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सीएम युवा कॉन्क्लेव ने लिखी नई इबारत, 12 हजार से अधिक बिजनेस इंक्वायरी और 9,200 पंजीकरण हुए दर्ज

सीएम युवा कॉन्क्लेव ने युवा उद्यमियों को किया प्रोत्साहित  सीएम युवा कॉन्क्लेव ने लिखी नई इबारत, 12 हजार से अधिक बिजनेस इंक्वायरी और 9,200 पंजीकरण हुए दर्ज कॉन्क्लेव में 5 दिनों के अंदर 377 बिज़नेस-टू-बिज़नेस (B2B) मीटिंग्स और 90 बिज़नेस प्रजेंटेशंस भी दर्ज किए गए यूपीआईटीएस 2025 में युवाओं की रही अद्भुत भागीदारी, सीएम युवा मिशन को मिला “अवार्ड ऑफ ऑनर” युवाओं को नए-नए बिजनेस मॉडल्स से कराया रूबरू, उद्यमशीलता और स्वरोजगार की दिशा में नए अवसर भी खोले आयोजन के बाद बड़ी संख्या में युवा सीएम युवा योजना का लाभ उठाने के लिए कर सकते हैं आवेदन लखनऊ उत्तर प्रदेश सरकार के महत्वाकांक्षी सीएम युवा मिशन के तहत आयोजित सीएम युवा कॉन्क्लेव उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस) 2025 का सबसे बड़ा आकर्षण बनकर उभरा। पांच दिवसीय आयोजन ने न केवल युवाओं को नए-नए बिजनेस मॉडल्स से रूबरू कराया बल्कि उद्यमशीलता और स्वरोजगार की दिशा में नए अवसर भी खोले। इस पांच दिवसीय आयोजन के दौरान कुल 12,025 बिज़नेस इंक्वायरी, 9,200 पंजीकरण, 377 बिज़नेस-टू-बिज़नेस (B2B) मीटिंग्स और 90 बिज़नेस प्रजेंटेशंस दर्ज किए गए। उल्लेखनीय है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना सीएम युवा तेजी से युवाओं के बीच लोकप्रिय हो रही है। ग्रेटर नोएडा में आयोजित इस कॉन्क्लेव और एक्सपो ने साबित कर दिया कि प्रदेश के युवा स्टार्टअप, उद्यमशीलता, स्वरोजगार और नवाचार की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। सरकार को उम्मीद है कि इस आयोजन के बाद बड़ी संख्या में युवा इस योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन करेंगे।  युवाओं के लिए प्रेरणा का मंच बना कॉन्क्लेव सीएम युवा के नोडल और ज्वॉइंट कमिश्नर इंडस्ट्रीज सर्वेश्वर शुक्ला ने बताया कि 5 दिन के कॉन्क्लेव में कई प्रसिद्ध फ्रेंचाइज़ ब्रांड्स, मशीनरी सप्लायर्स और बिजनेस-ऑन-व्हील्स वेंचर्स ने भाग लिया। इनमें डॉक्टर मोरिंगा, एमबीए मखानेवाला, हनीमैन, चीजी क्रेजी कैफे और ओसियन एंटरप्राइज़ जैसे ब्रांड्स ने अपनी सफलता की कहानियां साझा कीं। इन प्रस्तुतियों ने युवाओं को नवाचार और टिकाऊ बिजनेस मॉडल की दिशा में प्रेरित किया। टॉप-5 ब्रांड्स रहे आकर्षण का केंद्र सबसे अधिक व्यवसायिक पूछताछ प्राप्त करने वाले ब्रांड्स में ओसियन एंटरप्राइजेज (700+), यूपीसीएस स्टोर (650+), एमबीए मक्खनवाला (550+), प्रॉस्पर ग्रुप (500+) और आईक्यूटीएम (450+) शामिल रहे। अवार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित सीएम युवा मिशन को यूपीआईटीएस 2025 की सफलता में उत्कृष्ट योगदान के लिए “अवार्ड ऑफ ऑनर” प्रदान किया गया। यह सम्मान भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने प्रदेश के कैबिनेट मंत्री (औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई एवं निवेश प्रोत्साहन) नंद गोपाल नंदी, मंत्री (एमएसएमई, खादी, ग्रामोद्योग, रेशम एवं वस्त्र) राकेश सचान, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं निर्यात प्रोत्साहन आलोक कुमार और मिशन डायरेक्टर-सीएम युवा के. विजयेन्द्र पांडियन की मौजूदगी में प्रदान किया। युवाओं की अद्भुत भागीदारी कॉन्क्लेव में मेरठ, सहारनपुर, आगरा और अलीगढ़ मंडलों से 3,700 से अधिक युवाओं की सक्रिय भागीदारी रही। बड़ी संख्या में छात्र और नवोद्यमी सीएम युवा पवेलियन में पहुंचे और विभिन्न बिज़नेस मॉडल्स को समझने के साथ-साथ अपने सवालों के समाधान भी पाए।  

उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 को दिव्य और भव्य बनाने में यूपी पुलिस की रही अहम भूमिका

पुलिस की मुस्तैदी और स्मार्ट पुलिसिंग से जीरो इंसिडेंट इवेंट बना यूपीआईटीएस 2025 उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 को दिव्य और भव्य बनाने में यूपी पुलिस की रही अहम भूमिका यूपी पुलिस ने ड्रोन, सीसीटीवी और कंट्रोल कमांड सेंटर की मदद से पूरे आयोजन को जीरो-इंसिडेंट इवेंट बनाया 9 जोन और 20 सेक्टर में रहा सख्त सुरक्षा कवच, 550 सीसीटीवी कैमरों और 24×7 एक्टिव कंट्रोल रूम ने आयोजन स्थल और आसपास की सुरक्षा को बनाया अभेद्य महिला सुरक्षा पर रहा खास ध्यान, 150 महिला कांस्टेबल और 40 महिला सब-इंस्पेक्टर की तैनाती ने महिला सुरक्षा सुनिश्चित की हैसल-फ्री ट्रैफिक मैनेजमेंट किया एक्टिव, ट्रैफिक इंस्पेक्टर, टीएसआई और 450 ट्रैफिक कांस्टेबल की तैनाती से आगंतुकों को बिना जाम परेशानी के पहुंचने का मिला अवसर एंटी-ड्रोन सिस्टम और डिजिटल डायवर्जन प्लान से विदेशी डेलीगेट्स और लाखों आगंतुकों के लिए बनी सुरक्षित और व्यवस्थित व्यवस्था ग्रेटर नाेएडा   उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो-2025 (UPITS-2025) को सफल, सुरक्षित और भव्य बनाने में उत्तर प्रदेश पुलिस का योगदान भी काफी सराहनीय रहा। इस आयोजन के दौरान सुरक्षा, ट्रैफिक प्रबंधन और जन सुरक्षा सुनिश्चित करने में यूपी पुलिस की स्मार्ट पुलिसिंग की व्यवस्था ने एक नई मिसाल कायम की। पुलिस अधिकारियों की तैनाती और आधुनिक सुरक्षा उपायों ने इस कार्यक्रम को न सिर्फ व्यवस्थित बल्कि दिव्य और भव्य भी बना दिया। इस बड़े आयोजन में आने वाले फॉरेन और वीआईपी डेलीगेट्स की सुरक्षा हो या फिर प्रतिदिन लाखों की संख्या में पहुंच रहे आगंतुकों की सुरक्षा और ट्रैफिक की जिम्मेदारी, हर मोर्चे पर पुलिस चौकन्नी रही। किसी तरह की मिसहैपनिंग न हो, इसके लिए 24 घंटे कंट्रोल कमांड सेंटर से पूरे वेन्यू की मॉनीटरिंग की गई। अत्याधुनिक तकनीक से लैस ड्रोन, सीसीटीवी कैमरों और अन्य माध्यमों से आयोजन को जीरो इंसिडेंट इवेंट बनाने में सफलता प्राप्त की गई। बड़े पैमाने पर तैनात की गई फोर्स एडिशनल पुलिस कमिश्नर ग्रेटर नोएडा राजीव नारायण मिश्र ने आयोजन के दौरान सुरक्षा के लिए किए गए व्यापक इंतजामों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आयोजन स्थल के आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम करते हुए, पुलिस विभाग ने सुरक्षा के लिए सात डीसीपी (डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस), चौदह एडीसीपी (एडिशनल डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस), 38 एसीपी (असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ पुलिस), 80 इंस्पेक्टर, तीन सौ सब इंस्पेक्टर, चालीस महिला सब इंस्पेक्टर, कुल एक हजार चार सौ कांस्टेबलों को तैनात किया। इसके साथ ही, महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, एक सौ पचास महिला कांस्टेबल भी तैनात की गई थीं। सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए, सात कंपनियां पीएसी (प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी) और एक कंपनी आरएएफ (रैपिड एक्शन फोर्स) को भी तैनात किया गया था। ट्रैफिक रहा चुस्त दुरुस्त यूपी पुलिस के इस बड़े प्रयास में ट्रैफिक प्रबंधन का विशेष ध्यान रखा गया था। ट्रैफिक जाम और भीड़-भाड़ से बचने के लिए, दस ट्रैफिक इंस्पेक्टर, बीस टीएसआई (ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर), चार सौ पचास ट्रैफिक कांस्टेबल और तीन एसीपी ट्रैफिक को नियुक्त किया गया। इन सभी कर्मचारियों ने सुनिश्चित किया कि ट्रैफिक सुचारु रूप से चले और यात्री बिना किसी परेशानी के इवेंट स्थल तक पहुंच सकें। इसका असर भी देखने को मिला और हर कोई हैसल फ्री ट्रैफिक के माध्यम से आयोजन स्थल पर पहुंच सका।  9 जोन और 20 सेक्टर्स में बांटा गया आयोजन स्थल आयोजन स्थल और आसपास के क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के लिए शहर को नौ जोन और बीस सेक्टरों में बांट दिया गया था। इसके अलावा, एक कंट्रोल रूम भी स्थापित किया गया था, जो पूरे समय 24 घंटे एक्टिव था और सुरक्षा के सभी पहलुओं की निगरानी करता था। इस कंट्रोल रूम में 550 सीसीटीवी कैमरों द्वारा पूरे क्षेत्र की पल-पल की निगरानी की जाती थी, जिससे किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सके। 15 हजार की रही पार्किंग क्षमता पार्किंग की व्यवस्था भी इस इवेंट की अहम जरूरत थी। इसके लिए सात पार्किंग स्थल बनाए गए, जहां पंद्रह हजार से अधिक गाड़ियों की पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी। इसमें सर्वाधिक क्षमता नासा पार्किंग की रही, जहां 10 हजार वाहन एक साथ खड़े किए जा सकते थे। यही नहीं, यहां से लोगों को आयोजन स्थल तक ले जाने के लिए शटल बसों की भी व्यवस्था की गई थी। यह व्यवस्था इवेंट में आने वाले आगंतुकों को आसानी से पार्किंग का विकल्प प्रदान कर रही थी। फिर दिखी स्मार्ट पुलिसिंग  स्मार्ट पुलिसिंग के तहत पुलिस ने एक डिजिटल दृष्टिकोण अपनाया था। इवेंट में आने वाले लोगों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से डायवर्जन प्लान की जानकारी दी गई, ताकि वे इवेंट स्थल तक सही मार्ग पर पहुंच सकें। यह स्मार्ट पुलिसिंग की प्रणाली दर्शाती है, जहां टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर जनता तक सटीक जानकारी पहुंचाई गई और यातायात व्यवस्था को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया गया। शहर भर में लगाए गए साइन बोर्ड  आगंतुकों, विशेषकर विदेशी डेलीगेट्स और गेस्ट्स के लिए उच्च स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। उन्हें इवेंट स्थल तक पहुंचने के लिए होटल से यूपीआईटीएस स्थल तक सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन की व्यवस्था की गई। साथ ही, इवेंट स्थल और शहरभर में साइन बोर्ड लगाए गए, ताकि लोग आसानी से इवेंट स्थल तक पहुंच सकें। एंटी ड्रोन भी किया गया तैनात  इसके अलावा, सुरक्षा के और भी कड़े उपाय किए गए थे। ड्रोन और एंटी-ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया गया था ताकि आसमान से भी सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके। यह आधुनिक तकनीकी उपाय इस बात का प्रमाण हैं कि यूपी पुलिस ने स्मार्ट पुलिसिंग को पूरी तरह से अपनाया और इस इवेंट को एक सुरक्षित और व्यवस्थित अनुभव बनाने में अहम भूमिका निभाई।

खादी सिर्फ कपड़ा नहीं, आत्मनिर्भरता और सतत जीवनशैली का प्रतीक बनकर उभरा

यूपीआईटीएस 2025 में दिखी खादी की दमक फैशन शो में खादी की बुनावट और आधुनिक डिज़ाइन का शानदार मेल देखने को मिला खादी सिर्फ कपड़ा नहीं, आत्मनिर्भरता और सतत जीवनशैली का प्रतीक बनकर उभरा ODOP और विश्वकर्मा श्रम सम्मान जैसी योजनाओं ने कारीगरों व बुनकरों को दिया बड़ा संबल सस्टेनेबल फैशन के प्रति जागरूकता से खादी ‘फैब्रिक ऑफ फ्यूचर’ बनकर उभरी यूपीआईटीएस 2025 ने दिखाया उत्तर प्रदेश खादी को ग्लोबल ब्रांड बनाने की राह पर अग्रसर योगी सरकार ने बढ़ाया आत्मनिर्भरता और वैश्विक पहचान का सफर ग्रेटर नोएडा  उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 में खादी का जादू छाया रहा। खादी न केवल भारत की सांस्कृतिक धरोहर और आत्मनिर्भरता का प्रतीक बनकर सामने आई, बल्कि फैशन की दुनिया में अपनी आधुनिक पहचान भी दर्ज कराई। शानदार फैशन शो में मॉडल्स ने खादी के परिधानों की ऐसी श्रृंखला प्रस्तुत की, जिसमें परंपरागत शिल्प कौशल और आधुनिक डिज़ाइन का अनोखा संगम देखने को मिला। इसने यह संदेश दिया कि खादी ‘ट्रेडिशन टू ट्रेंड’ की यात्रा तय कर चुकी है और अब वैश्विक फैशन का हिस्सा बन रही है। योगी सरकार का विशेष फोकस मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार लोगों से स्वदेशी अपनाने की अपील कर रहे हैं। खादी भी स्वदेशी परिधानों का महत्वपूर्ण अंग है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को आत्मसात करते हुए उत्तर प्रदेश ने खादी और हैंडलूम को नई पहचान दी है। योगी सरकार खादी को सिर्फ परिधान तक सीमित नहीं मानती, बल्कि इसे आत्मनिर्भर भारत और पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली का मजबूत आधार मानती है। योगी सरकार की वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) योजना और विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना ने हजारों बुनकरों और कारीगरों को सीधा लाभ पहुंचाया है। सरकार का लक्ष्य है कि खादी को स्थानीय से वैश्विक स्तर तक ब्रांड बनाकर उत्तर प्रदेश को ‘हैंडलूम हब’ के रूप में स्थापित किया जाए। उत्तर प्रदेश में खादी का बढ़ता चलन राज्य में खादी उत्पादों की खपत लगातार बढ़ रही है। युवाओं में टिकाऊ फैशन को लेकर बढ़ती जागरूकता ने खादी को आधुनिक जीवनशैली का हिस्सा बना दिया है। यही वजह है कि आज खादी को ‘फैब्रिक ऑफ फ्यूचर’ कहा जाने लगा है। वैश्विक मंच पर खादी की गूंज यूपीआईटीएस 2025 में खादी की प्रस्तुति ने यह स्पष्ट किया कि उत्तर प्रदेश न केवल परंपरा को संजो रहा है, बल्कि भविष्य की जरूरतों के अनुरूप उसे वैश्विक मंच पर भी स्थापित कर रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि सरकार का प्रयास है कि खादी को सिर्फ एक कपड़े के रूप में नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता, कारीगरी और सतत विकास के प्रतीक के रूप में दुनिया के सामने प्रस्तुत किया जाए। सरकार का प्रयास इसी दिशा में है। उत्तर प्रदेश ने खादी को वैश्विक फैशन जगत में उतारकर दुनिया को यह दिखाया है कि स्थानीय शिल्प और आत्मनिर्भरता से भी अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाई जा सकती है।

यूपीआईटीएस 2025 बना उद्योग जगत के लिए गेम-चेंजर

यूपीआईटीएस 2025  योगी सरकार की नीतियों से उद्यमियों को मिल रही नई पहचान बुलंदशहर से ग्रेटर नोएडा तक गूंज रही सफलता की कहानियां बी2बी मीटिंग्स ने प्रदेश के उद्यमियों के लिए खोले नए कारोबार के रास्ते विदेशी बाजार में सराहे जा रहे यूपी के प्रोडक्ट्स ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बना यूपी के उद्योगों के विकास की रीढ़ ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस 2025) ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश निवेश और उद्योग का नया हब बन चुका है। इस मेगा इवेंट में शामिल देश-विदेश के उद्यमियों ने न सिर्फ अपने प्रोडक्ट्स की शानदार ब्रांडिंग की, बल्कि प्रदेश सरकार की पहल की सराहना करते हुए खुले दिल से सीएम योगी का आभार भी जताया। बी2बी मीटिंग्स के जरिए उद्यमियों को बेहतरीन बिजनेस लीड्स मिली हैं, जो एमओयू में बदलकर भविष्य की मजबूत आर्थिक साझेदारी की नींव रख रही हैं। योगी सरकार ने उद्यमियों के लिए खोले वैश्विक दरवाजे- गौरव गुप्ता बुलंदशहर के उद्यमी गौरव गुप्ता ने कहा कि बी2बी मीटिंग्स के जरिए उन्हें वैश्विक खरीदारों से मिलने का अवसर मिला। कई विदेशी बायर्स के साथ उनकी मीटिंग्स हुई हैं और कुछ ने एमओयू भी साइन किए हैं। गौरव ने कहा कि यह प्लेटफॉर्म हमारे लिए बहुत मददगार है। योगी सरकार ने उद्यमियों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में जो कदम उठाए हैं, वह काबिल-ए-तारीफ है। व्यापक बिजनेस लीड्स से बढ़ रहा आत्मविश्वास- वंश  ग्रेटर नोएडा के उद्यमी वंश दरगन ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यहां आकर बहुत सुकून मिला। योगी सरकार ने उद्यमियों को आगे बढ़ाने के लिए शानदार पहल की है। यहां हमें न केवल बिजनेस लीड्स मिली हैं, बल्कि अपने कारोबार को अन्य देशों तक ले जाने का रास्ता भी खुला है। विदेशी बाजार में पसंद आ रहे यूपी के प्रोडक्ट्स- यश ग्रेटर नोएडा के यश ने बताया कि उनके इलेक्ट्रिकल प्रोडक्ट्स को विदेशी बायर्स ने बहुत पसंद किया है। उन्होंने कहा कि हम प्रतिदिन बी2बी मीटिंग्स कर रहे हैं और हमें ढेरों बिजनेस लीड्स मिल रही हैं। यूपीआईटीएस और योगी आदित्यनाथ सरकार की यह पहल हम जैसे उद्यमियों के लिए बेहद हेल्पफुल है। इसके लिए हम प्रदेश सरकार और सीएम योगी का तहेदिल से आभार जताते हैं। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का नया मॉडल यूपीआईटीएस 2025 यह दिखा रहा है कि किस तरह उत्तर प्रदेश अब ईज ऑफ डूइंग बिजनेस का मॉडल बन रहा है। योगी सरकार द्वारा बनाए गए निवेश-हितैषी माहौल ने उद्यमियों को आत्मविश्वास और अवसर दोनों दिए हैं। यही वजह है कि छोटे शहरों से लेकर बड़े उद्योगपति तक, हर कोई इस आयोजन को गेम-चेंजर मान रहा है। यूपीआईटीएस 2025 ने यह साबित कर दिया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच और नीतियां उत्तर प्रदेश को निवेश, उद्योग और वैश्विक व्यापार की नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रही हैं। उद्यमियों ने मिलकर यही कहा कि“थैंक्यू योगी जी, आपने हमारे सपनों को नया आयाम दिया।”

ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और वैश्विक पहचान की राह पर बढ़ता उत्तर प्रदेश

यूपीआईटीएस 2025 यूपीआईटीएस से विदेशी बाजार तक पहुंच बना रहीं उत्तर प्रदेश की महिला उद्यमी एमओयू के जरिए मिल रही नई पहचान और बड़े मौके कानपुर से दिल्ली-एनसीआर तक गूंजी सफलता की कहानियां ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बना बदलाव का आधार, महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल पेश कर रहा यूपी सरकार के प्रयासों ने बढ़ाई बिजनेस लीड्स और अवसर, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर दम दिखा रहीं प्रदेश की महिलाएं ग्रेटर नोएडा उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस 2025) ने इस बार महिला उद्यमियों के आत्मविश्वास और संभावनाओं को नई उड़ान दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए बिजनेस-फ्रेंडली माहौल और महिलाओं को बढ़ावा देने वाली नीतियों का असर इस इवेंट में साफ नजर आया। यहां देश और विदेश से आए बायर्स के साथ महिला उद्यमियों ने बड़ी डील्स साइन कीं, जिससे उनके ब्रांड्स को न केवल घरेलू बल्कि वैश्विक पहचान भी मिली। यूपीआईटीएस 2025 ने यह साबित कर दिया है कि सही नीति और मजबूत नेतृत्व से महिला उद्यमियों को आगे बढ़ने का मौका मिलता है। योगी सरकार के प्रयासों ने उत्तर प्रदेश को न केवल निवेश और व्यापार का हब बनाया है, बल्कि महिला उद्यमिता को भी नई पहचान दी है। यह आयोजन महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक नई क्रांति साबित हो रहा है। संगीता को मिला 10 हजार डॉलर का एमओयू  कानपुर की एंटरप्रेन्योर संगीता सिंह ने बताया कि यह इवेंट मेरे लिए बहुत लाभकारी साबित हुआ है। मैं लगातार तीसरे वर्ष इसमें पार्टिसिपेट कर रही हूं। हर बार की तरह इस बार भी मुझे फॉरेन बॉयर्स से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। शनिवार को ही मैंने यहां पर 10 हजार डॉलर का एमओयू साइन किया है। मोदी सरकार और योगी सरकार ने जिस तरह से प्रदेश में महिला उद्यमियों को प्रमोट किया है वो बेहद शानदार है और इससे महिला सशक्तिकरण की एक नई मिसाल कायम हो रही है।  वैश्विक पहचान का मिल रहा अवसर- श्रुति  दिल्ली एनसीआर की श्रुति चंडक ने भी यूपीआईटीएस में फॉरेन बायर्स के साथ बड़ी डील साइन करते हुए एमओयू किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और सीएम योगी की वजह से आज इस इवेंट का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं। यूपीआईटीएस के रूप में यह एक प्लेटफॉर्म मिला है, जहां महिला उद्यमियों को भी अपने ब्रांड्स को वैश्विक पहचान दिलाने में सफलता मिल रही है। सीएम योगी का इसके लिए आभार जताती हूं।  महिला उद्यमियों के लिए बेहतर है माहौलः रबलीन कॉरिस क्वीन प्रा.लि. की रबलीन कौर ने बताया कि इस आयोजन का हिस्सा बनकर वो बहुत खुश हैं। यूपीआईटीएस में सम्मिलित होने का यह उनका पहला मौका है और उन्हें यहां बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उनके फूड प्रोडक्ट्स को यहां फॉरेन बॉयर्स ने बहुत सराहा है। उन्हें बहुत अच्छी बिजनेस लीड्स मिली हैं, जो इवेंट के बाद एमओयू में बदलेंगी। वहीं, हमने कुछ एमओयू भी साइन किए हैं। यहां का माहौल वाकई महिला उद्यमियों के लिए बहुत शानदार है। यूपी सरकार ने इसके लिए जो प्रयास किए हैं वो सराहनीय हैं।  विदेशी महिला बायर्स ने भी सरकार के प्रयास को सराहा रबलीन ने मॉरीशस की एक कंपनी के साथ एमओयू किया। कंपनी की प्रतिनिधि ने भी योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है। यहां पर जो प्रोडक्ट्स दिख रहे हैं वो वर्ल्ड क्लास हैं। इन प्रोडक्ट्स को निश्चित रूप से विदेशों में भी काफी पसंद किया जाएगा। उन्होंने योगी सरकार को इस इवेंट के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि यहां का माहौल बिजनेस प्रमोशन के लिए वाकई यादगार है।  ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बना महिला सशक्तिकरण का आधार प्रदेश सरकार ने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के लिए जो नीतियां लागू की हैं, उनका सबसे अधिक लाभ महिला उद्यमियों को मिल रहा है। एकल विंडो सिस्टम, निवेश को सरल बनाने की प्रक्रिया और महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले विशेष प्रोत्साहन पैकेज ने उत्तर प्रदेश को महिला उद्यमियों के लिए नई संभावनाओं की भूमि बना दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच स्पष्ट है किमहिला सशक्तिकरण बिना आर्थिक आत्मनिर्भरता के संभव नहीं। इसी दृष्टिकोण से सरकार ने महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन, लोन सुविधाएं, स्किल डेवलपमेंट और मार्केट एक्सेस जैसे क्षेत्रों में मजबूती दी है। यूपीआईटीएस इसी सोच का ठोस उदाहरण है, जहां महिला उद्यमियों को अपने ब्रांड्स को आगे बढ़ाने और विदेशी बाजार तक पहुंचाने का अवसर मिल रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में करेंगे यूपीआईटीएस 2025 का शुभारंभ

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025: प्रदेश की औद्योगिक, कृषि, सांस्कृतिक और नवाचार क्षमताओं का होगा भव्य प्रदर्शन  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में करेंगे यूपीआईटीएस 2025 का शुभारंभ  निवेश और व्यापार को बढ़ावा देने के साथ ही उत्तर प्रदेश को वैश्विक मंच पर स्थापित करेगा आयोजन युवाओं, उद्यमियों व अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के लिए फ्यूचर-रेडी प्लेटफॉर्म तैयार करना है उद्देश्य क्राफ्ट, कल्चर और कुजीन के संगम का प्रतीक बनकर प्रदेश की विविध पहचान सामने लाएगा यूपीआईटीएस 2025 विगत दो संस्करणों में यूपीआईटीएस ने की आकार, आंकड़ों और प्रभाव में दोगुना से अधिक प्रगति  तीसरे संस्करण में 2500 से अधिक प्रदर्शक, 500 विदेशी खरीदार और 5 लाख से अधिक विजिटर्स के आने की उम्मीद पार्टनर कंट्री के रूप में सम्मिलित होगा रूस, दोनों देशों के नीति निर्माताओं को मिलेगा साझा मंच  ग्रेटर नोएडा/लखनऊ,  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के तीसरे संस्करण का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी सोच के तहत 25 से 29 सितंबर तक आयोजित होने जा रहे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 में प्रदेश की औद्योगिक, कृषि, सांस्कृतिक और नवाचार क्षमताओं का भव्य प्रदर्शन होगा। इस मेगा आयोजन का उद्देश्य केवल निवेश और व्यापार को बढ़ावा देना नहीं है, बल्कि उत्तर प्रदेश को वैश्विक मंच पर स्थापित करना और युवाओं, उद्यमियों व अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के लिए फ्यूचर-रेडी प्लेटफॉर्म तैयार करना भी है। योगी सरकार की पहल से यह ट्रेड शो “क्राफ्ट, कल्चर और कुज़ीन” के संगम का प्रतीक बनकर प्रदेश की विविध पहचान को दुनिया के सामने लाएगा। तीन वर्षों में दोगुना आकार, वैश्विक पहचान 2023 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा उद्घाटित पहले संस्करण से लेकर 2024 में तत्कालीन उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ द्वारा उद्घाटन किए गए दूसरे संस्करण तक, यूपीआईटीएस ने आकार, आंकड़ों और प्रभाव में दोगुना से अधिक प्रगति की है। पहले आयोजन में 1914 प्रदर्शक और 400 विदेशी खरीदार थे, जबकि दूसरे संस्करण में 2122 प्रदर्शक, 350 विदेशी खरीदार और 5 लाख विजिटर्स शामिल हुए। 2200 करोड़ रुपए से अधिक के निर्यात ऑर्डर और 40 करोड़ रुपए से ज्यादा की सीधी बिक्री ने इसे निवेश और निर्यात का केंद्र बनाया। तीसरे संस्करण में 2500 से अधिक प्रदर्शक, 500 विदेशी खरीदार और 5 लाख से अधिक विजिटर्स के आने की उम्मीद है। ओडीओपी पवेलियन: हर जिले की कहानी और वैश्विक पहचान हॉल नंबर 9 में सजने वाला वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) पवेलियन 343 स्टॉल्स के माध्यम से हर जिले के सिग्नेचर प्रोडक्ट्स को पेश करेगा। भदोही का कालीन, फिरोजाबाद का ग्लासवर्क, मुरादाबाद का मेटलवेयर और सहारनपुर की नक्काशी जैसे उत्पाद “लोकल से ग्लोबल” की यात्रा को नई दिशा देंगे। यह पवेलियन न केवल शिल्प और हस्तकला को वैश्विक पहचान देगा, बल्कि स्टार्टअप्स, डिज़ाइनर्स और अंतरराष्ट्रीय बायर्स के लिए नेटवर्किंग, व्यापारिक सौदे और साझेदारी के अवसर भी खोलेगा। रूस–इंडिया बिजनेस डायलॉग खोलेगा नए अवसरों का द्वार इस बार रूस आयोजन के साथ बतौर पार्टनर कंट्री सम्मिलित हो रहा है। 26 सितंबर को रूस–इंडिया बिजनेस डायलॉग आयोजित किया जाएगा, जिसमें भारत और रूस के उद्योगपतियों, वित्तीय संस्थानों, बीमा कंपनियों, शिक्षा क्षेत्र और सरकारी नीति-निर्माताओं के लिए साझा मंच उपलब्ध होगा। दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग, तकनीकी साझेदारी और संयुक्त उपक्रमों को प्रोत्साहित करने का यह अवसर उत्तर प्रदेश के उद्योगों और कारोबारियों के लिए नई संभावनाएं खोलेगा। एआई मॉडल और तकनीकी नवाचार आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग 200 वर्ग मीटर क्षेत्र में एआई मॉडल का लाइव डेमॉन्सट्रेशन पेश करेगा। कर्व्ड एलईडी वॉल, स्मार्ट वीडियो डिस्प्ले, वीआईपी लाउंज और स्टार्टअप्स के लिए समर्पित क्षेत्र जैसे आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित यह पवेलियन तकनीकी प्रगति और नवाचार को प्रदर्शित करेगा और दिखाएगा कि कैसे योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश को उद्यम, नवाचार और तकनीकी कौशल का नया केंद्र बनाया है। निवेश और विकास का केंद्र बनेगा इंडिया एक्सपो मार्ट मास्टर एग्ज़िबिशन लेआउट के तहत हॉल-1 से 8 और 15 बी2बी गतिविधियों, हॉल-9, 10 और 12 बी2सी गतिविधियों, तथा हॉल-11 और 14 दोनों का हब बनेगा। ग्राउंड फ्लोर पर प्रदर्शनी में यूपीसीडा, इन्वेस्ट यूपी, जीनीडा, यीडा, सिविल एविएशन, रूस पवेलियन, आईटी/आईटीईएस, इलेक्ट्रिकल-इलेक्ट्रॉनिक्स, पर्यटन, क्लीन मिशन, ओडीओपी, कृषि, डेयरी, टेक्सटाइल और लॉजिस्टिक्स शामिल होंगे। सेकेंड फ्लोर पर इनॉगरेशन, बी2बी मीटिंग्स, नॉलेज सेशन, रिन्यूएबल एनर्जी, डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग, हेल्थ, एजुकेशन और सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन होगा। स्वाद उत्तर प्रदेश दिखाएगा खानपान की विविधता “स्वाद उत्तर प्रदेश” थीम के तहत गेट नंबर 3 से हॉल नंबर 7 तक 25 आकर्षक फूड स्टॉल्स लगाए जाएंगे। मुरादाबादी दाल, बनारसी पान व लस्सी, पंछी पेठा, जैन शिकंजी, मथुरा का पेड़ा और खुर्जा की खुरचन जैसे लजीज व्यंजन आगंतुकों को यूपी की खानपान परंपरा का अनुभव कराएंगे। 3×3 मीटर ऑक्टोनॉम स्टॉल्स और 100 किलोवॉट पावर बैकअप से सुसज्जित यह सेक्शन एमएसएमई उद्यमियों और फूड ब्रांड्स को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा। सीएम युवा पवेलियन युवाओं को उद्यमिता से जोड़ेगा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्ष योजना सीएम युवा के तहत हॉल नंबर 18ए में 150 इनोवेटिव स्टॉल्स स्थापित किए जाएंगे, जहां फ्रेंचाइजी और टेक्नोलॉजी आधारित बिजनेस मॉडल्स, एग्रीटेक, हेल्थटेक और स्टार्टअप आइडियाज प्रदर्शित होंगे। 27 सितंबर को 27 प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के साथ एमओयू हस्तांतरण होगा। अंतिम वर्ष के छात्र और पूर्व छात्र इन प्रोजेक्ट्स में शामिल हो सकेंगे, जबकि बैंकर्स और इंडस्ट्री लीडर्स वित्तीय सहयोग व मार्गदर्शन प्रदान करेंगे। प्रदेश के सभी 75 जिलों के सीएम युवा फेलोज ब्रांड्स की जानकारी अपने क्षेत्रों तक पहुंचाएंगे। डिजिटल कैंपेन और वेबसाइट conclave.cmyuva.org.in युवाओं को इस प्लेटफॉर्म से जोड़ेगा। नॉलेज सेशन्स होगे योगी सरकार की प्राथमिकताओं का केंद्र 26 से 28 सितंबर तक आयोजित होने वाले नॉलेज सेशन्स में स्टार्टअप्स, आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स, मेडिकल हेल्थ, इंश्योरेंस अवेयरनेस, ई-कॉमर्स एक्सपोर्ट्स और स्किल डेवलपमेंट जैसे विषयों पर विशेषज्ञ मार्गदर्शन देंगे। 27 सितंबर को सीएम युवा योजना के तहत 27 यूनिवर्सिटीज के साथ एमओयू एक्सचेंज और खादी फैशन शो आयोजित होंगे। बी2बी और बी2सी मीटिंग्स के साथ यह नॉलेज हब युवाओं, उद्यमियों और निवेशकों को नवाचार और विकास की नई दिशा देगा। सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत प्रदर्शन यूपीआईटीएस 2025 न केवल व्यापार का मंच होगा, बल्कि उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का भी जीवंत प्रदर्शन करेगा। आगंतुक भोजपुरी, अवधी, बुंदेली और थारू लोक परंपराओं के रंगीन प्रदर्शन के साथ-साथ सूफी गायन, कथक नृत्य और सुगम … Read more

UPITS 2025 मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना ‘सीएम युवा’ का पवेलियन होगा आकर्षण का केंद्र

प्रदेश के युवाओं को उद्यमिता की ओर आकर्षित करेगा यूपीआईटीएस 2025 मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना 'सीएम युवा' का पवेलियन होगा आकर्षण का केंद्र   27 सितंबर को सीएम युवा और 27 शैक्षिक संस्थानों के बीच होगा एमओयू हस्तांतरण शैक्षणिक संस्थानों से जुड़े अंतिम वर्ष के छात्रों और पूर्व छात्रों को मिलेगा इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स से जुड़ने का अवसर गलगोटिया, जीएल बजाज, शारदा, एमिटी सहित प्रमुख यूनिवर्सिटीज जुड़ेंगी योजना से हॉल नंबर 18ए में लगेंगे टेक्नोलॉजी और फ्रेंचाइजी बेस्ड मॉडल्स से संबंधित 150 से अधिक स्टॉल्स   बैंकर्स और इंडस्ट्री लीडर्स भी करेंगे नए और इनोवेटिव बिजनेस आइडियाज का अवलोकन  प्रदेश के सभी 75 जिलों के सीएम युवा फेलोज भी जुड़ेंगे, अपने जिलों में देंगे ब्रांड्स की जानकारी  युवाओं को सीएम युवा से जोड़ने के लिए डिजिटल कैंपेन और conclave.cmyuva.org.in वेबसाइट भी की गई लॉन्च लखनऊ प्रदेश सरकार युवाओं को नए अवसर और मंच देने के लिए अब सीएम युवा योजना को बड़े स्तर पर आगे बढ़ाने जा रही है। इसी कड़ी में 25 से 29 सितम्बर तक ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में आयोजित होने वाले यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS-2025) में सीएम युवा योजना प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहेगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी योजना के जरिए प्रदेश के युवाओं को इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स, फ्रेंचाइजी मॉडल्स और टेक्नोलॉजी आधारित बिजनेस आइडियाज से जोड़ने की पहल की जा रही है। आयोजन के दौरान 27 सितम्बर को सीएम युवा और 27 प्रमुख शैक्षिक संस्थानों के बीच एमओयू का हस्तांतरण होगा। इसके साथ ही हॉल नंबर 18ए में 150 विशेष स्टॉल्स स्थापित किए जाएंगे, जहां विभिन्न क्षेत्रों के नए-नए बिजनेस मॉडल्स प्रदर्शित होंगे। इस प्रदर्शनी में प्रदेश भर से छात्र-छात्राएं, युवा फेलोज, यूनिवर्सिटी प्रतिनिधि और उद्योग जगत के लोग शामिल होंगे, जिससे युवाओं को सीखने, जुड़ने और उद्यमिता की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। अंतिम वर्ष और पढ़ाई पूरी कर चुके युवाओं के लिए होगा अवसर सीएम युवा योजना के नोडल अधिकारी और ज्वॉइंट कमिश्नर इंडस्ट्रीज सर्वेश्वर शुक्ला ने बताया कि इस एमओयू का प्रमुख उद्देश्य प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों को सीएम युवा योजना से प्रत्यक्ष रूप से जोड़ना है। इसके माध्यम से अंतिम वर्ष में पढ़ रहे छात्र-छात्राओं और संस्थानों के पूर्व छात्रों को इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रेरित करेगी बल्कि प्रदेश सरकार के स्टार्टअप और इनोवेशन विजन को साकार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। 150 इनोवेटिव स्टॉल्स होंगे आकर्षण का केंद्र उन्होंने बताया कि यूपीआईटीएस में हॉल नंबर 18ए को विशेष रूप से सीएम युवा प्रदर्शनी के लिए निर्धारित किया गया है। यहां 150 से अधिक स्टॉल्स स्थापित होंगे, जिनमें फ्रेंचाइजी मॉडल्स, टेक्नोलॉजी-आधारित बिजनेस, एग्रीटेक, हेल्थटेक और अन्य स्टार्टअप बिजनेस आइडियाज को प्रदर्शित किया जाएगा। यह स्टॉल्स युवाओं को न सिर्फ नए व्यापारिक मॉडल्स से परिचित कराएंगे बल्कि उन्हें यह भी समझने का अवसर देंगे कि कैसे इन मॉडल्स को अपने क्षेत्र में लागू किया जा सकता है। एनसीआर क्षेत्र में आयोजित होने के कारण हम इसे लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम से भी एक लेवल और ऊपर ले गए हैं। इसमें कई नए और बेहतरीन ब्रांड्स को भी शामिल किया गया है, जो देश-विदेश से आए विजिटर्स का ध्यान आकर्षित करेगा।  यूनिवर्सिटी और कॉलेजों की साझेदारी सीएम युवा योजना के अंतर्गत जिन संस्थानों के साथ एमओयू किया जा रहा है, उनमें गलगोटिया यूनिवर्सिटी, जीएल बजाज, चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ, अजय कुमार गर्ग यूनिवर्सिटी, शारदा यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी और एबीईएस जैसे प्रमुख शैक्षणिक संस्थान शामिल हैं। इन संस्थानों के छात्र और फैकल्टी टीमें प्रदर्शनी में सक्रिय भागीदारी करेंगी। इससे युवाओं को प्रत्यक्ष रूप से उद्योग जगत से जुड़ने और नई संभावनाओं की पहचान करने का अवसर मिलेगा। बैंकर्स और इंडस्ट्री जगत की मौजूदगी युवाओं के बिजनेस आइडियाज को केवल पहचान ही नहीं बल्कि वित्तीय सहयोग भी दिलाने की व्यवस्था की गई है। प्रदर्शनी में कई बैंकर्स और इंडस्ट्री लीडर्स मौजूद रहेंगे। वे नए बिजनेस मॉडल्स का आंकलन करेंगे और यह तय करेंगे कि किन प्रोजेक्ट्स को वित्तपोषण दिया जा सकता है। इससे उद्यमिता के इच्छुक युवाओं को फाइनेंसिंग और मार्गदर्शन एक ही मंच पर उपलब्ध होगा। प्रदेश भर से आएंगे युवा और अधिकारी प्रदेश सरकार ने सभी 75 जिलों के सीएम युवा फेलोज को प्रदर्शनी में शामिल होने के निर्देश दिए गए हैं। उन्हें प्रत्येक स्टॉल का डाटा और कांटैक्ट डिटेल एकत्र करने तथा इन ब्रांड्स को अपने-अपने जिलों में प्रचारित करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा, सहारनपुर, मेरठ, आगरा और अलीगढ़ मंडल से जुड़े कॉलेजों के छात्र-छात्राएं और अधिकारी भी इस प्रदर्शनी का हिस्सा बनेंगे। यह प्रयास युवाओं को प्रत्यक्ष रूप से इनोवेशन और उद्यमिता से जोड़ने का अवसर देगा। सोशल मीडिया और डिजिटल कैंपेन कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए डिजिटल मीडिया कैंपेन पहले ही सक्रिय हो चुका है। बड़ी संख्या में युवाओं ने ऑनलाइन पंजीकरण कराया है। इस उद्देश्य से एक विशेष वेबसाइट conclave.cmyuva.org.in भी लॉन्च की गई है, जिसके माध्यम से इच्छुक युवा न केवल योजना की विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि यूपीआईटीएस विजिट के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करा सकते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी यह कैंपेन युवाओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।  

यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में 26 सितंबर को रूस–इंडिया बिजनेस डायलॉग 2025 का होगा आयोजन

यूपीआईटीएस 2025: रूस के साथ नए व्यापारिक अवसरों की मिलेगी सौगात  यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में 26 सितंबर को रूस–इंडिया बिजनेस डायलॉग 2025 का होगा आयोजन इस वर्ष पार्टनर कंट्री के रूप में यूपीआईटीएस में सम्मिलित हो रहा है रूस  भारत और रूस के शीर्ष उद्योगपतियों, वित्तीय संस्थानों, बीमा कंपनियों, शिक्षा क्षेत्र के प्रतिनिधियों की होगी भागीदारी  संवाद में दोनों देशों के सरकारी नीति-निर्माताओं के द्वारा तय होगी भविष्य की नीति  भारत और रूस के बीच व्यापारिक और आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाई पर ले जाना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य  तकनीकी सहयोग और संयुक्त उपक्रमों को प्रोत्साहित करने पर भी होगा जोर  बैंकिंग एवं निवेश, बीमा, शिक्षा और सामान्य व्यापार जैसे क्षेत्रों पर होगी विशेष चर्चा  तकनीकी हस्तांतरण, क्षमता निर्माण और नए निवेश मॉडल पर भी किया जाएगा विचार  दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध होंगे मजबूत, प्रदेश के उद्योग और कारोबारी भी होंगे लाभान्वित  योगी सरकार की निवेशोन्मुख नीतियों से यूपी बना वैश्विक आर्थिक साझेदारी का केन्द्र लखनऊ  उत्तर प्रदेश की धरती एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय निवेश और साझेदारी का मंच बनने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदर्शी नीतियों और निवेश अनुकूल माहौल की वजह से प्रदेश वैश्विक स्तर पर तेजी से अपनी अलग पहचान बना रहा है। इसी कड़ी में आगामी रूस–इंडिया बिजनेस डायलॉग का आयोजन 26 सितम्बर 2025 को यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025) के दौरान इंडिया एक्सपोज़िशन मार्ट, ग्रेटर नोएडा में किया जाएगा। यह संवाद सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलेगा। विशेष बात यह है कि इस वर्ष रूस पार्टनर कंट्री के रूप में शामिल हो रहा है, जिससे उत्तर प्रदेश और भारत को नए व्यापारिक अवसरों की बड़ी सौगात मिलेगी। नीति-निर्माताओं की होगी भागीदारी  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार प्रदेश को वैश्विक निवेश का केंद्र बनाने में जुटे हैं। उनकी सरकार द्वारा लागू की गई ईज ऑफ डूइंग बिजनेस सुधारों, पारदर्शी नीतियों और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास ने विदेशी निवेशकों का विश्वास जीता है। यही कारण है कि आज यूपी में बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक आयोजन हो रहे हैं। रूस–इंडिया बिजनेस डायलॉग इसका सबसे ताज़ा उदाहरण है, जो प्रदेश को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की क्षमता रखता है। इस संवाद में भारत और रूस के शीर्ष उद्योगपतियों, वित्तीय संस्थानों, बीमा कंपनियों, शिक्षा क्षेत्र के प्रतिनिधियों और दोनों देशों के सरकारी नीति-निर्माताओं की भागीदारी होगी।  और बढ़ेंगे रोजगार और विकास के अवसर  कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत और रूस के बीच व्यापारिक और आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाई पर ले जाना, तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देना और संयुक्त उपक्रमों को प्रोत्साहित करना है। बैंकिंग एवं निवेश, बीमा, शिक्षा और सामान्य व्यापार जैसे क्षेत्रों पर विशेष चर्चा होगी। इससे दोनों देशों के बीच न केवल आर्थिक संबंध मजबूत होंगे, बल्कि प्रदेश के उद्योग और कारोबारी भी लाभान्वित होंगे। संवाद में तकनीकी हस्तांतरण, क्षमता निर्माण और नए निवेश मॉडल पर भी विचार किया जाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि रूस और भारत की साझेदारी शिक्षा, बीमा और निवेश क्षेत्रों में नई संभावनाओं को जन्म देगी। साथ ही, उत्तर प्रदेश में चल रही औद्योगिक नीतियों और मेगा प्रोजेक्ट्स में रूस की कंपनियों की भागीदारी से रोजगार और विकास के अवसर और बढ़ेंगे। आर्थिक रिश्तों को मिलेगी नई गति  इस आयोजन से उम्मीद है कि भारत और रूस के बीच आर्थिक रिश्तों को नई गति मिलेगी और उत्तर प्रदेश एक ग्लोबल इन्वेस्टमेंट हब के रूप में अपनी स्थिति को और मजबूत करेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विज़न है कि प्रदेश न केवल देश बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी निवेशकों के लिए पहला विकल्प बने। यह बिजनेस डायलॉग उसी दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित होगा।

सीएम योगी के विजन व कुशल मार्गदर्शन में आधुनिक तकनीक का केंद्र बनकर उभर रहे यूपी की शक्ति की साक्षी बनेगी दुनिया

  -ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में हो रहे भव्य आयोजन में एआई मॉडल के लाइव डेमॉन्सट्रेशन के जरिए तकनीकी उन्नति को किया जाएगा प्रदर्शित -आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग द्वारा 200 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र में पवेलियन का होगा निर्माण, यूपीएलसी द्वारा कार्य पूरा किया जाएगा लखनऊ, उत्तर प्रदेश को उन्नत तकनीकी का गढ़ बनाने की दिशा में कार्य कर रही योगी सरकार ने यूपीआईटीएस 2025 को लेकर विशेष तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन व कुशल मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश का कायाकल्प न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया के लिए सुखद आश्चर्य का विषय बना हुआ है। योगी सरकार की नीतियों का ही परिणाम है कि कभी पिछड़ा कहा जाने वाला प्रदेश आज देश में उद्यम, उत्पादकता, तकनीकी कौशल व नवाचार का केंद्र बनकर उभरा है। प्रदेश की इसी सकारात्मक शक्ति को प्रदर्शित करने के लिए ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में 25 से 29 सितंबर के बीच यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो के तृतीय संस्करण (यूपीआईटीएस 2025) का आयोजन किया जा रहा है।          इस कड़ी में, आईटी व इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने के साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मॉडल का लाइव डेमॉन्सट्रेशन भी करेगा, जो दुनियाभर से यहां आने वाले आगंतुकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा। इस उद्देश्य से विभाग ने विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। कार्ययोजना के अनुसार, आयोजन स्थल के हॉल-5 के 200 वर्ग मीटर क्षेत्र में भव्य पवेलियन का संचालन किया जाएगा, जिसे उत्तर प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (यूपीएलसी) की देखरेख में तैयार किया जाएगा। कर्व्ड एलईडी वॉल समेत विभिन्न आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा पवेलियन योजना के अनुसार, यूपीएलसी की देखरेख में आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग का थीम आधारित कॉन्सेप्च्युलाइज्ड पवेलियन बनाया जाएगा। इसमें स्टार्टअप्स के लिए विशेष क्षेत्र भी तैयार किया जाएगा। विभाग के पंडाल में स्मार्ट एलईडी वीडियो वॉल तथा स्टार्टअप्स के लिए अलॉटेड एरिया में आधुनिक कर्व्ड वीडियो वॉल लगाई जाएगी। इनके माध्यम से योगी सरकार की नीतियों, उपलब्धियों और तकनीकी प्रगति की गाथाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। पंडाल में मुख्य मंच (स्टेज) के साथ ही बैठकों के लिए वीआईपी लाउंज, कैफेटेरिया और कॉमन विजिटिंग एरिया जैसी सुविधाएं भी वैश्विक मानकों के अनुरूप उपलब्ध कराई जाएंगी। इससे आगंतुकों को भव्यता के साथ ही भविष्य की तकनीकों तथा इस दिशा में योगी सरकार के प्रयासों की जानकारी मिलेगी। लाइव सेटअप के आधार पर कार्य करेगा एआई मॉडल आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के पवेलियन में प्रस्तुत किया जाने वाला एआई मॉडल लाइव सेटअप पर आधारित होगा। यह न केवल कई भविष्य आधारित विशेषताओं से युक्त होगा, बल्कि तकनीकी क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की प्रगति को प्रदर्शित करने का माध्यम भी बनेगा। उल्लेखनीय है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने पिछले कुछ वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है। जहां एआई प्रज्ञा जैसे कार्यक्रम प्रदेश की युवा पीढ़ी व वर्कफोर्स को एआई दक्ष बना रहे हैं, वहीं महाकुंभ जैसे बड़े आयोजनों से लेकर विभिन्न सरकारी कार्यक्रमों और रोजमर्रा के कार्यों के कुशल निष्पादन में एआई की भूमिका अहम रही है। इसके अतिरिक्त,पंडाल में कंटेंट डिस्प्ले के लिए करीब 150 वर्ग फीट की एनामॉर्फिक डिस्प्ले स्क्रीन लगाई जाएगी। साथ ही, पंडाल की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी के लिए लाइव फीड सेटअप भी उपयोग में लाया जाएगा।