samacharsecretary.com

उत्तर बस्तर कांकेर में गृह निर्माण मंडल की पहल, वैध और विकसित कॉलोनी में भवन का सुनहरा अवसर

उत्तर बस्तर कांकेर : गृह निर्माण मंडल दे रहा वैध व विकसित कॉलोनी में भवन प्राप्त करने का सुनहरा अवसर उत्तर बस्तर कांकेर मनुष्य की चार मूलभूत आवश्यकताओं में एक है- सुविधायुक्त आवास। कम आय वाले परिवारों को खुद का आवास तैयार करने में काफी परेशानियों और वित्तीय लागत से संबंधित दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल द्वारा जिले में अटल विहार योजना द्वारा कम लागत में सर्वसुविधायुक्त आवास तैयार कर आम लोगों के सपनों को साकार किया जा रहा है। इसके तहत कांकेर नगर के रामनगर कांकेर में मण्डल द्वारा कॉलोनी विकसित की गई है। छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल प्रक्षेत्र कोण्डागांव के संपदा अधिकारी ने बताया कि नगरपालिका सीमा क्षेत्र में प्रयास आवासीय विद्यालय के समीप मण्डल द्वारा विकसित एवं राज्य प्रवर्तित अटल विहार योजना रामनगर कांकेर में 354 नग विभिन्न श्रेणियों के भवनों का निर्माण एवं विकास कार्य किया जाना है। योजना के प्रारंभिक चरणों में 216 नग भवनों निर्माण कर विक्रय किया जा चुका है और 33 नग भवनों का निर्माण प्रगति पर है। जिले मे अटल विहार योजना के तहत कॉलोनी विकसित की गई, जो पूर्णताः की ओर है। उन्होंने बताया कि कॉलोनी का विकास कार्य भी पूर्णता की ओर है तथा निर्मित व विक्रित सभी भवनों में आबंटी निवासरत हैं। शेष 105 नग भवनों का निर्माण शीघ्र किया जाएगा, जिसका पंजीयन/बुकिंग जारी है। कांकेर शहर के भीतर विकसित कॉलोनी में भवन क्रय करने का यह अच्छा अवसर है। निर्माण हेतु प्रस्तावित भवनों जिनमें सीनियर एम.आई.जी. का ऑफसेट मूल्य 39.24 से 44.13 लाख के बीच है। इसी प्रकार जूनियर एम.आई.जी. भवनों का ऑफसेट मूल्य 30.35 लाख से 34.83 लाख रूपए है। भवनों की पंजीयन/बुकिंग भवन मूल्य का 10 प्रतिशत है। इसी प्रकार छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल द्वारा अटल आवास योजना के तहत ग्राम कराठी भानुप्रतापपुर में कॉलोनी विकसित की गई है। योजना के प्रथम चरण में 126 नग अटल आवास भवनों का निर्माण कर विक्रय किया जा चुका है। निर्मित व विक्रित सभी भवनों में आबंटी निवासरत हैं तथा 87 नग ईडब्ल्यूएस भवनों का पंजीयन/बुकिंग जारी है। भानुप्रतापपुर में विकसित कॉलोनी में भवन क्रय करने का यह अच्छा अवसर है। ईडब्ल्यूएस भवन का ऑफसेट मूल्य 6.75 लाख रूपए तथा इसकी धरोहर राशि 25 हजार रूपए निर्धारित है। संपदा अधिकारी ने जानकारी दी है कि भवनों का आबंटन ऑनलाइन ऑफर के माध्यम से स्ववित्तीय आधार पर किया जाएगा। भवन क्रय करने हेतु किसी भी प्रकार की जानकारी हेतु मण्डल की वेबसाइट www.cghb.gov.in टोल फ्री नं. 18001216313 अथवा उपसंभाग कार्यालय इमलीपारा हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी कांकेर में या मोबाइल नं. +91-8109135551, +91-7697192220, +91-9770233073 से संपर्क किया जा सकता है।

ठंडी दही का जादू: सेल्फी पर चमके आपकी स्किन, लोग पूछेंगे ये रहस्य!

आज के समय में सोशल मीडिया पर चमकदार, बेदाग और ग्लोइंग स्किन वाली सेल्फी पोस्ट करना एक ट्रेंड बन चुका है। लेकिन हर बार मेकअप करना या फिल्टर लगाना न तो स्किन के लिए अच्छा है और न ही प्रेक्टिकल अच्छा। ऐसे में अगर कोई आसान, घरेलू और नेचुरल उपाय आपकी त्वचा को तुरंत निखार दे, तो कैसा लगेगा? इसका सबसे असरदार और ठंडक भरा जवाब है – फ्रिज में रखी ठंडी दही। जी हां फ्रिज की ठंडी दही चेहरे पर लाएगी इंस्टेंट निखार और आपकी सेल्फी भी होगी बिल्कुल नेचुरल। तो आइए जानते हैं फ्रिज की ठंडी दही ही क्यों है फ्रिज में रखी दही क्यों है खास? साधारण दही भी फायदेमंद होती है, लेकिन जब यह ठंडी हो, तो इसका असर स्किन पर और भी ज्यादा तेजी से नजर आता है। दही में मौजूद लैक्टिक एसिड त्वचा की डेड स्किन को हटाकर उसे नर्म बनाता है। इसमें विटामिन बी, जिंक, कैल्शियम और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो स्किन को गहराई से पोषण देते हैं। ठंडक देने वाली दही चेहरे की सूजन, थकान और रैशेज को भी शांत करती है। यही कारण है कि यह इंस्टेंट ग्लो के लिए एक नेचुरल ब्यूटी हैक बन चुकी है। जानें क्या है लगाने का सही तरीका     सबसे पहले चेहरे को हल्के गुनगुने पानी से धोकर साफ कर लें जिससे सारी धूल-मिट्टी हट जाए।     फ्रिज से 2 बड़े चम्मच ताजी दही निकालें।     उंगलियों या फेस ब्रश की मदद से दही को पूरे चेहरे और गर्दन पर लगाएं।     आंखों और होठों के आसपास का हिस्सा छोड़ दें। कितनी देर तक लगाएं रखें इस फेस पैक को 15 से 20 मिनट तक चेहरे पर लगा रहने दें। जब यह थोड़ा सूख जाए और ठंडक महसूस हो, तो गुनगुने या ठंडे पानी से चेहरा धो लें। इसके बाद हल्के हाथों से तौलिए से पोंछ लें। फायदे जो दिखेंगे पहली बार में ही     चेहरा तुरंत साफ, तरोताजा और ग्लोइंग नजर आएगा।     थकी हुई त्वचा में जान आ जाएगी।     ओपन पोर्स टाइट होंगे और पिंपल्स में राहत मिलेगी।     टैनिंग और दाग-धब्बे हल्के लगने लगेंगे।     स्किन नर्म, मुलायम और हेल्दी दिखेगी। नियमित उपयोग से लाभ अगर हफ्ते में 2-3 बार ठंडी दही का फेस मास्क लगाया जाए, तो स्किन का कलर धीरे-धीरे निखरने लगता है। त्वचा गहराई से साफ होती है, डलनेस कम होती है और स्किन की नेचुरल चमक बनी रहती है। ऑयली स्किन वालों के लिए ये दही खास फायदेमंद है, क्योंकि यह त्वचा के एक्स्ट्रा ऑयल को भी कंट्रोल करता है। तो अगली बार जब परफेक्ट सेल्फी की तलाश हो, कैमरे के फिल्टर की जगह अपनाएं फ्रिज की ठंडी दही और पाएं नेचुरल ब्यूटी का बेहतरीन निखार।  

वास्तु टिप्स: आईना कहां लगाएं ताकि घर में आए सकारात्मक ऊर्जा और सौभाग्य

आईना एक जरूरत होने के साथ-साथ घर की शोभा बढ़ाने का भी काम करता है। ऐसे में यदि आप इसको वास्तु नियमों का ध्यान रखते हुए घर में लगाते हैं, तो इससे आपको कई तरह के फायदे देखने को मिल सकते हैं। कहां रखें आईना वास्तु शास्त्र में माना गया है कि शीशे को घर की पूर्व या फिर उत्तर दिशा में रखना चाहिए। ऐसा करने से इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है और धन लाभ के योग बनते हैं। इसके साथ ही आप अच्छे परिणामों के लिए खिड़की या बालकनी के पास भी शीशा लगा सकते हैं। वास्तु के अनुसार, शीशे को कभी भी घर की दक्षिण या फिर पश्चिम दिशा में नहीं रखना चाहिए, ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है। यहां न लगाएं शीशा वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार, बेडरूम में शीशा इस तरह से लगाना चाहिए कि उसमें बिस्तर का प्रतिबिंब न दिखे। क्योंकि इससे वैवाहिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसके साथ ही घर की रसोई में भी कभी शीशा नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि वास्तु शास्त्र में यह माना गया है कि इससे गृह-क्लेश की स्थिति बनने लगती है। वास्तु के अनुसार, शीशे को कभी सीधे बिस्तर या दरवाजे के ठीक सामने भी नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करने से पहले ही लौट जाती है। न करें ये गलतियां वास्तु शास्त्र में यह माना गया है कि घर में कभी भी टूटा हुआ या धुंधला आईना नहीं रखना चाहिए। इससे दुर्भाग्य आता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास बढ़ सकता है। जिससे अशांति का माहौल पैदा हो जाता है। इन नियमों का ध्यान न रखने पर आपको आर्थिक समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। इसलिए हमेशा साफ और चमकदार शीशे का ही इस्तेमाल करें।  

घर बनाने का सपना महंगा बना हुआ, कीमतें कम होने के बावजूद लाभ नहीं

रायपुर केंद्र सरकार ने सीमेंट पर जीएसटी की दर को 28 प्रतिशत से घटाकर 18 प्रतिशत कर दिया है. यानी सीमेंट पर जीएसटी की दरें 10 प्रतिशत कम हो गई हैं. राजधानी रायपुर में सीमेंट की कीमत होलसेल में 310-305 रुपए व रिटेल में 320-330 रुपए प्रति बैग थी. जीएसटी दर में कटौती के बाद सीमेंट अब प्रति बैग लगभग 20 से 25 रुपए तक सस्ता होना चाहिए था, लेकिन रिटेलर अभी भी पुरानी कीमत पर ही उपभोक्ताओं को सीमेंट बेच रहे हैं. बताया गया है कि जीएसटी की नई दर लागू होने के बाद सीमेंट कंपनियों ने सीमेंट की कीमत 20 से 25 रुपए तक कम कर दी है, लेकिन रिटेलरों द्वारा अभी भी पुरानी दरों में ग्राहकों को सीमेंट बेचा जा रहा है. इसके चलते आम उपभोक्ताओं को सीमेंट पर जीएसटी दर में कटौती का सीधा लाभ नहीं मिल पा रहा है. निर्माण लागत में कमी सीमेंट की कीमत घटने से ग्रामीण व शहरी इलाके के सभी वर्ग के उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा. वहीं, निर्माण लागत पर सीधा असर पड़ेगा. मकानों की निर्माण लागत में कमी आएगी और आम लोग आसानी से मकान बना पाएंगे. सीमेंट की कीमत में प्रति बैग 20 से 25 रुपए तक की कमी आने से आम उपभोक्ताओं को काफी राहत मिल सकती है.