी अपनी आंखें भी भर आईं। उन्होंने कहा कि अब, जब वह दोबारा निर्देशक की कुर्सी पर लौट रहे हैं, तो वे आशीर्वाद चाहते हैं कि इस कहानी की सच्चाई को उसी सरलता से कह सकें और एक बार फिर परिवार, घर और पहचान के नजरिए से भावनाओं की गहराइयों में उतर सकें। ‘मासूम – द नेक्स्ट जेनरेशन’ के साथ शेखर कपूर सिर्फ एक सीक्वल नहीं बना रहे हैं, बल्कि उस भावना और ईमानदारी को फिर से जीना चाहते हैं जिसने दशकों पहले लोगों के दिलों को छुआ था। इस बार उनके साथ उनकी बेटी कावेरी कपूर भी हैं, जो फिल्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। पद्म भूषण से सम्मानित और विश्व सिनेमा में अपनी अलग पहचान रखने वाले शेखर कपूर इस नई फिल्म के जरिए एक ऐसी कहानी कहना चाहते हैं जो घर, परिवार और पहचान जैसे सार्वकालिक सवालों को नए दौर के नजरिए से फिर से देखने का अवसर दे। बता दें कि फिल्म ‘मासूम’ ने परिवार, प्यार और गहन भावनाओं के सरल मगर असरदार चित्रण से लाखों दर्शकों का दिल छू लिया था। एक बार फिर निर्माता शेखर कपूर इसी तरह की कहानी दर्शकों के लिए लेकर आ रहे हैं।  

‘तन्वी द ग्रेट’ को मिला ‘स्टैंडिंग ओवेशन’ तो गदगद हुए अनुपम खेर, बोले- ‘40 साल के करियर में सबसे यादगार पल’

मुंबई, फिल्म निर्माता-अभिनेता अनुपम खेर की अपकमिंग फिल्म जल्द ही सिनेमाघरों में दस्तक देने को तैयार है। खेर ने रविवार को सोशल मीडिया पर फिल्म से जुड़ा पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने बताया कि शनिवार को स्पेशल स्क्रीनिंग के दौरान नेशनल डिफेंस अकादमी में ‘तन्वी द ग्रेट’ के लिए खड़े होकर तालियां बजाई गईं, जो उनके लिए यादगार पल बन गया है। इंस्टाग्राम पर अनुपम खेर ने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह अपने जज्बात बयां करते नजर आए। उन्होंने कैप्शन में लिखा, “नेशनल डिफेंस अकादमी में ‘तन्वी द ग्रेट’ के लिए खड़े होकर तालियां बजाई गईं। एक अभिनेता और मनोरंजनकर्ता के रूप में मेरे 40 साल के करियर में यह मेरे जीवन का सबसे यादगार पल है।” उन्होंने आगे बताया, “भारत में ‘तन्वी द ग्रेट’ की पहली स्क्रीनिंग नेशनल डिफेंस एकेडमी खड़कवासला में थी, एक ऐसी जगह जहां युवा कैडेट्स को हमारे सशस्त्र सेवा अधिकारी बनने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। एकेडमी (एनडीए) के कमांडेंट वाइस एडमिरल गुरचरण सिंह ने कैडेट्स से फिल्म के बारे में अपनी राय स्वतंत्र रूप से व्यक्त करने को कहा, तो एनडीए के हबीबुल्लाह ऑडिटोरियम में मौजूद सभी लोग तालियों की गड़गड़ाहट के साथ खड़े हो गए। यह मेरे लिए एक बहुत ही भावुक और कभी न भूल पाने वाला पल था।” खेर ने आगे बताया, “मैंने और टीम ने फिल्म बनाने में कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन इस पल ने सारी मेहनत को सार्थक कर दिया। भले ही फिल्म का भविष्य अनिश्चित हो, लेकिन 2500 से अधिक कैडेट्स और अधिकारियों का उत्साह और समर्थन ब्लॉकबस्टर अनुभव रहा। सभी लोगों के प्रति आभार।” खेर ने शनिवार को पोस्ट के जरिए फैंस को जानकारी दी थी कि ‘तन्वी द ग्रेट’ की नेशनल डिफेंस एकेडमी कैडेट्स और ऑफिसर्स के लिए स्क्रीनिंग होगी। वहीं, शनिवार को फिल्म का पहला गाना भी रिलीज होगा। अनुपम खेर के निर्देशन में तैयार फिल्म में ऑस्कर विजेता एमएम कीरावानी ने संगीत दिया है। फिल्म का निर्माण अनुपम खेर स्टूडियोज ने एनएफडीसी (राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम) के साथ मिलकर किया है। ‘तन्वी द ग्रेट’ में अनुपम खेर के साथ ही इयान ग्लेन, बोमन ईरानी, जैकी श्रॉफ, अरविंद स्वामी, पल्लवी जोशी, करण टैकर, नासिर और शुभांगी भी अहम भूमिकाओं में हैं। ‘तन्वी द ग्रेट’ 18 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।  

आखों की गुस्ताखियां का गाना ‘अलविदा’ को बेहद पसंद करती हैं शनाया कपूर

मुंबई, बॉलीवुड अभिनेत्री शनाया कपूर का कहना है कि फिल्म आखों की गुस्ताखियां का उनका सबसे पसंदीदा गाना ‘अलविदा’ है। फिल्म 'आंखों की गुस्ताखियां' से संजय कपूर और महीप कपूर की बेटी शनाया कपूर बॉलीवुड में अपना डेब्यू कर रही हैं।विशाल मिश्रा द्वारा कंपोज़, लिखा और गाया गया ‘अलविदा’ रिलीज कर दिया है।इस गाने में शनाया का एक नाज़ुक और इमोशनल अवतार भी देखने को मिलता है,जहां वह अपने किरदार सबा की भावनाओं को बेहद ईमानदारी और नज़ाकत के साथ निभा रही हैं। शनाया कपूर ने कहा, ‘अलविदा’ फिल्म आंखों की गुस्ताखियां का मेरा सबसे पसंदीदा गाना है। विशाल मिश्रा की कंपोज़िशन में कोई जादू है ,जो सादगी के साथ इमोशन्स को छू जाती है। मैं तो इसे लूप में सुन रही हूँ! गौरतलब है कि विक्रांत मैसी और शनाया कपूर की रोमांटिक फिल्म 'आंखों की गुस्ताखियां' इस साल की सबसे चर्चित फिल्मों में से एक है। यह फिल्म ज़ी स्टूडियोज़ और मिनी फिल्म्स द्वारा प्रस्तुत की गई है और मंसी बागला, वरुण बागला और ओपन विंडो फिल्म्स ने इसे प्रोड्यूस किया है। फिल्म 'आंखों की गुस्ताखियां' 11 जुलाई को रिलीज होगी।  

15,000 करोड़ की संपत्ति पर कानूनी जंग, सैफ अली खान के केस में दोबारा सुनवाई का आदेश

जबलपुर बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान और उनके परिवार को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट से एक बड़ा झटका लगा है। हाईकोर्ट ने संपत्ति मामले में दो दशक पहले दिए गए ट्रायल कोर्ट के फैसले को खारिज कर दिया और मामले में फिर से सुनवाई का आदेश दिया है। सैफ अली और उनके परिवार को भोपाल के पूर्व शासकों की 15,000 करोड़ रुपये की संपत्ति विरासत में मिली थी। जस्टिस संजय द्विवेदी की बेंच ने 30 जून को दिए अपने आदेश में ट्रायल कोर्ट के फैसले और डिक्री को खारिज कर दिया, जिसमें पटौदी (सैफ अली खान, उनकी मां शर्मिला टैगोर और उनकी दो बहनों सोहा और सबा) को संपत्तियों का मालिक माना गया था। एक साल में सुनवाई पूरी करने के आदेश हाईकोर्ट ने ट्रायल कोर्ट को एक साल के भीतर इस मामले की सुनवाई पूरी करने और फैसला देने के लिए हरसंभव प्रयास करने का निर्देश दिया। नवाब हमीदुल्लाह भोपाल रियासत के अंतिम शासक नवाब थे। उनकी और उनकी पत्नी मैमूना सुल्तान की तीन बेटियां – आबिदा, साजिदा और राबिया – थीं। साजिदा ने इफ्तिखार अली खान पटौदी से शादी की और भोपाल की नवाब बेगम बन गईं। उनके बेटे मंसूर अली खान पटौदी ने शर्मिला टैगोर से शादी की। मंसूर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान थे। नवाब हमीदुल्लाह की सबसे बड़ी बेटी आबिदा के पाकिस्तान चले जाने के बाद, साजिदा ही इन संपत्तियों की मालिक बन गईं। बाद में, उनके बेटे मंसूर अली खान पटौदी इन संपत्तियों के उत्तराधिकारी बन गए। इन संपत्तियों की अनुमानित कीमत लगभग 15,000 करोड़ रुपये है, जो सैफ अली और उनके परिवार को विरासत में मिलीं। दो अपीलें – एक बेगम सुरैया राशिद एवं अन्य द्वारा और दूसरी नवाब मेहर ताज साजिदा सुल्तान एवं अन्य द्वारा दायर की गईं, जो सभी दिवंगत नवाब हमीदुल्लाह के उत्तराधिकारी हैं। इन अपील में कहा गया कि निचली अदालत ने शाही संपत्ति के अनुचित विभाजन के खिलाफ उनके मुकदमों को खारिज कर दिया। अपनी दलीलों में उन्होंने कहा कि भोपाल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट के 14 फरवरी, 2000 के फैसले और डिक्री ने उनके मुकदमों को अनुचित तरीके से खारिज कर दिया। उनके वकीलों ने दलील दी कि नवाब की निजी संपत्ति का बंटवारा मुस्लिम पर्सनल लॉ के अनुसार उनके और प्रतिवादी सैफ अली, शर्मिला और 16 अन्य उत्तराधिकारियों के बीच होना चाहिए था। जस्टिस द्विवेदी ने कहा, ‘‘मामले को नए सिरे से तय करने के लिए ट्रायल कोर्ट को वापस भेजा जाता है।’’ अदालत ने आदेश दिया, ‘‘यदि जरूरी हो, तो ट्रायल कोर्ट बाद के घटनाक्रम और बदली हुई कानूनी स्थिति को देखते हुए पक्षों को आगे सबूत पेश करने की अनुमति दे सकती है।’’ जस्टिस द्विवेदी ने कहा, ‘‘मेरा विचार ​​है कि ट्रायल कोर्ट ने मामले के अन्य पहलुओं पर विचार किए बिना ही मुकदमों को खारिज कर दिया, वह भी उस फैसले पर भरोसा करते हुए जिसे सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही खारिज कर दिया है। इस प्रकार, मेरी राय में, विवादित फैसले और डिक्री को खारिज किया जाना चाहिए और इसलिए इसे रद्द किया जाता है।’’  

परेश रावल वेब सीरीज में गालियां और सेक्स सीन दिखाए जाने पर भड़के

मुंबई एक्टर परेश रावल फिर से कॉमेडी फ्रेंचाइजी फिल्म ‘हेरा फेरी 3’ में बाबू भैया के किरदार में वापसी करने जा रहे हैं. जिसके बाद से उनके फैंस काफी खुश हैं. वहीं, अब परेश रावल ने हाल ही में वेब सीरीज के कंटेंट को लेकर बात किया है. बता दें कि हाल ही में अपने इंटरव्यू में कंटेंट को संस्कारी कैसे बना सकते हैं? इस सवाल पर परेश रावल ने कहा- ‘मैं आपको एक चुटकुला सुनाता हूं, एक औरत ने पुलिस स्टेशन में कंप्लेन की कि भैया मेरे सामने वाली बिल्डिंग में एक आदमी नंगा घूम रहा है. पुलिस वाला आया खिड़की से देखकर बोला कि मैडम कहां है दिख तो नहीं रहा, तो बोली कि अरे स्टूल पर चढ़ के देखो ना.’ परेश रावल ने आगे कहा- ‘आपको जहां नंगा, गंदगी देखनी है तो आपको मिल ही जाएगी, स्टूल पर चढ़कर मिल जाएगी. आप मत देखो ना. जो समाज में है, जो कंटेंट आते वही प्रतिबिंब है समाज का. हमको सेंस ऑफ प्रपोशन, हमारी विवेक बुद्धि, जुडिशियसली उसका यूज करना चाहिए. जो समाज में होता है हर चीज दिखाने के लायक नहीं होती, सजेस्टिव भी हो सकती है.’ एक्टर ने आगे कहा कि- ‘बाद में इसलिए बोलता हूं लोग काफी ऊब भी गए थे कि हर दूसरी तीसरी सीरीज में गालियां आती थीं, सेक्स सीन आते थे. बेमतलब के आते थे, कोई लेना देना नहीं है. तो लोगों को लगा इसकी वजह से लोग अट्रैक्ट होते हैं, लोगों की टीआरपी वगैरह जो भी कुछ बढ़ती, यही था. लेकिन लोग थक गए लेकिन मेकर्स नहीं थके तब जाकर गवर्नमेंट को उतरना पड़ा.’

रिलीज हुआ ‘द बंगाल फाइल्स’ का धमाकेदार प्रोमो, 5 सितंबर को सिनेमाघरों में दस्तक देगी

मुंबई,  बॉलीवुड के चर्चित फिल्म निर्माता और निर्देशक विवेक अग्निहोत्री इन दिनों अपनी आने वाली फिल्म द बंगाल फाइल्स को लेकर खूब चर्चा में हैं। यह फिल्म 5 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है। हाल ही में फिल्म का एक दमदार प्रोमो वीडियो जारी किया गया, जिसे सोशल मीडिया पर जबरदस्त प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। विवेक अग्निहोत्री की पिछली फिल्मों की तरह द बंगाल फाइल्स भी एक गंभीर और विचारोत्तेजक विषय पर आधारित है। दिलचस्प बात यह है कि फिल्म का प्रीमियर भारत से पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में किया जा रहा है। यह फिल्म अमेरिका के 10 प्रमुख शहरों में स्क्रीनिंग के लिए तैयार है, जो दर्शाता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसकी मजबूत पकड़ बन रही है। विवेक अग्निहोत्री अपनी बहुप्रतीक्षित फिल्म 'द बंगाल फाइल्स' के साथ एक बार फिर दर्शकों के सामने आने को तैयार हैं। इस फिल्म का भव्य प्रीमियर अमेरिका के विभिन्न शहरों में होने जा रही है। यह फिल्म 19 जुलाई को न्यू जर्सी में, 20 जुलाई को वाशिंगटन डीसी में, 25 जुलाई को रैले में, 26 जुलाई को अटलांटा में, 27 जुलाई को टैम्पा में, 1 अगस्त को फीनिक्स में, 2 अगस्त को लॉस एंजिल्स में, 3 अगस्त को एसएफ बे एरिया में, 9 अगस्त को शिकागो और 10 अगस्त को ह्यूस्टन में दिखाई जाएगी। फिल्म द बंगाल फाइल्स का प्रोमो शेयर करते हुए निर्देशक विवेक अग्निहोत्री ने एक भावुक संदेश लिखा, अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हम लेकर आए हैं भारतीय स्वतंत्रता की एक अनकही और असहज करने वाली कहानी। 10 शहर, 1 सत्य। अगर द कश्मीर फाइल्स ने आपको भीतर तक झकझोरा था, तो द बंगाल फाइल्स आपको और भी ज्यादा बेचैन कर देगी। इस फिल्म में दमदार कलाकारों की टोली नजर आने वाली है। अनुपम खेर, मिथुन चक्रवर्ती, पल्लवी जोशी, दर्शन कुमार और सिमरत कौर प्रमुख भूमिकाओं में दिखाई देंगे। निर्देशन की बागडोर खुद विवेक अग्निहोत्री ने संभाली है, जबकि फिल्म का निर्माण अभिषेक अग्रवाल और पल्लवी जोशी ने किया है। 'द बंगाल फाइ'ल्स एक बार फिर सिनेमा के जरिए इतिहास के उन पन्नों को उजागर करने जा रही है, जिन्हें अब तक दबा दिया गया था।  

प्रियंका चोपड़ा की ‘हेड्स ऑफ स्टेट’ के लिए कड़ी तैयारी, दिखाया एक्शन के पीछे का सच

मुंबई,  प्रियंका चोपड़ा जोनास ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर अपने फैंस को फिल्म ‘हेड्स ऑफ स्टेट’ के एक्शन सीन्स की कुछ झलक दिखाई। प्रियंका ने कड़ी ट्रेनिंग और स्टंट रिहर्सल के कुछ वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किए। वीडियो में वह एक्शन स्टंट करते दिख रही हैं। वीडियो की शुरुआत में प्रियंका दरवाजा खटखटाती हैं, फिर कैमरे की तरफ देखकर हंसती हैं। इसके बाद वीडियो में वह हॉलीवुड की स्टंटवुमन और एक्ट्रेस अनीशा गिब्स से मुश्किल एक्शन स्टंट सीखती दिख रही हैं। उन्होंने वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, “इसे घर पर न आजमाएं… जब तक आपके पास अनीशा गिब्स ना हो। ‘हेड्स ऑफ स्टेट’ अब प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो रही है।” ‘हेड्स ऑफ स्टेट’ में प्रियंका चोपड़ा, जॉन सीना और इदरीस एल्बा लीड रोल में हैं। यह एक्शन, ड्रामा और कॉमेडी से भरपूर है। इदरीस एल्बा ने जहां यूके के प्रधानमंत्री सैम क्लार्क का किरदार निभाया है, वहीं जॉन सीना यूएस के राष्ट्रपति विल डेरिंगर की भूमिका में हैं। इनके अलावा, प्रियंका चोपड़ा ने एम16 एजेंट नोएल बिसेट का रोल अदा किया है। फिल्म की कहानी यूके के प्रधानमंत्री सैम क्लार्क और अमेरिका के राष्ट्रपति विल डेरिंगर के बीच की नापसंदगी और झगड़े के बारे में है। दोनों के बीच प्रतिद्वंद्विता है। एक दिन जब हवाई यात्रा के दौरान उन पर जानलेवा हमला होता है, तब राज्य के इन दो प्रमुखों को एयरफोर्स वन से आपातकालीन स्थिति में बेलारूस के पास पैराशूट से उतरना पड़ता है। इस एयरफोर्स वन को हवा में मार गिराया जाता है। अब दोनों की जान खतरे में है, क्योंकि कई लोग उनकी हत्या करना चाहते हैं। उनकी सुरक्षा के लिए एम16 एजेंट नोएल बिसेट को रखा जाता है। फिल्म की शुरुआत में ही वह एक मिशन के दौरान घायल दिखाई जाती है। नोएल और क्लार्क का अतीत भी है, जिसका खुलासा मिशन के दौरान होता है। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे तीनों मिलकर जान बचाने और दुनिया को सुरक्षित करने की कोशिश करते हैं। फिल्म में पैडी कॉनसिडाइन, स्टीफन रूट, कार्ला गुगीनो, जैक क्वैड, सारा नाइल्स और अलेक्सांद्र कुजनेत्सोव भी अहम किरदार में हैं। फिल्म को इल्या नाइशुलर ने निर्देशित किया है।  

काजोल की फिल्म सरज़मीन का ट्रेलर रिलीज

मुंबई,  बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल की वाली फिल्म सरज़मीन का ट्रेलर रिलीज हो गया है। कश्मीर में तेजी से हो रहे उथल-पुथल की पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म सरज़मीन ,विजय मेनन (पृथ्वीराज सुकुमारन) पर आधारित है, जो एक सम्मानित सेना अधिकारी है, जो अपने कर्तव्य और व्यक्तिगत बलिदान की अडिग भावना के लिए जाना जाता है। मीरा (काजोल), एक मजबूत मां और पत्नी के रूप में, परिवार को एक साथ रखने के लिए संघर्ष करती है। हरमन (इब्राहिम अली खान) एक युवा व्यक्ति की भूमिका में उबलती हुई तीव्रता लाता है, जो यादों और परेशान करने वाली सच्चाइयों के बीच फंस जाता है। सरज़मीन का ट्रेलर रिलीज़ हो गया है। काजोल ने कहा, सरज़मीन में भावनात्मक गहराई की ज़रूरत थी, जिसने एक कलाकार के तौर पर मुझे वाकई आकर्षित किया। यह भूमिका मेरे लिए बहुत ही व्यक्तिगत स्तर पर जुड़ी हुई थी। मुझे इब्राहिम को इस तरह के जटिल किरदार में जीवंत होते देखकर खुशी हुई और मैं उसके लिए बहुत उत्साहित हूँ। सरज़मीन में मेरे किरदार में बहुत सारी परतें हैं, वह कहानी का भावनात्मक केंद्र है और कायोज़ की दृष्टि ने इसे एक सम्मोहक तरीके से स्क्रीन पर पेश किया है। मैं फिल्म की रिलीज़ का इंतज़ार कर रहा हूँ। निर्देशक कायोज़ ईरानी ने कहा, सरज़मीन एक निर्देशक के तौर पर मेरी पहली फीचर फ़िल्म है और मुझे इस पर बहुत गर्व है। काजोल मैम, पृथ्वीराज सर और इब्राहिम को निर्देशित करना एक अवास्तविक अनुभव था, उन्होंने अपने किरदारों में इतनी कमज़ोरी लाई और इसने सब कुछ बदल दिया। पृथ्वीराज सुकुमारन ने कहा, जब मैंने सरज़मीन की स्क्रिप्ट पढ़ी, तभी से मुझे पता था कि यह एक ऐसा किरदार है जिसे मुझे निभाना चाहिए। इस किरदार को निभाने से मुझे ऐसे तरीके मिले जिसकी मैंने उम्मीद नहीं की थी ।इसने मेरे विश्वासों को चुनौती दी।मुझे काजोल के साथ काम करने का अविश्वसनीय अवसर भी मिला, जो एक बहुत ही शक्तिशाली अभिनेत्री हैं और इब्राहिम एक बेहतरीन कलाकार हैं। मुझे वाकई उम्मीद है कि सरज़मीन दर्शकों के दिलों को छू लेगी। इब्राहिम अली खान ने अपनी उत्सुकता व्यक्त की और कहा, "सरज़मीन एक भावनात्मक मील का पत्थर है जिसे मैं हमेशा अपने साथ लेकर चलूँगा। इसने मुझे उन तरीकों से चुनौती दी, जिसकी मैंने कभी कल्पना भी नहीं की थी, न केवल एक अभिनेता के तौर पर, बल्कि एक व्यक्ति के तौर पर भी। मेरा किरदार प्यार, वफ़ादारी और सच्चाई के बीच उलझा हुआ है, और उस भावनात्मक स्पेक्ट्रम को नेविगेट करना सबसे गहन सीखने की अवस्था थी। काजोल मैम और पृथ्वीराज सर को एक्शन में देखना एक ख़ज़ाना था, वे अपनी कला में बहुत शालीन और सहज हैं और इसने मुझे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। कायोज़ ईरानी द्वारा निर्देशित और धर्मा प्रोडक्शंस के बैनर तले हीरू यश जौहर, करण जौहर, अदार पूनावाला और अपूर्व मेहता द्वारा निर्मित, यह फ़िल्म 25 जुलाई को केवल जियोहॉटस्टार पर रिलीज़ होगी।