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CMHO की सख्ती: हथाईखेड़ा अस्पताल के 25 स्वास्थ्यकर्मियों पर गिरी गाज, कारण बताओ नोटिस भेजा

भोपाल 
राजधानी के सिविल अस्पताल हथाईखेड़ा में लापरवाही और अनुशासनहीनता का गंभीर मामला सामने आया है। जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1 अगस्त 2025 को कराए गए आकस्मिक निरीक्षण में अस्पताल के 25 स्वास्थ्यकर्मी अपनी ड्यूटी से अनुपस्थित पाए गए। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल मनीष शर्मा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी अनुपस्थित कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और 3 कार्यदिवस के भीतर स्पष्टिकरण मांगा है। जवाब नहीं मिलने की स्थिति में अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

डॉक्टर्स से लेकर टेक्नीशियन तक शामिल

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुबह 9:45 बजे तक अस्पताल में कोई नर्सिंग स्टाफ या डॉक्टर मौजूद नहीं था, जिससे मरीजों को तत्काल स्वास्थ्य सेवाओं के लिए भटकना पड़ा। अनुपस्थित पाए गए कर्मचारियों में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों से लेकर तकनीकी स्टाफ तक शामिल हैं।

अनुपस्थित पाए गए प्रमुख स्वास्थ्यकर्मी:
चिकित्सा अधिकारी

1. डॉ. योगेश सिंह कुरव
2. डॉ. सुनन्दा जैन
3. डॉ. अब्दुल हाफीज
4. डॉ. मनीष मुकाती
5. डॉ. दानिष पटेल
6. डॉ. दयाशंकर त्रिमूर्ति
7. डॉ. भावना मालवीया
8. डॉ. हर्षिता शर्मा
9. डॉ. सुरती शर्मा
नर्सिंग ऑफिसर

 10. संध्या नारीया
11.  रजनी मोवाडे
12. भाग्यश्री फाटेगाओंकर
13. मोनीका बोबड़े
14.  मेघा सोनी
15.  लीना जाटव
16.  रेखा गुप्ता
17. श्रष्टि खसदेव (प्रशिक्षक)
18.मीना वाडकेले
19. पायल भास्कर
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    फार्मासिस्ट और तकनीकी स्टाफ

20.ममता माजोका
21. ललीता साह
22. एन.एन. वर्मा
23. ज्ञान सिंह बोरेला (लैब टेक्नीशियन)
24. लोकेश जैन (लैब टेक्नीशियन)
25. जयदीप माजोका (एक्स-रे टेक्नीशियन)

नोटिस में कहा गया है कि इन कर्मचारियों की समय पर गैर-मौजूदगी से मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल सका, जो कि सेवा अनुशासन और नैतिक जिम्मेदारी का उल्लंघन है। CMHO ने स्पष्ट किया है कि आपकी अनुपस्थिति से हितग्राहियों को स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित होना पड़ा है। यह घोर लापरवाही है। 3 दिन के भीतर जवाब दें, अन्यथा कार्रवाई की जाएगी। जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के अनुसार, यह निरीक्षण भविष्य में भी जारी रहेंगे ताकि समयपालन, जिम्मेदारी और मरीजों को गुणवत्ता वाली सेवा सुनिश्चित की जा सके।

 

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