samacharsecretary.com

हर घर जले स्वदेशी का दीप : सारंगपुर में राज्य मंत्री गौतम टेटवाल ने दिया वोकल फॉर लोकल का संदेश

राजगढ़ (सारंगपुर).
दीपावली पर्व पर सारंगपुर नगर से प्रदेशवासियों के लिए एक प्रेरक संदेश दिया गया है। प्रदेश सरकार के तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री श्री गौतम टेटवाल ने शुक्रवार को स्थानीय बाजार में पहुंचकर मिट्टी के दीये, सजावटी सामग्री और स्वदेशी उत्पादों की खरीदारी की। इस अवसर पर उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे भी दीपावली पर स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग करें और स्थानीय दुकानदारों से ही खरीदारी करें, ताकि (हर दीप जले स्वदेशी का) का संकल्प साकार हो सके।

राज्यमंत्री टेटवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया (वोकल फॉर लोकल) अभियान आत्मनिर्भर भारत की दिशा में जन-आंदोलन का रूप ले चुका है। उन्होंने कहा कि वोकल फॉर लोकल केवल एक नारा नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत का संकल्प है। यह हर भारतीय को प्रेरित करता है कि वह स्वदेशी उत्पादों को अपनाए और देश के स्थानीय उद्योगों से सशक्त बनाए।

इस दौरान श्री टेटवाल ने कहा कि दीपावली हमारी खुशियों का पर्व है और इस खुशियों में हमें स्थानीय दुकानदारों की शामिल करना ये भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि हमारे स्थानीय व्यापारी सिर्फ व्यवसायी नहीं, बल्कि समाज का अभिन्न हिस्सा हैं। वे हर त्यौहार, हर संकट और हर खुशी में हमारे साथ खड़े रहते हैं। अब समय है कि हम भी उनकी दीपावली को उजियारा में परिवर्तित करें।

मंत्री ने सारंगपुर के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने आसपास के बाजारों से दीये, सजावट सामग्री और उपहार जैसी वस्तुएँ खरीदें। इससे न केवल स्थानीय व्यापार को प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि सारंगपुर जैसे नगरों में भी स्वदेशी उत्पादों की पहचान बननी चाहिए, ताकि हर घर स्वदेशी, हर मन स्वदेशी का संदेश पूरे प्रदेश में फैल सके।

इस अवसर पर नगर के प्रमुख नागरिकों और व्यापारियों ने मंत्री श्री टेटवाल का स्वागत किया। कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष महेश पुष्पद, कमल राठौर, दिनेश शर्मा, भाजपा पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित रहे।

Leave a Comment

हम भारत के लोग
"हम भारत के लोग" यह वाक्यांश भारत के संविधान की प्रस्तावना का पहला वाक्य है, जो यह दर्शाता है कि संविधान भारत के लोगों द्वारा बनाया गया है और उनकी शक्ति का स्रोत है. यह वाक्यांश भारत की संप्रभुता, लोकतंत्र और लोगों की भूमिका को उजागर करता है.
Click Here
जिम्मेदार कौन
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 3 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here