samacharsecretary.com

पीएम मोदी का युवाओं से वर्चुअल संवाद: राजद के कुशासन में बिगाड़ी बिहार की स्थिति

पटना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ देर में बिहार के युवाओं के साथ ऑनलाइन संवाद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले एक कार्यक्रम होना था। लेकिन, सोने पर सुहागा हो गया कि भारत सरकार के आईटीआई के कार्यक्रम के साथ बिहार सरकार के भी कई कार्यक्रम हो गए। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार नेतृत्व में बिहार का काफी विकास हुआ है। युवा आयोग, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड समेत कई योजना बिहार के युवाओं के बेहतर भविष्य की गारंटी है। आज बिहार के युवाओं के सशक्तिकरण का यह मेगा प्रोग्राम है। यह दिखाता है कि एनडीए सरकार बिहार के नौजवानों और महिलाओं को कितनी प्राथमिकता देती है। आज 21वीं सदी की मांग है कि हम देश की जड़ों को ध्यान में रखें। लोकल टेलेंट, लोकल स्किल, लोकल नॉलेज को तेजी से आगे बढ़ाना हमारा कर्तव्य है। यह काम देश के आईटीआई कर रहा है। बीते 11 साल में डेढ़ करोड़ से ज्यादा नौजवान अलग-अलग ट्रेडों में प्रशिक्षित हो चुकी है। सबसे बड़ी बात यह है कि इन युवाओं को उनकी स्थानीय भाषाओं में उनकी स्किल सिखाई गई है।

पीएम मोदी ने कहा कि इस साल भी 10 लाख से ज्यादा छात्र ऑल इंडिया ट्रेड में शामिल हुए। इनमें से 45 टॉपर्स साथियों को मुझे सम्मानित करते का अवसर मिला। इसमें बड़ी संख्या में वो नौजवान शामिल हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों से आते हैं। इन्हें देखकर मुझे इनमें लघु भारत नजर आता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत की वर्कशॉप है। साल 2014 तक हमारे देश में 10 हजार आईटीआई बने थे। लेकिन, बीते एक दशक में करीब पांच हजार नए आईटीआई बने। यानी देश आजाद होने के बाद 2014 तक 10 हजार और मोदी के आने के बाद नई पांच हजार आईटीआई बने। आज पीएम सेतु योजना का भी शुभारंभ हुआ। यह योजना दुनिया की स्किल डिमांड से भारत के युवा साथियों को जोड़ेगी। पीएम नरेंद्र मोदी ने लालू-राबड़ी राज को याद करते हुए कहा कि दो दशक पहले राजद के कुशासन ने बिहार की हालत खराब कर दी थी। शिक्षा व्यवस्था का हाल ऐसा हो गया था कि मां-बाप को अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए बाहर भेजना पड़ता था। लेकिन, जनता ने नीतीश जी के नेतृत्व में एनडीए सरकार को चुना। आज बिहार के बच्चे अपने राज्य में बेहतर शिक्षा हासिल कर रहे हैं।

'आजकल लोग जननायक शब्द की भी चोरी कह रहे हैं'
पीएम मोदी ने कहा कि आज सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने युवाओं के कौशल विकास के लिए जननायक कर्पूरी ठाकुर कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना की है। यह विवि बिहार के युवाओं के भविष्य के मील का पत्थर साबित होगा। वहीं पिछले कुछ दिनों में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को जननायक कहने पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के लोगों को मैं कहन चाहता हूं कि आप चौकन्ने रहिए आजकल लोग जननायक शब्द की भी चोरी कह रहे हैं। मैं बिहार के लोगों से कहूंगा कि हमारे कर्पूरी ठाकुर जी के लिए जिस जननायक शब्द का उपयोग किया गया उसकी चोरी न हो। कर्पूरी ठाकुर ने समाज में अतुलनीय योगदान दिया। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार ने स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को ब्याज मुक्त कर दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के युवाओं का सामर्थ बढ़ाने के लिए एनडीए सरकार काम कर रही है। राजद-कांग्रेस की सरकार की तुलना में एनडीए सरकार ने शिक्षा का बजट कई गुना बढ़ा दिए हैं।

'कौशल और परिश्रम का कोई विकल्प नहीं हो सकता है'
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले भारत में ग्रोथ कम थे। रोजगार भी बहुत कम थे। लेकिन, आज भारत दुनिया के टॉप तीन अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। बड़े उद्योग से लेकर हमारे एमएसएमई में अभूतपूर्व बदलाव हुआ। मुद्रा योजना ने करोड़ों युवाओं को अपना रोजगार शुरू करने में मदद की। पीएम मोदी ने कहा कि हर चीज का विकल्प हो चुका है लेकिन कौशल और परिश्रम का कोई विकल्प नहीं हो सकता है। आप सभी युवाओं की शक्ति देश की शक्ति बनेगी।  

युवाओं से संवाद करने से पहले पीएम मोदी ने देश भर के चुनिंदा टॉपर्स को सम्मानित किया। इस दौरान वह युवाओं को 62 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की योजनाओं की सौगात दी। वहीं देशभर के एक हजार सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) के विकास के लिए पीएम-सेतु योजना का शुभारंभ भी किया। पीएम मोदी के कार्यक्रम में 200 से अधिक आईटीआई जुड़े। इसमें 50 से अधिक बिहार से हैं। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री बिहार के युवाओं के लिए मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना की भी शुरुआत की। इस योजना के तहत युवाओं को दो साल तक हर महीने एक हजार रुपए की मदद दी जाएगी। इससे प्रदेश के करीब पांच लाख युवाओं को फायदा मिलेगा।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि बिहार सरकार युवाओं की शिक्षा और कौशल विकास के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ रही है। आज सुबह करीब 11 बजे नई दिल्ली के विज्ञान भवन में कई योजनाओं की शुरुआत के साथ ही एक ऐतिहासिक पहल ‘पीएम-सेतु’ के शुभारंभ का सौभाग्य मिला। इससे राज्य के मेरे युवा साथियों के लिए अवसरों के कई नए द्वार खुलने वाले हैं।

छात्र-छात्राओं ने दिया सरकार को धन्यवाद
पीएम मोदी के संवाद कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी समेत बिहार के कई वरिष्ठ मंत्री और सांसद इस कार्यक्रम में जुड़े। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने नीतीश सरकार की उपलब्धियां गिनाई। कहा कि आने समय में एक करोड़ लोगों को बिहार सरकार सरकारी नौकरी और रोजगार देगी। मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का लाभ लेने वाली कुमारी संजना ने कहा कि इस योजना के तहत हजार रुपये प्रतिमाह मिलने से काफी लाभ मिला। इसके लिए मैं पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद देता हूं। वैशाली निवासी अतुल राज ने कहा कि मैंने पटना सायंस कॉलेज से स्नातक किया है। वर्तमान में मैं सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर रहा हूं।मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना का लाभ मुझे मिल रहा है। इसके लिए मैं सीएम नीतीश कुमार और पीएम मोदी को धन्यवाद दे रहा हूं। सहरसा निवासी शाकिब अहमद ने कहा कि मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। लेकिन, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के जरिए मुझे पटना के प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन मिला। पैसे से मैं कॉलेज फीस दे पाया और लैपटॉप खरीद पाया। इसके लिए मैं सीएम नीतीश कुमार और पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं।

सीएम नीतीश कुमार ने दिया पीएम मोदी को धन्यवाद
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आज 11 विकास योजनाओं की सौगात मिल रही है। इसके लिए मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं। बिहार के युवाओं को नियुक्ति पत्र और 25 लाख छात्रों को छात्रवृति का वितरण किया जा रहा है। सरकार की योजनाओं से बिहार के युवाओं को काफी फायदा होगा। इन सबके लिए मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं। 2015 में सात निश्चय योजना के तहत स्टूडेंट क्रेडिट कार्य योजना, स्वयं सहायता भत्ता योजना समेत कई योजना चलाए गए। अब तक 10 लाख नौकरी और 40 लाख रोजगार बिहार के युवाओं को दिया गया है। अगले पांच साल में एक करोड़ युवाओं को नौकरी और रोजगार देंगे। सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 2005 से पहले बिहार का बहुत बुरा हाल है। हमारी सरकार बनी तो हमलोगों ने बहुत काम किया। आज शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य, सड़क और बिजली के क्षेत्र में काफी काम हो रहा है।

 

Leave a Comment

हम भारत के लोग
"हम भारत के लोग" यह वाक्यांश भारत के संविधान की प्रस्तावना का पहला वाक्य है, जो यह दर्शाता है कि संविधान भारत के लोगों द्वारा बनाया गया है और उनकी शक्ति का स्रोत है. यह वाक्यांश भारत की संप्रभुता, लोकतंत्र और लोगों की भूमिका को उजागर करता है.
Click Here
जिम्मेदार कौन
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 3 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here