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बिहार चुनाव में अक्षरा सिंह की एंट्री? गिरिराज सिंह से मुलाकात ने बढ़ाई सियासी हलचल

पटना  बिहार में जैसे-जैसे चुनावी माहौल गर्म हो रहा है, वैसे-वैसे सियासी गलियारों में नए चेहरे सुर्खियों में आ रहे हैं. अब भोजपुरी फिल्मों की मशहूर एक्ट्रेस अक्षरा सिंह ने भी राजनीति में कदम रखने के संकेत दे दिए हैं. दरअसल, अक्षरा सिंह ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात की है.  इस मुलाकात की तस्वीर उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर शेयर की और लिखा- 'गिरिराज सिंह जी से आशीर्वाद मिला.' इसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है कि क्या अक्षरा सिंह भी इस बार बिहार के चुनावी रण में उतरने की तैयारी कर रही हैं?  विनोद तावड़े से मिलीं मैथिली ठाकुर बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई नाम राजनीति में एंट्री कर चुके हैं. एक दिन पहले ही लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने विनोद तावड़े और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से मुलाकात की थी.   मैथिली ने कहा कि उनकी बातचीत बेहद सकारात्मक रही और वह एनडीए के समर्थन में हैं. उन्होंने कहा कि मेरी आत्मा बिहार से जुड़ी है और मैं बिहार में रहकर लोगों की सेवा करना चाहती हूं. कई बड़े चेहरों की राजनीति में एंट्री   इससे पहले भोजपुरी फिल्मों के एक्टर पवन सिंह की भी बीजेपी में वापसी हो चुकी है. गायक और अभिनेता रितेश पांडे भी प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज जॉइन कर चुके हैं. चर्चा है कि मशहूर गायक राधेश्याम रसिया भी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.  इस लिस्ट में एक नाम भोजपुरी अभिनेता खेसारी लाल यादव का भी है जिन्होंने पिछले दिनों सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की थी. हालांकि उनके राजनीति में आने या चुनाव लड़ने को लेकर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.

जितनराम मांझी ने किया बड़ा राजनीतिक कदम, गिरिराज सिंह को दिया समर्थन, मची हलचल

पटना आई लव मोहम्मद स्लोगन और पोस्टरबाजी पर बिहार में सियासी घमासान जारी है। इस मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह(Giriraj Singh) के साथ हम प्रमुख जीतनराम मांझी(Jitan Ram Manjhi) खड़े हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पोस्टर से सांप्रदायकिता की बू आ रही है। मांझी के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बीजेपी को खुश करने के लिए मांझी ऐसी बात बोल रहे हैं ताकि कुछ ज्यादा सीट मिल जाए। यूपी से चली आई लव मोहम्मद  की हवा बिहार में भी जोर पकड़ रही है। ओवैसी के बयान पर बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने जवाब दिया तो तपिश और बढ़ गई है।अब जीतनराम मांझी भी गिरिराज सिंह के साथ खड़े दिख रहे हैं। गयाजी में पत्रकारों से बात करते हुए मांझी ने कहा कि यह ठीक नहीं हो रहा। उन्होंने कहा कि आई लव मोहम्मद की बात कही जा रही है उसमें कहीं न कहीं सांप्रदायिकता है। इसी के चलते विरोध हो रहा है। पूजा करना सबका अधिकार है। सांप्रदायिकता फैलाना गलत बात है। धार्मिक उन्माद फैलाने के लिए ऐसा किया जा रहा है तो इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए। उन्होंने कहा कि गिरिराज सिंह गलत नहीं कह रहे हैं। कोई आई लव मोहम्मद की बात करता है तो गिरिराज भी लव महादेव कहकर गलत नहीं करते हैं। इससे उनको जवाब मिलता है। इससे भी वे लोग सीख लें कि आई लव मोहम्मद कहकर संसार में प्रचारित नहीं करना चाहिए। धर्म धारण करने की चीज है। कुछ लोग प्रचार करके उन्माद फैलाना चाहते हैं। उन्होंने रामचरित मानस की चौपाई का जिक्र किया। कहा, "विनय न माने जलधि जब गए तीन तीन बीत, बोले राम सकोप तब भय बिनु होई ना प्रीत। तो उनलोगों को भय तो देना होगा। गिरिराज सिंह उन्हीं के लहजे में बात करते हैं तो कोई गलत नहीं बोलते।" मांझी के बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता ज्ञान रंजन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। तंज कसते हुए कहा है कि बीजेपी को खुश करने के लिए मांझी जी ऐसा बोल रहे हैं। स्पष्ट कर चुके हैं कि उन्हें पार्टी की मान्यता के लिए अधिक सीट चाहिए। लोजपा, जदयू और बीजेपी नेताओं ने मांझी के बयान का सपोर्ट का किया है।  

‘आई लव मोहम्मद’ पर विवाद: गिरिराज सिंह ने राहुल-तेजस्वी पर लगाया देशद्रोह का आरोप

पटना  अररिया में ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद पर बिहार की सियासत का पारा भी हाई हो गया है। केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर बड़ा हमला बोला। उन्होने कहा कि कांग्रेस देश के अंदर गृह युद्ध करवाना चाहती है। आरजेडी के लोगों ने भी यही विषय को उठाया था, जिस समय नेपाल और बांग्लादेश में घटना घटी थी, इसका दुष्परिणाम हुआ। राहुल गांधी ने इतना भड़काया था कि लेह के अंदर हिंसा भड़क गई। उसी का यह भी नतीजा है। गिरिराज सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ‘आई लव मोहम्मद’ के पीछे खड़े हैं। यही नहीं गिरिराज ने असदुद्दीन ओवैसी को भी लपेट लिया। उन्होने कहा कि ओवैसी और मुफ्ती महबूबा जैसे लोगों को भारत और बिहार का विकास नहीं दिख रहा है। यह लोग सत्ता के लिए भारत में लोगों को लड़वाने में लगे हुए हैं। इसमें पहला नाम असदुद्दीन ओवैसी का है। वहीं तेजस्वी के नीतीश कुमार पर लगातार हमलों को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार के विकास के लिए सीएम नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी निरंतर लगे हुए हैं। ये लोग नरेंद्र मोदी के बराबर होना चाहते हैं। लेकिन नरेंद्र मोदी कर्मवीर प्रधानमंत्री हैं और अवतारी पुरुष हैं। वो दुनिया में भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए पैदा हुए हैं।  

गृह युद्ध की साजिश रचने का आरोप: गिरिराज सिंह का बड़ा बयान

बेगूसराय,  ‘आई लव मुहम्मद’ बनाम ‘आई लव महाकाल’ विवाद को लेकर केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह ने विपक्षी नेताओं पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी, असदुद्दीन ओवैसी और मुफ्ती जैसे नेता देश में लोगों को भड़काकर गृह युद्ध जैसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं। गिरिराज सिंह ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि अभी दो दिन पहले लेह में जो घटना हुई, वह राहुल गांधी की ही योजना का हिस्सा है। उनका काम करने का तरीका अर्बन नक्सलियों जैसा है। ‘आई लव मुहम्मद’ विवाद भी उसी कड़ी का हिस्सा है। लेकिन अब आम जनता इनसे दूरी बना रही है। मुस्लिम समाज से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि ओवैसी जैसे नेताओं को लोगों को भड़काने के बजाय सामाजिक समरसता की बात करनी चाहिए। राहुल गांधी न केवल देश में आगजनी कर रहे हैं बल्कि विदेशी अखबारों के साथ मिलकर भारत को बदनाम करने का काम भी कर रहे हैं। लगता है उन्हें देश से ज्यादा विदेश से प्यार हो गया है। केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को ‘नेपो किड’ करार देते हुए कहा कि दोनों केवल बड़े राजनीतिक घरानों से आने के कारण ही पहचाने जाते हैं। अगर ये खानदानी राजनीति के वारिस नहीं होते तो मोहल्ले के लोग भी इन्हें नहीं पहचानते। लेह से लेकर मणिपुर तक आग भड़काने का काम राहुल गांधी ने किया है। वहीं, राहुल गांधी द्वारा ‘हाइड्रोजन बम’ फोड़ने वाले बयान पर गुरुवार को उन्होंने कहा कि वे अर्बन नक्सल की ओर बढ़ रहे हैं। राजनीति में हाइड्रोजन और न्यूक्लियर बम नहीं होते हैं। राजनीति सामाजिक सरोकार और लोकतांत्रिक व्यवस्था का है, आग लगाने का नहीं है। वे देश में गृह युद्ध करवाना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा था कि राहुल गांधी जिस ढंग की भाषा बोल रहे हैं, अगर वह भाषा मैं बोलूं तो उन्हें बड़ा बुरा लगेगा।