samacharsecretary.com

छठ पूजा में बढ़ी IRCTC की डिमांड, यात्री नहीं ले जा रहे घर का बना खाना

नई दिल्ली 
छठ पूजा के कारण इस समय उत्तर भारत जाने वाली ट्रेनों में भारी भीड़ है। इस दौरान ट्रेन यात्रा को लेकर एक नया ट्रेंड सामने आया है। लंबी यात्रा पर जा रहे यात्री अब घर से खाना ले जाने के बजाय IRCTC की ई-कैटरिंग सेवा से भोजन ऑर्डर करना पसंद कर रहे हैं। इस बढ़ती डिमांड के कारण IRCTC की बेस किचन में अब दोगुना खाना बनाया जा रहा है।

IRCTC मील बुकिंग ने तोड़ा रिकॉर्ड
आईआरसीटीसी की ई-कैटरिंग सेवा इस त्योहारी सीजन में यात्रियों के बीच बेहद लोकप्रिय हो गई है:
सामान्य बुकिंग: अप्रैल से सितंबर 2025 तक, IRCTC द्वारा रोजाना औसतन 1 लाख से ज्यादा मील बुक किए गए।
त्योहारी सीजन में बढ़ोतरी: छठ के त्योहारी सीजन में यह संख्या बढ़कर रोजाना 1.84 लाख भोजन बुकिंग तक पहुंच गई है।
इस बढ़ी हुई डिमांड ने लंबी यात्राओं में यात्रियों को बेहतर और स्वादिष्ट भोजन का विकल्प दिया है।

अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड्स का मेन्यू और सुविधा
IRCTC की इस सेवा की सबसे बड़ी खासियत इसका विस्तृत मेन्यू है, जिसमें बाजार के हिसाब से कीमतें और ढेर सारे विकल्प शामिल हैं:
मेन्यू के विकल्प: यात्री भारतीय व्यंजनों से लेकर पिज्जा जैसे फास्ट फूड तक चुन सकते हैं।
शामिल ब्रांड्स: मैकडॉनल्ड्स, डोमिनोज, केएफसी, पिज्जा हट, बीकानेरवाला, हल्दीराम, बिरयानी बाय किलो, फासूस, बेहरोज बिरयानी, ला पिनोज पिज्जा, लंचबॉक्स, ओवन स्टोरी और स्वीट ट्रुथ जैसे बड़े और प्रसिद्ध फूड ब्रांड्स इस सेवा से जुड़े हैं।

Zomato और Swiggy से भी करार
IRCTC ने यात्रियों को और अधिक रेस्तरां विकल्प देने के लिए फूड एग्रीगेटर्स जोमैटो (Zomato) और स्विगी (Swiggy) के साथ भी करार किया है। यात्री IRCTC की ई-कैटरिंग वेबसाइट या 'फूड ऑन ट्रैक’ ऐप के माध्यम से आसानी से अपना भोजन ऑर्डर कर सकते हैं।

आगे का लक्ष्य
आईआरसीटीसी भविष्य में इस सेवा का विस्तार करने और मेन्यू में और प्रसिद्ध फूड ब्रांड्स को शामिल करके खाने की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की योजना बना रहा है। यह पहल भारतीय रेलवे की यात्रियों को बेहतर और आरामदायक सफर देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

Leave a Comment

हम भारत के लोग
"हम भारत के लोग" यह वाक्यांश भारत के संविधान की प्रस्तावना का पहला वाक्य है, जो यह दर्शाता है कि संविधान भारत के लोगों द्वारा बनाया गया है और उनकी शक्ति का स्रोत है. यह वाक्यांश भारत की संप्रभुता, लोकतंत्र और लोगों की भूमिका को उजागर करता है.
Click Here
जिम्मेदार कौन
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 3 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here