samacharsecretary.com

त्योहारों पर खुशखबरी: पंजाब सरकार ने दिया दिवाली का खास तोहफ़ा

लुधियाना  मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब मंत्रिमंडल ने राज्य की अर्थव्यवस्था को गति देने और व्यापारिक माहौल को प्रोत्साहित करने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं। इसे दिवाली से पहले व्यापारिक वर्ग के लिए बड़ा तोहफा माना जा रहा है। इस संबंध में जानकारी व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव साहिल अग्रवाल ने स्थानीय सर्किट हाऊस दी। व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव धर्मेंद्र सिंह रूपराय ने बताया कि बकाया मामलों के निपटारे और उद्योगों को राहत देने के लिए वन टाइम सैटलमैंट स्कीम (ओ.टी.एस.) को मंजूरी दी गई है। यह योजना 1 अक्तूबर से 31 दिसम्बर तक लागू रहेगी।  योजना के तहत 1 करोड़ रुपये तक के मामलों में कर राशि पर 50 प्रतिशत छूट और ब्याज व जुर्माने पर 100 प्रतिशत छूट दी जाएगी। 25 करोड़ रुपए तक के बकाया पर अलग-अलग श्रेणियों के अनुसार राहत दी जाएगी, जबकि 25 करोड़ से अधिक मामलों में कर राशि पर 10 प्रतिशत छूट और ब्याज व जुर्माने पर 100 प्रतिशत छूट लागू होगी। व्यापार विंग के ग्रामीण अध्यक्ष परमपाल सिंह बावा ने बताया कि चावल मिल मालिकों के लिए भी ओ.टी.एस .योजना मंजूर की गई है जिससे ‘बीमार’ मिलों को फिर से सक्रिय कर रोजगार के अवसर बढ़ाए जा सकेंगे और किसानों को खरीफ सीजन के दौरान समय पर लाभ मिलेगा।   शहर व्यापार विंग के अध्यक्ष रोहित वर्मा ने कहा कि पंजाब मंत्रिमंडल ने जीएसटी संशोधन विधेयक को भी मंजूरी दे दी है ताकि करदाताओं को सुविधा मिल सके और अनुपालन आसान हो। इस मौके पर आप लुधियाना शहरी जिला अध्यक्ष व योजना बोर्ड चेयरमैन जतिंदर खंगूडा, जिला मीडिया इंचार्ज पुनीत साहनी, सचिव शेखर ग्रोवर, चिराग थापर, राज कुमार अग्रवाल, वरुण शर्मा, तजिंदर सिंह, गुरपाल सिंह, अमन थापर, गोल्डी सिंह, कमलप्रीत सिंह, इंद्रप्रीत सिंह, मोहित मित्तल, अनुज चौधरी, रोशन लाल, फतेह चंद खोसला, हरमीत सिंह भाटिया, जतिंदर सिंह हुड्डा सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।

बेरोजगार युवाओं के लिए खुशखबरी: पंजाब सरकार देगी 2000 नौकरियां

चंडीगढ़  पंजाब के औद्योगिक विकास को और प्रोत्साहन देने और राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल तथा मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में कारोबार करने को सुगम बनाने के उद्देश्य से कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा ने बताया कि हैपी फोर्जिंग्स लिमिटेड (एचएफएल) पंजाब के जिला लुधियाना में 1000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। हैपी फोर्जिंग्ज़ लिमिटेड ऑटो और इंजीनियरिंग विशेष उत्पादों के निर्माण में एक प्रमुख इकाई है तथा देश में इंजीनियरिंग मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है। मीडिया से बातचीत करते हुए कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एचएफएल कंपनी का काम घरेलू और निर्यात बाजार दोनों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की फोर्जिंग और मशीनिंग पर केंद्रित है, जो कि वाणिज्यिक वाहन, यात्री वाहन, कृषि उपकरण, ऑफ हाईवे सेगमेंट, बिजली उत्पादन, रेलवे, तेल और गैस, विंड टरबाइन उद्योगों और रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा करता है। दिसंबर 2023 में स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होने के बाद, एचएफएल वित्तीय वर्ष 2024-25 में 10,000 करोड़ रुपए के मार्केट कैपिटलाइजेशन और 1,409 करोड़ रुपए के राजस्व के साथ पंजाब की सबसे बड़ी सूचीबद्ध कंपनियों में से एक बनकर उभरी है। पंजाब एचएफएल के निर्माण कार्यों का प्रमुख केंद्र है संजीव अरोड़ा ने बताया कि पंजाब एचएफएल के निर्माण कार्यों का प्रमुख केंद्र है, जिसने 30 जून 2025 तक 1,500 करोड़ रुपए के पूंजी निवेश से लगभग 4000 लोगों को सीधा रोजगार दिया है। यह कंपनी भारत के साथ-साथ भारत से बाहर भी सभी प्रसिद्ध ओईएम (निम्नलिखित अनुसार )के लिये एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है, जो निम्नलिखित प्रमुख ग्राहकों के साथ वाणिज्यिक वाहन, कृषि उपकरण, ऑफ-हाइवे और औद्योगिक क्षेत्रों की जरूरतों को पूरा करती हैः- कंपनी की भविष्य की योजना के बारे में जानकारी देते हुए आशीष गर्ग ने कहा कि एचएफएल अपने विनिर्माण क्षेत्र का विस्तार करने के लिए चरणबद्ध तरीके से 1000 करोड़ रुपए से अधिक का महत्वपूर्ण निवेश करने जा रही है। हालांकि कंपनी को अन्य राज्यों से भी निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, लेकिन एचएफएल राज्य सरकार और उसकी नीतियों में पूरा विश्वास रखते हुए पंजाब में ही अपना निवेश जारी रखना चाहती है। इस महत्वपूर्ण निवेश से राज्य में 300 से अधिक इंजीनियर पदों सहित 2000 से अधिक रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे। इसके अलावा कई सहायक इकाइयों के विकास को प्रोत्साहन मिलेगा और स्टील की खपत में वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था और सप्लाई चेन को और मजबूती मिलेगी। प्रस्तावित निवेश एशिया की सबसे आधुनिक फोर्जिंग सुविधाओं में से एक एचएफएल के मैनेजिंग डायरेक्टर आशीष गर्ग ने कहा कि यह उत्साहजनक है कि पंजाब सरकार हाल ही में बनाई गई सेक्टोरल समितियों के तहत नई औद्योगिक नीति ला रही है और हमें पूरा विश्वास है कि ये नीतियां उद्योग की जरूरतों के अनुरूप होंगी। प्रस्तावित निवेश एशिया की सबसे आधुनिक फोर्जिंग सुविधाओं (1000 किलोग्राम से 3000 किलोग्राम भार वाले एक टुकड़े का उत्पादन करने में सक्षम) में से एक होगा, जो एशिया में पहला और विश्व में दूसरा सबसे बड़ा होगा। एयरोस्पेस, रक्षा और परमाणु संबंधित क्षेत्रों की विशेष आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम आशीष गर्ग ने आगे कहा कि इन क्षमताओं में निवेश से एचएफएल रणनीतिक रूप से गैर-ऑटोमोटिव औद्योगिक उत्पादों जैसे एयरोस्पेस, रक्षा और परमाणु संबंधित क्षेत्रों की विशेष आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम होगा। उन्होंने यह भी कहा कि नई जीएसटी पंजीकरण के अंतर्गत प्रोत्साहनों से जुड़े तकनीकी मुद्दों के कारण कंपनी मौजूदा जीएसटी पंजीकरण के तहत ही अपने मौजूदा प्लांट के विस्तार हेतु और पूंजी निवेश करेगी। उन्होंने आगे कहा कि हम एक सफल दीर्घकालिक साझेदारी की उम्मीद कर रहे हैं।

बाढ़ पीड़ितों के लिए बड़ी मदद: पंजाब सरकार ने मंजूर किए 71 करोड़ रुपये

पंजाब  पंजाब के राजस्व, पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने बुधवार को बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार बाढ़ के दौरान राज्यवासियों को हुए नुकसान की भरपाई करने तथा उनके लिये समय पर राहत और पुनर्वास उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए तुरंत उपाय के रूप में कुल 71 करोड़ रुपये जारी किए हैं। 71 करोड़ रुपये जारी मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने बतया कि पहले चरण में सभी जिलों को 35.50 करोड़ रुपये पहले ही जारी किये जा चुके हैं। अब सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित 12 जिलों के लिए 35.50 करोड़ रुपये की और राशि मंजूर कर दी गई है। बताया कि राज्य सरकार जन-धन की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रही है और प्रभावित परिवारों को बिना किसी देरी के आवश्यक सहायता उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भगवंत मान सरकार तुरंत राहत के साथ-साथ पुनर्वास भी सुनिश्चित कर रही है। इस दौरान सरकार द्वारा विशेष ध्यान उन किसानों पर दिया जा रहा है, जिन्हें फसलों का भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इन जिलों को आवंटित की गई धनराशि जिलावार विवरण साझा करते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव-कम-वित्त आयुक्त (राजस्व) अनुराग वर्मा ने बताया कि जिन जिलों को यह फंड आवंटित किए गए हैं। उनमें अमृतसर को 5 करोड़ रुपये, बठिंडा को 2 करोड़ रुपये, बरनाला को 1 करोड़ रुपये, फरीदकोट को 1 करोड़ रुपये, फिरोज़पुर को 5 करोड़ रुपये, फाजिल्का को 5 करोड़ रुपये, फतेहगढ़ साहिब को 1 करोड़ रुपये, गुरदासपुर को 6.5 करोड़ रुपये, होशियारपुर को 3 करोड़ रुपये, जालंधर को 5 करोड़ रुपये, कपूरथला को 5 करोड़ रुपये, लुधियाना को 5 करोड़ रुपये, मोगा को 1.5 करोड़ रुपये, मानसा को 1 करोड़ रुपये, मालेरकोटला को 1 करोड़ रुपये, पटियाला को 5 करोड़ रुपये, पठानकोट को 4 करोड़ रुपये, रूपनगर को 2.5 करोड़ रुपये, श्री मुक्तसर साहिब को 2 करोड़ रुपये, एसएएस नगर को 2 करोड़ रुपये, एसबीएस नगर को 1 करोड़ रुपये, संगरूर को 1.5 करोड़ रुपये और जिला तरन तारन को 5 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई है।

बाढ़ से प्रभावित पंजाब, सरकार ने किए महत्वपूर्ण निर्णय

चंडीगढ़  पंजाब और हिमाचल प्रदेश में हो रही बारिश के कारण राज्य के कई इलाके बाढ़ की चपेट में हैं। इन हालातों को देखते हुए पंजाब सरकार ने 'खेडां वतन पंजाब दियां' को स्थगित करने का फैसला किया है। बता दें कि 'खेडां वतन पंजाब दियां' का चौथा सीजन इसी महीने शुरू होना था। इसके तहत 3 सितंबर से ब्लॉक स्तरीय प्रतियोगिताएं शुरू होने वाली थीं। लेकिन बाढ़ से पैदा हुए हालात को देखते हुए पंजाब सरकार ने इन प्रतियोगिताओं को फिलहाल स्थगित करने का फैसला किया है। हालात सुधरने पर इनकी नई तारीखों की घोषणा की जाएगी।