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महाराष्ट्र में सुरक्षा एजेंसियों का एक्शन, नकली बर्थ सर्टिफिकेट के जरिये रह रहे बांग्लादेशी बेनकाब

मुंबई  महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। राज्य के कैबिनेट मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने बुधवार को बताया कि सरकार ने विशेष टास्क फोर्स का गठन किया है, जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रह रहे बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान करेगी। इसके साथ ही सभी जिलों को आदेश दिया गया है कि 15 अगस्त तक फर्जी जन्म प्रमाणपत्रों की जांच पूरी कर उन्हें रद्द कर दिया जाए। सरकार ने साफ किया है कि अब किसी को भी फर्जी दस्तावेजों के सहारे सरकारी सुविधाएं नहीं दी जाएंगी। अवैध बांग्लादेशियों की पहचान की जाएगी बावनकुले ने कहा कि अब तक जिन अवैध घुसपैठियों को राजनीतिक संरक्षण मिलता रहा है, उन पर भी शिकंजा कसा जाएगा। उन्होंने बताया कि जिनके पास फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट हैं, उनकी पूरी लिस्ट तैयार की जा रही है और उन सभी पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले इन लोगों को पहचान पत्र, स्कूल दाखिला, आधार कार्ड जैसे दस्तावेजों के आधार पर नागरिकता का भ्रम पैदा कर सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा था। महाराष्ट्र में फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट पर कार्रवाई, अवैध बांग्लादेशियों की पहचान तेज फर्जी बर्थ सर्टिफिकेट बनने की प्रक्रिया में स्थानीय अधिकारियों, एजेंटों और नेताओं की मिलीभगत सामने आई है। कई मामलों में नगरपालिका या पंचायत कार्यालय के कर्मचारियों ने बिना किसी दस्तावेज सत्यापन के पैसे लेकर प्रमाणपत्र जारी किए। कुछ ने स्कूलों के फर्जी रिकॉर्ड का सहारा लिया तो कुछ ने किराए के पते और जाली पहचान के जरिए यह फर्जीवाड़ा किया। डिजिटल रिकॉर्डिंग और दस्तावेजों की क्रॉस वेरिफिकेशन की कमी ने इस गड़बड़ी को बढ़ावा दिया। अब टास्क फोर्स हर बर्थ सर्टिफिकेट की फील्ड वेरिफिकेशन के जरिए जांच करेगी। कांग्रेस पर बोला हमला बावनकुले ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि संसद में ‘ऑपरेशन महादेव’ को लेकर जो बयान दिए गए, वे सेना और देश के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि जब देश आतंकवादियों पर सख्त कार्रवाई करता है, तो कांग्रेस सवाल उठाने लगती है, जिससे उसकी मानसिकता साफ होती है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी कांग्रेस पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब ‘महादेव’ से भी नफरत करने लगी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर दी गई जानकारी को पूरी तरह तथ्यात्मक और पारदर्शी बताया। फडणवीस ने कहा कि कांग्रेस इस सच्चाई को छुपाने की कोशिश कर रही है और पाकिस्तान जैसी भाषा बोल रही है, जिससे उसकी असलियत सामने आ गई है।

दिल्ली में बड़ा खुलासा, महिलाओं के भेष में वसूली कर रहे 7 बांग्लादेशी दबोचे गए

नई दिल्ली उत्तर-पश्चिमी जिले की फॉरनर सेल ने बिना वैध दस्तावेजों के दिल्ली में रह रहे सात बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। ये सभी लाल बत्ती पर महिलाओं की ड्रेस में रुपये मांगते थे। इनमें कथित तौर पर पांच किन्नर और दो पुरुष शामिल हैं। बांग्लादेश से लगातार संपर्क में थे पुलिस ने इनके पास से आईएमओ ऐप से लैस पांच स्मार्टफोन बरामद किए हैं, जिनसे ये बांग्लादेश में अपने संपर्कों से जुड़े रहते थे। पुलिस का कहना है कि ये लोग रात के समय अवैध गतिविधियों में भी शामिल रहते थे। सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उन्होंने बांग्लादेशी नागरिक होने और भारत में अवैध रूप से रहने की बात स्वीकार की। डीसीपी भीष्म सिंह ने बताया कि टीम को सूचना मिली थी कि कुछ संदिग्ध लोग मुकुंदपुर फ्लाईओवर के आसपास रह रहे हैं। जांच के दौरान वे फ्लाईओवर के नीचे भीख मांगते मिले। पूछताछ में दो अन्य पुरुष आरोपियों की पहचान हुई, जिन्हें बाद में पकड़ा गया। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी बांग्लादेश के जमालपुर, ढाका, फरीदपुर, बरीसाल और चटगांव के निवासी हैं। दिल्ली कैंट से पकड़े पांच बांग्लादेशी इधर, दक्षिण-पश्चिम जिले की ऑपरेशंस सेल ने पांच बांग्लादेशी नागरिकों को दिल्ली कैंट इलाके से पकड़ा है। इनमें तीन पुरुष, एक महिला और 40 दिन का बच्चा शामिल है। आरोपियों में उकिल अमीन, अब्दुल रहीम, मोहम्मद जहीदुल इस्लाम, जिम्मू खातून और उनके 40 दिन के बेटे मोहम्मद जाकिर शामिल हैं।