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गाइनी वार्ड में धुआं भरने से चीख-पुकार, झांसी मेडिकल कॉलेज में अफरा-तफरी

झांसी  यूपी में झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज (मलबा) में एक बार फिर बड़ी घटना होते-होते टल गई। शुक्रवार तड़के स्त्री एवं प्रसूता रोग विभाग को बिजली आपूर्ति करने वाले कंट्रोल पैनल में शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। लपटों से मरीज दहल उठे। वहीं बगल में गाईनी वार्ड में धुआं घुसने से प्रसूताओं (नवजात शिशु और मां) व तीमारदारों में चीख-पुकार मच गई। मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। वहीं दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मेडिकल कॉलेज में स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (गाईनी) को बिजली आपूर्ति के लिए बगल के रूप में कंट्रोल पैनल बना है। शुक्रवार सुबह करीब 5.10 बजे कर्मचारी अपने काम में व्यस्त थे। गाईनी वार्ड में प्रसूता महिलाएं और तीमारदार सो रहे थे। तभी अचानक कंट्रोल पैनल में बिजली का शॉर्ट सर्किट हुआ और तार में आग लग गई। इससे पहले कि कोई कुछ समझ पाता, लपटें तीखी हो गई। तार धू-धूकर जल उठे। वहीं पड़ोस स्थित वार्ड में धुआं घुसा तो मरीजा और तीमाददारों में हड़कंप मच गया। यहां स्टॉफ ने मरीजों को समझाते हुए आराम से बाहर निकाला। बिना समय गवाए दमकल विभाग को खबर की गई। वहां लगे अग्निशमन यात्रा का इस्तेमाल किया गया। मौके पर पहुंची दो दमकल गाड़ियों से आग पर पानी की बौछार की गई। कुछ देर में आग पर काबू पाया गया। तब कहीं जाकर लोगों ने राहत की सांस ली। मुख्य अग्निशम अधिकारी राज किशोर राय ने बताया कि बिजली के शॉर्ट सर्किट से वार्ड के कंट्रोल पैनल में आग लगी थी। समय रहते उस पर काबू पाया गया है। घटना में कोई नुकसान नहीं हुआ है। फिर भी इसकी जांच की जा रही है। मेडिकल कॉलेज में सीएमएस डा. सचिन माहुर ने बताया कि कोई हताहत नहीं हुआ है। घटना में किसी प्रकार का नुकसान नहीं हुआ है। इसकी जांच कर रिपोर्ट देने के लिए संबंधित से कहा गया है। धुआं घुसते वार्ड से आई चीखें शुक्रवार तड़के महिला एवं प्रसूति रोग विभाग (गाईनी) के कंट्रोल पैनल में अचानक तारों में लगी आग के बाद जैसे ही धुआं वार्ड में घुसा तो मरीजों और तीमारदार चीख पड़े। हालांकि वहां मौजूद स्टॉफ ने सभी को समझाया और सुरक्षित बाहर निकाला। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया। इसके बाद मरीज अपने वार्ड में चले गए। लेकिन, कुछ देर के लिए लोगों की सांसें थम गई थीं। मयंक सिंह प्रधानाचार्य (महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज) ने बताया कि वार्ड को बिजली आपूर्ति करने वाले कंट्रोल पैनल में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी। जिसे समय रहते नियंत्रित कर लिया गया है। आग फैलती इसके पहले ही आग बुझा ली गई है।  

शिवपुरी नगर पालिका परिषद की कार्य-प्रणाली में अनियमितताओं पर सख्त कार्रवाई

नगरीय प्रशासन आयुक्त के निर्देश पर तीन सीएमओ निलंबित भोपाल नगरीय प्रशासन एवं विकास आयुक्त श्री संकेत भोंडवे ने नगरीय निकायों की कार्य-प्रणाली में अनुशासनहीनता एवं अनियमितता को लेकर सख्त रुख अपनाया है। इसी कड़ी में नगर पालिका परिषद, शिवपुरी के वर्तमान मुख्य नगरपालिका अधिकारी (सीएमओ) ईशांक धाकड़ तथा पूर्व सीएमओ शैलेष अवस्थी एवं केशव सिंह सगर को निलंबित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि नगर पालिका परिषद, शिवपुरी का गठन अगस्त-2022 में हुआ था। तब से लेकर अब तक कार्यालयीन अव्यवस्था, कार्यों में लापरवाही और जवाबदेही की कमी स्पष्ट रूप से परिलक्षित हुई है। प्राप्त शिकायतों एवं शिवपुरी कलेक्टर द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदन के आधार पर यह पाया गया कि इन तीनों अधिकारियों द्वारा कार्यालय व्यवस्था सुधारने के लिए कोई प्रभावी पहल नहीं की गई। इसके चलते निकाय में अराजकता एवं अविश्वास का वातावरण निर्मित हुआ। आयुक्त श्री भोंडवे द्वारा तीनों सीएमओ को निलंबित कर दिया गया है। ईशांक धाकड़ (वर्तमान सीएमओ) को निलंबन अवधि के दौरान संयुक्त संचालक, नगरीय प्रशासन कार्यालय, ग्वालियर मुख्यालय पर उपस्थित रहने के लिये निर्देशित किया गया है। वहीं शैलेष अवस्थी तथा केशव सिंह सगर (पूर्व सीएमओ) को निलंबन अवधि के दौरान संयुक्त संचालक, नगरीय प्रशासन कार्यालय, इंदौर मुख्यालय में उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं। तीनों अधिकारियों को इस दौरान जीवन निर्वाह भत्‍ते की पात्रता होगी। श्री भोंडवे ने स्पष्ट किया है कि नगरीय निकायों में सुशासन, पारदर्शिता और जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए भविष्य में भी ऐसी कठोर कार्रवाई की जाती रहेगी।  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के टोक्यो से भारत में बड़े पैमाने पर बुलेट ट्रेन के विस्तार का किया ऐलान

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जापान के टोक्यो से भारत में बड़े पैमाने पर बुलेट ट्रेन के विस्तार का ऐलान किया है। उन्होंने ने शुक्रवार को कहा कि मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल भारत और जापान के बीच एक प्रमुख परियोजना है और हमारा लक्ष्य कुछ वर्षों में यात्री सेवाएं शुरू करना है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल परियोजना तो चल ही रही है। हमने एक बड़ी महत्वकांक्षा का अनावरण किया है। हमारे देश में हाई-स्पीड रेल का 7 हजार किलोमीटर लंबा नेटवर्क बनाना। मेक इन इंडिया के तहत बनेगा हाई-स्पीड रेल नेटवर्क जापान की अपनी यात्रा के दौरान योमिउरी शिम्बुन को दिए गए साक्षात्कार में मोदी ने कहा कि इसका अधिकांश हिस्सा मेक इन इंडिया के माध्यम से होगा, ताकि यह कार्यक्रम टिकाऊ और व्यवहार्य हो। उन्होंने कहा, "मैं इस प्रयास में जापानी कंपनियों की सक्रिय भागीदारी का स्वागत करता हूं।"   हाई-स्पीड रेल नेटवर्क इन क्षेत्रों पर भी नजर प्रधानमंत्री ने कहा, "मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल परियोजना भारत और जापान के बीच एक प्रमुख परियोजना है। हमारा लक्ष्य कुछ वर्षों में यात्री सेवाएं शुरू करना है।" पीएम मोदी ने कहा कि भारत-जापान सहयोग को हाई-स्पीड रेल से आगे बढ़ाकर गतिशीलता के अन्य क्षेत्रों को भी कवर करने की क्षमता है, जिसमें बंदरगाह, विमानन, जहाज निर्माण, सड़क परिवहन, रेलवे और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्र शामिल हैं, जहां भारत ने महत्वाकांक्षी पहल शुरू की है।  

मुख्यमंत्री डॉ. यादव आपकी अदालत में करेंगे संवाद

भोपाल  मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का एक प्रतिष्ठित मीडिया समूह के 'आपकी अदालत' संवाद कार्यक्रम में विशेष साक्षात्कार शनिवार (30 अगस्त को) रात 10 बजे प्रसारित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इस विशेष साक्षात्कार में मध्यप्रदेश के विकास एवं समसामयिक मुद्दों पर संवाद करेंगे।

मध्यप्रदेश के कण-कण में है सौंदर्य: सीएम यादव

भोपाल  भारत का हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश अप्रतिम सौंदर्य से समृद्ध प्रदेश है। यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी कि मध्यप्रदेश सर्वाधिक सम्मोहित करने वाला राज्य है। इसके कण-कण में सौंदर्य है। जो एक बार आता है यहां की स्मृतियों के सम्मोहन में बंधकर बार-बार आता है। मध्यप्रदेश में हर आयु के पर्यटकों को आकर्षित करने की क्षमता है। पर्यटन के संबंध में दशकों पहले की अवधारणाएं अब समाप्त हो गई हैं। मध्यप्रदेश के पर्यटन ने अब उद्योग का रूप ले लिया है। हमारी नीतियों और दूरदर्शी निर्णयों से पर्यटन क्षेत्र का तेजी से विस्तार हो रहा है। यह सर्वमान्य तथ्य है कि अर्थव्यवस्था में पर्यटन सर्वाधिक रोजगार उत्पन्न करने वाला सैक्टर है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में अतुल्य भारत का वैश्विक स्तर पर मान-सम्मान बढ़ा है। इसका सकारात्मक प्रभाव सभी राज्यों के पर्यटन उद्योग पर पड़ा है। देश का घरेलू पर्यटन बढ़ने से मध्यप्रदेश जैसे तेजी से बढ़ते राज्य को सीधा लाभ हुआ है। मध्यप्रदेश के शांतिप्रिय नागरिकों के लिये सबसे ज्यादा खुशी की बात है कि मध्यप्रदेश अब वैश्विक पर्यटन नक्शे पर ध्रुव तारे जैसा चमक रहा है। हमारे पर्यटन की सबसे बड़ी विशेषता है कि यह अत्यंत समृद्ध और विविधता से सम्पन्न है। साथ ही जिम्मेदार और सुरक्षित भी। प्रदेश में पर्यटन की नई-नई शाखाएं उभरी हैं। प्राकृतिक पर्यटन हो या सांस्कृतिक पर्यटन, आध्यात्मिक पर्यटन हो या वन्यजीव पर्यटन, ग्रामीण पर्यटन हो या रोमांचकारी पर्यटन, कृषि पर्यटन हो या फिल्म पर्यटन या नया उभरता हुआ चिकित्सा पर्यटन। इन सभी नये स्वरूपों के साथ मध्यप्रदेश की पहचान बहु आयामी पर्यटन प्रदेश के रूप में हो रही है। प्रदेश में अब पर्यटकों की संख्या हर वर्ष बढ़ती जा रही है। गत वर्ष देश में सर्वाधिक पर्यटक मध्यप्रदेश में आए। नैसर्गिक सौन्दर्य, वन्य प्राणी, धार्मिक स्थल, आकर्षक ऐतिहासिक विरासतें और हरे-भरे वन हमारी विशेषता हैं। हमारे वन जीवित हैं। देश में सर्वाधिक बाघ मध्यप्रदेश में हैं। चंबल सबसे साफ नदी है जिसमें घड़ियालों का संरक्षण हो रहा है। नर्मदा मैया के दर्शन करने हजारों श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की दूरदृष्टि से मध्यप्रदेश अब देश का एकमात्र चीता प्रदेश बन गया है। चीतों का परिवार पालपुर कूनो में फल फूल रहा है। सांची, खजुराहो और भीमबेटका जैसी विश्वविख्यात धरोहर हमारी वैश्विक सांस्कृतिक पहचान है। अब यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में ग्वालियर किला, बुरहानपुर का खूनी भंडारा, चंबल के पत्थर कला स्थल, भोजेश्वर महादेव मंदिर भोजपुर, रामनगर मंडला के गोंड स्मारक और मंदसौर का धमनार भी जुड़ने की तैयारी में हैं। इसके अलावा नर्मदा परिक्रमा, गोंड चित्रकला और भगोरिया उत्सव भी पर्यटन के नक्शे पर प्रमुखता से उभरे हैं। मध्यप्रदेश ऐसा अग्रणी राज्य बन गया है, जिसने सबसे ज्यादा 18 स्थलों को विश्व विरासत सूची में शामिल करने की पहल की है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के सहयोग से मध्यप्रदेश के पर्यटन को नई दिशा मिली है। केन्द्र का भरपूर सहयोग मिल रहा है। मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां ईको सेंसिटिव जोनल मास्टर प्लान बनाने का काम शुरू किया गया और 27 राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभयारण्यों में से सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान और बोरी वन्य जीव अभयारण्य में पूरा हो गया। हैरिटेज पर्यटन की कई परियोजनाएं शुरू की गई हैं। प्रदेश में अधोसंरचना मजबूत होने, सड़क संपर्क में निरंतर सुधार होने और केन्द्र सरकार के सहयोग से रेल सुविधाओं के बढ़ने से पर्यटन क्षेत्र और उद्योग को लाभ मिला है। इस क्षेत्र में निवेश निरंतर बढ़ रहा है। हाल में रीवा पर्यटन कॉन्क्लेव में तीन हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले। पर्यटन स्थलों में सुविधाएं निरंतर बढ़ाई जा रही हैं। पीएमश्री पर्यटन वायु सेवा की शुरुआत हुई है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रीवा, सतना और सिंगरौली के मध्य वायु सेवा का संचालन हो रहा है। मध्यप्रदेश सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पुनर्जागरण के दौर से गुजर रहा है। इसी समय आध्यात्मिक पर्यटन भी निरंतर विस्तार ले रहा है। भगवान श्रीमहाकाल की नगरी उज्जैन और यहां श्रीमहाकाल लोक विश्व विख्यात हैं। पिछले साल सात करोड़ श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। प्रदेश की जीडीपी में पर्यटन क्षेत्र के योगदान में आध्यात्मिक पर्यटन भागीदारी को और ज्यादा सशक्त बनाने की तैयारी चल रही है। ओरछा में भगवान श्रीराम का मंदिर है। यह विश्व का एकमात्र मंदिर है, जहां भगवान को राजा के रूप में गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। यह अभूतपूर्व आध्यात्मिक घटनाक्रम है। यहां भगवान श्रीराम राजा की सरकार स्थापित है। ग्वालियर के ऐतिहासिक भव्य किले के संबंध में उल्लेख मिलता है कि भारत में पहली बार जीरो का लिखित इस्तेमाल कहां हुआ। ग्वालियर किले में नवीं शताब्दी के इस चतुर्भुज मंदिर में शून्य का सबसे शुरुआती शिलालेख पर उकेरा हुआ प्रमाण मिलता है। इस मंदिर को दुनिया में 'टैंपल ऑफ जीरो' के नाम से भी पहचाना जाता है। धार्मिक आयोजनों को नया स्वरूप दिया जा रहा है। बाबा श्रीमहाकाल की दिव्य सवारी को भव्य रूप दिया गया। रक्षा बंधन के त्यौहार और श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को सार्वजनिक रूप से प्रदेश के कोने-कोने में मनाया गया।  

कर्मा पूजा पर स्नान करने गईं दो सहेलियां दामोदर में बह गईं, एक की लाश बरामद, एक की तलाश जारी

धनबाद झारखंड के धनबाद जिले में दामोदर नदी पर बृहस्पतिवार को 14 वर्षीय एक लड़की की डूब जाने से मौत हो गई और एक लड़की लापता हो गई, जबकि तीन लड़कियों को बचा लिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। सुबह करीब नौ बजे सुदामडीह थाना क्षेत्र के अंतर्गत इलाके में ये लड़कियां स्नान करने आई थी और तभी यह घटना हुई। सुदामडीह थाना प्रभारी राहुल कुमार सिंह ने बताया कि पांच लड़कियां कर्मा पूजा के लिए दामोदर नदी में स्नान करने गई थीं। सिंह ने बताया, ‘‘पांचों लड़कियां नदी के तेज़ बहाव में बहने लगी। स्थानीय मछुआरों ने उनमें से तीन लड़कियों को बचा लिया, लेकिन दो लड़कियां बह गईं और एक घंटे बाद मोहलबनी बर्निंग घाट के पास एक लड़की को नदी से बाहर निकाला गया। उसे स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।'' मृतका की पहचान रूमानी कुमारी के रूप में हुई है। उन्होंने कहा, ‘‘संध्या कुमारी अब भी लापता है, जिसको ढूंढने के लिए तलाशी अभियान जारी है।''  

केंद्रीय मंत्री अमित शाह से मिले पंजाब राज्यपाल, बाढ़ राहत कार्यों पर हुई चर्चा

पंजाब पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया अपने दो दिवसीय गुवाहाटी (असम) प्रवास के दौरान आज कोइनाधारा गेस्ट हाउस, गुवाहाटी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस अवसर पर राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने गुवाहाटी में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जहां चंडीगढ़ नगर निगम हेतु स्वीकृत करोड़ों की अनुदान राशि पर आभार जताया वहीं पंजाब की बाढ़ स्थिति से अवगत कराया। इस मुलाकात के दौरान, राज्यपाल कटारिया ने चंडीगढ़ नगर निगम के लिए हाल ही में स्वीकृत 125 करोड़ रुपए की अनुदान राशि के लिए केंद्रीय गृह मंत्री का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह राशि शहर के बुनियादी ढांचे और नागरिक सुविधाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाने में सहायक सिद्ध होगी। राज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्री को पंजाब में हाल ही में आई बाढ़ की स्थिति की भी विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने राहत एवं बचाव कार्यों की प्रगति, प्रभावित क्षेत्रों की वर्तमान स्थिति तथा भविष्य में आवश्यक सहयोग के बारे में भी अवगत कराया। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय विकास, जनसेवा और आपदा प्रबंधन जैसे विभिन्न विषयों पर भी विचार-विमर्श किया। 

स्वच्छ भारत मिशन की मीटिंग में गूंजा फरमान, कैथल के वाइस चेयरमैन बोले- लापरवाह अधिकारियों का दो वीडियो

कैथल  कैथल में आज एक स्वच्छता अभियान को लेकर अहम बैठक का आयोजन हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री के ओएसडी भारत भूषण भारती और स्वच्छ भारत मिशन के कार्यकारी वाइस चेयरमैन सुभाष चंद्र ने अधिकारियों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया।  इस बैठक का उद्देश्य था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए अधिकारियों को उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराना। लेकिन, इस महत्वपूर्ण वर्कशॉप में मौजूद अधिकारियों की उदासीनता ने सबको हैरान कर दिया। ज्यादातर अधिकारी स्वच्छता पर चर्चा के बजाय अपने मोबाइल फोनों में व्यस्त दिखे। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो उन्हें इस अभियान से कोई सरोकार ही नहीं है।  पत्रकारों से बातचीत में सुभाष चंद्र ने जोश के साथ कहा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना के पूरे भारत को स्वच्छ बनाना है इसी तरह हरियाणा के मुख्यमंत्री भी पूरे हरियाणा को स्वच्छ बनाने पर जोर दे रहे हैं और हम उनके प्रयासों को आगे बढ़ा रहे हैं, "हमें पूरे भारत को स्वच्छ बनाना है। स्वच्छ भारत ही रोगमुक्त भारत की नींव है। इसके लिए हम अधिकारियों को जागरूक कर रहे हैं।" लेकिन जब पत्रकारों ने उनसे अधिकारियों की लापरवाही और मोबाइल में व्यस्त रहने का सवाल उठाया, तो सुभाष चंद्र ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, "अगर आपके पास ऐसा कोई तथ्य या वीडियो है, तो हमें उपलब्ध कराएं। हम ऐसे गैर-जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। "यह घटना न केवल स्वच्छ भारत मिशन के प्रति अधिकारियों की गंभीरता पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी सोचने पर मजबूर करती है कि क्या इस तरह की उदासीनता के साथ स्वच्छ भारत का सपना सचमुच पूरा हो पाएगा?

योगी आदित्यनाथ ने किया निर्वाचन आयोग कार्यालय भवन का शिलान्यास, राजभर ने दी प्रतिक्रिया

लखनऊ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ की अवध विहार योजना में शुक्रवार को राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यालय भवन के निर्माण लिए भूमि पूजन किया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और उत्तर प्रदेश का राज्य निर्वाचन आयोग सर्वाधिक जनप्रतिनिधियों का चुनाव करता है। यहां 12 करोड़ से ज्यादा मतदाता हैं। ऐसे आयोग के पास अपना भवन तक नहीं था पर अब डेढ़ वर्ष में आयोग का छह मंजिला भवन बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हम बचपन से ही सुनते आए हैं कि रोटी, कपड़ा और मकान किसी भी व्यक्ति की बुनियादी जरूरतें हैं और आयोग के पास अपना भवन तक नहीं था। अब ये कमी दूर हो जाएगी। राजभर बोले, जो पहले नहीं हुआ वो अब हो रहा है इस मौके पर पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि योगी जी के रूप में हमें पहली बार ऐसा मुख्यमंत्री मिला है जो लगातार परिश्रम कर प्रदेश को आगे बढ़ा रहे हैं। उनकी सरकार में इस तरह से काम हो रहे हैं जो कि अभी तक नहीं हुए हैं।  

CBI कोर्ट का फैसला: झारखंड के पूर्व मंत्री एनोस एक्का सहित 10 लोग दोषी

रांची झारखंड में लागू जमीन संबंधी विशेष कानून 'छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट (सीएनटी एक्ट)' के उल्लंघन से जुड़े 15 साल पुराने मामले में रांची स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने राज्य के पूर्व मंत्री एनोस एक्का, उनकी पत्नी मेनन एक्का, रांची के तत्कालीन भूमि सुधार उप समाहर्ता कार्तिक कुमार प्रभात सहित 10 लोगों को दोषी करार दिया। इसके तुरंत बाद सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। अदालत ने सजा पर सुनवाई के लिए 30 अगस्त की तारीख तय की है। सिमडेगा निवासी एनोस एक्का वर्ष 2005 से 2008 के बीच अर्जुन मुंडा और बाद में मधु कोड़ा सरकार में मंत्री रहे। आरोप है कि मंत्री रहते उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए फर्जी पते का इस्तेमाल कर बड़े पैमाने पर आदिवासी जमीन की खरीद-फरोख्त की। रांची के तत्कालीन एलआरडीसी कार्तिक कुमार प्रभात ने उनकी मदद की। प्रशासनिक अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से यह सौदे किए गए। सीबीआई की जांच में सामने आया कि मार्च 2006 से मई 2008 के बीच एनोस एक्का की पत्नी मेनन एक्का के नाम पर विभिन्न इलाकों में जमीन खरीदी गई। इसमें हिनू में 22 कट्ठा, ओरमांझी में 12 एकड़, नेवरी में 4 एकड़ और चुटिया के सिरम टोली मौजा में 9 डिसमिल भूमि शामिल है। कोर्ट ने सीबीआई के सभी आरोप सही पाए। इस मामले की सुनवाई सीबीआई के विशेष लोक अभियोजक प्रियांशु सिंह ने की। अदालत में दलीलों और गवाहों के आधार पर यह साबित हुआ कि जमीन खरीदने-बेचने में सीएनटी एक्ट का खुला उल्लंघन हुआ है। गौरतलब है कि छोटानागपुर टेनेंसी एक्ट,1908 ब्रिटिश शासनकाल में लागू हुआ था। इसका उद्देश्य आदिवासी समुदाय की जमीन की सुरक्षा करना है। इस कानून के तहत आदिवासी भूमि को गैर-आदिवासियों को बेचना, गिरवी रखना या स्थानांतरित करना प्रतिबंधित है। यहां तक कि कोई आदिवासी भी अपने थाना क्षेत्र से बाहर के किसी अन्य आदिवासी को भूमि नहीं बेच सकता है।