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शानदार शुरुआत! LG IPO 50% ऊपर लिस्ट हुआ, इन्वेस्टर्स को मिला जबरदस्त रिटर्न

मुंबई  एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स आईपीओ का आज शेयर मार्केट में डेब्यू हो गया. इसके शेयरों की बंपर लिस्टिंग हुई है और निवेशकों को जोरदार मुनाफा हुआ है. LG Electronics Share बीएसई और एनएसई पर 50 फीसदी प्रीमियम के साथ लिस्ट हुए. खास बात ये है कि इसकी लिस्टिंग उम्मीद से बेहतर और विश्लेषकों के अनुमान से कहीं ज्यादा प्रीमियम पर हुई. एलजी के शेयर जहां बीएसई पर 1715 रुपये पर लिस्ट हुए, तो वहीं एनएसई पर 1,710 रुपये के भाव पर एंट्री मारी. बता दें इसका इश्यी प्राइस 1140 प्रति शेयर था.  उम्मीद से बेहतर हुई लिस्टिंग  एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का लिस्टिंग से पहले ग्रे-मार्केट प्रीमियम 430 रुपये दिखा रहा था, लेकिन बाजार में इसकी लिस्टिंग उम्मीद से कहीं बेहतर रही. बीएसई पर 575 रुपये के इजाफे के साथ एलजी शेयर 1715 रुपये पर लिस्ट हुआ, जो 50.44% की बढ़त दर्शाता है. इस बीच नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का शेयर मूल्य 50.01% के प्रीमियम पर लिस्ट हुआ.  निवेशकों का मिला था जोरदार रिस्पांस LG Electronics IPO बीते 7 अक्टूबर को सब्सक्रिप्शन के लिए ओपन हुआ था और इसमें 9 अक्टूबर तक बोली लगाई गई थी. 11,607 करोड़ रुपये के इस आईपीओ को निवेशकों का जबर्दस्त रिस्पांस मिला था. सब्सक्रिप्शन के लास्ट दिन तक ये कुल 54.02 गुना सब्सक्राइब्ड किया गया था. योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB) की कैटेगरी में सबसे ज्यादा 166.51 गुना सब्सक्राइब हुआ था. नॉन-इंस्टीट्यूशनल निवेशकों (NII) कैटेगरी को 22.44 गुना सब्सक्रिप्शन हासिल हुआ.  हर एक लॉट पर कमाए ₹7000 से ज्यादा कंपनी की ओर से आईपीओ के तहत शेयरों के लिए प्राइस बैंज 1080 रुपये से 1140 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था. वहीं आईपीओ का लॉट साइज 13 शेयरों का था. यानी अपर प्राइस बैंड के हिसाब से निवेशकों को कम से कम 14820 रुपये का निवेश करना था. अब लिस्टिंग गेन के हिसाब से फायदे का कैलकुलेशन करें, तो बीएसई पर 1715 रुपये के लिस्टिंग प्राइस पर हर एक लॉट पर निवेशकों को 7,457 रुपये का फायदा हुआ है.   लिस्ट होते ही कंपनी का मार्केट कैप यहां पहुंचा विश्लेषकों का कहना है कि LG Elctronics की इस धांसू शुरुआत के पीछे तमाम कारण हैं. इनमें भारत के कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में एलजी की तगड़ी ब्रांड इक्विटी, बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन और सर्विस नेटवर्क. इसके अलावा कंपनी की कम ऋण प्रोफाइल और मार्जिन ट्रैक रिकॉर्ड ने निवेशकों के सेंटीमेंट पर बड़ा असर डाला है, जिससे उनमें इसे लेकर विश्वास बढ़ा है. ब्रोकरेज भी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स की लॉन्गटर्म ग्रोथ  संभावनाओं को लेकर उत्साहित हैं. बढ़ती आय, छोटे शहरों में प्रीमियम उपकरणों का बढ़ता चलन इसे सपोर्ट दिए हुए हैं. लिस्टिंग के साथ ही एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का मार्केट कैप 2.8 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया, जिससे यह 2025 के सबसे सफल आईपीओ में से एक बन गया है. 

भारत में लॉन्च हुआ LG का AI Smart TV, लगभग 25 लाख रुपये है कीमत, जानिए फीचर्स

LG ने भारतीय बाजार में अपने नए स्मार्ट टीवी को लॉन्च कर दिया है. कंपनी ने OLED evo और QNED evo सीरीज को पेश किया है. इस लाइन-अप में आपको ज्यादा प्रीमियम फीचर्स मिलेंगे. इसमें AI फीचर्स दिए गए हैं, जो इन स्मार्ट टीवी को दूसरों से अलग बनाते हैं. कंपनी ने सिर्फ स्मार्ट फीचर्स को नहीं जोड़ा है, बल्कि TV को इंटेलिजेंस बनाने पर काम किया है.  यूजर किस तरह से इंटरैक्ट करता है, टीवी इसका ध्यान रखता है और फ्यूचर में वैसे ही कंटेंट को सजेस्ट करता है. दोनों ही वेरिएंट्स में कंपनी ने AI एन्हांसमेंट, एडवांस डिस्प्ले टेक्नोलॉजी और अपडेटेड WebOS दिया है. आइए जानते हैं इन स्मार्ट टीवी की कीमत और दूसरी खास बातें.  क्या है इन Smart TV में खास? 2025 OLED evo और QNED evo TV में कंपनी ने Alpha AI Gen 2 प्रोसेसर दिया है. इसकी वजह से आपको बेहतर कस्टमाइजेशन और स्मार्ट कंट्रोल्स मिलेंगे. AI मैजिक रिमोट में अब कंपनी ने अलग से AI बटन दिया गया है, जिसका इस्तेमाल वॉयस कंट्रोल और नेविगेशन के लिए किया जा सकता है.  यूजर्स के इस्तेमाल करने के तरीके पर टीवी उन्हें पर्सनलाइज्ड कंटेंट ऑफर करेगा और कीवर्ड्स पर सजेस्ट करेगा. AI सर्च का फीचर जोड़ा गया है जो लार्ज लैंग्वेज मॉडल पर बना है. टीवी में दिया गया AI चैटबॉट रियल टाइम में इशू को डिटेक्ट करता है और उसका समाधान प्रदान करता है.  लेटेस्ट टीवी में ने नया webOS दिया है, जो अपग्रेडेड और फास्ट यूजर एक्सपीरियंस ऑफर करता है. इसमें आपको रिडिजाइन होम स्क्रीन मिलेगी, जो मल्टीपल यूजर प्रोफाइल सपोर्ट करती है. इसमें बिल्ट-इन Apple AirPlay और गूगल कास्ट मिलता है, जिसकी मदद से आप अपने फोन के कंटेंट को टीवी पर शेयर कर सकते हैं.  कितनी है कीमत? QNED AI TV को कंपनी ने 74,990 रुपये (QNED8BA सीरीज) की शुरुआती कीमत पर लॉन्च किया है. ये टीवी 43-inch से 75-inch तक के स्क्रीन साइज का ऑप्शन मिलता है. वहीं QNED evo सीरीज (QNED8GA/XA) 1,19,990 रुपये की शुरुआती कीमत पर मिलेगी. OLED स्मार्ट टीवी 1,93,900 रुपये (B5 सीरीज) की शुरुआती कीमत पर आता है.  OLED evo के C5 सीरीज को आप 1,49,990 रुपये की कीमत, G5 सीरीज को 2,67,990 रुपये में और G5 Ultra-Large टीवी सीरीज को 24,99,990 रुपये में खरीद पाएंगे. ये कीमत 97-inch के स्मार्ट टीवी की है.

LG का चेतावनी भरा पत्र: तेलबंदी फैसले पर दिल्ली सरकार को दी नसीहत

नई दिल्ली दिल्ली में पुराने वाहनों पर प्रतिबंध के मुद्दे ने एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर इस नीति पर पुनर्विचार की मांग की है। एलजी ने साफ कहा है कि दिल्ली इस तरह के कठोर प्रतिबंधों के लिए अभी तैयार नहीं है और यह मध्यम वर्ग के लिए भावनात्मक और आर्थिक रूप से भारी पड़ सकता है। क्या है पूरा विवाद? कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) के हालिया निर्देशों के तहत दिल्ली में 15 साल से पुराने पेट्रोल और 10 साल से पुराने डीजल वाहनों को 'एंड ऑफ लाइफ' (EOL) मानकर रजिस्ट्रेशन रद्द करने और स्क्रैप करने का आदेश है। यह फैसला 2014 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) और 2018 में सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर आधारित है। हालांकि, एलजी ने इस नीति को 'अनुचित' बताते हुए इसके कार्यान्वयन पर सवाल उठाए हैं। एलजी ने अपने पत्र में लिखा, "एक डीजल वाहन दिल्ली में 10 साल पुराना होने पर 'एंड ऑफ लाइफ' माना जाता है, लेकिन वही वाहन चेन्नई या मुंबई में सड़क पर कानूनी रूप से दौड़ सकता है। यह मोटर व्हीकल एक्ट, 1988 के सिद्धांतों के खिलाफ है, जो पूरे देश में एकसमान नियम लागू करता है।" मध्यम वर्ग पर भावनात्मक और आर्थिक बोझ एलजी ने पत्र में मध्यम वर्ग की भावनाओं पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग अपनी मेहनत की कमाई से वाहन खरीदते हैं, जो उनके लिए सिर्फ सवारी का साधन नहीं, बल्कि भावनात्मक लगाव का प्रतीक भी है। ऐसे वाहन, जो कम चले हों और उत्सर्जन मानकों का पालन करते हों, उन्हें केवल उम्र के आधार पर स्क्रैप करना अन्यायपूर्ण है। एलजी ने जोर दिया कि नीति में उन वाहनों को टारगेट करना चाहिए जो वास्तव में प्रदूषणकारी और खराब हालत में हों। 'दिल्ली एक ट्रांजिट कॉरिडोर का हिस्सा' LG ने यह भी बताया कि दिल्ली एक प्रमुख ट्रांजिट कॉरिडोर का हिस्सा है, जहां उत्तर, पूर्व और पश्चिमी राज्यों को जोड़ने वाले वाहन गुजरते हैं। ऐसे में दूसरे राज्यों में वैध वाहनों को दिल्ली में गैर-कानूनी ठहराना अव्यवहारिक है। उन्होंने कहा कि यह नीति न केवल दिल्लीवासियों, बल्कि ट्रांजिट यात्रियों के लिए भी परेशानी का सबब बन सकती है। सक्सेना ने दिल्ली में वायु प्रदूषण की गंभीरता को स्वीकार किया, लेकिन जोर दिया कि इसका समाधान संतुलित और वैज्ञानिक होना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार को सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करनी चाहिए, जिसमें हाल के बुनियादी ढांचे के सुधार, जैसे मेट्रो विस्तार, रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS), और इलेक्ट्रिक वाहन नीति को शामिल किया जाए। इसके अलावा, सड़कों की मरम्मत, हरियाली बढ़ाने, और एंटी-स्मॉग गन जैसे उपायों को भी रेखांकित करने की सलाह दी। एलजी ने की ये सिफारिशें     CAQM से पुनर्विचार: CAQM के निर्देशों को NCR में समान रूप से लागू करने की तैयारी होने तक स्थगित करने की मांग।     MORTH से संवाद: मोटर व्हीकल स्क्रैपिंग नियमों में बदलाव के लिए सड़क परिवहन मंत्रालय से चर्चा।     सुप्रीम कोर्ट में याचिका: हाल के सुधारों और बदली परिस्थितियों के आधार पर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करना।     विस्तृत प्रदूषण रणनीति: तीन महीने में विशेषज्ञों और हितधारकों के साथ परामर्श कर प्रदूषण नियंत्रण की व्यापक योजना तैयार करना। LG ने बताया कि उन्हें नागरिकों, पर्यावरण विशेषज्ञों और जनप्रतिनिधियों से ढेरों शिकायतें मिली हैं, जो इस नीति की प्रभावशीलता और व्यावहारिकता पर सवाल उठाती हैं। उन्होंने पुराने वाहनों को CNG या इलेक्ट्रिक में बदलने के लिए सरकारी प्रोत्साहन की वकालत की। साथ ही, सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने और सड़क धूल जैसे अन्य प्रदूषण स्रोतों पर ध्यान देने की जरूरत बताई।