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पुणे में एप्पल का नया स्टोर, iPhone 17 की लॉन्चिंग से पहले मिलेगी एक्सक्लूसिव एक्सपीरियंस

 पुणे  आजकल पूरी दुनिया के स्मार्टफोन इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा और बड़ी चर्चा iPhone 17 Series के लॉन्च की हो रही है. अपने इस नई आईफोन सीरीज के लॉन्च से पहले एप्पल भारत में अपनी रेवेन्यू को बढ़ाने की तगड़ी प्लानिंग कर रही है. इसी प्लानिंग के तहत एप्पल ने भारत में अब अपना चौथा रिटेल स्टोर भी खोल दिया है. इस बार एप्पल ने अपना रिटेल स्टोर महाराष्ट्र के शहर पुणे में खोला है. एप्पल के इस स्टोर को पुणे के Koregaon Park में खोला गया है. आपको बता दें कि एप्पल ने कुछ ही दिन पहले भारत में अपना तीसरा रिटेल स्टोर बेंगलुरु में खोला था. इससे पहले कंपनी दिल्ली और मुंबई में भी अपने रिटेल स्टोर्स खोल चुकी है. एप्पल ने पुणे के इस रिटेल स्टोर को पुणे में स्थित कोरेगांव पार्क में आज यानी 4 सितंबर 2025 की दोपहर 1 बजे से ऑफिशियली खोल दिया है. आपको बता दें कि भारत में एप्पल का पहला रिटेल स्टोर मुंबई के BKC में खुला था, जबकि दूसरा स्टोर दिल्ली के साकेत में स्थित सिलेक्ट सिटी वॉक मॉल में खुला था. उसके बाद एप्पल ने तीसरा रिटेल स्टोर 2 सितंबर यानी सिर्फ दो दिन पहले बेंगलुरु के हेब्बल में और अब चौथा स्टोर पुणे में लॉन्च किया है. इसका मतलब है कि अब इन सभी ऑफलाइन रिटेल स्टोर में जाकर भी ग्राहक एप्पल की अपकमिंग नई iPhone 17 सीरीज के फोन्स को खरीद पाएंगे. पुणे एप्पल स्टोर की सुविधाएं पुणे के कोरेगांव पार्क में स्थित एप्पल के इस रिटेल स्टोर में कस्टमर्स को एप्पल का पूरा एक्सपीरियंस मिलेगा. इसमें यूज़र्स iPhone 16 सीरीज़, MacBooks, iPads, Apple Watch और accessories जैसे AirPods और AirTag समेत सबकुछ खरीद सकते हैं. पुणे के इस एप्पल स्टोर में काम करने वाली टीम में लोगों को कुल संख्या 68 है, जो भारत के 11 अलग-अलग राज्यों से आए हैं. यहां पर ग्राहकों को हिंदी और इंग्लिश समेत कई भाषाओं में कई भाषाओं में कस्टमर सपोर्ट मिलेगा. इस स्टोर की ओपनिंग को सेलिब्रेट करने के लिए एप्पल ने कुछ एक्सक्लूसिव कस्टम वॉलपेपर्स दिए हैं और साथ ही एक Apple Music playlist भी बनाई है जिसमें पुणे के लोकल आर्टिस्ट्स को स्पॉटलाइट किया गया है. एप्पल रिटेल स्टोर की ये टीम कस्टमर्स को पर्सनलाइज़्ड सेटअप, आईओएस में स्विच करने की मदद और एप्पल ट्रेड-इन जैसी सर्विसेज की सुविधा देती है. एप्पल का ये नया स्टोर पूरी तरह से रिन्यूएबल एनर्जी (renewable energy) पर चलता है और कंपनी के मुताबिक ये कार्बन-न्यूट्रल भी है. इसका मतलब है कि एप्पल ने रिटेल स्टोर्स को खोलने के लिए टेक्नोलॉजी के साथ-साथ पर्यावरण का भी पूरा ख्याल रखा है. Apple Koregaon Park में हर दिन फ्री इन-स्टोर सेशन्स होंगे, जो खासतौर पर छात्रों, क्रिएटर्स और प्रोफेशनल्स के लिए डिज़ाइन किए गए हैं. इन सेशन्स को एप्पल क्रिएटीव्स गाइड करेंगे और अगर आप चाहें तो अपने दोस्तों, फैमिली या टीम के साथ ग्रुप बुकिंग भी कर सकते हैं. अगर आपने कोई एप्पल प्रोडक्ट ऑनलाइन ऑर्डर किया है, तो उसे स्टोर में एक डेडिकेटेड Apple Pickup zone से आराम से कलेक्ट कर सकते हैं. इसके साथ ही वहां पर आपको ईएमआई, फाइनेसिंग ऑप्शन्स भी मिलेंगे.

क्रिकेट अपडेट: रोहित और कोहली के विदेशी मैचों के लिए फिटनेस ट्रिक्स दीप दास से

नई दिल्ली  भारतीय टीम के दिग्गज खिलाड़ी रोहित शर्मा और विराट कोहली ने पिछले एक साल के अंदर क्रिकेट के दो फॉर्मेट (टेस्ट, टी20) से संन्यास ले लिया है। इंटरनेशनल स्तर पर अब ये खिलाड़ी सिर्फ वनडे में खेलते हुए नजर आएंगे। हालांकि आगामी वनडे विश्व कप 2027 को देखते हुए दोनों की फिटनेस और मैच टाइम को लेकर काफी चर्चा हो रही है और कई रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया कि दोनों क्रिकेटर्स को संन्यास लेने के लिए कहा जा सकता है। इस मामले पर पूर्व क्रिकेटर दीप दासगुप्ता ने रोहित-कोहली का साथ दिया है और कहा कि किसी को यह निर्देश देने का अधिकार नहीं है कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से कब संन्यास लेना चाहिए। हालांकि उन्होंने दोनों स्टार बल्लेबाजों को घरेलू क्रिकेट में खेलने की सलाह दी है। विराट कोहली और रोहित शर्मा के वनडे विश्व कप 2027 तक खेलने पर भी संशय के बादल मडरा रहे हैं। क्योंकि इस दौरान भारत को काफी कम वनडे मैच खेलने हैं, ऐसे में भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दीप दास गुप्ता ने कहा है कि दोनों बल्लेबाजों को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए। दीप दासगुप्ता ने कहा, ''उदाहरण के तौर पर आईपीएल दो महीने चलेगा। वे शायद 8-9 वनडे खेलेंगे। अब इनके बीच आपके पास विजय हजारे ट्रॉफी है, उसके बाद अगर वे चाहते हैं तो इंग्लैंड में 50 ओवर का गेम खेल सकते हैं। आपके पास क्रिकेट खेलने के विकल्प हैं, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं लेकिन हैं।'' उन्होंने आगे कहा, ''मुझे जानकारी नहीं है कि इसकी संभावना है कि नहीं, शायद दक्षिण अफ्रीका जाएं या ऑस्ट्रेलिया जाकर वहां कुछ 50 ओवर के मैच खेलें। मुझे पता है, जहां तक इंग्लैंड का सवाल है, यह निश्चित रूप से एक विकल्प है। हालांकि, मुझे दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया से जुड़े नियमों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन असल बात है उनकी भूख। अगर उनमें पर्याप्त भूख है, तो वे कोई न कोई रास्ता निकाल ही लेंगे।'' पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ''किसी के पास भी इसका अधिकार नहीं है। हमने उन्हें कभी शुरू करने के लिए नहीं कहा, इसलिए हम उन्हें यह बताने वाले कोई नहीं हैं कि कब रुकना है। वे जब रुकते हैं, तब रुकते हैं। यह पूरी तरह से उन पर निर्भर है।"  

सीएम साय ने जताया आभार, पीएम मोदी के नेतृत्व में जीएसटी सुधारों की नई दिशा

रायपुर, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लिए गए ऐतिहासिक जीएसटी सुधारों का स्वागत करते हुए कहा है कि यह निर्णय भारत की कर प्रणाली को आमजन के लिए अधिक सरल और उद्योग-व्यापार के लिए प्रोत्साहनकारी बनाएगा। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि आयकर में 12 लाख तक की छूट देने के बाद अब जीएसटी दरों में की गई भारी कटौती से रोज़मर्रा की ज़रूरत की वस्तुएं, खेती-किसानी के उपकरण, खाने-पीने की चीज़ें, दवाइयां, शिक्षा सामग्री, मनोरंजन की वस्तुएं, ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण सस्ते हो गए हैं। कई आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स दर शून्य कर दी गई है, जिससे नागरिकों के जीवन में सीधा लाभ पहुंचेगा। उन्होंने कहा कि नवरात्रि पर्व से लागू होने वाला यह प्रावधान प्रधानमंत्री जी की Ease of Doing Business और Ease of Living की संकल्पना को साकार करेगा। इससे उद्योग-व्यापार को नई ऊर्जा मिलेगी और देश की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की तीन करोड़ जनता की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण का आभार व्यक्त करता हूँ। यह निर्णय आम आदमी के जीवन को सरल बनाने और देश को वैश्विक अर्थव्यवस्था की नई ऊँचाइयों तक ले जाने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

‘द रॉक’ बने और भी दमदार! ड्वेन जॉनसन के ट्रांसफॉर्मेशन पर इंटरनेट में हंगामा

इस वक्त हॉलीवुड स्टार ड्वेन जॉनसन चर्चा में हैं अपने ट्रांसफॉर्मेंशन को लेकर। 1 सितंबर को वेनिस फिल्म फेस्टिवल में जैसे ही ड्वेन 'द रॉक' जॉनसन पहुंचे उनका अंदाज देखकर हर कोई हैरान था। हर किसी की निगाहें उनपर जा थमी क्योंकि वो उस लुक में थे जो इससे पहले कभी किसी को नहीं दिखा। इस एक्टर की मोस्ट अवेटेड नई फिल्म, 'द स्मैशिंग मशीन' का वर्ल्ड प्रीमियर इसी फेस्टिवल में हुआ। सोशल मीडिया पर ड्वेन के अपने नए लुक से सबका ध्यान खींच लिया है। सोशल मीडिया पर नजर आए इस वीडियो को देख हर कोई हैरान नजर आ रहा है।   'ऐसा लग रहा है कि द रॉक कंकड़ बन गए' एक्स पर सामने आए उनके इस वीडियो को देखकर लोग जमकर रिएक्शंस दे रहे हैं। ड्वेन जॉनसन को देखकर एक ने कहा, 'ऐसा लग रहा है कि द रॉक कंकड़ बन गए।' दूसरे ने मज़ाक करते हुए कहा, 'ये कहीं AI का कमाल तो नहीं।' वहीं एक और फैन ने कहा, 'इन महीनों में उनका वजन काफी कम हो गया है, उम्मीद करते हैं कि वो अपनी सेहत का ध्यान रख रहे होंगे।' 'तो अपनी आदतें बदलनी पड़ती हैं' एक अन्य फैन ने कहा, 'उन्होंने इतना वजन कम कर लिया है और अब वो स्वस्थ दिख रहे हैं, रॉक के लिए ये अच्छी बात है।' कुछ ने कहा है, 'अपनी इस फिजिक को बनाए रखने के लिए उन्हें बहुत ज़्यादा खाना पड़ता था। जब आप एक खास उम्र के हो जाते हैं तो या तो अपनी आदतें बदलनी पड़ती हैं या फिर जिंदगी खत्म हो जाती। जो लोग उन्हें जज कर रहे हैं, वे बेवकूफ हैं।' 'द स्मैशिंग मशीन' के बारे में 'द स्मैशिंग मशीन' में, ड्वेन एमएमए फाइटर मार्क केर की भूमिका में हैं। ये फिल्म साल 2002 में आई इसी नाम की डॉक्यूमेंट्री से प्रेरित है। मार्क केर ने अपने करियर में कई अवॉर्ड जीते, और दूसरी तरफ नशीले पदार्थों के सेवन की समस्या से भी जूझते रहे। यह फिल्म उनकी तत्कालीन प्रेमिका, एमिली ब्लंट के साथ उनके संबंधों को भी दिखाती है। इस फिल्म का निर्देशन बेनी सफी ने किया है।

नर्मदा नदी बढ़ी उफान पर, ओंकारेश्वर बांध के 21 गेट पूरी क्षमता से खोले गए, प्रशासन हुआ अलर्ट

खंडवा मध्य प्रदेश में लगातार हो रही तेज बारिश के चलते नर्मदा नदी पर बने इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है। गुरुवार को इंदिरा सागर बांध के 12 गेट  खोले गए, वहीं ओंकारेश्वर बांध से 21 गेटों के जरिए कुल 35.5 मीटर ऊंचाई तक खोले गए एवं10,533 क्यूमेक्स पानी नर्मदा नदी में छोड़ा गया। दोनों ही बांधों का जलभराव क्षमता से ऊपर नर्मदा नदी का जलस्तर वर्तमान में खतरे के निशान से केवल डेढ़ मीटर नीचे है। दोनों ही बांधों का जलभराव क्षमता से ऊपर पहुंच चुका है, जिसके चलते गेट खोलकर पानी निकाला जा रहा है। यह इस वर्ष का मात्र दो दिन में पांचवां अवसर है जब बांध प्रबंधन को गेट खोलने पड़े हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नर्मदा नदी के ऊपरी हिस्सों से कितनी अधिक मात्रा में पानी आ रहा है। खतरे की स्थिति लगातार हो रही वर्षा और ऊपरी क्षेत्रों से आ रहे प्रवाह के कारण नर्मदा नदी उफान पर है। ओंकारेश्वर से आगे खंडवा और खरगोन जिले में बसे नर्मदा किनारे के गांवों और कस्बों के लिए स्थिति अधिक चुनौतीपूर्ण बन गई है।  यदि वर्षा का सिलसिला जारी रहा और गेटों की संख्या व ऊंचाई और बढ़ाई गई तो नदी का जलस्तर और ऊपर जा सकता है। वर्तमान में नर्मदा नदी का जल स्तर 162,500 तक पहुंच गया है। अगर नदी का जलस्तर 163.980 पर पहुंचा तो खतरे के निशान को पार कर जाएगा। प्रशासन की तैयारी गंभीर हालात को देखते हुए प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी कर दिया है। बाढ़ एवं आपदा प्रबंधन टीम लगातार निगरानी कर रही है। दोनों जिलों (खंडवा और खरगोन) के पुलिस अधीक्षकों ने सभी थानों को निर्देश दिए हैं कि नर्मदा किनारे जहां-जहां जनसमूह एकत्रित होता है, वहां सुरक्षा बल तैनात रहें। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड और स्थानीय गोताखोरों को भी तैयार रखा गया है। ग्राम पंचायत, नगर पंचायत और नगर पालिकाओं को सख्त आदेश दिए गए हैं कि किसी भी प्रकार की घटना या दुर्घटना न हो। जनता से अपील प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि लोग नर्मदा नदी के किनारे न जाएं। लगातार गेट खुलने से जलस्तर कभी भी अचानक बढ़ सकता है। सावधानी बरतना ही सुरक्षा का सबसे बड़ा उपाय है। नर्मदा के उफान और बांधों की लगातार जलनिकासी ने पूरे नर्मदा तट क्षेत्र को अलर्ट पर ला दिया है। आने वाले समय में नदी का जलस्तर किस ओर करवट लेगा, यह वर्षा पर निर्भर करेगा। 

पति और बेटी की हत्या, ब्लैक मैजिक के शक में महिला ने किया कत्लेआम

तेलंगाना  पत्नी के अवैध संबंधों की खातिर पति की बली चढ़ गई। इंदौर की सोनम रघुवंशी, मेरठ की मुस्कान रस्तोगी, तुमकुरु की सुमंगला जैसे कई नामों ने इस तरह के अपराध की खबरों को आम बना दिया है। अब तेलंगाना के भूपलपल्ली से ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां के कविता नाम की महिला ने ना सिर्फ अपने पति की हत्या करा दी, बल्कि आशिक के साथ मिलकर बेटी को भी मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद दोनों ने काले जादू का षड्यंत्र रचा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 45 साल की के कविता और उसके आशिक जे राजकुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों पर 22 साल की वार्षिनी की हत्या के आरोप हैं। वार्षिनी, कविता की बेटी थी। जयशंकर भूपलपल्ली एसपी किरन खरे का कहना है कि वार्षिनी 3 अगस्त से घर से गायब थी और उसकी मां ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के अनुसार, कुछ समय बाद वार्षिनी की लाश मेदिपल्ली जंगल में मिली थी। उस समय जांच कर रहे काताराम डीएपी ए सूर्य नारायण को शव के पास आधार कार्ड, हल्दी और सिंदूर मिला था। इसके चलते पुलिस को काले जादू का शक हुआ। खबर है कि राजकुमार सोशल मीडिया के जरिए काला जादू सीखता था। आरोपी ने जंगल में पड़ी लाश पर हल्दी और सिंदूर छिड़क दिया था। साथ ही उसने शव के आसपास नींबू रख दिए और पास ही जमीन में कई कीलें ठोक दी थी। पुलिस का कहना है कि कविता का पति 50 वर्षीय कुमारास्वामी बीमार रहता था। तब उसने प्रेमी राजकुमार के साथ मिलकर मारने की साजिश रची थी। 6 जून को आरोपी ने कुमारास्वामी का गला दबा दिया और मौत की वजह बीमारी बताकर मामले को रफा दफा कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार, इस बात का शक वार्षिनी को हो गया था। इसके चलते ही दोनों मिलकर 22 साल की बेटी की हत्या की भी योजना बनाई थी। 3 अगस्त को मिलकर दोनों ने उसे मौत के घाट उतार दिया और पुलिस को गुमराह करने के मकसद से आसपास काले जादू जैसा सामान रख दिया।  

अनुशासनहीनता प्रस्ताव के बाद रविंद्र चौबे पहुंचे राजीव भवन, दीपक बैज से हुई बंद कमरे की मुलाकात

रायपुर  “छत्तीसगढ़ की जनता आज भी भूपेश बघेल का नेतृत्व चाहती है’ वाले बयान पर मचे बवाल के बीच पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे ने आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से मुलाकात की. बैठक के बाद दोनों नेताओं ने तमाम असहमतियों को दरकिनार करते हुए कहा कि कांग्रेस को मजबूत करना हमारा मकसद है. आगामी चुनाव कलेक्टिव लीडरशिप में लड़ी जाएगी. छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से मुलाकात के बाद पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि दीपक बैज कांग्रेस के अध्यक्ष है, हमारा समर्थन उनके साथ है. दीपक बैज के नेतृत्व में मजबूती से कांग्रेस लड़ाई लड़ रही है. भूपेश बघेल के जन्मदिन पर भ्रमपूर्वक बातें कही गई. अगर कुछ बातें कही गई तो वह बात नहीं थी, जो प्रेस में आई. दीपक बैज बहुत ही मैच्योर अध्यक्ष हैं. वहीं दीपक बैज ने महंत के चमचे वाले बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस की बैठक में बहुत सारे मुद्दे थे. बैठक में संगठन सृजन अभियान पर चर्चा की गई. कांग्रेस को मजबूत करना हमारा मकसद है. बैठक में जो बातें हुई, वह घर की बात है, पार्टी की बात है. पूर्व मंत्री रविन्द्र चौबे से मुलाकात का जिक्र पर कहा कि कलेक्टिव लीडरशिप में लड़ने का निर्णय हुआ है. आगे भी कलेक्टिव लीडरशिप से कांग्रेस लड़ाई लड़ेगी. वहीं प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन को चमचा भवन बताते हुए भाजपा के पोस्टर जारी किए जाने पर दीपक बैज ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को अपने भवन का नाम नमक हराम भवन रखना चाहिए.

प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर दिए वचन को एक महीने से भी कम समय में पूरा कर दिखाया: मुख्यमंत्री डॉ. यादव

जीएसटी दरों में कटौती का निर्णय सभी सैक्टर के लिए गुलदस्ते के समान : मुख्यमंत्री डॉ. यादव प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर दिए वचन को एक महीने से भी कम समय में पूरा कर दिखाया: मुख्यमंत्री डॉ. यादव जीएसटी दरों में कटौती से लाभान्वित होंगे देश के 90 प्रतिशत नागरिक: मुख्यमंत्री डॉ. यादव मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जीएसटी दरों में कटौती को बताया ऐतिहासिक निर्णय प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक उथल-पुथल के बीच भी देश के गरीब-वंचितों सहित उद्यमियों का भी रखा ध्यान नागरिकों को राहत देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री श्रीमती सीतारमण का माना आभार भोपाल  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गुड्स एवं सर्विस टैक्स काउंसिल द्वारा जीएसटी दरों में कटौती को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने स्वागत योग्य कदम बताया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भारत सरकार ने जीएसटी दरों में बदलाव कर मुक्त हृदय से देश के हर वर्ग को फायदा पहुंचाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने उद्बोधन में लाल किले की प्राचीर से कहा था कि, अगले कुछ समय में प्रदेशवासियों को बहुत अच्छी सुविधाएं मिलने वाली हैं। हमने देखा कि एक महीने से भी कम समय में उन्होंने अपने इन वचनों को साकार कर दिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जीएसटी के क्रांतिकारी बदलाव से देश की लगभग 90 प्रतिशत आबादी यानी 125 करोड़ से अधिक देशवासी लाभान्वित होंगे। प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और लघु एवं कुटीर उद्योग को भी व्यवसाय में इसका लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है और तेजी से तीसरे स्थान की ओर बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जीएसटी स्लैब में बदलाव के बाद गुरुवार को उज्जैन में जारी संदेश में ये विचार व्यक्त किए। उन्होंने इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण का आभार भी माना। स्कूली बच्चों की शिक्षण सामग्री पर जीएसटी 12% से शून्य करना महत्वपूर्ण मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जीएसटी काउंसिल की बैठक में जीएसटी दरों में कटौती का निर्णय देशवासियों के लिए एक प्रकार से गुलदस्ते के समान है, जिसमें सभी सैक्टर को कवर किया गया है। इंडस्ट्रीज के साथ देश के सभी वर्गों को इसका लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में दुनिया भर में भारत की एक अद्भुत छवि निर्मित हो रही है। वैश्विक उथल-पुथल के बीच भी सरकार ने अपने नागरिकों, उद्यमियों, गरीब एवं वंचित वर्ग का ध्यान रखा है। नागरिकों के हैल्थ इंश्योरेंस को टैक्स फ्री कर स्वास्थ्य के क्षेत्र में अतिरिक्त राहत दी गई है। जीएसटी के सभी बदलाव इसी माह नवरात्रि से अर्थात 22 सितंबर से लागू हो जाएंगे, जिसका लाभ गरीबों, मध्यवर्ग और किसानों को भी मिलेगा। आम आदमी की जरूरत की वस्तुएं जैसे- रोटी, पराठा, पनीर, छैना सस्ते होंगे। यह सामग्री बड़े पैमाने पर निर्यात भी होती है, अत: इस बदलाब से किसानों को भी लाभ होगा। स्कूली बच्चों के लिए शिक्षण सामग्री नक्शे, चार्ट, ग्लोब, पेंसिल, शार्पनर, कॉपी, नोटबुक पर जीएसटी 12% से शून्य करना स्कूली बच्चों और युवाओं की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण कदम है। हैल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को 18% के स्लैब से हटाकर शून्य करना क्रांतिकारी निर्णय मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे लिए कृषि क्षेत्र पहली प्राथमिकता है। भारतीय कृषि व्यवसाय को वैश्विक प्रभावों से सुरक्षित रखने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रैक्टर के टायर, पार्ट्स, बायोपेस्टिसाइड, माइक्रोन्यूट्रिएंट्स, ड्रिप इरिगेशन सिस्टम, स्प्रिंकलर, बागवानी की मशीनों पर जीएसटी दर 18% से घटाकर 5% तक लाने का निर्णय लिय है। यह कृषक कल्याण के लिए हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। दूसरी ओर नागरिकों को स्वास्थ्य क्षेत्र में लाभ मिले, इसके लिए हैल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी को मौजूदा 18% के स्लैब से हटाकर टैक्स खत्म करना निर्णय क्रांतिकारी है। साथ ही कैंसर जैसी घातक बीमारियों के मरीजों के लिए कई जीवन रक्षक दवाइयां कर मुक्त कर दी गई हैं। इस फैसले का सीधा लाभ जरूरतमंदों को मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ऑटोमोबाइल सेक्टर में 1200 सीसी इंजन क्षमता के वाहनों पर जीएसटी स्लैब 28% से घटाकर 18% किया गया है। यह मध्यम वर्गीय के लिए कार खरीदने का सपना पूरा करेगा। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जैसे- प्रोजेक्टर, डिश, वाशिंग मशीन सस्ती होंगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इन निर्णयों का प्रदेशवासियों को जल्द से जल्द लाभ दिलवाने के लिए राज्य सरकार सभी संबंधित क्षेत्रों में त्वरित गति से कार्य करेगी।  

HC का फैसला पलटा, SC/ST एक्ट में जमानत अब केवल खास परिस्थितियों में मिलेगी

नई दिल्ली देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) जस्टिस बीआर गवई की अध्यक्षता वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने हाल ही में एक फैसला सुनाते हुए कहा है कि दलितों के खिलाफ उत्पीड़न से जुड़े मामले यानी SC/ST एक्ट 1989 के तहत दर्ज मामलों में किसी भी आरोपी को अग्रिम जमानत तभी दी जा सकती है, जब स्पष्ट रूप से यह साबित हो कि आरोपी के खिलाफ प्रथम द्रष्टया कोई मामला न बनता हो। यानी पहली नजर में ही यह तथ्य साबित हो जाए कि आरोपी ने दलित समुदाय के प्रति कोई हिंसा नहीं की है। CJI बीआर गवई, जस्टिस के विनोद चंद्रन और जस्टिस एनवी अंजारिया की पीठ ने मंगलवार को इस बात पर जोर दिया कि अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम को कमजोर वर्ग की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से लाया गया था और यह आरोपी को गिरफ्तारी से पूर्व जमानत देने पर रोक लगाता है। इसके साथ ही पीठ ने जातिगत अत्याचार के आरोपों का सामना कर रहे एक आरोपी को अग्रिम जमानत देने संबंधी बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश को खारिज कर दिया। SC/ST एक्ट की धारा 18 का उल्लेख पीठ ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धारा 18 का उल्लेख करते हुए कहा कि यह प्रावधान स्पष्ट रूप से दंड प्रक्रिया संहिता (CRPC) की धारा 438 (अग्रिम जमानत देने संबंधी) को लागू नहीं करने के बारे में है और इसे धारा के तहत दायर आवेदनों को सुनवाई से बाहर करने का प्रावधान करता है। कोर्ट ने कहा कि इस प्रावधान के साथ ही SC/ST एक्ट की धारा 18 आरोपी को अग्रिम जमानत देने पर रोक लगाती है। हालांकि, पीठ ने ऐसे मामलों में अग्रिम जमानत देने के लिए स्पष्ट रेखा खींचते हुए कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की धारा 3 के तहत अगर प्रथम द्रष्टया यह साबित होता है कि आरोपी ने इस अधिनियम के प्रावधानों का उल्लंघन नहीं किया है तो अदालत आरोपी को CRPC की धारा 438 के तहत दायर आवेदनों पर विचार करते हुए अग्रिम जमानत देने का विवेकाधिकार रखता है। अग्रिम जमानत याचिका खारिज की जानी चाहिए बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, अदालत ने कहा, "अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम-1989 की धारा 18 स्पष्ट भाषा के साथ सीआरपीसी की धारा 438 के तहत दायर आवेदनों को खारिज करती है और SC/ST समुदाय के लोगों के प्रति अपराध करने के आरोपियों को अग्रिम जमानत देने पर प्रतिबंध लगाता है।" पीठ ने कहा कि ऐसे आरोपियों की अग्रिम जमानत याचिका खारिज की जानी चाहिए। पीठ ने कहा, ‘‘यह कानून अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के उपायों को लागू करने के उद्देश्य से लागू किया गया था।’’ क्या है मामला? पीठ ने शिकायतकर्ता किरण द्वारा बॉम्बे हाई कोर्ट के 29 अप्रैल के आदेश के विरुद्ध दायर अपील को स्वीकार करते हुए आरोपी को दी गई अग्रिम जमानत रद्द कर दिया। यह मामला 2024 में हुए विधानसभा चुनाव से जुड़ा है, जब महाराष्ट्र के धाराशिव जिले में चुनाव के बाद हुई झड़प में एक दलित परिवार पर हमला किया गया था। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया था कि आरोपी ने हमले के दौरान जातिसूचक गालियां गदी थीं। नवंबर 2024 में दर्ज प्राथमिकी में धाराशिव जिले के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश ने आरोपी को राहत देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद आरोपी राजकुमार जीवराज जैन हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, जहां मामले को राजनीति से प्रेरित बताते हुए आरोपी को अग्रिम जमानत दे दी गई थी। हाई कोर्ट का आदेश पलटा शिकायत के अनुसार, 25 नवंबर 2024 को जैन और अन्य ने कथित तौर पर किरण के घर के बाहर उसके साथ बहस की और उसे और उसके परिवार पर लोहे के रॉड से हमला किया था और इस दौरान जातिसूचक गालियां दीं थीं। दलित परिवार पर आरोप था कि उन लोगों ने जैन के पसंदीदा उम्मीदवारों को वोट नहीं दिए थे। हाई कोर्ट के पैसले के खिलाफ किरण ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी। शीर्ष अदालत ने हाई कोर्ट के फैसले को पलटते हुए कहा कि पीड़ित को अपमानजनक शब्द कहना और जातिसूचक गालियां देना स्पष्ट रूप से SC/ST एक्ट का उल्लंघन है।  

क्रिकेट एक्सपर्ट आकाश चोपड़ा का बयान: बुमराह या अख्तर, कौन करेगा बड़ा धमाका?

नई दिल्ली जसप्रीत बुमराह और शोएब अख्तर में ज्यादा खतरनाक कौन है? हाल ही में यही सवाल पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा से पूछा गया। सवाल तो वाकई मुश्किल था। दोनों ही आखिर खतरनाक जो हैं। जसप्रीत बुमराह यानी मौजूदा दौर का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज। जो अपनी खतरनाक गेंदों से बड़े से बड़े बल्लेबाजों के छक्के उड़ा देते हैं। दूसरी तरफ पाकिस्तान का पूर्व तूफानी गेंदबाज, रावलपिंडी एक्सप्रेस। जिसकी तूफानी गेंदें बल्लेबाजों के दिल-जिगर में खौफ पैदा कर देती थीं। चोपड़ा से पूछा गया कि शोएब अख्तर के जमाने में उनका सामना करना ज्यादा खतरनाक था या आज के दौर में जसप्रीत बुमराह का। आकाश चोपड़ा से CREX के यूट्यूब चैनल पर जब ये सवाल हुआ तब उनका जवाब था- जसप्रीत बुमराह। इस दौरान चोपड़ा से यह भी पूछा गया कि आप किस बल्लेबाज की बल्लेबाजी देखने के लिए पैसा तक देने के लिए तैयार हो जाएंगे। इस पर उनका जवाब था- विराट कोहली। किंग कोहली ने इस साल आईपीएल के बीच में ही अचानक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। जसप्रीत बुमराह की बात करें तो भारत के इस स्टार पेसर ने अब तक 48 टेस्ट में 219 विकेट झटके हैं। इसके अलावा ओडीआई में उनके नाम 89 मैच में 149 और टी20 इंटरनेशनल में 70 मैच में 89 विकेट दर्ज हैं। शोएब अख्तर की बात करें तो उन्होंने अपने करियर में 46 टेस्ट खेले जिनमें उनके नाम 178 विकेट दर्ज हैं। इसी तरह ओडीआई में उनके नाम 163 मैच में 247 विकेट और T20I में 15 मैच में 19 विकेट दर्ज हैं। इससे पहले आकाश चोपड़ा ने विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए जीतेश शर्मा का समर्थन करते हुए उन्हें एशिया कप में प्लेइंग इलेवन में शामिल किए जाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि जितेश शर्मा एशिया कप में प्लेइंग इलेवन में खेलेंगे। हमें पहले से लेकर तीसरे क्रम के बारे में बहुत सोचना नहीं चाहिए क्योंकि वह वहां तो चांस नहीं पाएंगे। हालांकि, नंबर से 7 तक पर वह काफी बेहतर होंगे।' एशिया कप 9 सितंबर से शुरू हो रहा है। भारत का पहला मुकाबला 10 सितंबर को है। 14 सितंबर को चिरप्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला है। इस मैच को लेकर एक तबका बहिष्कार की आवाज बुलंद कर रहा है।