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भोपाल में राज्य स्तरीय कला उत्सव का रंगारंग समापन

स्कूल के विद्यार्थियों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दीं

भोपाल 
स्कूल शिक्षा विभाग का राज्य स्तरीय कला उत्सव का रंगारंग समापन भोपाल में शनिवार को हुआ। राजधानी भोपाल स्थित वाल्मी संस्थान में आयोजित दो दिवसीय राज्य स्तरीय कला उत्सव में स्कूल के विद्यार्थियों ने रंगारंग प्रस्तुतियां दीं। केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा माध्यमिक स्तर के विद्यार्थियों के लिए आयोजित इस कला उत्सव में प्रदेश के विभिन्न संभागों के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने गायन, वादन, नृत्य, लोकगीत, लोकनृत्य, नाटक, कहानी वाचन, मूर्तिकला, चित्रकला एवं स्थानीय शिल्प जैसी 12 श्रेणियों में अपनी मनमोहक प्रस्तुतियां दीं। बच्चों ने अपनी कला प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में अपर परियोजना संचालक श्रीमती मनीषा सेतिया ने विजेता विद्यार्थियों को शुभकामनाएं और पुरस्कार वितरित किये। कला उत्सव का उद्देश्य स्कूल विद्यार्थियों में भारतीय कला परंपरा की समझ विकसित करना तथा उनके सर्वांगीण विकास में कला की भूमिका को सशक्त बनाना है।

प्रतियोगिता परिणाम
संगीत वादन – तबला: भोपाल संभाग के आश्रय जायसवाल प्रथम, उज्जैन की गीत अखंड द्वितीय एवं रीवा के श्लोक तिवारी तृतीय स्थान पर रहीं। संगीत वादन स्वर – सागर संभाग के एकांश भट्ट को प्रथम, भोपाल के अंश पाटीदार को द्वितीय तथा शहडोल के अनमोल केवट को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। लोक वाद्य समूह – वादन में भोपाल के लक्ष्मण नारायण एवं समूह प्रथम, उज्जैन के सत्यम पाटीदार एवं समूह द्वितीय, नर्मदापुरम के कपिल परिहार एवं समूह तृतीय स्थान पर रहे। कहानी वाचन : ग्वालियर संभाग प्रथम, जबलपुर द्वितीय एवं भोपाल तृतीय स्थान पर रहा। नाटक वर्ग में ग्वालियर संभाग ने रानी अहिल्याबाई के जीवन पर आधारित नाटिका को प्रस्तुत कर प्रथम स्थान प्राप्त किया। डॉ. भीमराव अंबेडकर पर आधारित नाटिका पर जबलपुर को द्वितीय एवं रानी दुर्गावती पर आधारित नाटिका की प्रस्तुति पर भोपाल संभाग तृतीय रहा। लोकनृत्य में भोपाल संभाग प्रथम, सागर संभाग द्वितीय (बधाई लोकनृत्य) एवं ग्वालियर संभाग तृतीय (धीमीराई लोकनृत्य) स्थान पर रहा। शास्त्रीय नृत्य (एकल) : इंदौर की तपस्या त्रिपाठी प्रथम, जबलपुर की अवनी अग्रवाल द्वितीय एवं रीवा की प्रांजल जोशी तृतीय रहीं।

कला उत्सव में शास्त्रीय गायन : एकल में शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय रीवा के सृजन मिश्रा प्रथम, ग्वालियर की भारती यादव द्वितीय एवं भोपाल के कुणाल ठाकुर तृतीय स्थान पर रहे। स्थानीय शिल्प में शासकीय श्रमोदय विद्यालय जबलपुर के साहिल नाथ एवं दिव्यांशी पांडे को प्रथम, नर्मदापुरम के स्नेह एवं राहुल को द्वितीय स्थान मिला। मूर्तिकला में श्रमोदय विद्यालय जबलपुर के दिनेश विश्वकर्मा को प्रथम, भोपाल की रेचल गौर को द्वितीय एवं नर्मदापुरम के सत्यम नामदेव को तृतीय पुरस्कार मिला। चित्रकला में भोपाल की विदिका जैन प्रथम, ग्वालियर के प्रतीक बलिया द्वितीय एवं जबलपुर की कशिश मिश्रा तृतीय स्थान पर रहीं।

राष्ट्रीय स्तर पर चयन
राज्य स्तरीय कला उत्सव में चयनित सभी प्रतिभागी आगामी 15 नवंबर को पुणे, महाराष्ट्र में आयोजित राष्ट्रीय कला उत्सव में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा वर्ष 2015 से एनसीईआरटी के सहयोग से कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों के लिए कला उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन का उद्देश्य भारतीय कला परंपरा को सजीव रखना, विद्यार्थियों में एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को विकसित करना तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप विद्यार्थियों को भारतीय ज्ञान, संस्कृति और विरासत से जोड़ना है।

 

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