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उत्तर प्रदेश में कांवड़ लेने जा रहे 4 श्रद्धालुओं को ट्रैक्टर ट्रॉली ने मारी टक्कर, एक की मौत

संभल  उत्तर प्रदेश के संभल जिले में कांवड़ यात्रा पर जा रहे श्रद्धालुओं के साथ एक दर्दनाक हादसा हो गया. असमोली थाना क्षेत्र के मनोटा पुल के पास तेज रफ्तार ट्रैक्टर ट्रॉली ने बाइक सवार चार कांवड़ियों को टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि एक कांवड़िए की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और RRF (रैपिड रेस्पॉन्स फोर्स) की टीम मौके पर पहुंची. चारों घायलों को तुरंत संभल जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने एक और कांवड़िए को मृत घोषित कर दिया. बाकी तीन घायलों का इलाज अस्पताल में जारी है. हादसे के बाद अस्पताल में भारी भीड़ जमा हो गई.

वंदे भारत की गूंज अब यहां भी, जानें नई रूट की पूरी जानकारी

वलसाड देशभर के ज्यादातर राज्यों को उनकी वंदे भारत ट्रेनें मिल चुकी हैं। अब स्लीपर वंदे भारत का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन उससे पहले कई और रूटों व शहरों को चेयर कार वाली वंदे भारत ट्रेनों की कनेक्टिविटी मिल रही है। गुजरात के वलसाड शहर को अब वंदे भारत ट्रेन मिली है। यह वलसाड रेलवे स्टेशन पर रुकेगी। मुंबई सेंट्रल से गांधीनगर चलने वाली वंदे भारत का स्टॉपेज वलसाड भी किया गया है। रेलवे मंत्रालय ने ऑफिशियल सर्कुलर जारी करते हुए कहा है कि उसने 20901/20902 मुंबई सेंट्रल-गांधीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस का स्टॉपेज वलसाड स्टेशन के लिए अप्रूव कर दिया है। जल्द ही इसे लागू कर दिया जाएगा। साथ ही, रेलवे अथॉरिटीज को आदेश दिया गया है कि वे वलसाड स्टेशन पर वंदे भारत के लिए बिकने वाले टिकटों की संख्या पर नजर बनाए रखें। हालांकि, अभी वलसाड स्टेशन पर इसके शेड्यूल की जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन माना जा रहा है कि जल्द ही यह भी सामने आ जाएगा। बता दें कि इस समय अहमदाबाद से मुंबई रूट पर दो चेयर कार वाली वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। इसमें से एक मुंबई से गांधीनगर चलती है, जिसके स्टॉपेज अहमदाबाद, वडोदरा, आणंद, सूरत, वापी और बोरीवली व मुंबई सेंट्रल है। अब यही ट्रेन वलसाड रेलवे स्टेशन पर भी रुकेगी। रेलवे के इस फैसले के बाद माना जा रहा है कि वलसाड और उसके आसपास जिलों से मुंबई या गुजरात के अन्य शहरों की यात्रा करने वालों को फायदा मिलेगा। वे कम समय में ही अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। वलसाड सांसद धवल पटेल ने ट्रेन के नए स्टॉपेज के लिए पीएम मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को धन्यवाद दिया।  

MVA में दरार? उद्धव ठाकरे बोले- बार-बार ऐसी गलती बर्दाश्त नहीं

मुंबई शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाया है कि अगर 2024 के महाराष्ट्र विधानसभा की तरह सीट बंटवारे और उम्मीदवारों के चयन में देरी जैसी गलतियां दोबारा हुईं तो महा विकास आघाडी (एमवीए) का क्या औचित्य रह जाएगा। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में एमवीए के प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद का उत्साह विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टियों के खुद के जीतने पर केंद्रित व्यक्तिगत अहंकार में बदल गया, जो अंततः उनकी हार का कारण बना। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनावों के दौरान कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में उम्मीदवार तय नहीं किए गए थे। ठाकरे ने कहा, "यह एक गलती थी जिसे सुधारना होगा। अगर भविष्य में ऐसी गलतियां होती रहीं तो साथ रहने का कोई मतलब नहीं है।" शिवसेना (उबाठा) के मुखपत्र 'सामना' को दिए साक्षात्कार में ठाकरे ने इस बात पर अफसोस जताया कि उनकी पार्टी को लोकसभा चुनाव के दौरान अपने एमवीए सहयोगियों को वे सीट देनी पड़ीं, जो उसने पहले कई बार जीती थीं। उन्होंने कहा, "(विधानसभा चुनाव के दौरान) सीट बंटवारे पर बातचीत आखिरी क्षण तक चली। (एमवीए सहयोगियों के बीच) इस झगड़े से जनता के बीच हमारे बारे में गलत संदेश गया।" उन्होंने सुझाव दिया कि विधानसभा चुनाव के दौरान रियायतों की घोषणा करने की होड़ से शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरदचंद्र पवार) और कांग्रेस के गठबंधन एमवीए को नुकसान हुआ। "ईवीएम घोटाले", फर्जी मतदाता सूची और विधानसभा चुनाव के दौरान मतदाताओं की संख्या में वृद्धि को लेकर चर्चाएं हो रही हैं। ठाकरे ने 'सामना' के कार्यकारी संपादक और राज्यसभा सदस्य संजय राउत से कहा कि "लाडकी बहिन" जैसी भ्रामक योजनाएं थीं, जिनसे चुनावी संभावनाओं पर असर पड़ा। लेकिन उन्होंने कहा कि गलतियों को स्वीकार करने से कतराना ठीक नहीं है। साल 2024 के लोकसभा चुनावों में, एमवीए ने महाराष्ट्र की 48 में से 30 सीट जीती थीं, लेकिन महज पांच महीने बाद हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन महायुति ने एमवीए को करारी शिकस्त दी। दो सौ अठासी सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में शिवसेना (उबाठा), राकांपा (एसपी) और कांग्रेस को कुल मिलाकर 46 सीट पर जीत मिली। विधानसभा चुनाव में, भाजपा ने सर्वाधिक 132 सीट जीतीं, जबकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार-नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने 41 सीट जीतीं।  

कांग्रेस अध्यक्ष पद पर राव दान सिंह की चर्चा पर किरण का कटाक्ष – अब तो पूरी तबाही तय है

भिवानी  राज्यसभा सांसद किरण चौधरी आज भिवानी रेलवे स्टेशन पहुंचीं। उन्होंने बताया कि स्टेशन के नवीनीकरण पर 16 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। यह काम केंद्र सरकार की अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हो रहा है। राव दान सिंह को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा पर किरण चौधरी ने ली चुटकी  इस दौरान किरण चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रदेश कार्यकारिणी की 30 जून तक गठन किए जाने के बाद भी अभी तक नहीं बनने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस की डेटलाईन आती-जाती रहती है। यह पार्टी शून्य पर थी तथा शून्य पर ही बनी रहेगी। जनता को इस पार्टी से अधिक अपेक्षा नहीं रखना चाहिए। हरियाणा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राव दान सिंह को बनाए जाने की चर्चाओं पर किरण चौधरी ने चुटकी ली। उन्होंने कहा कि उनके नाम तो पहले ही 16 हजार करोड़ रूपये का घोटाला है। यदि ऐसा प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस का बनेगा तो रही-कसी कसर भी पूरी हो जाएगी।  उन्होंने कहा कि कि पूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसीलाल ने रेलवे मंत्री रहते हुए भिवानी के इस रेलवे स्टेशन को उस समय का एक मॉडल रेलवे स्टेशन बनाया था, जिसका जीर्णोद्धार अब 16 करोड़ रूपये की लागत से किया गया है। आधुनिकीकरण के तहत रेलवे स्टेशन पर सांस्कृतिक झलक के साथ डिजाईन, दिव्यांगों के लिए रैंप, आधुनिक प्रतीक्षालय व शौचालय, टिकट काऊंटर व आकर्षित प्रवेश द्वार इस योजना के तहत बनाए गए है। ताकि भारतीय रेलवे और भी सुदृढ़ तरीके से लोगों की यात्राएं सुगम बढ़ाने की तरफ आगे बढ़ सकें। इस मौके पर राज्यसभा सांसद किरण चौधरी ने कहा कि भारत एक विशाल देश है। इसे सांस्कृतिक रूप से जोड़े रखने में रेलवे की अहम भूमिका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इस वीजन को आगे बढ़ाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि भिवानी सिटी स्टेशन पर दिल्ली जाने वाली ट्रेनों के ठहराव को लेकर भी राज्यसभा में मुद्दा उठाएंगी। वहीं अभय सिंह चौटाला को अपराधिक तत्वों द्वारा धमकी दिए जाने को किरण चौधरी ने गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि पुलिस इस दिशा में कार्य कर रही है तथा मुख्यमंत्री भी कह चुके है कि प्रदेश में गुंड़ों को नहीं रहने दिया जाएगा। राव इंद्रजीत सिंह व किरण चौधरी को दिग्विजय चौटाला द्वारा टिप्पणी किए जाने के सवाल पर राज्यसभा सांसद ने कहा कि दिग्विजय चौटाला के पास कोई पद नहीं है। वे जिम्मेदारी वाली बात नहीं करते। उनके लिए अंगूर अभी खट्टे है।

मुख्यमंत्री साय बोले – नई औद्योगिक नीति के माध्यम से विकास और रोजगार सृजन कर रही है हमारी सरकार

फार्मास्यूटिकल इकाई का शुभारंभ प्रदेश के औद्योगिक विकास में महत्वपूर्ण कदम रायपुर मुख्यमंत्री  विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर के सेक्टर-05 स्थित एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की नवनिर्मित इकाई का भव्य शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रबंधन को शुभकामनाएं दीं और उत्पादन इकाई का भ्रमण कर दवा निर्माण की संपूर्ण प्रक्रिया का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री शसाय ने कहा कि कोविड के कठिन दौर में दवाइयों की किल्लत को देखते हुए इस इकाई के निर्माण का सपना देखा गया था और आज वह साकार हुआ है। उन्होंने कहा कि जब पूरी दुनिया कोविड के संकट से जूझ रही थी, तब भारत ने स्वदेशी वैक्सीन विकसित कर एक मिसाल कायम की। श्री साय ने कहा कि फार्मास्यूटिकल्स की  इकाई का शुभारंभ प्रदेश के औद्योगिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की नई औद्योगिक नीति निवेशकों को आकर्षित कर रही है और पिछले सात-आठ महीनों में 6 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं, जिनमें से कई परियोजनाओं पर कार्य आरंभ हो चुका है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार औद्योगिक इकाइयों के माध्यम से अधिक से अधिक रोजगार सृजन का कार्य कर रही है और ऐसी इकाइयों को विशेष प्रोत्साहन भी दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ आज रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर चुका है, और इन 25 वर्षों में जो विकास हुआ है, उसमें पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का योगदान अतुलनीय है। उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह ने न केवल प्रदेश से भूखमरी को दूर किया, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में भी ठोस नींव रखी। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य क्षेत्र की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य गठन के समय प्रदेश में केवल एक मेडिकल कॉलेज था, जबकि आज प्रदेश में 15 मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना के जरिए लोगों को निःशुल्क इलाज मिल रहा है। श्री साय ने बताया कि पिछले डेढ़ वर्ष की अवधि में छह से अधिक विशेषज्ञ अस्पतालों के शुभारंभ का मैं साक्षी रहा हूं, जो दर्शाता है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का लगातार विस्तार हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री श्री मोदी का मानना है कि लोग बीमार न पड़ें, निरोगी रहें, और उनकी इसी संकल्पना के अनुरूप वेलनेस सेंटर के माध्यम से लोगों को आरोग्य प्राप्त हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सरकार ने “विकसित छत्तीसगढ़ 2047” की परिकल्पना के तहत विजन डॉक्यूमेंट तैयार किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश की सकल राज्यीय उत्पाद (GSDP) 5 लाख करोड़ है, जिसे 2030 तक ₹10 लाख करोड़ और 2047 तक ₹75 लाख करोड़ तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, और यह प्रदेशवासियों के सहयोग से ही संभव होगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस अवसर पर एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स का भ्रमण कर उन्नत तकनीकों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह इकाई पूरी तरह ऑटोमेटेड है, जहाँ टैबलेट, सिरप, ऑइंटमेंट और क्रीम जैसे विभिन्न प्रकार की दवाइयों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस इकाई के विस्तार से बड़ी संख्या में स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश के फार्मास्यूटिकल सेक्टर में यह एक महत्वपूर्ण और प्रेरणादायक शुरुआत है। उन्होंने कहा कि भारत ने इस क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई है और कोविड काल के दौरान पूरी दुनिया को यह एहसास हुआ कि दवाइयों और चिकित्सा संसाधनों का क्या महत्व है। उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूरोप जैसे विकसित देशों ने भी उस दौर में भारत की फार्मा क्षमता पर विश्वास जताया। उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में विकसित छत्तीसगढ़ की संकल्पना को साकार करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए विजन डॉक्यूमेंट जारी किया गया है, जो आने वाले वर्षों में प्रदेश को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक विकास में नवा रायपुर की केंद्रीय भूमिका है। यह क्षेत्र न केवल औद्योगिक निवेश के लिए उपयुक्त है, बल्कि सभी प्रमुख मार्गों से जुड़ाव के कारण लॉजिस्टिक्स की दृष्टि से भी अत्यंत सुविधाजनक है। डॉ. सिंह ने एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स की टीम को इस नई शुरुआत के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह इकाई नवा रायपुर के विकास को नई गति देगी। इस अवसर पर वन मंत्री केदार कश्यप, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, पवन साय, विधायक गुरु खुशवंत साहेब, विधायक मोतीलाल साहू, विधायक ललित चंद्राकर, विधायक संपत अग्रवाल, विधायक अनुज शर्मा, सीजीएमएससी के अध्यक्ष दीपक म्हस्के, सीएसआईडीसी के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल, छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल के अध्यक्ष नीलू शर्मा, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अमरजीत छाबड़ा, नागरिक आपूर्ति निगम के अध्यक्षसंजय श्रीवास्तव, एस्पायर फार्मास्यूटिकल्स से कोमलचंद चोपड़ा, अनिल देशलहरा और उज्ज्वल दीपक सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

चुनावी पोस्टर लगे वाहन में मिली भारी मात्रा में शराब, जांच में जुटी पुलिस

रोहतास रोहतास जिले के काराकाट थाना क्षेत्र अंतर्गत जोरावरपुर गांव के पास शनिवार सुबह एक वाहन दुर्घटना के बाद उस वक्त हड़कंप मच गया जब उसमें से भारी मात्रा में शराब बरामद हुई। खास बात यह रही कि उक्त वाहन पर जन सुराज पार्टी के पोस्टर लगे हुए थे, जिससे कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। पुलिस ने वाहन सहित शराब की खेप को जब्त कर लिया है और मामले की जांच में जुट गई है। दुर्घटना के बाद उजागर हुआ मामला प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जन सुराज पार्टी के पोस्टर लगे एक बोलेरो वाहन और एक ट्रक के बीच जोरदार टक्कर हुई। हादसे के बाद दोनों वाहन चालक मौके से फरार हो गए। टक्कर की आवाज सुनकर पहुंचे स्थानीय लोगों ने जब वाहन को देखा, तो उसमें शराब की खेप पाई गई। घटना की जानकारी मिलते ही काराकाट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और बोलेरो से बड़ी मात्रा में शराब बरामद की। पुलिस ने बोलेरो और ट्रक दोनों को जब्त कर लिया है और कागजातों की जांच की जा रही है। जांच के घेरे में कई सवाल पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि क्या शराब की यह खेप किसी राजनीतिक कार्यकर्ता से जुड़ी थी या किसी तस्कर ने पहचान छिपाने के लिए राजनीतिक पार्टी का पोस्टर वाहन पर चिपकाया था। फिलहाल वाहन मालिक की पहचान की जा रही है और प्राथमिकी दर्ज कर जांच प्रक्रिया आगे बढ़ाई जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और दोषियों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।  

मांगों को लेकर नर्सों की हड़ताल शुरू, महाराष्ट्र में स्वास्थ्य सेवाएं बाधित

मुंबई महाराष्ट्र में सरकारी अस्पतालों की स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर संकट के बादल मंडरा गए हैं। राज्यभर की 30,000 से अधिक नर्सें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई हैं। नर्सों के इस सामूहिक आंदोलन से सरकारी अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और चिकित्सा संस्थानों की सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो सकती हैं। नर्सों की यह हड़ताल महाराष्ट्र राज्य नर्सेज एसोसिएशन के नेतृत्व में की जा रही है। एसोसिएशन का कहना है कि सातवां वेतन आयोग लागू होने के बावजूद वेतन विसंगतियां दूर नहीं की गई हैं, जिससे हजारों नर्सों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। इससे पहले, 15 और 16 जुलाई को मुंबई के आजाद मैदान में राज्यभर से आई नर्सों ने दो दिवसीय धरना प्रदर्शन किया था। प्रशासन से कोई ठोस आश्वासन न मिलने के कारण अब नर्सों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का रास्ता चुना है।  स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, राज्य सरकार हड़ताल को समाप्त करने के लिए प्रयास कर रही है और जल्द ही नर्सेज एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की संभावना है। वहीं, अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की देखभाल के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि नर्सिंग स्टाफ की गैरमौजूदगी से सेवाओं पर व्यापक असर पड़ सकता है। नर्सों की मांगों में वेतन विसंगतियों को दूर करने के अलावा पदोन्नति, कार्यस्थल पर बेहतर सुविधाएं और सेवा शर्तों में सुधार जैसे मुद्दे भी शामिल हैं। हड़ताल कब तक चलेगी, इसका फिलहाल कोई अंदाजा नहीं है।  

मांगों को लेकर नर्सों की हड़ताल शुरू, महाराष्ट्र में स्वास्थ्य सेवाएं बाधित

मुंबई महाराष्ट्र में सरकारी अस्पतालों की स्वास्थ्य व्यवस्था पर एक बार फिर संकट के बादल मंडरा गए हैं। राज्यभर की 30,000 से अधिक नर्सें अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चली गई हैं। नर्सों के इस सामूहिक आंदोलन से सरकारी अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और चिकित्सा संस्थानों की सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हो सकती हैं। नर्सों की यह हड़ताल महाराष्ट्र राज्य नर्सेज एसोसिएशन के नेतृत्व में की जा रही है। एसोसिएशन का कहना है कि सातवां वेतन आयोग लागू होने के बावजूद वेतन विसंगतियां दूर नहीं की गई हैं, जिससे हजारों नर्सों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। इससे पहले, 15 और 16 जुलाई को मुंबई के आजाद मैदान में राज्यभर से आई नर्सों ने दो दिवसीय धरना प्रदर्शन किया था। प्रशासन से कोई ठोस आश्वासन न मिलने के कारण अब नर्सों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का रास्ता चुना है।  स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, राज्य सरकार हड़ताल को समाप्त करने के लिए प्रयास कर रही है और जल्द ही नर्सेज एसोसिएशन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की संभावना है। वहीं, अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की देखभाल के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि नर्सिंग स्टाफ की गैरमौजूदगी से सेवाओं पर व्यापक असर पड़ सकता है। नर्सों की मांगों में वेतन विसंगतियों को दूर करने के अलावा पदोन्नति, कार्यस्थल पर बेहतर सुविधाएं और सेवा शर्तों में सुधार जैसे मुद्दे भी शामिल हैं। हड़ताल कब तक चलेगी, इसका फिलहाल कोई अंदाजा नहीं है।  

तेज रफ्तार बनी मौत का कारण: ईरान में बस दुर्घटना में 21 मरे, 34 घायल

तेहरान ईरान से एक सड़क हादसे की खबर सामने आई है। जानकारी के अनुसार, ईरान के दक्षिण में एक बस के पलट जाने से कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई। वहीं, इस घटना में 34 लोगों के मारे जाने की खबर है। बता दें कि फार्स प्रांत के आपातकालीन संगठन के प्रमुख मसूद आबेद ने बताया कि प्रांत की राजधानी शिराज के दक्षिण में हुई इस दुर्घटना में 34 अन्य लोग घायल हुए हैं। राहत और बचाव कार्य जारी वहीं, इस घटना को लेकर फार्स प्रांत के आपातकालीन संगठन के प्रमुख मसूद आबेद ने कहा कि घटना के बाद युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य जारी है। उन्होंने कहा कि विस्तृत जांच के बाद अतिरिक्त जानकारी और अंतिम आंकड़े घोषित किए जाएंगे। बस हादसे के वजहों की तलाश जारी गौरतलब है कि इस बस हादसे के पीछे की वजहों को तलाशने का काम जारी है। बता दें कि हर साल ईरान में सड़क और सड़क दुर्घटनाओं में 17000 से अधिक लोगों की मौत हो जाती है। माना जाता रहा है कि सुरक्षा उपायों की अनदेखी, पुराने वाहनों के उपयोग और अपर्याप्त आपातकालीन सेवाओं के कारण यह दुर्घटनाएं हुई हैं।  

कलेक्टर ने व्हीसी के माध्यम से की बाढ़ आपदा प्रबंधन की समीक्षा

राजस्व अधिकारी अतिवृष्टि बाढ़ से प्रभावित परिवारो का सर्वे कर समय पर कराये राहत राशि का वितरतण :  शुक्ला   सिंगरौली जिले में हो रही भारी बारिस को दृष्टिगत रखते हुये कलेक्टर चन्द्र शेखर शुक्ला ने व्हीसी के माध्यम से राजस्व अधिकारियो के साथ बाढ़ आपदा प्रबंधन की समीक्षा। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिले ऐसे परिवार जिन्हे अतिवृष्टि बाढ़ के कारण जान माल की क्षति हुई ऐसे परिवारो का सर्वे कर उन्हे निर्धारित समय सीमा के अंदर राहत राशि का वितरण कराये।      कलेक्टर शुक्ला ने राजस्व अधिकारियो को निर्देश दिए कि जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रो की लगातार मानीटरिंग करते रहे। अपना सूचना तंत्र मजबूत रखे ताकि बाढ़ आपदा के समय हर पल की जानकारी लगातार मिलती रहे। उन्होने उपखण्ड अधिकारी चितरंगी को सोन नदी के आस पास वाले गावो की लगतार निगरानी रखने के साथ अपादा के दौरान नगारिको को सुरंक्षित स्थानो पर ले जाने के लिए सभी तैयारिया रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि बाढ़ आकाशीय बिजली , सर्प दंश सहित अन्य आकस्मिक दुर्घटनाओ से पिड़ित व्यक्तियो के परिजनो को शासन के नियामनुसार तत्काल राहत राशि का वितरण कराये। निचले क्षेत्रो वाले बस्तियो गावो की जानकारी हर समय मिल सके इस हेतु ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक सहित गाव में रहने वाले कम से कम चार लोगो का मोबाईल नम्बर अपने पास रखे। कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ के समय जो पुल पुलिया जलमग्न हो जाती है उन्हे चिन्हित कर उनके दोनो किनारो में बोर्ड लगाकर  संदेश लिखवाये कि जलमग्न होने पर पुल या पुलिया से आवागमन बिलकुल न करे साथ ही जानकारी प्राप्त होते पुल पुलियो के दोनो ओर बैरिकेंटिग भी कराये।  कलेक्टर ने समस्त राजस्व अधिकारियो को निर्देश दिए कि अपने अपने क्षेत्रो के विद्यालय भवनो सहित शासकीय भवनो का सर्वे कराये कि वे जर्जर हालत मे तो नही यदि भवन जर्जर हालत में मरम्मत कराने योग्य नही है तत्काल उनको डिसमेंटल करने की कार्यवही करे। साथ ही ऐसे स्थल जहा पर जल भराव की समस्या बनी रहती है ऐसे स्थलो को चिन्हित कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करे। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियो को निर्देश दिए कि बाढ़ आपदा के दौरान अपने क्षेत्रो में होने वाली जानमाल के क्षति की जानकारी से प्रत्येक दिवस शांय के समय दिया जाना सुनिश्चित करे। बैठक के दौरान संयुक्त कलेक्टर संजीव पाण्डेय, एसडीएम सिंगरौली सृजन बर्मा, डिप्टी कलेक्टर देवेन्द्र द्विवेदी, तहसीलदार सविता यादव, जान्हवी शुक्ला सहित अन्य राजस्व अधिकारी व्हीसी के माध्यम से बैठक में शामिल रहे।