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कृषक सुखसाय को कृषि विभाग की योजनाओं से विशेष रूप से मिला लाभ

रायपुर, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में राज्य सरकार किसानों को हर संभव सहायता देने और उन्हें शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी क्रम में जशपुर जिले में कृषि विभाग की ओर से किसानों को योजनाओं का लाभ दिलाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। जशपुर जिले के कुनकुरी विकासखंड के ग्राम गिनाबहार निवासी कृषक सुखसाय को कृषि विभाग की योजनाओं से विशेष रूप से लाभ मिला है। उनके पास कुल 2 हेक्टेयर कृषि भूमि है, जिसमें सिंचाई की व्यवस्था सीमित होने के कारण वे पूर्ण रूप से खेती नहीं कर पा रहे थे। पहले एक कुएं के माध्यम से सिंचाई की कोशिश करते थे, लेकिन पंप की अनुपलब्धता के कारण दिक्कतें आती थीं। इस वर्ष कृषि विभाग ने उन्हें शाकम्भरी योजना के तहत विद्युत पंप उपलब्ध कराया, जिससे वे गेहूं की फसल ले पा रहे हैं। इसके अलावा उनके खेत में नलकूप खनन कराकर सौर सुजला योजना के तहत सोलर पंप की सुविधा भी प्रदान की गई है, जिसके माध्यम से स्प्रिंकलर प्रणाली से सिंचाई की जा रही है। अब श्री सुखसाय रबी और खरीफ दोनों ही मौसम में कृषि कार्य कर रहे हैं। पहले जहां खेती सीमित थी, अब बेहतर सिंचाई सुविधा मिलने से उनकी भूमि पूरी तरह उपयोग में आ रही है और उत्पादन में भी वृद्धि हुई है। श्री सुखसाय ने राज्य सरकार और कृषि विभाग का आभार जताते हुए कहा कि इन योजनाओं से उनकी आजीविका को मजबूती मिली है और खेती फिर से लाभ का साधन बन गई है।

मुख्यमंत्री ने आवास एवं पर्यावरण विभाग की ली समीक्षा बैठक

रायपुर,   मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय नवा रायपुर स्थित मंत्रालय महानदी भवन में आवास एवं पर्यावरण विभाग के विभागीय काम-काज की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर विकास प्राधिकरण के अतंर्गत संचालित कार्यो की जानकारी लेते हुए अधिकरियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में वित्त एवं आवास पर्यावरण मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री सुबोध कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत, सचिव आवास एवं पर्यावरण श्री अंकित आंनद, एन आर डी ए के सी.ई.ओ श्री चंदन कुमार, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के आयुक्त श्री अवनीश शरण, रायपुर विकास प्राधिकरण के सी.ई.ओ. श्री आकाश छिकारा सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवा रायपुर का सुव्यवस्थित विकास सरकार की पहली प्राथमिकता है। नवा रायपुर क्षेत्र में भविष्य की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सुनियोजित विकास किया जायेगा। नवा रायपुर देश की सबसे आधुनिक व खुबसूरत राजधानी है। देश के आई.आई.एम., ट्रिपल आई.टी., नेशनल लॉ विश्वविद्यालय जैसे शीर्ष शिक्षण संस्थान यहां स्थापित किए गए हैं। भविष्य में नवा रायपुर में बसाहट और बढ़ेगी इसलिए यह आवश्यक है कि आगमाी जरूरतों के हिसाब से यहां नागरिक सुविधाओं का भी विस्तार किया जाए। मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर क्षेत्र में रेल कनेक्टिविटी के विस्तार के संबंध में चर्चा कर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। भारत सरकार द्वारा परमालकसा – खरसिया नई रेलवे लाईन का निर्माण बलौदाबाजार जिले से होकर किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने इस रेल लाईन को नवा रायपुर से जोड़ने की मंशा जाहिर करते हुए कहा कि इससे नवा रायपुर में रेल सुविधाओं का विस्तार होगा और आम नागरिको को इसका लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने भारत माला परियोजना के अंतर्गत विशाखापट्टनम को जोड़ने वाले एक्सप्रेस-वे का निर्माण विकास के साथ आयात और निर्यात को प्रोत्साहित करने हेतु नवा रायपुर अटल नगर में एक लॉजिस्टीक हब की निर्माण आवश्यकता पर बल दिया। अधिकाारियों ने बाताया कि छत्तीसगढ़ से गुजरने वाले एक्सप्रेस-वे का निर्माण लगभग 95 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। इसके बनने से रायपुर से विशाखापट्टनम की दूरी 100 कि.मी. कम हो जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश कि नई औद्योगिक नीति से बड़ी संख्या में निवेशक आकर्षित हो रहे है। इससे यहां के युवाओं को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने नवा रायपुर क्षेत्र में ऑक्सीजोन निर्माण के अंतर्गत पीपल, बरगद, करंज, नीम, अशोक, अमलतास, गुलमोहर आदि पौधों के रोपण एवं ग्रोथ कि जानकारी ली। बैठक मे अधिकरियों ने बताया कि नवा रायपुर क्षेत्र में भविष्य में राज्य सरकार के विभिन्न आयोग-बोर्ड-निगम आदि के लिए आयोग बिडिंग कॉम्पलेक्स तैयार करने की योजना है। इसके अलावा काम-काजी महिलाओं के लिए वर्किंग वुमन हॉस्टल, 100 बिस्तर अस्पताल, नवा रायपुर में एक और नवीन थाना की स्थापना का प्रस्ताव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवा रायपुर क्षेत्र में नवीन भवनों के निर्माण के लिए आबंटित भू-खण्डों का समूचित उपयोग किया जाए। मुख्यमंत्री ने आवास एवं पर्यावरण विभाग के अंतर्गत शामिल – छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण बोर्ड, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल, नगर तथा ग्राम निवेश, छत्तीसगढ़ भू-सम्पदा नियामक प्राधिकरण (रेरा), रायपुर विकास प्राधिकरण के काम-काज की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

नदी में तेज बहाव के बीच नदी में पलटा ट्रक, चालक, परिचालक सहित बाल-बाल बचे 5 लोग

बलरामपुर छत्तीसगढ़ में मानसून अपने पूरे शबाब पर है. बलरामपुर जिले में जोरदार बारिश हो रही है, जिसके चलते गागर नदी उफान है. नदी में तेज बहाव के बीच पुल से सटकर पानी बहने रहा है. तेज बहाव के दौरान आयशर ट्रक पुल पार करते समय अनियंत्रित होकर नदी में पलट गया. ट्रक में चालक, परिचालक सहित कुल तीन लोग सवार थे, हालांकि राहत की बात रही कि वह सभी बाल-बाल बच गए. घटना राजपुर थाना क्षेत्र की है. जानकारी के अनुसार, आयशर ट्रक नदी के ऊपर से पुल को पार कर रहा था. इस दौरान नदी में तेज बहाव होने से पानी पुल से सटकर बह रहा था. ट्रक अनियंत्रित हो गई और नदी में पलट गई. ट्रक में चालक-परिचालक समेत 5 लोग सवार थे. इस घटना में राहत की बात यह रही कि सभी बाल-बाल बच गए. स्थानीय लोगों का कहना है कि मौके पर प्रशासन की ओर से कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई थी. ट्रैफिक रोकने या वैकल्पिक व्यवस्था के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए. पुल पर भी कई गड्ढे हो गए हैं.

नेमप्लेट विवाद में कूदे बाबा रामदेव, बोले- नाम छिपाना अनुचित, सभी के पूर्वज थे हिंदू

हरिद्वार कांवड़ यात्रा से पहले 'नेमप्लेट विवाद' पर योग गुरु बाबा रामदेव ने बड़ा बयान दिया है। बाबा रामदेव ने कहा है कि सभी मुसलमानों के पूर्वज हिंदू ही हैं, इसलिए नाम छिपाने में कुछ नहीं रखा है। बाबा रामदेव ने शिवभक्तों से भी खास अपील की है। बाबा रामदेव ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, "जैसे रामदेव को हिंदू होने पर गर्व है, वैसे ही मुस्लिम समुदाय के लोगों को अपने मुस्लिम होने पर गर्व होना चाहिए। सभी मुसलमानों के पूर्वज हिंदू ही हैं। इसलिए नाम छिपाने में कुछ नहीं रखा है। नाम बताना चाहिए, अगर किसी की मर्जी होगी तो वो खाना खाने आएगा, इसलिए नाम छिपाना न मजहब की दृष्टि से उचित है, न धार्मिक स्थिति और न व्यवहारिक दृष्टि से उचित है।" उन्होंने कहा कि सबको अपने-अपने मातृवंश और मजहब पर गौरव होना चाहिए। मुस्लिम भाइयों को किसी तरह से भी अपना मजहब नहीं छिपाना चाहिए। योग गुरु रामदेव बाबा ने कांवड़ यात्रियों से भी अपील की है। उन्होंने कहा, "कांवड़ लेकर चलने वाले लोग भगवान शिव के सच्चे भक्त हैं। भगवान शिव पवित्रता के प्रतीक हैं और सनातन धर्म के सबसे बड़े देवताओं में से एक 'आदि योगी' हैं। इसलिए शिव भक्तों को संयम और धैर्य का परिचय देना चाहिए। अगर किसी को बीड़ी-सिगरेट, शराब पीने या भांग जैसे नशीले पदार्थों का सेवन करने की लत है तो उन्हें इस बार कांवड़ लेकर चलते समय भगवान भोलेनाथ को अपनी सारी बुराइयां अर्पित करनी चाहिए। उन्हें व्यसन मुक्त जीवन जीने का संकल्प लेना चाहिए।" 'भाषा विवाद' पर योग गुरु ने कहा, "भाषा और अलग-अलग जाति के आधार पर हम हिंदू लड़ते हैं तो उससे हिंदू एकता, राष्ट्रीय एकता और अखंडता पर आंच आती है। इसलिए हम सबको भारतवासी होकर एकजुट रहना चाहिए। हमारी एकता में ही राष्ट्रीय एकता और अखंडता अक्षुण्य रहेगी।" उन्होंने आगे कहा, "हिंदुत्व का जो मूल दर्शन है, हमें उसे ही समझना है। हम सब एक ही ईश्वर की संतान हैं। भाषाएं अलग हो सकती हैं, रीति-रिवाज भिन्न हो सकते हैं और जाति-वर्ग अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन अभेद दृष्टि को ही हमने जीया है और यही हिंदुत्व है। वेद भी यही कहते हैं।"

स्कूल शिक्षिका को हटाने की मांग को लेकर नेशनल हाइवे जाम, विधायक कुंवर सिंह भी हुए शामिल

बालोद स्कूल शिक्षिका को हटाने की मांग को लेकर ग्रामीण रविवार को बारिश के बीच गुंडरदेही से राजनांदगांव मुख्य मार्ग पर चक्काजाम किया. चक्काजाम में कांग्रेसी विधायक कुंवर सिंह निषाद भी शामिल हुए. मामला गुंडरदेही ब्लॉक के बीजाभाठा गांव का है. चक्काजाम कर रहे ग्रामीणों की मांग है कि प्राथमिक स्कूल बीजाभाठा में पदस्थ शिक्षिका उषा बोरकर को हटाया जाए. इसके लिए शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं.

प्रमुख सचिव बोरा ने की विभागीय काम- काज की गई समीक्षा

जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में 01 से 15 नवंबर तक व्यापक कार्ययोजना बनाने के दिए निर्देश रायपुर, आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर काम काज की प्रगति की समीक्षा की । बैठक नवा रायपुर टीआरटीआई स्थित सभाकक्ष में  सम्पन्न हुई।  प्रमुख सचिव श्री बोरा ने आगामी विधानसभा सत्र के मददे्नजर समीक्षा बैठक लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने निर्देशित किया कि विधानसभा सचिवालय से प्राप्त सभी प्रश्नों का समय – सीमा में जबाव दिया जाए। प्रश्नों का जवाब सारगर्भित एवं स्पष्ट होना चाहिए। जिले से संबंधित प्रश्नों पर तत्काल संबंधित जिले के सहायक आयुक्त से संपर्क कर निर्धारित समयसीमा में जानकारी प्राप्त कर इसे सर्वाेच्च प्राथमिकता के साथ विधानसभा सचिवालय भेजना सुनिश्चित किया जाए। श्री बोरा ने कहा कि विधानसभा सचिवालय से प्राप्त सभी प्रश्नों के जवाब 07 जुलाई तक अनिवार्य रूप से तैयार किए जाने के निर्देश दिए। बैठक में आयुक्त डॉ. सारांश मित्तर, संचालक, टीआरटीआई श्री जगदीश कुमार सोनकर, उपसचिव श्री बी.के.राजपूत एवं अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। प्रमुख सचिव  बोरा द्वारा प्रयास एवं एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालयों के निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की गई। साथ ही नवीन शि़क्षण सत्र 2025-26 में प्रवेश की स्थिति एवं अन्य आवश्क व्यवस्थाओं की जानकारी ली गई। उन्होंने प्रयास, एकलव्य के साथ-साथ अन्य सभी विभागीय छात्रावास-आश्रमों में अच्छी कम्प्यूटर लैब की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही संवेदनशील छात्रावास-आश्रमों में तत्काल सीसीटीवी कैमरा लगाए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने नवंबर माह में राज्य स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने एवं जनजातीय गौरव दिवस के उपलक्ष्य में 01 नवंबर से 15 नवंबर तक के लिए एक व्यापक कार्ययोजना बनाए जाने के निर्देश दिए। इनमें आदिवासी साहित्य उत्सव, जनजातीय बुक फेयर, जनजातीय सांस्कृतिक उत्सव, जनजातीय चित्रकला, जनजातीय फिल्म फेस्टिवल, जनजातीय रामायण इत्यादि कार्यक्रम कराए जाने हेतु निर्देशित किया गया।            प्रमुख सचिव बोरा ने टीआरटीआई परिसर में निर्माणाधीन शहीद वीर नारायण सिंह आदिवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी संग्रहालय की भी डिजिटली समीक्षा करने के पश्चात मौके पर जाकर सभी 14 गैलरियों का निरीक्षण किया एवं मौके पर उपस्थित अधिकारियों, इंजीनियर्स, क्यूरेटर एवं निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश देते हुए 30 सितंबर तक सभी निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए । उन्होंने संग्रहालय में निर्माणाधीन गिफ्ट शॉप एवं ऑडियो-विजुअल के संबंध में भी आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अब उनके द्वारा प्रत्येक  गुरूवार को संग्रहालय का निरीक्षण किया जाएगा।     

योगी सरकार ने राज्यभर में मंदिरों, आश्रमों और धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार की योजना तैयार की

लखनऊ  उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य के धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों को संवारने की पहल की है. पर्यटन को बढ़ावा देने और आस्था से जुड़े केंद्रों को विकसित करने के उद्देश्य से सरकार ने मंदिरों, आश्रमों और तीर्थ स्थलों के जीर्णोद्धार की योजना तैयार की है. खासतौर पर पूर्वांचल क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जहां धार्मिक पर्यटन को नया आयाम देने की तैयारी है. उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्यभर में स्थित प्रमुख मंदिरों, संतों के आश्रमों और धार्मिक स्थलों के जीर्णोद्धार की योजना तैयार की है. सरकार का मानना है कि इससे धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. स्थानीय रोजगार और अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी. विशेष रूप से पूर्वांचल क्षेत्र को धार्मिक पर्यटन के नए हब के रूप में विकसित करने पर विशेष जोर दिया गया है. एजेंसी के अनुसार, राज्य पर्यटन विभाग द्वारा जारी बयान के अनुसार, एक विस्तृत रोडमैप तैयार किया गया है. इसके तहत उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में धार्मिक स्थलों का सौंदर्यीकरण और विकास किया जाएगा. योजना के तहत बलिया के भृगु आश्रम में स्थित चित्रगुप्त मंदिर का सौंदर्यीकरण, तेंदुआ पट्टी फरसतार मौजा होलपुर में हनुमान मंदिर परिसर का विकास और बसंतपुर गांव में उदासीन मठ का पुनर्विकास शामिल है. वहीं आजमगढ़ जिले में महाराजगंज स्थित भैरव बाबा स्थल और मिश्रपुर का राम-जानकी मंदिर भी इस परियोजना में शामिल हैं. इसके अलावा फूलपुर पवई (आजमगढ़) में दुर्वासा ऋषि आश्रम, मऊ के दुआरी गांव में स्थित श्री वीर बाबा ब्रह्म स्थान और कन्नौज जिले के सदर क्षेत्र में फूलमती देवी मंदिर का भी कायाकल्प किया जाएगा. इनके अलावा गोरखपुर के बांसगांव, सिंहपुर और धन्नीपुर में स्थित परमहंस बाबा से जुड़े स्थलों को भी शामिल किया गया है. इन स्थलों के आसपास बुनियादी सुविधाओं जैसे सड़क, शौचालय, पार्किंग, लाइट और सूचना केंद्रों का भी विकास किया जाएगा. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, साल 2024 में राज्य में कुल 65 करोड़ से अधिक पर्यटक आए थे, जो कि देश के किसी भी राज्य के मुकाबले सबसे अधिक है. अब इन धार्मिक स्थलों के विकास से आने वाले वर्षों में यह आंकड़ा और बढ़ने की संभावना है. पर्यटन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि धार्मिक पर्यटन संस्कृति और विरासत को संरक्षित करेगा, इससे स्थानीय लोगों को स्वरोजगार और व्यापार के नए अवसर भी मिलेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं धार्मिक स्थलों के संरक्षण और प्रचार-प्रसार को लेकर प्रतिबद्ध हैं.

Samsung S26 Ultra कैमरा और परफॉर्मेंस अपग्रेड सुनकर दांतों तले उंगलियां दबा लेंगे

नई दिल्ली Samsung जल्द कुछ दिनों में अपने फोल्ड डिवाइसेज से पर्दा उठाने वाला है। उससे पहले S26 अल्ट्रा की कुछ ऐसी डिटेल्स सामने आने लगी हैं कि सुनकर आप दांतों तले उंगलियां दबा लेंगे। एक भरोसेमंद टिप्सटर की ओर से इस फोन को लेकर कुछ जानकारी सामने आई है, जिससे पता चलता है कि S26 अल्ट्रा में कुछ बहुत बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा और इसमें कंपनी फोन को पतला रखने समेत बेहतर हीट मैनेजमेंट पर ध्यान देगी। चलिए टिप्सटर की ओर से सामने आई डिटेल्स के बारे में गहराई से बात करते हैं। S26 Ultra के स्पेसिफिकेशन X पर आई PandaFlashPro की रिपोर्ट के अनुसार S26 Ultra में पुराने S25 Ultra जैसी ही 6.9 इंच की डिस्पले होगी। हालांकि इसके बेजल्स पिछले फोन से पहले होंगे। वहीं बीच में खबरें आईं थी कि सैमसंग अपने S Pen से डिजिटाइजर को हटा सकता है लेकिन टेस्टिंग में अच्छे परणाम न मिलने की वजह से सैमसंग ने S Pen से डिजिटाइजर हटाने का फैसला कैंसिल कर दिया है। इसके अलावा डिजाइन के मामले में फोन S25 Ultra जैसा ही दिखेगा। बताया जा रहा है कि सैमसंग S26 Ultra से सैंमसंग कैमरा रिंग हटा सकता है। S25 Ultra में भी यह रिंग्स काफी विवादस्पद रहे थे। कुछ यूट्यूबर्स ने उन लेंस को फोन से हटा कर भी दिखाया था। ऐसे में अगले मॉडल में कैमरा कैसा दिखेगा इसे लेकर ज्यादा चिंता नहीं करनी पड़ेगी। सैमसंग अपने अगले मॉडल के लिए भी IP68 रेटिंग दे सकता है। फ्रंट कैमरा में हो सकता है सुधार Galaxy S26 Ultra में कैमरे और परफॉर्मेंस को लेकर जबरदस्त अपग्रेड देखने को मिल सकते हैं। सबसे पहले बात कैमरे की तो इस फोन में 200MP का ISOCELL HP2 मेन कैमरा होगा, जिसे नया लेंस मिलेगा। इसके साथ 50MP का अल्ट्रा-वाइड कैमरा और 50MP का पेरिस्कोप कैमरा मिलेगा, जो 5x ऑप्टिकल जूम देगा। सबसे दिलचस्प बात यह है कि इसमें 3x जूम वाला टेलीफोटो कैमरा भी अपग्रेड हो रहा है। पहले यह 10MP था, अब यह 12MP हो सकता है। साथ ही एक नया लेजर ऑटोफोकस सेंसर भी आ सकता है, जिससे फोटो जल्दी और बेहतर फोकस होंगी। बेहतर फोटो प्रोसेसिंग के लिए इसमें अगली जेनरेशन का ProVisual Engine होगा। सेल्फी कैमरे की बात करें तो वह भी नया होगा, हालांकि उसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। फोन में नया Snapdragon 8 Elite Gen 2 प्रोसेसर मिलेगा, जो TSMC का 3nm चिप होगा। इसे खास Galaxy वर्जन में ओवरक्लॉक किया जा सकता है। परफॉर्मेंस और बैटरी के लिए इसमें 1.2 गुना बड़ा वेपर चेंबर कूलिंग सिस्टम होगा, जिससे गर्मी कम होगी और फोन लंबे समय तक स्मूद चलेगा। सभी को मिलेगी 16GB RAM Galaxy S26 Ultra में इस बार सभी वेरिएंट्स में 16GB की दमदार रैम दी जाएगी। चाहें आप 256GB, 512GB या 1TB स्टोरेज वाला मॉडल लें। यानी अब रैम के मामले में कोई समझौता नहीं होगा।

इंग्लैंड के लड़खड़ाने के बाद 100 रन पूरे, आकाश के जाल में फंसे ब्रूक, क्रीज पर बेन स्टोक्स और जेमी स्मिथ

बर्मिंघम  भारत और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर दूसरा टेस्ट मैच खेला जा रहा है। आज मुकाबले का पांचवां और आखिरी दिन है। इंग्लैंड के सामने 608 रन का अंसभव सा लक्ष्य है। फिलहाल, इंग्लैंड की ओर से दूसरी पारी में कप्तान बेन स्टोक्स (10)* और जेमी स्मिथ (9)* बल्लेबाजी कर रहे हैं। ओली पोप (25) रविवार को अपनी पारी में कोई रन ही जोड़ सके। वहीं, हैरी ब्रूक (23) ने अपनी पारी में सिर्फ 8 रन जोड़े। भारत की बर्मिंघम में ऐतिहासिक जीत पर नजर है। टीम इंडिया ने यहां आज तक कोई टेस्ट नहीं जीता है। रविवार को भारत को जीत के लिए सात विकेट की जरूरत है। टेस्ट क्रिकेट इतिहास में कभी 418 रनों से ज्यादा का टारगेट चेज नहीं हुआ है। ऐसे में इंग्लैंड टीम मैच ड्रॉ कराने की रणनीति भी आजमा सकती है। हालांकि, भारतीय गेंदबाजों के सामने मुकाबला ड्रॉ करना आसान नहीं होगा। चौथे दिन स्टंप्स तक इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 72 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे। जैक क्रॉली का खाता नहीं खुला। बेन डकेट ने 25 और जो रूट ने 6 रन बनाए। इससे पहले, भारत ने कप्तान शुभमन गिल (161) के शानदार शतक के बाद दूसरी पारी 427/6 के स्कोर पर घोषित की। भारत के 587 रन के जवाब में इंग्लैंड की पहली पारी 407 रन पर सिमटी थी। भारत को पहली पारी के आधार पर 180 रनों की बढ़त मिली थी। इंग्लैंड टीम के 100 रन पूरे इंग्लैंड ने लड़खड़ाने के बाद 100 रन पूरे कर लिए हैं। मेजबान टीम ने 25वें ओवर में यह आंकड़ा छुआ। कप्तान बेन स्टोक्स 10 और विकेटकीपर जेमी स्मिथ 9 रन बनाकर क्रीज पर हैं। आकाश के जाल में फंसे ब्रूक इंग्लैंड की आधी टीम पवेलियन लौट गई है। आकाशदीप ने 22वें ओवर में पहली पारी के 'शतकवीर' हैरी ब्रूक को अपने जाल में फंसाया। वह 31 गेंदो में 23 रन बनाने के बाद एलबीडब्ल्यू हो गए। उन्होंने तीन चौके लगाए।

मौसम का कहर: MP से ओडिशा तक बारिश का तांडव, IMD ने जारी किया रेड अलर्ट

नई दिल्ली  देश के विभिन्न हिस्सों में मॉनसून की सक्रियता के कारण अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, मॉनसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति के करीब है। इसके प्रभाव से मध्य प्रदेश में 6 से 11 जुलाई तक को अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में 6 से 8 जुलाई तक भारी बारिश होगी, जिसमें छत्तीसगढ़ में 6 से 7 जुलाई और विदर्भ में 7 व 8 जुलाई को बहुत भारी बारिश के आसार हैं। इसके अलावा, पूर्वी और मध्य भारत में अगले सात दिनों तक गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी। इस दौरान 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं की संभावना है। राजस्थान में दक्षिण पश्चिमी मॉनसून की सक्रियता जारी है। शनिवार दिन में सीकर में सबसे अधिक 45 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार राज्य के कुछ हिस्सों में रविवार से बारिश की गतिविधियां कम हो सकती हैं। मौमस विभाग के अनुसार, बीकानेर संभाग के कुछ भागों में मध्यम दर्जे की बारिश आगामी 2-3 दिन हो सकती है। जोधपुर संभाग के कुछ भागों में 6 जुलाई से बारिश की गतिविधियों में कमी होगी। मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार शनिवार को राज्य में कई स्थानों पर बादल गरजने के साथ बारिश हुई। इस दौरान सीकर में 45 मिलीमीटर, वनस्थली में 26 मिलीमीटर, जयपुर में 14 मिलीमीटर, कोटा में 7.2 मिलीमीटर, फतेहपुर में 7 मिलीमीटर बारिश हुई। कई और जगह भी बूंदाबांदी व बारिश हुई। बंगाल में भारी बारिश की संभावना पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र में कम दबाव बनने की संभावना है, जिससे राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है। पुरुलिया, झाड़ग्राम और पश्चिम मेदिनीपुर जिलों के कुछ हिस्सों में 7 से 20 सेंटीमीटर तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। पश्चिम वर्धमान, पूर्व मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना और बांकुड़ा जिलों में भी 7 से 11 सेमी तक भारी बारिश होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय क्षेत्र में कम दबाव का क्षेत्र बनने और मजबूत मानसून प्रवाह के कारण इन जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा होगी। आईएमडी ने कहा कि उपहिमालयी जिलों दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार और कूचबिहार के कुछ हिस्सों में 10 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों के लिए रेड अलर्ट हिमाचल प्रदेश में बीते कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण 260 से अधिक सड़कें बंद हैं जिनमें से 176 अवरुद्ध सड़कें अकेले मंडी जिले में हैं। स्थानीय मौसम विभाग ने रविवार को कांगड़ा, सिरमौर और मंडी जिलों के कुछ स्थानों पर अत्याधिक बारिश की आशंका जताते हुए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। इसके अलावा ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा, सोलन, शिमला और कुल्लू जिलों के कुछ क्षेत्रों में भारी से बहुत बारिश की आशंका के मद्देनजर ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है। एक दिन में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी के बीच हुई वर्षा को बहुत भारी वर्षा की श्रेणी में रखा जाता है, जबकि 204.4 मिमी से अधिक वर्षा को अति भारी वर्षा माना जाता है। मौसम विभाग ने लोगों को भूस्खलन, अचानक बाढ़ आने, जलभराव होने और कमजोर ढांचों, फसलों एवं आवश्यक सेवाओं को नुकसान पहुंचने की आशंका के प्रति सतर्क किया है। साथ ही नदी-नालों से दूर रहने और संवेदनशील इलाकों में न जाने की सलाह दी है।