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इंदौर में लव जिहाद की वारदात: दोस्ती के बहाने कलमा पढ़ाया, जन्नत का दिया वादा

इंदौर मुस्लिम युवक ने सोशल मीडिया पर चैट कर हिंदू युवती को फंसाया और शादी के बहाने गुजरात ले गया। शादी के पहले उसने होटल में दुष्कर्म किया और बाद में लिखा-पढ़ी करवा ली। पूरी तरह जाल में फंस चुकी युवती का सात दिनों तक ब्रेनवाश कर इस्लाम कबूलने के लिए मजबूर किया गया। मौलवी को बुलाकर इस्लाम की तारीफ की और कहा कि तुम्हें जन्नत मिलेगी। शादी का प्रस्ताव रखा और कहा घर छोड़ दो नंदानगर निवासी पीड़िता की तीन साल पूर्व सोशल मीडिया पर फाइटर राजपूत से दोस्ती हुई थी। वह उससे चैटिंग करने लगा। कुछ दिनों बाद उसने सोहिल राजपूत नाम बताया और घंटों तक बातचीत करने लगा। वह खुद को हिंदू ही बताता था। करीब एक साल बाद उसने शादी का प्रस्ताव रखा और कहा कि तुम घर छोड़ दो। युवती 3 लाख रुपये कैश, मार्कशीट, आधार कार्ड और कपड़े लेकर घर से निकल गई। 21 जून को सोहिल रेलवे स्टेशन पर मिला और वह अहमदाबाद (गुजरात) ले गया।   होटल ले गया और शारीरिक संबंध बनाए सोहिल युवती को होटल ले गया और दो दिन तक शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद वह नेशनल मील चाल (अहमदाबाद) स्थित घर पर ले गया। उसने गुजराती में अनुबंध तैयार करवाया और पीड़िता से हस्ताक्षर करवा लिए। इसके बाद उसे दोस्त सेजर के रामोल क्षेत्र स्थित प्लास्टिक कारखाना पर ले गया। 3 अगस्त को सोहिल पुन: अपने घर (नेशनल मील चाल रखियाल सोमा टेक्सटाइल) लेकर आ गया। अल्लाह के अलावा कोई भगवान नहीं, इस्लाम कबूलों जन्नत मिलेगी सोहिल और उसकी मां शमा नाज फातिमा, पिता शाकीर इकबाल, भाई नदीम अख्तर, यासिर सहवर, शारिक, नदीम, भाभी गुलफ्शा, बहन शिवा जरीन मिली और एक सप्ताह तक इस्लाम धर्म के बारे में ब्रेनवाश किया गया। आरोपितों ने कहा कि इस्लाम बहुत खुबसूरत धर्म है। अल्लाह ही दुनिया में सबसे बड़ा है। अल्लाह के अलावा कोई भगवान नहीं है। धर्म और नाम बदलने का दबाव इस्लाम कबूल करोगी तो जन्नत मिलेगी। जन्नत से खुबसूरत कोई जगह नहीं है। तुमको मुस्लिम बनना पड़ेगा। सोहिल इसके बाद ही तुमसे शादी करेगा। तुम्हें धर्म और नाम तो बदलना ही पड़ेगा। आरोपितों ने घर पर ही मौलवी को बुलाया और 8 अगस्त को सोहिल के चाचा-चाची सहित रिश्तेदार शोकत राजपूत, नजाकत राजपूत, गुलजार आदी ने अन्य एकत्र होकर इस्लाम कबूल करवा कर उसका नाम सना फातिमा कर दिया। जबरदस्ती कलमा पढ़ाया गया। पीड़िता के रुपयों से कपड़े-स्कूटर खरीदे पीड़िता के तीन लाख रुपयों से सोहिल ने कपड़े, स्कूटर खरीद लिया। पीड़िता को नजरबंद रखा जाता था। एक दिन उसने सोहिल के मोबाइल में अन्य लड़कियों की चैटिंग पढ़ी तो हिंदू लड़कियों से संबंध का खुलासा हुआ। सोहिल ने खुद स्वीकारा वह इसी तरह हिंदू लड़कियों से दोस्ती कर उनका शोषण करता है। परिवार से मिली खबर के बाद पुलिस गुजरात पहुंची और युवती को मुक्त करवाया। शनिवार को उसके कथन लेकर प्रकरण दर्ज कर लिया।

राजनाथ सिंह का डोनाल्ड ट्रंप पर तगड़ा पलटवार, बोले- सबके बॉस तो हम ही हैं

रायसेन मध्य प्रदेश के रायसेन में रेल कोच फैक्ट्री की आधारशिला रखने पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमला बोला। इशारों में ही सही, राजनाथ सिंह ने टैरिफ वॉर के चलते बढ़ती टेंशन के बीच कहा कि कुछ लोग खुद को दुनिया का बॉस समझते हैं लेकिन उन्हें नहीं पता कि सबके बॉस तो हम हैं। ट्रंप का नाम लिए बगैर रक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ लोगों को भारत की तरक्की पसंद नहीं आ रही है। रायसेन में अपने संबोधन के दौरान रक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ लोग ऐसे हैं जिन्हें भारत की तेजी से हो रही तरक्की पसंद नहीं आ रही है। वे इसे पसंद नहीं कर रहे हैं। 'सबके बॉस तो हम हैं'। वो सोच रहे हैं कि भारत इतनी तेजी से कैसे आगे बढ़ रहा है और कई लोग यह कोशिश कर रहे हैं कि भारत में बनी, भारतीयों के हाथों से बनी चीजें उन देशों में बनी चीजों से ज्यादा महंगी हो जाएं, ताकि जब चीजें महंगी होंगी तो दुनिया उन्हें नहीं खरीदेगी। यह कोशिश की जा रही है। लेकिन भारत इतनी तेजी से आगे बढ़ रहा है, मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि अब दुनिया की कोई भी ताकत भारत को दुनिया की एक बड़ी शक्ति बनने से नहीं रोक सकती। राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि जब 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, उस समय भारत के रक्षा उत्पाद की चीजें जो एक्सपोर्ट होती थीं,उनकी कीमत 600 करोड़ रुपये थी। उन्होंने कहा कि आपको जानकर खुशी होगी कि हम लोग अब 24000 हजार करोड़ से ज्यादा के डिफेंस के उत्पाद दूसरे देशों को भेज रहे हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि यह नए भारत का नया रक्षा क्षेत्र है। यही भारत की ताकत है, यही नए भारत का नया रक्षा क्षेत्र है और निर्यात लगातार बढ़ रहा है। पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पहलगाम की घटना के बाद उन्होंने मान लिया था कि भारत शांत बैठ जाएगा। प्रधानमंत्री का संकल्प था कि हम इसका मुंह तोड़ जवाब देंगे। ऐसी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी कि धर्म पूछकर मारेंगे। हम किसी की हत्या में विश्वास ही नहीं करते हैं। हमने ठान लिया था कि हम धर्म पूछकर नहीं मारेंगे हम उनका कर्म देखकर मारेंगे और हमने कर्म देखकर मारा।  

करियर संकट में रोहित-विराट, गांगुली ने दी भरोसेमंद सलाह

कोलकाता  पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने रोहित शर्मा और विराट कोहली के वनडे रिकॉर्ड को ‘असाधारण’ करार देते हुए कहा कि इन दोनों दिग्गजों को 50 ओवर के प्रारूप में तब तक खेलते रहना चाहिए जब तक कि उनका प्रदर्शन अच्छा है। कुछ मीडिया रिपोर्टों में कयास लगाया गया है कि ऑस्ट्रेलिया का आगामी दौरा इन दोनों खिलाड़ियों का आखिरी वनडे दौरा हो सकता है। गांगुली ने इस बारे में पूछे जाने परं कहा कि उन्हें ऐसे किसी बात की जनकारी नहीं है। गांगुली ने कहा, ‘‘मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसलिए मैं इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे सकता हूं।’’ गांगुली ने हालांकि इस बात पर जोर दिया कि उनके करियर को आगे बढ़ाने में प्रदर्शन सबसे महत्वपूर्ण कारक होना चाहिए। उन्होंने कोलकाता में एक कार्यक्रम के इतर कहा, ‘‘यह कहना मुश्किल है। जो भी अच्छा करेगा, वही खेलेगा। अगर वे अच्छा करते हैं, तो उन्हें खेलना जारी रखना चाहिए। कोहली का वनडे रिकॉर्ड असाधारण है, रोहित शर्मा के साथ भी ऐसा ही है। वे दोनों सफेद गेंद की क्रिकेट (सीमित ओवरों के मैच) में असाधारण हैं।’’ टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय प्रारूण से संन्यास ले चुके इन दोनों खिलाड़ियों ने 2027 के वनडे विश्व कप के बारे में अपनी योजनाओं को अभी तक स्पष्ट नहीं किया है। भारत का वनडे सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरा 19 अक्टूबर से शुरू होगा, जिसके मैच पर्थ, एडिलेड और सिडनी में खेले जाएंगे। इसके बाद दिसंबर में भारत घरेलू मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन वनडे मैच खेलेगा। भारतीय टीम 2026 में न्यूजीलैंड के खिलाफ दो बार, अफगानिस्तान, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज में खेलेगी। दुबई में नौ सितंबर से शुरू होने वाले आगामी टी-20 एशिया कप के बारे में पूछे जाने पर गांगुली ने भारतीय टीम को जीत का दावेदार बताया। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में पांच कड़े टेस्ट मैचों के बाद मिला आराम टीम के लिए बहुत जरूरी था। गांगुली ने कहा, ‘‘खिलाड़ियों को विश्राम करने का जरूरी समय मिल गया है। उन्होंने आईपीएल के बाद पांच टेस्ट खेले और अब वे नौ सितंबर से एशिया कप खेलेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत बहुत मजबूत है। टीम अगर टेस्ट क्रिकेट में मजबूत हैं, तो वनडे और और भी ज्यादा मजबूत है। मैं समझता हूं कि भारत जीत का दावेदार होगा और दुबई की पिचों पर उन्हें हराना बहुत मुश्किल होगा।’’ शुभमन गिल के टेस्ट कप्तान के रूप में भविष्य के बारे में पूछे जाने पर, गांगुली ने युवा कप्तान की बहुत सराहना की और कहा, ‘‘वह भारत के टेस्ट कप्तान हैं, और उनका भविष्य बहुत उज्ज्वल है।’’ गांगुली ने कहा कि वह क्रिकेट प्रशासन में अपनी दूसरी पारी के लिए तैयार हैं और बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर सदस्य चाहेंगे, तो मैं नामांकन दाखिल करूंगा।’’ गांगुली 2015 के मध्य से अक्टूबर 2019 तक सीएबी के अध्यक्ष रह चुके हैं। वह इसके बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के भी अध्यक्ष रह चुके हैं।  

महायुति को लेकर एकनाथ शिंदे का भरोसा, विपक्ष के लिए दिल्ली दौरे हैं मुश्किल

नई दिल्ली महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एवं शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा कि दिल्ली की उनकी यात्राओं से राज्य में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के सहयोगियों (भाजपा और राकांपा) को कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन विपक्षी दल काफी बेचैन हो जाते हैं। ‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक वीडियो साक्षात्कार में शिंदे ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी की उनकी यात्राएं महाराष्ट्र के विकास से जुड़े लंबित मुद्दों को सुलझाने, संसद सत्र के दौरान शिवसेना सांसदों से मिलने और अन्य राज्यों के पार्टी नेताओं के साथ बैठक करने के लिए होती हैं। शिंदे ने कहा, “महायुति को लेकर फिक्र करने की कोई बात नहीं है। चिंता का कोई कारण नहीं है। मेरे दिल्ली दौरे से विपक्षी दल ही असहज हो जाते हैं।” विपक्षी दल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) और कांग्रेस शिंदे की दिल्ली दौरे को लेकर अक्सर उन पर निशाना साधते रहे हैं। वे दावा करते आए हैं कि शिंदे और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच सब कुछ ठीक नहीं है। शिवसेना प्रमुख ने कहा, “क्या उन लोगों से मिलना गलत है, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाकर या अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण करवाकर बालासाहेब ठाकरे के सपनों को साकार किया?” शिंदे ने लगभग तीन साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (अविभाजित), कांग्रेस और राकांपा (अविभाजित) की महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार से यह कहते हुए बगावत कर दी थी कि उद्धव ने शिवसेना संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व सिद्धांत को त्याग दिया है। उन्होंने जून 2022 में शिवसेना (अविभाजित) के दो-तिहाई से अधिक विधायकों के साथ पार्टी छोड़ दी थी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सहयोग से मुख्यमंत्री बने थे। बाद में निर्वाचन आयोग ने उनके नेतृत्व को वाले गुट को ‘असली’ शिवसेना का दर्जा दे दिया था। शिंदे ने कहा, “मैं जब भी अपने गांव जाता हूं या दिल्ली आता हूं, तो विपक्ष को बहुत परेशानी होती है। लेकिन मैं अपना काम करता रहता हूं। वे जो चाहें, सोचने के लिए स्वतंत्र हैं। मैं यहां बिना काम के नहीं आता।” पिछले हफ्ते शिंदे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। शिंदे ने कहा कि विपक्षी दल शिवसेना (उबाठा) के लिए उनके दिल्ली दौरे की आलोचना करना आसान है, लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि उन्होंने उन लोगों से हाथ मिला लिया है, जिन्होंने बालासाहेब ठाकरे को छह साल तक मताधिकार से वंचित रखकर उनका अपमान किया था। शिवसेना प्रमुख ने कहा, “वही मुख्य चुनाव आयुक्त (एमएस गिल) जिन्होंने बालासाहेब का वोट देने का अधिकार छीन लिया था, उन्हें कांग्रेस ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में मंत्री बनाकर पुरस्कृत किया था।” उन्होंने कहा, “आप (शिवसेना-उबाठा) सत्ता की चाह में दिल्ली की यात्रा करते हैं, लेकिन हम महाराष्ट्र में जन कल्याणकारी योजनाएं लाने और विकास सुनिश्चित करने के लिए यहां आते हैं। हमें इस पर गर्व है।”  

चीन की सेना पर बढ़ता शक, जानिए जिनपिंग की सबसे बड़ी चिंता क्या है?

बीजिंग चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने देश की सेना को लेकर काफी परेशान हैं। बाहरी तौर पर देखा जाए तो चीन की सेना कभी इतनी मजबूत नहीं रही। नेवी से लेकर हथियार बनाने तक में सेना काफी आगे है। लेकिन अंदरूनी तौर पर कई चीजें हैं जो हाथ से छूटती नजर आ रही हैं। इनमें से एक है चीनी सेना में लगातार बढ़ता भ्रष्टाचार। इस पर लगाम के लिए जिनपिंग लगातार ऐक्शन में हैं, लेकिन अभी भी चीजें कंट्रोल में आती नजर नहीं आ रही हैं। लगातार कम होते टॉप अधिकारी चीन की सबसे बड़ी चिंता शीर्ष स्तर पर लगातार अधिकारियों का कम होते जाना है। सेंट्रल मिलिट्री कमीशन में कुल सात सीटें हैं, जिनमें से तीन फिलहाल खाली हैं। इन पदों पर जो अधिकारी थे वह या तो गायब हो गए हैं या फिर गिरफ्तार कर लिए गए हैं। विडंबना यह है कि यह सब तब हो रहा है जब खुद राष्ट्रपति शी जिनपिंग सेना में भ्रष्ट्राचार पर लगाम कसने में लगे हुए हैं। जिनपिंग ने सेना के अत्याधुनिकरण के लिए 2027 का लक्ष्य तय किया है। कुछ अमेरिकी अधिकारी तो यहां तक भी कहते हैं कि चीन खुद को ताइवान पर कब्जा करने में सक्षम बनाना चाहता है। गौरतलब है कि चीन लगातार ताइवान को अपना क्षेत्र बताता है। क्यों गंभीर है समस्या चीन के लिए यह समस्या इसलिए भी गंभीर हो जाती है क्योंकि जो सैन्य अधिकारी भ्रष्टाचार में पकड़े गए हैं, वह जिनपिंग के करीबी रहे हैं। ऐसे में जब यही सैन्य अधिकारी गलतियां करते हुए पकड़े जा रहे हैं तो जिनपिंग का गुस्सा बढ़ना भी लाजिमी है। जो अधिकारी गायब हुए हैं उनमें जनरल वीडांग का नाम प्रमुख है। वह चीन के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन के दूसरे सबसे वरिष्ठ अधिकारी थे। वीडांग काफी अरसे से गायब हैं, जो दिखाता है कि वह जांच के दायरे में हैं। इसी तरह एक अन्य शीर्ष कमांडर एडमिरल मिआवो हुआ भी अनुशासन का उल्लंघन करने के लिए जांच के दायरे में हैं। वफादारी की चाहत शी जिनपिंग साल 2027 में चौथी बार कम्यूनिस्ट पार्टी के लीडर बनेंगे। वह चाहते हैं कि उनके पास फौज में ऐसे अधिकारी हों, जो उनके प्रति पूरी तरह से वफादार रहें। लेकिन चीनी सेना के अधिकारी एक के बाद एक जिस तरह से भ्रष्टाचार के मामलों में पकड़े जा रहे हैं, उसने जिनपिंग की परेशानी बढ़ा दी है। इन सबके बीच अगले महीने शी जिनपिंग बीजिंग में एक मिलिट्री परेड करवाने वाले हैं। इस दौरान वह यह दिखाएंगे कि चीन की सेना पर किस कदर उनका एकाधिकार है।  

उम्मीदवार चयन पर सहमति के लिए विपक्षी नेताओं से मिले खरगे

नई दिल्ली   विपक्षी गठबंधन इंडिया उपराष्ट्रपति पद के लिए संयुक्त उम्मीदवार उतारेगा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे संभावित नामों पर चर्चा करने और इस पर आम सहमति बनाने के लिए विपक्षी दलों से संपर्क कर रहे हैं। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। खरगे ने कहा कि विपक्षी गठबंधन में यह प्रबल भावना है कि विपक्षी दलों को नतीजे की परवाह किए बिना मजबूत राजनीतिक संदेश भेजने के लिए मुकाबले से पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होंने कहा कि उम्मीदवार चुनने पर कोई चर्चा नहीं हुई है, लेकिन संभावित उम्मीदवारों के नामों पर विचार-विमर्श के लिए इंडिया गठबंधन के साझेदारों के बीच बातचीत चल रही है। खरगे आम सहमति बनाने के लिए विपक्षी दलों से संपर्क कर रहे हैं। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, सभी दलों में इस बात पर आम सहमति है कि इंडिया उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए संयुक्त उम्मीदवार उतारेगा। हालांकि, विपक्षी खेमे के एक वर्ग का मानना है कि भाजपा की ओर से अपने उम्मीदवार की घोषणा के बाद ही इंडिया को अपना उम्मीदवार तय करना चाहिए। हाल के समय में इंडिया के घटक दलों के बीच एकता बढ़ी है, जिन्होंने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण और कथित चुनाव धांधली के खिलाफ लड़ने का संकल्प लिया है। एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए इंडिया के शीर्ष नेताओं ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के आवास पर रात्रिभोज बैठक आयोजित की। बिहार में मतदाता सूची के पुनरीक्षण के साथ-साथ भाजपा-निर्वाचन आयोग के वोट चोरी मॉडल के खिलाफ लड़ने की प्रतिबद्धता जताई। खरगे के आवास पर विपक्षी गुट की बैठक लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद जून 2024 में कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर विपक्षी गुट के शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद आमने सामने की यह पहली बैठक थी। बैठक में 25 दलों के कई नेता मौजूद थे जिनमें खरगे, सोनिया गांधी, एनसीपी-(एसपी) प्रमुख शरद पवार, नेशनल कॉन्फ्रेंस सुप्रीमो फारूक अब्दुल्ला, पीडीपी की महबूबा मुफ्ती, सपा के अखिलेश यादव, राजद के तेजस्वी यादव, तृणमूल कांग्रेस के अभिषेक बनर्जी, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, डीएमके के तिरुचि शिवा व टीआर बालू, माकपा के एमए बेबी, भाकपा के डी राजा, भाकपा (माले) के दीपांकर भट्टाचार्य और एमएनएम प्रमुख कमल हासन शामिल थे। 'वोट चोरी मॉडल' के बारे में बताया बैठक के दौरान राहुल गांधी ने निर्वाचन आयोग के माध्यम से भाजपा के कथित तौर पर वोट चोरी मॉडल पर एक प्रस्तुति दी। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस बैठक को सबसे सफल बैठकों में से एक बताया। यह पूछा गया कि क्या उपराष्ट्रपति चुनाव पर भी चर्चा हुई? इस पर उन्होंने कहा, 'उपराष्ट्रपति चुनाव पर ज्यादा चर्चा नहीं हुई। इसके लिए और भी मौके हैं।' खरगे सोमवार को इंडिया अलायंस के सांसदों के लिए रात्रिभोज का भी आयोजन करेंगे। जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए 4 अगस्त की शाम को अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया, हालांकि उनके इस्तीफे के पीछे अन्य कारणों को लेकर लगातार चर्चा हो रही है। एनडीए गठबंधन की मजबूत स्थिति दोनों सदनों की प्रभावी संख्या 781 है। उपराष्ट्रपति पद के लिए विजयी उम्मीदवार को 391 वोट हासिल करने होंगे, बशर्ते सभी पात्र मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें। उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्य मतदान करते हैं। इनमें मनोनीत सदस्य भी शामिल हैं। ऐसा मालूम होता है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के पक्ष में लगभग 422 सदस्य हैं। निर्वाचन आयोग ने 9 सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए पिछले अधिसूचना जारी कर दी है। धनखड़ के उत्तराधिकारी के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी, राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी को तीन नामांकन पत्र प्राप्त हुए, जिन्हें क्रमानुसार न होने के कारण अस्वीकार कर दिया गया। नामांकन पत्र दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है। दस्तावेजों की जांच 22 अगस्त को की जाएगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 25 अगस्त है।  

सीएम मोहन यादव ने बाढ़ प्रभावितों का हाल-चाल लिया, कहा सरकार और जनता का पारिवारिक संबंध है

भोपाल मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 8 अगस्त को आपदा प्रभावित लोगों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये चर्चा कर हालचाल जाना। उन्होंने भोपाल में मुख्यमंत्री निवास के समत्व भवन से बाढ़ प्रभावितों को 30 करोड़ रुपये की राहत राशि दी। उन्होंने आपदा प्रभावित लोगों से कहा कि सरकार हर संकट में उनके साथ खड़ी है। सरकार और जनता का पारिवारिक रिश्ता है। यही वजह रही कि इतने बड़े संकट का भी सब ने मिलकर सामना किया और जिंदगियां बचा ली गईं। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि सभी जिलों को आपदा से निपटने से लिए अग्रिम राशि भी दी गई है। ताकि, संकट के समय जनता को सरकार का साथ महसूस हो। उन्होंने जनता से बारिश में सावधान रहने की अपील भी की। सीएम डॉ. यादव ने जनता से कहा कि आने वाले सभी त्योहार खासकर स्वतंत्रता दिवस, हर घर तिरंगा को हर्षोल्लास के साथ मनाएं। उन्होंने कबीर दास के दोहे के साथ अपनी बात समाप्त की। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हमारे यहां कहा गया है कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। मेरे लिए भी आपकी सेवा ही ईश्वर की सेवा के समान है। सरकार और समाज अलग-अलग नहीं हैं। हम सब संकट की घड़ी में बंधु भाव के साथ एक-दूसरे के साथ खड़े होते हैं। आपको अगर कोई तकलीफ आएगी तो हम चैन से नहीं बैठ सकते। हमारे मन में भी समान पीड़ा होती है। मैंने कल्पना नहीं थी कि इतनी असामान्य बाढ़ आएगी। हम सभी ने बाढ़ के अलग-अलग रूप देखे हैं। इस संकट की घड़ी में कोई जिला ऐसा नहीं है, जो छूट गया हो। हम लगातार जनता के संपर्क में रहे। जहां-जहां जरूरत महसूस हुई वहां-वहां एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और सेना के जवानों को सक्रिय किया गया। 24 हजार बाढ़ प्रभावितों के लिए राशि जारी सीएम डॉ. यादव ने कहा कि आज हमने सिंगल क्लिक के जरिये 24 हजार बाढ़ प्रभावितों के लिए 30 करोड़ की राशि जारी की है। मैंने खुद भी शिवपुरी-गुना-अशोकनगर सहित बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा किया। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी हम 28 करोड़ की राशि बाड़ पीड़ितों के लिए जारी कर चुके हैं। इस तरह हमने 58 करोड़ की राशि बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए जारी की है। साल 2025-26 में अभी तक हम 123 करोड़ से ज्यादा की राशि आपदा प्रभावित लोगों की मदद के लिए जारी कर चुके हैं। हमारा और आपका पारिवारिक रिश्ता है। इस आपदा की घड़ी में जिन-जिन सामाजिक संगठनों ने जनता की मदद की है, मैं उनका भी आभार मानता हूं। इस बार सामान्य से 37 फीसदी से ज्यादा बारिश हुई है। हमारी सरकार संकट की इस घड़ी में जनता के साथ खड़ी है। सीएम डॉ. यादव ने सुनाए दौरे के किस्से मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शिवपुरी दौरे का किस्सा सुनाते हुए कहा कि वहां पिता-पुत्र 36 घंटों तक छत पर फंसे रहे। जब हम उनसे मिले तो उनकी आंखों में आंसू आ गए। उन्होंने कहा कि हमें लग नहीं रहा कि हम जिंदा हैं। हम बहनों को भी धन्यवाद देते हैं। गुना में उनका पूरा सामान खराब होने के बावजूद जब हम उनसे मिलने गए तो वे राखी लेकर तैयार थीं। इससे पता चलता है कि हमारे संस्कार और आत्मीय भाव कितने गहरे हैं। बहनों ने राखी बांधी, तिलक लगाया और फिर जरा सा कष्ट बताया। इस संकट का हम सभी ने मिलकर सामना किया।  

इंटरव्यू में अपने साथ जरूर ले जाएं ये 12 चीजें

जब किसी जॉब इंटरव्यू के लिए जाएं, तो पूरी तैयारी के साथ जाना जरूरी है। जॉब प्रोफाइल या इंडस्ट्री अलग-अलग हो सकती है लेकिन कुछ मूलभूत चीजें इंटरव्यू के लिए हमेशा साथ ले जाना चाहिए। नोट कीजिए उन जरूरी चीजों को जिनके बिना इंटरव्यू पर हर्गिज नहीं जाना चाहिएः -अपने रेज्यूमे की 2 प्रतियां (इससे ज्यादा भी रख सकते हैं)। -इंटरव्यू के स्थान का पूरा पता और वहां पहुंचने की जानकारी। -यदि संभव हो, तो यह भी पहले से पता करके रखें कि आपका इंटरव्यू लेने वाले लोगों के नाम और डेजिग्नेशन क्या हैं। -उन लोगों के नाम और फोन नंबर, जो इंटरव्यू को को-ऑर्डिनेट कर रहे हैं। -कुछ कागज और एक पेन, जो अच्छी तरह चलता हो। -अपना आईडी प्रूफ। -रेफ्रेंस की सूची। -अपना पोर्टफोलियो। -अपना रेज्यूमे और अन्य कागजात रखने के लिए फोल्डर्स। -बैगध् ब्रीफकेसध् स्मार्ट बैकपैक। अगर लंबी दूरी तय करके इंटरव्यू स्थल पर पहुंचना है, तो एक जोड़ी अतिरिक्त कपड़े भी साथ रखे लें। यदि पहने हुए कपड़े खराब हो गए (खास तौर पर बारिश के मौसम में) तो ये आपके काम आएंगे। -कंघी, ब्रेथ फ्रेशनर, सेफ्टी पिन जैसी चीजें भी साथ रख लें। क्या न लेकर जाएं -ऐसी चीजें, जिनका इंटरव्यू से कोई संबंध नहीं, जैसे शॉपिंग बैग्स। -चुइंग गम। -दोस्त या रिश्तेदार।  

मध्यप्रदेश में 15 अगस्त तक ‘हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता’ अभियान, स्कूलों में 3 चरणों में हो रहा संपन्न

भोपाल  प्रदेश के स्कूलों में देश प्रेम, एकता, देशभक्ति की भावना और राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से 15 अगस्त तक ‘हर घर तिरंगा, हर घर स्वच्छता’ अभियान मनाया जा रहा है। इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय ने जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश भी जारी किये हैं।  यह अभियान प्रदेश के स्कूलों में 3 चरणों में संपन्न हो रहा है। पहला चरण 2 से 8 अगस्त तक संपन्न हो चुका है। दूसरा चरण 9 अगस्त से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा। अभियान का तीसरा चरण 13 अगस्त से 15 अगस्त तक होगा। लोक शिक्षण संचालनालय ने दिये गये निर्देशों में कहा है कि जिलों में स्कूलों के प्राचार्य और शिक्षकों के नेतृत्व में तिरंगे के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाये। बच्चों को राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जानकारी दी जाये। स्कूलों में एनसीसी और एनएसएस यूनिट के माध्यम से ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार किया जाये। तिरंगा पर केन्द्रित बच्चों की रंगोली प्रतियोगिता आयोजित की जाये। राष्ट्रीय ध्वज एवं इसके इतिहास पर स्कूलों में व्याख्यान के विशेष कार्यक्रम आयेाजित किये जायें। निर्देशों में यह भी कहा गया है कि स्कूलों में होने वाली तिरंगा रैलियों में बच्चों के साथ अधिक से अधिक नागरिकों की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित की जाये। दिये गये निर्देशों में कहा गया है कि विद्यार्थियों द्वारा तिरंगे के साथ सेल्फी लेकर उसे www.harghartiranga.com वेबसाइट पर अपलोड भी किया जाये। 

परफेक्ट नेल्स के लिए आसान मेनीक्योर टिप्स

  आपके हाथ आपकी उम्र का आईना होते है। इसलिए चेहरे की ही तरह उनकी भी देखभाल जरूरी होती है। अपनाएं सखी के ये टिप्स और पाएं सुंदर और आकर्षक हाथ। अगर आपके हाथ या नाखून अत्यधिक रूखे है तो तेज खुशबू वाला कोई हैड लोशन लगा लिया करे। आजमाएं अपने एसीटोन बेस्ड नेलपॉलिश रिमूवर में कुछ बूंद जोजोबा ऑयल डालकर अछी तरह मिलाएं। यह आपके नाखूनों को नेलपॉलिश हटने के बाद रूखेपन से बचाने में मदद करेगा। इससे बचें नेलपॉलिश लगाने के आधे घंटे के अंदर हैडक्रीम लगाने से बचें क्योंकि इससे आपकी नेलपॉलिश फीकी नजर आएगी। आजमाएं अपने नेल एनेमल को ज्यादा दिनों तक बचाए रखने के लिए शीशी बंद करने से पहले खुली बोतल के रिम पर थोड़ा सा क्यूटिकल ऑयल लगाएं। इससे शीशी ठीक से बंद भी रहेगा और हवा के दबाव से उसका ढक्कन टूटेगा भी नहीं। न ही अतिरिक्त नेल एनेमल शीशी के बाहर लगा रहा जाएगा। इससे बचें पूरी तरह फैट फ्री खाना खाने से जहां तक हो सके बचें। यह आपके स्वास्थ्य के साथ-साथ आपके नाखूनों के लिए भी हानिकारक हो सकता है। इससे बचें नहाने के तुरंत बाद अपने नाखूनों को फाइलिंग से बचाएं। क्योंकि उस समय वे ज्यादा कमजोर हो जाते है। हमेशा याद रखें कि अपने नाखूनों को सिर्फ एक ही दिशा में फाइल करना है, क्योंकि गलत दिशा में ऐसा करने से वे टूट भी सकते है।